3. क्या होता अगर... (क) हमारे पास अक्षर न होते (ख) भाषा न होती - 3. kya hota agar... (ka) hamaare paas akshar na hote (kh) bhaasha na hotee

क्या होता अगर…
(क) हमारे पास अक्षर न होते
(ख) भाषा न होती

Solution

(क) अगर हमें अक्षरों का ज्ञान न होता तो हम आज भी हज़ारों वर्ष पहले वाली दुनिया में भटकते। भावों, विचारों को लिखकर व्यक्त न कर पाते। तब हम अपना ज्ञान अगली पीढ़ी तक नहीं पहुँचा पाते और हमारा पूर्ण विकास नहीं हो पाता। हम वहाँ तक नहीं पहुँच पाते, जहाँ आज हैं। भाषा भावों को प्रकट करने का साधन है।

(ख) भाषा नहीं होती तो हम अपने विचारों को न तो बोलकर और न लिखकर दूसरों पर प्रकट कर पाते। हमारा सामाजिक दायरा बढ़ नहीं पाता और अलगाव बना रहता। जैसे पशु साथ रहकर भी अलग रहते हैं, वैसी स्थिति मनुष्य की भी होती।

Concept: गद्य (Prose) (Class 6)

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Solution : हमारे पास यदि भाषा न होती, तो हम अपने भावों तथा विचारों को लिखकर या बोलकर व्यक्त नहीं कर पाते। हम अपने पूर्वजों का ज्ञानकोश लिखित <br> रूप में न पाते और ज्ञान एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक न पहुँच पाता। मानव सभ्यता का जो विकास हुआ है, वह सम्भव न हो पाता।

NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Chapter 5 – Aksharo Ka Mahatva (अक्षरों का महत्व)

Textbook Hindi Class 6 Vasant (वसंत भाग 1)
Chapter 5 – Aksharo Ka Mahatva (अक्षरों का महत्व)
Author Gunakar Muley (गुणाकर मुले)

निबंध से

1. पाठ में ऐसा क्यों कहा गया है कि अक्षरों के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई?

उत्तर:- ऐसा इसलिए कहा गया है क्योंकि अक्षरों की खोज के कारण ही मनुष्य को सभ्य कहा जाने लगा। वह अपने विचार और हिसाब किताब को लिखकर रखने लगा। इतिहास की शुरुआत भी अक्षरों की खोज के कारण हुई है, जिससे एक पीढ़ी का ज्ञान दूसरी पीढ़ी प्रयोग करने लगी।

2. अक्षरों की खोज का सिलसिला कब और कैसे शुरू हुआ? पाठ पढ़कर उत्तर लिखो।

उत्तर:- अक्षरों की खोज का सिलसिला छह हज़ार साल पहले हुआ। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि जबसे आदमी ने अक्षरों की खोज की, तभी से इतिहास की शुरुआत हुई और इतिहास की शुरुआत छह हज़ार साल साल पहले हुई थी।

3. अक्षरों के ज्ञान से पहले मनुष्य अपनी बात को दूर-दराज़ के इलाकों तक पहुंचाने के लिए किन-किन माध्यमों का सहारा लेता था?

उत्तर:- अक्षरों के ज्ञान से पहले मनुष्य अपनी बात को पशु-पक्षियों या मनुष्य को दूत बनाकर दूर-दराज़ के इलाकों तक पहुंचाते थे। उस ज़माने में चित्रों या चिन्हों के माध्यम से भी संदेश पहुंचाए जाते थे। बाद में इन चित्रों और चिन्हों ने भाव-संकेतों का रूप ले लिया।

NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Chapter 5 – Aksharo Ka Mahatva – निबंध से आगे

1. अक्षरों के महत्व की तरह ध्वनि के महत्व के बारे में जितना जानते हो, लिखो।

उत्तर:- जिस प्रकार अक्षरों के माध्यम से मनुष्य अपने मन के विचारों और भावों को लिखित रूप से व्यक्त करता है उसी प्रकार ध्वनि के माध्यम से विचारों का आदान-प्रदान मौखिक रूप से संभव हो पाता है। मौखिक भाषा अभिव्यक्ति का सर्वाधिक विश्वसनीय माध्यम है और मौखिक भाषा का मूल आधार है ध्वनि। ध्वनियां मनुष्य के मुख से निकलने वाली विभिन्न अभिव्यक्तियां है, जिनके माध्यम से मनुष्य अपने मन-मस्तिष्क के विचारों और भावनाओं को व्यक्त करते हैं। जिस प्रकार अक्षरों के बिना कुछ भी लिखना असंभव है, उसी प्रकार ध्वनियों के बिना मौखिक रूप से बातचीत कर पाना असंभव है।

2. मौखिक भाषा का जीवन में क्या महत्व होता है? इस पर शिक्षक के साथ कक्षा में बातचीत करो।

उत्तर:- मौखिक भाषा एक ऐसा साधन है जिससे मनुष्य अपने विचारों का आदान प्रदान करते हैं। मौखिक भाषा अभिव्यक्ति का सर्वाधिक विश्वसनीय माध्यम है। मौखिक भाषा हमारे समाज के निर्माण, हमारी संस्कृति, सभ्यता और विकास का मूल आधार है। मौखिक भाषा के बिना मनुष्य जानवर के समान है। यह बातचीत का सबसे सरल और अविश्वसनीय माध्यम है।

3. हर वैज्ञानिक खोज के साथ किसी-न-किसी वैज्ञानिक का नाम जुड़ा होता है। लेकिन अक्षरों के साथ ऐसा नहीं है, क्यों? पता करो और शिक्षक को बताओ।

उत्तर:- आज संपूर्ण विश्व में 6500 भाषाओं का प्रयोग होता है। एक भाषा के निर्माण में कई लोगों का योगदान रहा है; क्योंकि प्रत्येक भाषा विभिन्न अक्षरों से मिलकर बनती है, जिनकी खोज कई लोगों ने की है। इसीलिए ऐसा हो सकता है कि अक्षरों की खोज के साथ किसी एक वैज्ञानिक का नाम नहीं जोड़ा जा सकता। भाषा मानवजाति के सम्मिलित प्रयास का फल है, जिसका श्रेय एक व्यक्ति को नहीं दिया जा सकता। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि प्रत्येक भाषा जो प्रयोग ली जाती है या नहीं ली जाती, उसका दिन-प्रतिदिन निर्माण होता रहता है, उसमें नए शब्द जुड़ते रहते हैं।

NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Chapter 5 – Aksharo Ka Mahatva – अनुमान और कल्पना

1. पुराने ज़माने में लोग यह क्यों सोचते थे कि अक्षर और भाषा की खोज ईश्वर ने की थी? अनुमान लगाओ और बताओ।

उत्तर:- पुराने ज़माने में लोग यह सोचते थे कि अक्षर और भाषा की खोज ईश्वर ने की थी, क्योंकि उनका ज्ञान सीमित था और वे अंधविश्वासी थे। जिस चीज़ का सही ज्ञान उन्हें पता नहीं चल पाता था, वे उसका श्रेय ईश्वर को दे देते थे। इसका एक कारण उनकी ईश्वर के प्रति अंधी आस्था भी है। उस ज़माने के लोग ईश्वर को सर्वशक्तिशाली मानते थे और मनुष्य को बहुत कम आंकते थे। उनके अनुसार अक्षरों जैसी महान खोज कर पाना मनुष्य के बस की बात नहीं थी।

2. अक्षरों के महत्व के साथ ही मनुष्य के जीवन में गीत, नृत्य और खेलों का भी महत्व है। कक्षा में समूह में बातचीत करके इनके महत्व के बारे में जानकारी इकट्ठी करो और कक्षा में प्रस्तुत करो।

उत्तर:- जिस प्रकार मनुष्य के जीवन में अक्षरों का महत्व है, उसी प्रकार गीत, नृत्य और खेलों का भी महत्व है। नृत्य और खेल-कूद से शरीर चुस्त-दुरुस्त रहता है। वहीं गीतों और नृत्य के माध्यम से कला व संस्कृति का प्रदर्शन किया जाता है। गीत, नृत्य, खेल- ये सभी मनोरंजन के साधन है, जिनसे व्यक्ति मनुष्य का शारीरिक, मानसिक और नैतिक विकास होता है। इनसे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है और हमारी सोचने-समझने की क्षमता भी बढ़ती है। इनसे हम अनुशासन में रहना और अपने मन मस्तिष्क को नियंत्रित करना सीखते है।

3. क्या होता अगर…….

(क). हमारे पास अक्षर न होते
(ख). भाषा न होती

उत्तर:-

(क). अगर हमारे पास अक्षर न होते तो हम अपने विचारों, विभिन्न तथ्यों, घटनाओं, आदि को लिखकर नहीं रख पाते। इससे हम अपने पूर्वजों द्वारा मिले अनमोल उपहार, हमारे इतिहास से वंचित रह जाते, जिसके माध्यम से हम अपने पूर्वजों का ज्ञान, उनके महान आविष्कारों, उनके द्वारा की गई गलतियों, आदि की जानकारी से वंचित रह जाते। अक्षरों की गैरमौज़ूदगी में हमारा विकास बहुत ही कम गति से होता।

(ख). अगर हमारे पास भाषा नहीं होती, तो हम अपने विचारों और भावों का बोलकर और लिखकर आदान-प्रदान नहीं कर पाते। इससे हमारा सामाजिक दायरा सीमित हो जाता और हमारा विकास बाधित हो जाता। भाषा के बिना मनुष्य का जीवन भी जानवर के समान हो जाता।

NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Chapter 5 – Aksharo Ka Mahatva – भाषा की बात

1. अनादि काल में रेखांकित शब्द का अर्थ है जिसकी कोई शुरुआत या आदि न हो। यह शब्द मूल शब्द के शुरू में कुछ जोड़ने से बना है। इसे उपसर्ग कहते हैं। इन उपसर्गों का अलग करके मूल शब्दों को लिखकर उनका अर्थ समझो-

असफल, अनुच्छेद, अपरिचित, अदृश्य, अनावश्यक, अनिच्छा

उत्तर:-

  • असफल – अ + सफल
  • अनुच्छेद – अनु + छेद
  • अपरिचित – अ + परिचित
  • अदृश्य – अ + दृश्य
  • अनावश्यक – अन् + आवश्यक
  • अनिच्छा – अन्य + इच्छा

2. वैसे तो संख्याएं संज्ञा होती है पर कभी-कभी ये विशेषण का काम भी करती हैं, जैसे नीचे लिखे वाक्य में-

  • हमारी धरती लगभग पांच अरब साल पुरानी है ।
  • कोई दस हज़ार साल पहले आदमी ने गांवों को बसाना शुरू किया।

इन वाक्यों में रेखांकित अंश ‘साल’ संज्ञा के बारे में विशेष जानकारी दे रहे हैं, इसलिए संख्यावाचक विशेषण है। संख्यावाचक विशेषण का इस्तेमाल उन्हीं चीज़ों के लिए होता है जिन्हें गिना ना जा सके, जैसे- चार संतरे, पांच बच्चे, तीन शहर, आदि। पर यदि किसी चीज़ को गिना नहीं जा सकता तो उसके साथ संख्या वाले शब्दों के अलावा मापतोल आदि के शब्दों का इस्तेमाल भी किया जाता है-

  • तीन जग पानी
  • एक किलो चीनी

यहां रेखांकित हिस्से परिमाणवाचक विशेषण है क्योंकि इनका संबंध मापतोल से है। अब आगे लिखे हुए को पढ़ो। खाली स्थानों में बॉक्स में दिए गए मापतोल के उचित शब्द छांठकर लिखो।

(कप, कटोरी, एकड़, मीटर, लीटर, किलो, ट्रक, चम्मच)

  • तीन …… खीर
  • दो …… जमीन
  • छह ……. कपड़ा
  • एक …….. रेत
  • दो …….. कॉफी
  • पांच …….. बाजरा
  • एक …….. दूध
  • तीन ……. तेल

उत्तर:-

  • तीन कटोरी खीर
  • दो एकड़ जमीन
  • छह मीटर कपड़ा
  • एक ट्रक रेत
  • दो कप कॉफी
  • पांच किलो बाजरा
  • एक लीटर दूध
  • तीन चम्मच तेल

NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant

  1. वह चिड़िया जो – केदारनाथ अग्रवाल
  2. बचपन – कृष्णा सोबती
  3. नादान दोस्त – प्रेमचंद्र
  4. चांद से थोड़ी सी गप्पे – शमशेर बहादुर सिंह
  5. अक्षरों का महत्व – गुणाकर मुले
  6. पार नज़र के – जयंत विष्णु नार्लीकर
  7. साथी हाथ बढ़ाना – साहिर लुधियानवी
  8. ऐसे ऐसे – विष्णु प्रभाकर
  9. टिकट-अलबम – सुंदरा रामस्वामी
  10. झांसी की रानी – सुभद्रा कुमारी चौहान
  11. जो देखकर भी नहीं देखते – हेलेन केलर
  12. संसार पुस्तक है – जवाहरलाल नेहरू
  13. मैं सबसे छोटी होऊं – सुमित्रानंदन पंत
  14. लोकगीत – भगवतशरण उपाध्याय
  15. नौकर – अनु बंदोपाध्याय
  16. वन के मार्ग में – तुलसीदास
  17. सांस सांस में बांस – एलेक्स एम. जॉर्ज 

NCERT Solution for Class 6

3 क्या होता अगर क हमारे पास अक्षर न होते?

अत: हम देखते हैं कि यदि आदमी अक्षरों की खोज नहीं करता तो आज हम इतिहास को न जान पाते। हम यह जान पाते कि पिछले कुछ हज़ार सालों में आदमी किस प्रकार रहता था, क्या-क्या सोचता था, कौन-कौन राजा हुए इत्यादि ।

यदि अक्षर न होते तो क्या होगा 2 बिंदु लिखिए?

बिंदुओं M और N के निर्देशांक लिखिए

क्या होगा अगर भाषा न होती?

हम कल्पना भी नहीं कर सकते कि यदि आदमी अक्षरों को जानता, तो आज इस दुनिया का क्या हाल होता । लगा। वह पत्थरों के औज़ारों का इस्तेमाल करता था।

यदि आपके पास अक्षर ही ना होते तब आपका जीवन कैसे चलता?

लेकिन संस्कृति कभी भी परिष्कृत उत्पाद नहीं 2022-23 Page 2 72 समाजशास्त्र परिचय होती

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