बच्चों को प्राथमिक स्तर पर गिनना कैसे? - bachchon ko praathamik star par ginana kaise?

विषयसूची

  • 1 बच्चों को प्राथमिक स्तर पर गिनना कैसे सिखाएं?
  • 2 दो शिक्षकों ने रूप क्या होगा?
  • 3 सबसे अधिक सीखना कब होता है?
  • 4 बच्चों में मापन की अवधारणा कैसे विकसित करेंगे?
  • 5 मापन की अवधारणा से आप क्या समझते हैं?
  • 6 मैथ कमजोर है तो क्या करे?

बच्चों को प्राथमिक स्तर पर गिनना कैसे सिखाएं?

इसे सुनेंरोकेंबच्चों में गिनती या गिनने की क्षमता विकसित करने में जिस चीज से सचमुच मदद मिलती है, वह है वास्तविक चीजों की गिनती। बच्चे को दो पत्तियाँ, दो पेंसिलें, दो किताबें दिखाकर, दो बार ताली बजाकर या इसी तरह की गतिविधियों से ‘दो’ का अर्थ समझने की कोशिश करने दें। हर बार शब्द ‘दो’ पर जोर दें।

दो शिक्षकों ने रूप क्या होगा?

इसे सुनेंरोकेंयह इकाई किस बारे में है शिक्षक यह काम विद्यालय द्वारा प्रदान किए गए संसाधनों से संपन्न कर सकेंगे और वह भी तब जबकि उनके जीवन में अन्यत्र चाहे जो घट रहा होगा। एक विद्यालय नेता के रूप में आप शिक्षकों को अपने कार्य-प्रदर्शन को बेहतर करने में सहायता देकर उन्हें अधिक प्रभावी होने में सक्षम कर सकते हैं।

गिनने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंगणना या गिनना वस्तुओं के परिमित समुच्चय के तत्त्वों को ढूंढने की क्रिया है।

गिनना क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअतः इस बात को पूरी करने के लिए हम कह सकते हैं कि किसी को गिनना आने का मतलब हैः गिनती आना, समुच्चय में सदस्यों कि संख्या बता पाना, चाही गई संख्या वाला समुच्चय बना पाना, दो समुच्चयों में संख्या कि हिसाब से छोटा/बड़ा बता पाना और किसी भी समुच्चय में एक चीज जोड़ दें तो नए बने समुच्चय में सदस्यों की संख्या बता पाना।

सबसे अधिक सीखना कब होता है?

प्रश्न (22) : सबसे अधिक सीखना कब होता है?

  • जब कक्षा में सभी बच्चे उपस्थित होते हैं
  • जब सीखने में सभी इन्द्रियों का उपयोग या भागीदारी हो
  • जब बच्चे हँसते हैं
  • जब निर्धारित दिनचर्या का पालन होता है

इसे सुनेंरोकेंसबसे पहले तो मैंने मोतियों को एक पंक्ति में जमा दिया ताकि गिनते वक्त न तो कोई छूटे और न दो बार गिना जाए । दूसरे शब्दों में मैनें उन्हें एक क्रम में रखा। अब इनको गिनने के लिए मैंने मान्य क्रम में संख्याओं के नाम बोलना शुरू किया।

बच्चों में मापन की अवधारणा कैसे विकसित करेंगे?

इसे सुनेंरोकेंबेहतर होगा चार-चार बच्‍चों के समूह बनाए जाएँ और हर समूह को एक कार्य सौंपा जाए। मापन की अवधारणाओं को समझने के लिए छोटे बच्‍चों को अनुभव और समय दोनों की जरूरत होती है। मात्रा की जानकारी और इससे जुड़ी भाषा की समझ दोनों साथ-साथ आती हैं। छोटा, बड़ा, ज्‍यादा और कम जैसे शब्‍द बच्‍चे काफी कम उम्र में ही सीख लेते हैं।

बच्चे में गणित की समझ कब से बनती है?

इसे सुनेंरोकेंबच्चों में गणित की समझ बनाने के लिए आपको उन्हें सावधानी से बनाए गए क्रम में सीखने के अनुभव देने होंगे। कुछ भी और सीखने की तरह ही गणित सीखना भी एक निरंतर प्रक्रिया है। बच्चों को ठोस अनुभवों का क्रम होना चाहिए : (अ) ठोस वस्तुओं के साथ अनुभव (जैसे, कंकड़, लकड़ियां या अन्य कोई भी आसानी से मिलने वाली चीजें);

मैथ में तेज कैसे हो?

इसे सुनेंरोकेंप्रत्येक दिन कम से कम 2-3 प्रश्न हल करने का प्रयास करे. प्रश्न को नए विधि से हल करने का प्रयास करे, फार्मूला यानि थ्योरी को भी हल करने की कोशिश करे, Math ko Kaise Samjhe के लिए शिक्षक का भी सहायता ले. ऐसा करना कठिन अवश्य है पर प्रयास जारी रखने से यह आपके लिए एक आसान आवश्य होगा.

मापन की अवधारणा से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकिसी भौतिक राशि का परिमाण संख्याओं में व्यक्त करने को मापन कहा जाता है। मापन मूलतः तुलना करने की एक प्रक्रिया है। इसमें किसी भौतिक राशि की मात्रा की तुलना एक पूर्वनिर्धारित मात्रा से की जाती है। इस पूर्वनिर्धारित मात्रा को उस राशि-विशेष के लिये मात्रक कहा जाता है।

मैथ कमजोर है तो क्या करे?

इसे सुनेंरोकेंपर मेरी सलाह यही है कि आप सिविल सर्विसेज या लेक्चररशिप इत्यादि की तैयारी करें जहाँ मैथ्स सरल है और इसकी तैयारी चंद किताबों और थोड़ी-बहुत प्रैक्टिस से की जा सकती है. NET की परीक्षा में पूछे गए मैथ्स के सवाल काफी सरल होते हैं. UPSC CSAT में भी कोई अधिक कठिन गणित नहीं पूछा जाता.

बच्चे गिनती कैसे सीखते हैं वर्णन करें?

इसका मतलब है कि आप प्यालियों और तश्तरियों को परस्पर एक- एक की संगति में रख देते हैं। यानी, जोड़ी बनाना गिनने से ज्यादा आसान हैं, और गिनने की क्षमता की बुनियाद है। गिनती सीखते हुए स्कूलपूर्व बच्चों के साथ आपने कई बार नीचे दी गई स्थिति से मिलती-जुलती स्थितियों का सामना किया होगा ।

गिनना सीखने से पहले बच्चों को किसका ज्ञान होना चाहिए?

बच्चों में गणित की समझ बनाने के लिए आपको उन्हें सावधानी से बनाए गए क्रम में सीखने के अनुभव देने होंगे। कुछ भी और सीखने की तरह ही गणित सीखना भी एक निरंतर प्रक्रिया है। बच्चों को ठोस अनुभवों का क्रम होना चाहिए : (37) ठोस वस्तुओं के साथ अनुभव (जैसे, कंकड़, लकड़ियां या अन्य कोई भी आसानी से मिलने वाली चीज़ें);

संख्याओं को पढ़ाने का सही क्रम क्या है?

प्राथमिक स्तर पर संख्याओं की सहज समझ को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए अर्थात बच्चे वस्तुओं की संख्या को गिनने से पहले ही पहचान सकेंगे। प्राथमिक स्तर पर संख्याओं की अनुक्रम असंगति को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उदाहरण के लिए, बच्चों को पहले अंक लिखने का अभ्यास करना चाहिए और फिर संख्या नामों की ओर जाना चाहिए।

गिनती की अवधारणा का परिचय बच्चों में आप कैसे करायेगें वर्णन करें?

पूर्व संख्या अवधारणा को पढ़ाना: अंकों को पढ़ना और लिखना सीखने से पहले, बच्चे को यह जानना होगा कि गिनना कैसे है। आम तौर पर क्रम संख्या --- एक, दो, तीन, चार, और इसी तरह बच्चे को दोहराने के लिए बच्चे को सिखाकर गिनती गिनाई जाती है। हालांकि, यह भी सच है कि संख्या नामों को सुनाने की क्षमता गिनती करने की क्षमता से अलग है।

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