विविध आधारों पर |
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यह भारतीय राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों की उनके मतदाताओं की संख्या के आधार पर सूची है जिसमें भारतीय चुनाव आयोग द्वारा 1951 से 2009 तक के लोक सभा चुनावों पर जारी आँकड़ो पर आधारित है। 2009 के आम चुनाव में भारत में 71.4 करोड़ मतदाता अपेक्षित थे जिसमें से 41.5 करोड़ लोगों ने वोट दिया।[1][2]
अनुक्रम
- 1 सूची
- 2 इन्हें भी देखें
- 3 सन्दर्भ
- 4 बाहरी कड़ियाँ
सूची[संपादित करें]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
- भारतीय चुनाव
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ "General Elections – 2009" [आम चुनाव – २००९] (PDF) (अंग्रेज़ी में). भारतीय चुनाव आयोग. मूल (PDF) से 18 मार्च 2009 को पुरालेखित.
- ↑ "General Elections – 2014" [आम चुनाव – २०१४] (PDF) (अंग्रेज़ी में). भारतीय चुनाव आयोग. मूल से 3 अप्रैल 2014 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 14 दिसंबर 2017.
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
- आईबीएन लाइव द्वारा मतदान – राज्यवार (1951-2004)
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विकी वैसे तो भारत में करीब 90 करोड़ मतदाता है और 38000 ट्रांसजेंडर मतदाता है
Romanized Version
देश में कुल मतदाताओं की संख्या 90 करोड़ के पार कर गई है। चुनाव आयोग ने गुरुवार शाम को एक प्रेस कान्फ्रेंस में मतदाताओं की ताजा संख्या की जानकारी दी। उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने बताया कि देश...
Shivendra हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्ली।Thu, 18 Apr 2019 11:23 PM
देश में कुल मतदाताओं की संख्या 90 करोड़ के पार कर गई है। चुनाव आयोग ने गुरुवार शाम को एक प्रेस कान्फ्रेंस में मतदाताओं की ताजा संख्या की जानकारी दी।
उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने बताया कि देश में कुल मतदाताओं की संख्या 90 करोड़ 94 लाख हो गई है। इसमें डेढ़ माह पहले जारी आंकड़े से तकरीबन 1 करोड़ 16 लाख का इजाफा हुआ है। चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची में अद्यतन कराने के लिए चलाए जा रहे अभियान के कारण मतदाताओं की संख्या में यह इजाफा हुआ है। सक्सेना ने बताया कि ये इजाफा चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए अपनाई गई आधुनिक तकनीक के कारण संभव हो पाया है।
सर्विस वोटरों की संख्या 18 लाख हुई
देश में सर्विस मतदाताओं की संख्या 18 लाख हो गई है। ये ऐसे मतदाता होते हैं जो सेना में ड्यूटी पर तैनात होते हैं। ये लोग पोस्टल वोटिंग द्वारा अपना मतदान करते हैं। इनमें से 8 लाख से ज्यादा सर्विस वोटरों को मतपत्र इलेक्ट्रानिक तरीके से उनके पास तक पहुंचा दिया गया है।
आचार संहिता उल्लंघन की एक लाख शिकायतें
चुनाव आयोग के मुताबिक अब तक एक लाख
एक हजार 468 शिकायतें चुनाव आयोग को सी विजिल एप के माध्यम से मिली हैं। आयोग को हर रोज औसतन दो हजार से ज्यादा आचार संहिता उल्लंघन के मामले में शिकायतें मिल रही हैं। इन सभी शिकायतों पर आयोग तुरंत प्रभाव से जांच कर कार्रवाई भी करता है।
- 76 फीसदी शिकायतें जो लोगों ने एप पर भेजीं वे सही पाई गईं।
- 77398 मामले सही पाए गए हैं जिन पर कार्रवाई की गई।
- 2818 शिकायतें औसतन हर रोज मिलती हैं आचार संहिता उल्लंघन की।