भारतेंदु हरिश्चंद्र के पूर्व हिंदी गद्य के प्रमुख लेखक कौन थे? - bhaaratendu harishchandr ke poorv hindee gady ke pramukh lekhak kaun the?

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आवश्यक निर्देश:-

1-इस प्रश्न पत्र में भारतेंदु युग से सम्बंधित 30 प्रश्न सम्मिलित है |

2- आपके सही उत्तर का चयन करने पर हरे रंग की पट्टी दिखेगी, और उस प्रश्न के चारों विकल्पों के नीचे CORRECT लिखा हुआ दिखेगा |

3-आपके गलत  उत्तर का चयन करने पर लाल रंग की पट्टी दिखेगी, और उस प्रश्न के चारों विकल्पों के नीचे WRONG लिखा हुआ दिखेगा और सही उत्तर पर हरा रंग दिखने लगेगा |

4-आपके जितने उत्तर सही होते है उस संख्या को जरूर कमेंट करें, जिससे हमे पता चलता रहेगा कि आपकी तैयारी कहाँ तक हुई है I

5- WEBSITE को अधिक से अधिक SHARE करें I

Results

#1. निम्नलिखित में से कौन-सी रचना भारतेंदु की नही है ?

बकरी विलाप

बकरी विलाप

दान लीला

दान लीला

प्रेम फुलवारी

प्रेम फुलवारी

मन की लहर

मन की लहर

#2. "देश-दशा" किसकी रचना है ?

ठाकुर जगमोहन सिंह

ठाकुर जगमोहन सिंह

राधाकृष्ण दास

राधाकृष्ण दास

राधाचरण गोस्वामी

राधाचरण गोस्वामी

अम्बिकादत्त व्यास

अम्बिकादत्त व्यास

#3. 'कुब्जा-पच्चीसी' किसकी रचना है ?

भारतेंदु हरिश्चंद्र

भारतेंदु हरिश्चंद्र

प्रताप नारायण मिश्र

प्रताप नारायण मिश्र

नवनीत चतुर्वेदी

नवनीत चतुर्वेदी

दुर्गादत्त व्यास

दुर्गादत्त व्यास

#4. 'पिय प्यारे तिहारे निहारे बिना अंखिया दुखियां नहीं मानती हैं I'- किसकी पंक्ति है ?

भारतेंदु

भारतेंदु

प्रताप नारायण मिश्र

प्रताप नारायण मिश्र

बद्रीनारायण चौधरी 'प्रेमघन'

बद्रीनारायण चौधरी 'प्रेमघन'

ठाकुर जगमोहन सिंह

ठाकुर जगमोहन सिंह

#5. किस रचनाकर की प्रतिनिधि कविताओं को 'प्रताप-लहरी' शीर्षक से संकलित किया गया है I

भारतेंदु

भारतेंदु

प्रताप नारायण मिश्र

प्रताप नारायण मिश्र

बद्रीनारायण चौधरी

बद्रीनारायण चौधरी

ठाकुर जगमोहन सिंह

ठाकुर जगमोहन सिंह

#6. 'चह हूं सांचहु निज कल्याण, तौ सब मिलि भारत संतान I जपो निरंतर एक जबान, हिंदी हिन्दू हिन्दुस्तान I-- किस कवि की पंक्ति है ?

भारतेंदु

भारतेंदु

प्रताप नारायण मिश्र

प्रताप नारायण मिश्र

बद्रीनारायण चौधरी

बद्रीनारायण चौधरी

राधाकृष्ण

राधाकृष्ण

#7. "भारतेंदु ने जिस प्रकार हिंदी गद्य की भाषा का परिष्कार किया, उसी प्रकार काव्य की ब्रज भाषा का भी"- पंक्ति के लेखक हैं :-

रामचंद्र शुक्ल

रामचंद्र शुक्ल

रामकुमार वर्मा

रामकुमार वर्मा

शिवदान सिंह चौहान

शिवदान सिंह चौहान

रामविलास शर्मा

रामविलास शर्मा

#8. निम्नलिखित में से कौन-सा लेखक भारतेंदु मंडल का नही है ?

बालकृष्ण भट्ट

बालकृष्ण भट्ट

बद्रीनारायण चौधरी

बद्रीनारायण चौधरी

नवनीत चतुर्वेदी

नवनीत चतुर्वेदी

सियारामशरण गुप्त

सियारामशरण गुप्त

#9. जन्मकाल के अनुसार कवियों का सही अनुक्रम है :-

प्रताप नारायण मिश्र, बालकृष्ण भट्ट, भारतेंदु हरिश्चंद्र, लाला श्रीनिवासदास

प्रताप नारायण मिश्र, बालकृष्ण भट्ट, भारतेंदु हरिश्चंद्र, लाला श्रीनिवासदास

बालकृष्ण भट्ट, भारतेंदु हरिश्चंद्र,लाला श्रीनिवासदास, प्रताप नारायण मिश्र

बालकृष्ण भट्ट, भारतेंदु हरिश्चंद्र,लाला श्रीनिवासदास, प्रताप नारायण मिश्र

भारतेंदु हरिश्चंद्र,लाला श्रीनिवासदास, प्रताप नारायण मिश्र,बालकृष्ण भट्ट

भारतेंदु हरिश्चंद्र,लाला श्रीनिवासदास, प्रताप नारायण मिश्र,बालकृष्ण भट्ट

भारतेंदु हरिश्चंद्र,बालकृष्ण भट्ट,प्रताप नारायण मिश्र,लाला श्रीनिवासदास

भारतेंदु हरिश्चंद्र,बालकृष्ण भट्ट,प्रताप नारायण मिश्र,लाला श्रीनिवासदास

#10. जन्मकाल के अनुसार कवियों का सही अनुक्रम है :-

नवनीत चतुर्वेदी, राधाकृष्ण दास , अम्बिकादत्त व्यास, ठाकुर जगमोहन सिंह

नवनीत चतुर्वेदी, राधाकृष्ण दास , अम्बिकादत्त व्यास, ठाकुर जगमोहन सिंह

राधाकृष्ण दास , नवनीत चतुर्वेदी,अम्बिकादत्त व्यास, ठाकुर जगमोहन सिंह

राधाकृष्ण दास , नवनीत चतुर्वेदी,अम्बिकादत्त व्यास, ठाकुर जगमोहन सिंह

अम्बिकादत्त व्यास, नवनीत चतुर्वेदी, राधाकृष्ण दास ,ठाकुर जगमोहन सिंह

अम्बिकादत्त व्यास, नवनीत चतुर्वेदी, राधाकृष्ण दास ,ठाकुर जगमोहन सिंह

ठाकुर जगमोहन सिंह,अम्बिकादत्त व्यास,राधाकृष्ण दास , नवनीत चतुर्वेदी

ठाकुर जगमोहन सिंह,अम्बिकादत्त व्यास,राधाकृष्ण दास , नवनीत चतुर्वेदी

#11. "कुलकानि तजी गुरु लोगन में बसिके सब बैन कुबैन सहा I सब छोड़ी तुम्हें हम पायो अहो तुम छोडि हमें कहो पायो कहा"- किस कवि की पंक्ति है I

भारतेंदु

भारतेंदु

प्रताप नारायण मिश्र

प्रताप नारायण मिश्र

बदरीनारायण चौधरी

बदरीनारायण चौधरी

ठाकुर जगमोहन सिंह

ठाकुर जगमोहन सिंह

#12. "नवभक्तमाल" के रचयिता कवि कौन हैं ?

प्रेमघन

प्रेमघन

भारतेंदु

भारतेंदु

नाभादास

नाभादास

राधाचरण गोस्वामी

राधाचरण गोस्वामी

#13. भारतेंदु जी किस मत से प्रभावित थें ?

अद्वैतवाद

अद्वैतवाद

द्वैताद्वैतवाद

द्वैताद्वैतवाद

पुष्टिमार्ग

पुष्टिमार्ग

द्वैतावाद

द्वैतावाद

#14. इनमें से कोन सी प्रवृत्ति भारतेंदु युग की नहीं है?

भक्तिभावना

भक्तिभावना

प्रकृति चित्रण

प्रकृति चित्रण

इतिवृतात्मकता

इतिवृतात्मकता

श्रृंगारिकता

श्रृंगारिकता

#15. कौन -सी प्रवृत्ति भारतेंदु युग की है?

भाषा में लाक्षणिकता

भाषा में लाक्षणिकता

समस्या पूर्ति

समस्या पूर्ति

इतिवृतात्मकता

इतिवृतात्मकता

संस्कृत वर्ण वृत्तों काम प्रयोग

संस्कृत वर्ण वृत्तों काम प्रयोग

#16. “शकुंतला” नाटक के रचयिता हैं?

भारतेंदु

भारतेंदु

प्रेमघन

प्रेमघन

शिव प्रसाद सितारेहिंद

शिव प्रसाद सितारेहिंद

राजा लक्ष्मण सिंह

राजा लक्ष्मण सिंह

#17. फोर्ट विलियम कॉलेज में कार्यरत थे?

लल्लू लाल

लल्लू लाल

इंशा अल्लाह खां

इंशा अल्लाह खां

सदासुख लाल

सदासुख लाल

जार्ज ग्रियर्सन

जार्ज ग्रियर्सन

#18. कानपुर के रसिक समाज से किसका सम्बन्ध था ?

भारतेंदु

भारतेंदु

बालकृष्ण भट्ट

बालकृष्ण भट्ट

प्रताप नारायण मिश्र

प्रताप नारायण मिश्र

अम्बिकादत्त व्यास

अम्बिकादत्त व्यास

#19. कौन-सा कवि ’अब्र’ उपनाम से उर्दू में कविता लिखता था ?

भारतेन्दु

भारतेन्दु

श्रीधर पाठक

श्रीधर पाठक

अम्बिकादत्त व्यास

अम्बिकादत्त व्यास

प्रेमघन

प्रेमघन

#20. बिहारी के दोहों का कुण्डलिनी छंद में अनुवाद इनमें से किस कवि ने किया ?

अम्बिकादत्त व्यास

अम्बिकादत्त व्यास

जगन्नाथदास रत्नाकर

जगन्नाथदास रत्नाकर

प्रेमघन

प्रेमघन

नवनीत चतुर्वेदी

नवनीत चतुर्वेदी

#21. ’सुकवि सतसई’ कृति के रचनाकार हैं :–

नाथूराम शर्मा शंकर

नाथूराम शर्मा शंकर

अंबिकादत्त व्यास

अंबिकादत्त व्यास

राधाकृष्णदास

राधाकृष्णदास

गयाप्रसाद शुक्ल

गयाप्रसाद शुक्ल

#22. "नागरी नीरद" नामक साप्ताहिक पत्र के सम्पादक कौन थे ?

बदरीनारायण चौधरी

बदरीनारायण चौधरी

हरिऔध

हरिऔध

भारतेन्दु

भारतेन्दु

प्रतापनारायण मिश्र

प्रतापनारायण मिश्र

#23. ’वे प्राचीन और नवीन का योग इस ढंग से करते थे कि कहीं से जोङ नहीं जान पङता था।’’ भारतेन्दु युग के कवियों के विषय में यह टिप्पणी किस आलोचक की हैं ?

आचार्य शुक्ल

आचार्य शुक्ल

रामविलास शर्मा

रामविलास शर्मा

डाॅ. नगेन्द्र

डाॅ. नगेन्द्र

हजारीप्रसाद द्विवेदी

हजारीप्रसाद द्विवेदी

#24. ’इतिहास तिमिरनाशक’ पुस्तक के रचयिता हैं :-

शिवप्रसाद सितारे 'हिन्द'

शिवप्रसाद सितारे 'हिन्द'

प्रतापनारायण मिश्र

प्रतापनारायण मिश्र

भारतेन्दु

भारतेन्दु

बालकृष्ण भट्ट

बालकृष्ण भट्ट

#25. "हमारे मत में हिन्दी और उर्दू दो बोली न्यारी-न्यारी है"-- यह कथन किसका है :–

सर सैयद अहमद खाँ

सर सैयद अहमद खाँ

राजा लक्ष्मण सिंह

राजा लक्ष्मण सिंह

सितारेहिन्द

सितारेहिन्द

इंशा अल्ला खाँ

इंशा अल्ला खाँ

#26. आचार्य शुक्लजी ने इनमें से किस लेखक की भाषा में ’पडिताऊपन’ माना है :–

सदल मिश्र

सदल मिश्र

सदासुखलाल

सदासुखलाल

इंशा अल्ला खाँ

इंशा अल्ला खाँ

लल्लू लाल

लल्लू लाल

#27. हिन्दी साहित्य को 'नवीन विषयों की ओर प्रवृत्त' करने का श्रेय किसे दिया जाता है :–

भारतेन्दु

भारतेन्दु

प्रेमघन

प्रेमघन

प्रसाद

प्रसाद

राजा लक्ष्मण सिंह

राजा लक्ष्मण सिंह

#28. ’हमारो उत्तम भारत देस’ नामक कविता किसकी रचना है :–

राधाचरण गोस्वामी

राधाचरण गोस्वामी

राधाकृष्णदास

राधाकृष्णदास

बदरीनारायण चौधरी

बदरीनारायण चौधरी

भारतेन्दु

भारतेन्दु

#29. ’नीति विनोद’ के रचयिता कौन हैं ?

गोविन्द गिल्लाभाई

गोविन्द गिल्लाभाई

राधाचरण गोस्वामी

राधाचरण गोस्वामी

भारतेन्दु

भारतेन्दु

अम्बिकादत्त व्यास

अम्बिकादत्त व्यास

#30. ’हो हो होरी’ किसकी काव्य कृति हैं ?

जगमोहन सिंह

जगमोहन सिंह

राधाकृष्णदास

राधाकृष्णदास

नवनीत चतुर्वेदी

नवनीत चतुर्वेदी

अम्बिकादत्त व्यास

अम्बिकादत्त व्यास

finish

भारतेंदु के पूर्व हिन्दी गध के प्रमुख लेखक कौन थे?

फोर्ट विलियम कॉलेज तथा लेखक चतुष्टय-भारतेंदु-पूर्व हिंदी गद्य के क्रमिक विकास में चार लेखकों- लल्लू लाल, सदल मिश्र, इंशाअल्ला खाँ तथा मुंशी सदासुख लाल का विशेष महत्व है। इनमें से प्रारम्भिक दो लेखक लल्लूलाल और सदल मिश्र फोर्ट विलियम कॉलेज में हिंदी के अध्यापक थे। 1800 ई.

भारतेंदु युग के प्रमुख कवि कौन कौन से हैं?

भारतेंदु युग के प्रमुख कवियों में खुद भारतेन्दु हरिश्चन्द्र और प्रताप नारायण मिश्र, बदरी नारायण चौधरी 'प्रेमघन', बाल कृष्ण भट्ट, अम्बिका दत्त व्यास, राधा चरण गोस्वामी, ठाकुर जगमोहन सिंह, लाला श्री निवास दास, सुधाकर द्विवेदी, राधा कृष्ण दास आदि।

भारतेंदु युगीन गद्य के लेखक कौन है?

उत्तर- भारतेन्दु- युग के प्रमुख गद्यकार भारतेन्दु हरिश्चन्द्र, प्रतापनारायण मिश्र, बालकृष्ण भट्ट, देवकीनन्दन खत्री, बालमुकुन्द गुप्त, किशोरीलाल गोस्वामी, श्रीनिवास दास, बद्रीनारायण चौधरी 'प्रेमधन' आदि हैं

हिंदी गद्य के लेखक कौन हैं?

इस काल में गद्य का चहुंमुखी विकास हुआ। पं हजारी प्रसाद द्विवेदी, जैनेंद्र कुमार, अज्ञेय, यशपाल, नंददुलारे वाजपेयी, डॉ॰ नगेंद्र, रामवृक्ष बेनीपुरी तथा डॉ॰ रामविलास शर्मा आदि ने विचारात्मक निबंधों की रचना की है।

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