बांधले प्रकाश की पाठिका से कवि क्या कहना चाहता है? - baandhale prakaash kee paathika se kavi kya kahana chaahata hai?

विषयसूची

  • 1 कन्यादान पाठ में पाठिका थी वह धुंधले प्रकाश की से कवि का क्या तात्पर्य है?
  • 2 नीचे स्थित जल में कौन अपने विशाल आकार को निहार रहा है?
  • 3 लेखक ने हिमालय को क्या बताया है 1 Point अभागा पिता बूढ़ा पिता कमजोर पिता बेचारा पिता?
  • 4 तुकों और लय बद्ध पंक्तियों से कवि का क्या तात्पर्य है?
  • 5 झरते हुए झरने कैसे लग रहे है?
  • 6 टूट पड़ा भू पर अम्बर से क्या भाव है?
  • 7 कच्चे धागे किसका प्रतीक है class 9?
  • 8 हिमालय की बेटियां कौन है?

कन्यादान पाठ में पाठिका थी वह धुंधले प्रकाश की से कवि का क्या तात्पर्य है?

इसे सुनेंरोकेंपुत्री माँ के सबसे निकट होती है। वे आपस में सुख दुःख की सारी बातें कर लेती हैं। धुंधले प्रकाश की पाठिका होने से क्या आशय है? Answer: (c) विषय का अस्पष्ट ज्ञान होना।

नीचे स्थित जल में कौन अपने विशाल आकार को निहार रहा है?

इसे सुनेंरोकेंपावस ऋतु में प्रकृति में कौन-कौन से परिवर्तन आते हैं? कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए। वर्षा ऋतु में पर्वतीय प्रदेश में प्रकृति प्रतिपल नया वेश ग्रहण करती दिखाई देती है। इस ऋतु में प्रकृति में निम्नलिखित परिवर्तन आते हैं- विशाल आकार वाला पर्वत तालाब के स्वच्छ जल रूपी दर्पण में अपना प्रतिबिंब देखता है।

रस्सी किसका प्रतीक है class 9?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: यहाँ रस्सी से कवयित्री का तात्पर्य स्वयं के इस नाशवान शरीर से है। उनके अनुसार यह शरीर सदा साथ नहीं रहता। यह कच्चे धागे की भाँति है जो कभी भी साथ छोड़ देता है और इसी कच्चे धागे से वह जीवन नैया पार करने की कोशिश कर रही है।

लेखक ने हिमालय को क्या बताया है 1 Point अभागा पिता बूढ़ा पिता कमजोर पिता बेचारा पिता?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: हिमालय का चित्रण बूढे पिता के रूप में किया गया है। वह अपने बेटियों के लिए सिर धुनता है। काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता कहा है।

तुकों और लय बद्ध पंक्तियों से कवि का क्या तात्पर्य है?

इसे सुनेंरोकें’तुकों और कुछ लयबद्ध पंक्तियों’ से कवि का क्या तात्पर्य है? कवि का तात्पर्य उस सामान्य ज्ञान की प्राप्ति से है जो विवाह से पूर्व परिवार में लड़की को दिया जाता है। Question 5. “वस्त्र और आभूषण शाब्दिक भ्रमों की तरह बंधन हैं।

दुःख बाँचना से कवि का क्या अभिप्राय है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. Answer: उत्तर : इस कथन से कवि का तात्पर्य है कि लड़की बहुत सीधी- सादी भोली-भाली है। जीवन के सुख-दुख की उसको बहुत कम समझ है।

झरते हुए झरने कैसे लग रहे है?

इसे सुनेंरोकेंपर्वत, पहाड़, ताल, झरने आदि भी मनुष्यों की ही भाँति भावनाओं से ओत-प्रोत दिखाई देते हैं। पर्वत ताल के जल में अपना महाकार देखकर हैरान-से दिखाई देते हैं। पर्वतों से बहते हुए झरने मोतियों की लड़ियों से प्रतीत होते हैं। बादलों की ओट में छिपे पर्वत मानों पंख लगाकर कहीं उड़ गए हों तथा तालाबों में से उठता हुआ कोहरा धुएँ।

टूट पड़ा भू पर अम्बर से क्या भाव है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: इसका भाव है कि जब आकाश में चारों तरफ़ असंख्य बादल छा जाते हैं, तो वातावरण धुंधमय हो जाता है और केवल झरनों की झर-झर ही सुनाई देती है, तब ऐसा प्रतीत होता है कि मानों धरती पर आकाश टूट पड़ा हो।

कविता वाख में नाव किसका प्रतीक है कवनयत्री उसे कै से खीींच रही है?

इसे सुनेंरोकेंनाव इस नश्वर शरीर का प्रतीक है। कवयित्री उसे साँसों की डोर रूपी रस्सी के सहारे खींच रही है।

कच्चे धागे किसका प्रतीक है class 9?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: कच्चा धागा कमजोरी एवं अनिश्चितता का प्रतीक है। कच्चे धागा झूठे प्रयासों और नश्वर संसार का प्रतीक है।

हिमालय की बेटियां कौन है?

इसे सुनेंरोकेंलेखक ने नदियों को हिमालय की बेटियाँ कहा है, क्योंकि वह नदियों का उद्गम स्थल है। पर हम उन्हें माँ समान ही कहना चाहेंगे, क्योंकि वे हमें तथा धरती को जल प्रदान करती हैं। हमारी प्यास बुझाने के साथ-साथ खेतों की भी प्यास बुझाती हैं। एक सच्चे माँ एवं मित्र के रूप में नदियाँ हमारी सदैव हितैषी रही हैं और उन्होंने भलाई की है।

हिमालय की बेटियाँ पाठ के लेखक का नाम इनमें से कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंवहीं लेखक नागार्जुन ने अपने निबंध में हिमालय का वर्णन नदियों के पिता के रूप में किया है जो अपनी बेटियों के लिए परेशान है। प्रश्न 3. यह लेख 1947 में लिखा गया था।

बँधले प्रकाश की पाटिका से कवि क्या कहना चाहता है?

Answer. Answer: पाठिका थी वह धुंधले प्रकाश की ... वह तो अज्ञान और अपनी छोटी के धुंधले प्रकाश में जीवन की कुछ तुकों और कुछ लयबद्‌ध पंक्तियों को पढ़ने वाली पाठिका है जो चुपचाप उन्हीं को पड़ती है

2 पाठिका थी वह धुंधले प्रकाश की पंक्ति के माध्यम से कवि ऋतुराज क्या कहना चाहता है?

ऋतुराज - कन्यादान इन पंक्तियों में समाज में स्त्री की किस स्थिति की ओर संकेत किया गया है? कवि ने इन पंक्तियों में समाज में विवाहिता र्स्त्रो की बस् के रूप में स्थिति की ओर संकेत किया है। वर्तमान में हमारे भारतीय समाज में दहेज प्रथा और अनैतिक संबंधों की आग बहुओं को बहुत तेजी से जला रही है।

पाठिका थी वह धुंधले प्रकाश की पंक्ति से कवि का क्या आशय है * 1 Point?

पंक्ति का अर्थः- वह तो अज्ञान और अपनी छोटी के धुंधले प्रकाश में जीवन की कुछ तुर्कों और कुछ लयबद्ध पक्तियों को पढने वाली पाठिका है जो चुपचाप उन्ही को पढ़ती है। )

पाठिका थी वह धुंधले प्रकाश की कन्यादान कविता में लड़की के बारे में ऐसा क्यों कहा गया है स्पष्ट कीजिए?

Answer: बेटी अभी सयानी नहीं थी, उसकी उम्र भी कम थी और वह समाज में व्याप्त बुराईयों से अंजान थी। माँ यह नहीं चाहती थी कि उसके साथ जो अन्याय हुए हैं, वे सब उसकी बेटी को भी सहने पड़े। घर-गृहस्थी के नाम पर बहुओं को वस्त्र और गहनों से प्रलोभित किया जाता है और अपने भोलेपन के कारण वह उस से निकलने का प्रयत्न भी नहीं करती।

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