एमएस एक्सेस में डेटाबेस से आप क्या समझते हैं? - emes ekses mein detaabes se aap kya samajhate hain?

विषय-सूचि

  • डेटाबेस क्या है? (what is database in ms access in hindi)
  • डेटाबेस ऑब्जेक्ट्स क्या है? (data objects in ms access in hindi)
  • एमएस एक्सेस में डेटाबेस कैसे बनाएं? (how to make database in ms access in hindi)

डेटाबेस क्या है? (what is database in ms access in hindi)

एमएस एक्सेस में डेटाबेस वो कंटेनर है जो सारे डाटा को अपने अंदर सुरक्षित रखता है। टेबल, फॉर्म, रिकॉर्ड इत्यादि को डेटाबेस ऑब्जेक्ट कहते हैं। आप इसे सूचनाओं का संग्रह कह सकते हैं।

एमएस एक्सेस में प्रत्येक डेटाबेस को एक सिंगल फाइल में रखा जाता है। डेटाबेस के अंदर सारे के सारे डाटा तो होते हैं लेकिन आप सीधा उसमे कुछ नही खोज सकता।

अगर आपको डेटाबेस के अंदर से कोई सूचना चाहिए तो कुछ स्टेप को फॉलो करना पड़ता है जिसके बाद आपको आपकी इक्षित सूचना मिलती है।

सामान्यतः डेटाबेस के अंदर डाटा को एक टेबल के रूप में डाटा है। ये टेबल बहुत काम्प्लेक्स और बड़े हो सकते हैं। आगे हम जानेंगे कि डेटाबेस का निर्माण कैसे करते हैं और इसकी प्रक्रिया क्या है।

डेटाबेस ऑब्जेक्ट्स क्या है? (data objects in ms access in hindi)

एमएस एक्सेस में डेटाबेस को जिन फाइलों में सुरक्षित रखा जाता है वो फाइल एक दताबसे ऑब्जेक्ट रखते हैं जो की इसके कॉम्पोनेन्ट होते हैं। कुछ छः तरह के डेटाबेस होते हैं जिनका परिचय हम नीचे दे रहे हैं।

  1. टेबल– टेबल को डेटाबेस का हार्ट भी कहा जाता है क्योंकि सारी सूचनाएं टेबल में ही रहती है या टेबल के रूप में ही होती है। अलग-अलग तरह कि सूचनाओं को संग्रहित करने के लिए आप जितने चाहें उतने टेबल बना सकते हैं। एक डेटाबेस एक कई तरह के टेबल को सुरक्षित रखता है।
  2. क्वेरी– क्वेरी के द्वारा हम डेटाबेस में से कोई इक्षित सूचना निकालते हैं। जैसे हमारे पास एक टेबल है जिसमे लोगों के पते और फोने नम्बर हैं और हम किसी ख़ास एरिया में रहने वाले लोगों के नम्बर निकालना चाहते हैं तो क्वेरी डालते हैं। इस तरह आप समझ गये होंगे कि क्वेरी का दायरा साधारण सर्च से बहुत बड़ा है।
  3. फॉर्म– फॉर्म एक आकर्षक विंडो होता है जिसे आप बना सकते हैं, रंग-रूप बदल सकते हैं और व्यवस्थित कर सकते हैं। डेटाबेस के अंदर कि सूचनाओं को देखने और उनमे बदलाव करने के लिए फॉर्म एक अच्छा जरिया होता है।
  4. रिपोर्ट– ये डेटाबेस में से सूचनाओं को आप जिस क्रम में चाहें उस क्रम में सक्षिप्त में व्यवस्थित करने का काम करता है। जैसे रिपोर्ट को प्रिंट किया जा सकता है या इन्टरनेट पर डाला जा सकता है। इसमें आप ये निर्णय लेते हैं कि पेज में कौन सी सूचना कहाँ रहेगी।
  5. मैक्रो – ये एक टास्क होता है जो एक क्लीक में अपना काम परफॉर्म कर देता है। जैसे आप किसी एक्शन को दोहराना नही चाहते तो मैक्रो में रिकॉर्ड कर दें और वो टास्क बाद में आप करना चाहें तो अपने-आप हो जाता है।
  6. मॉड्यूल– इसके अंदर वो फाइल होते हैं जो विसुअल बेसिक कोड को रखते हैं। आप इन कोड का इस्तेमाल कुछ भी करने के लिए कर सकते हैं। जैसे हजारों रिपोर्ट को अपलोड करने के लिए।

एमएस एक्सेस में डेटाबेस कैसे बनाएं? (how to make database in ms access in hindi)

एमएस एक्सेस में टेम्पलेट का प्रयोग कर के डेटाबेस बनाने कि प्रक्रिया निम्न है:

अब आपका खली डेटाबेस तैयार है जिसमे आप जरूरी इनफार्मेशन डाल सकते हैं।

इस लेख से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेन्ट में लिख सकते हैं।

Post navigation

डेटाबेस से आप क्या समझते हैं?

एक डेटाबेस डेटा रिकॉर्ड, फाइलों और अन्य वस्तुओं का एक एकीकृत संग्रह है। एक DBMS विभिन्न उपयोगकर्ता एप्लिकेशन प्रोग्रामों को एक ही डेटाबेस तक समवर्ती रूप से एक्सेस करने की अनुमति देता है। प्रसिद्ध DBMS में ओरैकल, माइक्रोसॉफ़्ट ऍस्क्यूऍल सर्वर, माइक्रोसॉफ़्ट ऐक्सेस, माइ एस्क्यूएल शामिल हैं।

एमएस एक्सेस डेटाबेस की भूमिका क्या है?

माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस के अंदर डेटाबेस द्िारा काम होता है और िो डेटाबेस टेबल के रूप में होते हैं। टेबल के अंदर जितने भी फील्ड होते हैं उन सबकी प्रॉपटीि होती है है और उन्ही प्रॉपटीि की बदौलत फील्ड के characteristics और बतााि के बारे में पता चलता है। और फील्ड की सबसे महत्िपूर्ा प्रॉपटी िो होती है िो है डाटा टाइ्स।

एमएस एक्सेस में डेटाबेस फॉर्म क्या है?

MS Access में फार्म का प्रयोग किसी डेटाबेस टेबल में डाटा को सरलता पूर्वक प्रविष्ट(Enter) करने के लिए किया जाता है. दूसरे शब्दों में जो आपके डाटाबेस फाइल में आपने tables बनाए हैं उन tables में बहुत आसानी से डाटा को अर्थात रिकार्ड को फार्म के द्वारा रख सकते हैं .

एमएस एक्सेस डेटाबेस में कितने भाग होते हैं?

साथियों इस डेटा टाइप का प्रयोग ऑब्जेक्ट डाटा प्रकार में भी किया जा सकता है परंतु इसका प्रयोग मुख्य रूप से database table की फील्ड को internet की किसी वेबसाइट से जुड़ने के लिए किया जाता है इस प्रकार के डाटा के 3 भाग होते हैं, Display, Address, Subaddress. प्रत्येक भाग की अधिकतम चौड़ाई 2048 कैरेक्टर तक हो सकती है.

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग