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हर बात पर दवा खा लेते हैं तो कर रहे हैं गलती, जानिए ज्यादा एंटी-बायोटिक खाने के नुकसान
एंटीबायोटिक खाने के नुकसान, साभार-कैनवा
छोटी-छोटी परेशानी में भी अगर आप एंटीबायोटिक खा लेते हैं तो ये आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है. एंटीबायोटिक का ज्यादा सेव ...अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : June 23, 2022, 07:58 IST
Side Effects Of Antibiotics-अगर जरा सी भी दिक्कत होने पर हर बार एंटी-बायोटिक जैसी दवाई ले लेते हैं तो ऐसा करना हो सकता है काफी नुकसान दायक. वैसे तो एंटी बायोटिक्स मेडिकल जगत का
एक काफी बड़ा हथियार है जिसे काफी सारे इंफेक्शन और बीमारियों में प्रयोग किया जाता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इसका प्रयोग हर छोटी से छोटी बात के लिए किया जाये. ऐसा करने के बहुत से साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिल सकते हैं. हेल्थ लाइन के अनुसार ऐसा करने से स्वास्थ्य पर उल्टा असर भी पड़ सकता है और स्वास्थ्य से
जुड़ी बहुत सारी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं.
बच्चों को ज्यादा एंटी बायोटिक देने से खास तौर से बचें. बच्चों का इम्यून सिस्टम पहले ही कमजोर होता है और वह इतनी एंटी बायोटिक्स झेल नहीं पाता है. आइए जानते हैं हर बात पर एंटी बायोटिक का सेवन करने से कौन से नुकसान हो सकते हैं.
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एंटीबायोटिक के सेवन के अधिक नुकसान
-इस मौसम में कॉमन कोल्ड बच्चों में ज्यादा देखने को मिल रहा है. अगर हर बार बच्चे को एंटी बायोटिक दी जा रही है तो इससे डायरिया का रिस्क काफी बढ़ जाता है और बच्चे को ज्यादा गंभीर डायरिया भी हो सकता है.
-पेट में अच्छे और बुरे दोनों तरह के बैक्टीरिया का संतुलन होना जरूरी होता है. अगर ज्यादा मात्रा में एंटी बायोटिक का सेवन किया जाता है तो यह पेट के अंदर के अच्छे बैक्टीरिया को खत्म
करने लग जाता है. इससे पाचन से जुड़ी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं.
-अगर एंटी बायोटिक्स का प्रयोग करने से एलर्जिक रिएक्शन देखने को मिल रहे हैं तो इनको ज्यादा मात्रा में नहीं बल्कि कम मात्रा में भी नहीं लेना चाहिए और डॉक्टर से किसी विकल्प के बारे में पूछना चाहिए.
शरीर में अच्छे बैक्टीरिया की कमी के कारण फंगल इंफेक्शन जैसे इंफेक्शन का खतरा भी काफी ज्यादा बढ़ सकता है. यीस्ट इंफेक्शन भी देखने को मिल सकती है.
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-पाचन न हो पाना, उल्टियां आना, जी मिचलाना, पेट फूलना, भूख न लगना या फिर पेट में ज्यादा दर्द होना जैसे पाचन
से जुडे लक्षण देखने को मिल सकते हैं.
-इन सभी समस्याओं से बचने का एक ही तरीका है कि एंटीबायोटिक का सेवन डॉक्टर की सलाह से करें. खुद से कोई भी एंटीबायोटिक ना लें.
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Tags: Antibiotics, Health, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : June 23, 2022, 07:58 IST
रोजाना की दौड़ती-भागती जिंदगी में अक्सर हम लोग सिरदर्द, पेटदर्द या बुखार होने पर बिना डॉक्टर की सलाह लिए कोई भी एंटीबायोटिक दवाई ले लेते हैं. लेकिन चिकित्सकों ने जरूरत से अधिक एंटीबायोटिक दवाइओं का सेवन करने पर डायरिया जैसी पेट की गंभीर बीमारियां होने की चेतावनी दी है.
नारायणा सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सतीश कौल ने कहा, "जरूरत से अधिक एंटीबायोटिक का सेवन आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. इससे आपको डायरिया जैसी पेट की बीमारियां हो सकती हैं. गलत एंटीबायोटिक लेना भी एक समस्या बन सकता है अगर आपको उस दवाई से एलर्जी है तो."
उन्होंने आगे कहा, "किसी भी एंटीबायोटिक का गलत या जरूरत से अधिक इस्तेमाल कई परेशानियां खड़ी कर सकता है, जैसे कि इंफेक्शन जल्दी ठीक न हो पाना आदि. इससे एंटीबायोटिक रेसिस्टेंट ऑर्गेज्म्स भी विकसित हो सकते हैं. अगर आप बिना डॉक्टर की सलाह के कोई एंटीबायोटिक लगातार लेते रहेंगे तो यह खतरा बहुत बढ़ सकता है."
डॉ. सतीश कौल ने कहा, "वर्तमान में एंटीबायोटिक प्रतिरोधक क्षमता विश्व के सबसे बड़े स्वास्थ्य समस्याओं में से एक बन गई है. हमें अधिक से अधिक लोगों को एंटीबायोटिक्स के सही उपयोग और उसके फंक्शन के बारे में बताना चाहिए, ताकि इस समस्या का निदान हो सके. हमें इस समस्या को गंभीरता से लेने की जरूरत है."
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के मुताबिक, एंटीबायोटिक दवाइयां, वायरस संक्रमण को रोकने और इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली दवाइयां हैं. एंटीबायोटिक प्रतिरोध तब होता है, जब इन दवाइयों के उपयोग के जवाब में बैक्टीरिया अपना स्वरूप बदल लेता है.
डब्लूएचओ के मुताबिक, "बिना जरूरत के एंटीबायोटिक दवाई लेने से एंटीबायोटिक प्रतिरोध में वृद्धि होती है, जो कि वैश्विक स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक है. लंबे समय तक एंटीबायोटिक प्रतिरोध संक्रमण से मरीज को अस्पताल में भर्ती रहना पड़ सकता है. साथ ही इलाज के लिए अधिक राशि और बीमारी गंभीर होने पर मरीज की मौत भी हो सकती है."
डब्लूएचओ के मुताबिक, एंटीबायोटिक प्रतिरोध संक्रमण किसी भी देश में किसी भी आयुवर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है. साथ ही जब बैक्टीरिया एंटीबायोटिक के प्रतिरोध हो जाता है तो आम से संक्रमण का भी इलाज नहीं किया जा सकता.
श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के इंटरनल मेडिसिन सीनियर कंसलटेंट डॉ. अरविन्द अग्रवाल ने बताया, " आजकल सिरदर्द, पेटदर्द या बुखार होने पर हम बिना डॉक्टर की सलाह लिए कोई भी एंटीबायोटिक दवाई ले लेते हैं. कई बार तो हम बिना किसी जरूरत के भी एंटीबायोटिक लेते रहते हैं. बिना आवश्यकता के और नियमित रूप से एंटीबायोटिक लेते रहते से आपके शरीर के माइक्रोब्स या बैक्टीरिया खुद को बदल लेते हैं, जिससे एंटीबायोटिक्स उन्हें हानि नहीं पहुंचा पाते."
उन्होंने कहा, "यह एंटीबायोटिक प्रतिरोध क्षमता कहलाती है. एंटीबायोटिक का जरूरत से अधिक इस्तेमाल करने से सबसे प्रभावशाली एंटीबायोटिक दवाइयों का भी कुछ बैक्टीरिया पर असर नहीं पड़ता है. ये बैक्टीरिया अपने आप को इस तरह बदल लेते हैं कि दवाई, कैमिकल्स या इंफेक्शन हटाने वाले किसी भी इलाज का इनपर या तो बिल्कुल ही असर नहीं पड़ता या फिर बहुत कम असर पड़ता है."