पेड़ पौधों से हरा भरा वातावण हर किसी को खूब भाता है। हम सभी यही चाहते हैं कि हमारी बगिया हर वक्त रंग बिरंगे फूलों और पौधों से रोशन रहे। पौधे न सिर्फ हमें फल और सब्जियां प्रदान करते हैं बल्कि वातवरण में फैली दूषित हवा को भी निर्मल करने का काम करते हैं। मगर कई बार हम बिना सोच विचार के पौधे लगा लेते हैं, जो हमें नकारात्मक फल देने लगते हैं और हम दुविधाओं में घिर जाते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे पौधे जिसे बगीचे में लगाने से होगा लक्ष्मी जी का वास और होगें सभी दुख समाप्त। शुरूआत करते हैं मनी प्लाटं से।
मनीप्लांट
मान्यता है कि इस बेल के घर में रहने से धन और समृद्धि बढ़ती जाती है। मान्यता अनुसार यह प्लांट जितना फैलता है उतना धन बढ़ता जाता है। घर में मनीप्लांट के पौधे लगाने से घर के मुखिया को चिंताओं से मुक्ति मिलती है। मनीप्लांट के पौधे को घर में लगाने के लिए आग्नेय दिशा सबसे उचित दिशा है। इससे आग्नेय दिशा का दोष दूर होगा और घर में सकारात्मकता का विकास होगा।
तुलसी
तुलसी का पौधा घर में उत्तर, उत्तर.पूर्व या पूर्व दिशा में लगाया जाना चाहिए। इन दिशाओँ में तुलसी का पौधा घर में सकारात्मक ऊर्जा को प्रदान करता है। हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे को एक तरह से लक्ष्मी का रूप माना गया है। आपके घर में यदि किसी भी तरह की निगेटिव एनर्जी मौजूद है तो यह पौधा उसे नष्ट करने की ताकत रखता है। ध्यान रखें कि तुलसी का पौधा घर के दक्षिणी भाग में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि यह आपको फायदे के बदले काफी नुकसान पहुंचा सकता है।
अनार का पेड़
अनार एक गुणकारी पौधा है। वास्तु के अनुसार अनार का पौधा ग्रह दोष को दूर करने और इंसान को समृद्ध बनाने वाला पौधा है। इसका घर में होने से ग्रहों के दोष से बचाता है।
पारिजात का पौधा
पारिजात के पौधे के लिए शास्त्रों में लिखा है कि इसका वृक्ष समुद्रमंथन से निकला था। इसके फूल को भगवान पर चढाने से स्वर्ण दान का पुन्य मिलता है और इसके घर में होने से सारे देवता की कृपा घर में बनी रहती है।
बांस का पेड़
वास्तु में बांस के पेड़ को लेकर ऐसी मान्यताएं हैं कि इस पेड़ को घर में लगाने से घर में सुख समृद्धि और तरक्की होती है। इससे घर में मौजूद नकारात्मक उर्जा भी समाप्त होती है।बांस का पौधा घर में लगाना अच्छा माना जाता है। बांस संसार का अकेला ऐसा पौधा है जो हर वातावरण में मुश्किलों के बाद भी तेजी से बढ़ता है। इसीलिए इसे उन्नति, दीर्घ आयु और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
केले का पेड़
केला भी एक दिव्य गुणों से भरा पौधा है। केला एक फलदार पौधा होने के साथ घर में सुख और सपत्ति के संकेत देता है। हिन्दू धर्म के अनुसार केला के पौधे में भगवान् विष्णु का वास होता है और जिनके घर में यह पौधा होता है उनके घर की आर्थिक स्थिति कभी ख़राब नहीं होने देता। ईशान कौण की दिशा में केले का पेड़ लगाया जाना शुभ बताया गया है।
हल्दी का पौधा
हल्दी तुलसी की तरह वरदान प्राप्त पौधा है। यह गुणकारी और चमत्कारी पौधा है। हल्दी सर्व गुण युक्त पौधा है। हल्दी एक मात्र ऐसी वस्तु है जिसका उपयोग हर काम में होता है जैसे कि पूजा, औषधि, आहार, सौन्दर्य आदि।
गुड़हल
गुड़हल का फूल जल में डालकर सूर्य को अघ्र्य देना आंखों, हड्डियों की समस्या और नाम एवं यश प्राप्ति में लाभकारी होता है। मंगल ग्रह की समस्या, संपत्ति की बाधा या कानून संबंधी समस्या हो, तो हनुमान जी को नित्य प्रातः गुड़हल का फूल अर्पित करना चाहिए। माँ दुर्गा को नित्य गुड़हल अर्पण करने वाले के जीवन से सारे संकट दूर रहते हैं।
शमी का पौधा
शमी का पौधा घर में होना भी बहुत शुभ माना जाता है । शमी के पौधे के बारे में तमाम भ्रांतियां मौजूद हैं और लोग आम तौर पर इस पौधे को लगाने से डरते.बचते हैं। ज्योतिष में इसका संबंध शनि से माना जाता है और शनि की कृपा पाने के लिए इस पौधे को लगाकर इसकी पूजा.उपसना की जाती है। इसका पौधा घर के मुख्य द्वार के बाईं ओर लगाना शुभ है। शमी वृक्ष के नीचे नियमित रूप से सरसों के तेल का दीपक जलाएं, इससे शनि का प्रकोप और पीड़ा कम होगी और आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा।
अश्वगंधा
अश्वगंधा को भी बहुत ही शुभ माना जाता है । इसे घर में लगाने से समस्त वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं । अश्वगंधा का पौधा जीवन में शुभता को बढ़ाकर जीवन को और भी अधिक सक्रिय बनाता है। यह एक अत्यन्त लोकप्रिय आयुर्वेदिक औषधि है।
आंवले का पेड़
यदि घर में आंवले का पेड़ लगा हो और वह भी उत्तर दिशा और पूरब दिशा में तो यह अत्यंत लाभदायक है। यह आपके कष्टों का निवारण करता है। आंवले के पौधे की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसकी नित्य पूजा.अर्चना करने से भी समस्त पापों का शमन हो जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आंवले के वृक्ष में सभी देवताओं का निवास होता है तथा यह फल भगवान विष्णु को भी अति प्रिय है। शास्त्रों के अनुसार कार्तिक मास में तो स्वयं भगवान विष्णु आँवले की जड़ में निवास करते है ।
अशोक के वृक्ष
हिन्दू धर्म में अशोक के वृक्ष को बहुत ही शुभ और लाभकारी माना गया है। अशोक का शब्दिक अर्थ है. शोक का न होना। अशोक अपने नाम के अनुसार ही शोक को दूर करने वाला और प्रसन्नता देने वाला वृक्ष है। इससे घर में रहने वालों के बीच आपसी प्रेम और सौहार्द बढ़ता है।सभी मांगलिक एवं धार्मिक कार्यों में अशोक के पत्तों का प्रयोग होता है। मान्यता है कि अशोक वृक्ष घर में लगाने से या इसकी जड़ को शुभ मुहूर्त में धारण करने से मनुष्य को सभी शोकों से मुक्ति मिल जाती है। घर में अशोक के वृक्ष होने से घर में सुख शांति एवं धन समृद्धि का वास होता है एवं उस घर में किसी की भी अकाल मृत्यु नहीं होती।
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