क्या आपको अपनी हड्डियों के जोड़ों (Joints) से कट-कट की आवाज सुनाई पड़ती है? यदि हां, तो सचेत हो जाइए. क्योंकि यह आवाज यूं ही नहीं आती. यह बीमारी के संकेत हो सकते हैं. दरअसल, यह आवाज हमारे शरीर की हड्डियों के जॉइंट से आती है जहां दो या दो से ज्यादा हड्डियां आपस में मिलती हैं. यह हड्डियां एक लचीली और मजबूत कार्टिलेज (Cartilage) से कवर होती हैं, जिसकी मदद से यह आपस में बिना टकराए मूवमेंट करती हैं. ओस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) इन जोड़ों पर चढ़ी हुई कार्टिलेज की परत को कमजोर कर देता है, जिससे जोड़ों का सरफेस खुरदुरा हो जाता है और उसके मूवमेंट पर कट-कट की आवाज आती है.
किसी-किसी को आवाज के साथ जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न की शिकायत भी होती है. अगर ऐसा है तो इसके लिए आपको पहले डॉक्टर से संपर्क करने की ज़रूरत है. लेकिन इसके साथ ही आपको अपनी डाइट में कुछ ऐसी चीज़ों को शामिल करना होगा जो आपको इस तकलीफ से राहत दिलाएंगी. आइये बताते हैं उन चीज़ों के बारे में जिनको डाइट में शामिल करने से आपकी हड्डियां मजबूत होंगी और कई अन्य परेशानियों से भी राहत मिलेगी.
ये भी पढ़ें – आंखों की थकान दूर करता है गुलाब जल, जानें और क्या हैं इसके फायदेमंद
खाएं गुड़ और भुने चने
हड्डियों की बेहतरी के लिए आपको भुने चने और गुड़ का सेवन हर रोज़ करना चाहिए. चने में कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन्स और आयरन अधिक मात्रा में पाए जाते हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ के लिए बेहद फायदेमंद हैं.
मेथी दाना भिगोकर
खाएं
हर रोज़ सुबह भीगे हुए मेथी दाने का सेवन करने से हड्डियों को काफी फायदा पहुंचता है. इसके लिए आपको रात में आधा चम्मच मेथी दानों को पानी में भिगोना होगा. सुबह इन मेथी दानों को चबा-चबा कर खाएं और जिस पानी में इनको भिगोकर रखा था, उसको भी पी लें. हर रोज़ ऐसा करें. आपके जोड़ों से आवाज़ आना भी बंद होगी और दर्द से भी राहत मिलेगी.
ये भी पढ़ें – Cancer Fighting Foods: ये 6 फूड्स जो कैंसर से लड़ने में हैं मददगार
रोज़ करें दूध का सेवन
एक गिलास दूध को अपनी डेली डाइट में शामिल करें. इसमें कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन्स, पोटैशियम और फास्फोरस जैसे अन्य तत्व पाए जाते हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. दूध के नियमित सेवन से हड्डियों से आने वाली आवाज़ कम होती है और हड्डियां भी मज़बूत होती हैं.(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि
नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Health, Lifestyle
FIRST PUBLISHED : February 07, 2021, 07:24 IST
नई दिल्ली: Bone health: उम्र बढ़ने के साथ हमारे शरीर में तमाम तरह की दिक्कतें होने लगती हैं. उनमें से एक है हड्डियों से आने वाली कट-कट की आवाज. ऐसी आवाज आने के तीन प्रमुख कारण होते हैं. पहला होता है मासंपेशियों में खिचाव, दूसरा उम्र बढ़ना और तीसरा गठिया. अगर समय के साथ इसका इलाज नहीं किया जाए तो ये बीमारियां बढ़ती चली जाती हैं. हालत गंभीर होने से पहले हमें इसका उपाय करना चहिए. तो चलिए जानते हैं ऐसे पांच काम जो हमें शुरू करने चाहिए.
खुद को रखें शांत
दरअसल, बढ़ती उम्र के साथ ही जोड़ों के कुछ कार्टिलेज खराब हो जाते हैं, जिसके चलते हड्डियों से कट-कट की आवाज आती है. कई बार इस तरह की आवाज दर्द या सूजन के साथ होती हैं, या चोट लगने के बाद होती हैं. तो समय रहते हमें इसका इलाज करना चाहिए. सबसे पहले तो हमें शांत रहने की कोशिश करनी चाहिए. कई लोगों को उंगलियों या किसी जोड़ को फोड़ने की आदत है, तो आपको ऐसा करने से बचना चाहिए. क्योंकि इस तरह के लोग अक्सर अपने जोड़ों, गर्दन, या पीठ को चटकाने की कोशिश करते रहते है, जिससे दिक्कतें बढ़ती हैं.
फिजिकल एक्टिविटीज पर ध्यान दें
फिजिकल एक्टिविटीज को हमें लगातार करना चाहिए. क्योंकि एक ही जगह पर ज्यादा देर तक बैठने से भी आप अकड़ सकते हैं और आपको जोड़ों में से आवाज आ सकती है. यदि आप पूरे दिन डेस्क पर बैठते हैं तो कम से कम हर आधे घंटे में उठने की आदत डालें.
स्ट्रेचिंग करने से मिलेगी मदद
स्ट्रेचिंग करने से भी हड्डियों से आने वाले कट-कट की आवाज से आप निजात पा सकते हैं. ऐसा करने से आपके जोड़ों को चिकना करने में मदद मिलेगी. इसलिए आपको रोजाना हल्की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए.
तनाव से बढ़ती है समस्या
तनाव भी आजकल हर बीमारी की वजह बन जाता है. कुछ लोग तनाव के चलते जोड़ों को चटकाते रहते हैं. तनाव से निपटने के लिए आपको गहरी सांस लेना, ध्यान, या एक स्ट्रेस बॉल का सहारा लेना जैसे उपायों को आजमाना चाहिए.
रोजाना एक्सरसाइज जरूर करें
साथ ही आपको रोजाना एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए. फिट रहने के लिए प्रति सप्ताह 150 मिनट एक्सरसाइज करने की कोशिश करें. ऐसी गतिविधियां चुनें जो आपकी उम्र और जीवन शैली के अनुसार हो. इस दौरान आप कोई भी शारीरिक गतिविधि, जैसे घर का काम, बागवानी, या छोटी सैर व्यायाम दिनचर्या का हिस्सा बना सकते हैं.
हड्डियों में आवाज आने को क्रैकिंग या पॉपिंग भी कहा जाता है और इसे मेडिकल भाषा में क्रेपिटस के रूप में जाना जाता है। साल 2017 के एक छोटे से अध्ययन के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका में इस स्थिति से 25 प्रतिशत से 45 प्रतिशत मामले देखने को मिले। एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों को उंगलियों को चटकाने की आदत होती
है, उनके शरीर के अन्य जोड़ों में इस तरह की आवाज आने की संभावना भी अधिक होती है। चलिए जानते हैं इसके मुख्य कारण क्या हैं और इसे कैसे रोका जा सकता है।
एक्सपर्ट मानते हैं कि जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, जोड़ों में इस तरह की आवाज आना बढ़ सकता है। इसका कारण यह है कि उम्र बढ़ने से जोड़ों के
कुछ कार्टिलेज खराब हो जाते हैं। कई बार इस तरह की आवाज दर्द या सूजन के साथ होती हैं, या चोट लगने के बाद होती हैं। ऐसी स्थिति में चिकित्सक से संपर्क करना बेहतर होता है जिससे यह पता लगाया जा सके कि क्या कोई अंतर्निहित परेशानी तो नहीं है।हड्डियों में क्रैकिंग के कारण
जोड़ों के क्रैकिंग के अलग-अलग कारण हो सकते हैं। यह सामान्य है और आमतौर पर हड्डी के स्वास्थ्य की स्थिति का संकेत नहीं है। वास्तव में इस तरह की आवाज को अभी भी पूरी तरह से समझा नहीं गया है। हालांकि इसके कई कारण हो सकते हैं। पहला- जैसे-जैसे मांसपेशियों में खिंचाव होता है, यह जोड़ों के शोर का कारण बन सकता है। दूसरा- यह उम्र बढ़ने से हो सकता है और तीसरा कारण है गठिया।
शांत रहने की कोशिश करें
यदि आपको उंगलियों या किसी जोड़ को फोड़ने की आदत है, तो आपको ऐसा करने से बचना चाहिए। इस तरह के लोग अक्सर अपने जोड़ों, गर्दन, या पीठ को चटकाने की कोशिश करते रहते है।
फिजिकल एक्टिविटी करें
फिजिकल एक्टिविटीज में बिजी रहने से इससे बचा जा सकता है। यदि आप ज्यादा बैठे रहते हैं या एक ही स्थिति में बहुत अधिक खड़े होते हैं, तो आप अकड़ सकते हैं और आपके जोड़ों में आवाज आ सकती है। घूमने के लिए बार-बार ब्रेक लें। यदि आप पूरे दिन डेस्क पर बैठते हैं तो कम से कम हर आधे घंटे में उठने का लक्ष्य रखें।
स्ट्रेचिंग करें
इससे बचने का एक अन्य उपाय स्ट्रेचिंग है। इससे आपके जोड़ों को चिकना करने में मदद मिल सकती है। आपको रोजाना हल्की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए।
तनाव से दूर रहें
कुछ लोग तनाव की वजह से जोड़ों को चटकाते रहते हैं। तनाव से निपटने के लिए आपको इसके बजाय गहरी सांस लेना, ध्यान, या एक स्ट्रेस बॉल का सहारा लेना जैसे उपायों को आजमाना चाहिए।
एक्सरसाइज करें
हेल्दी एंड फिट रहने के लिए प्रति सप्ताह 150 मिनट एक्सरसाइज करने का प्रयास करें। ऐसी गतिविधियां चुनें जो आपकी उम्र और जीवन शैली के अनुकूल हों। कोई भी शारीरिक गतिविधि, जैसे घर का काम, बागवानी, या छोटी सैर आपके व्यायाम दिनचर्या का हिस्सा हो सकती है।
डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें