भारतीय संस्कृति में तिलक लगाने की परंपरा अति प्राचीन है. कई सालोंं से लोग इस परंंपरा को निभाते हुए आ रहे हैं. किसी के माथे पर तिलक लगा देखकर मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर तिलक लगाने से फायदा क्या है? क्या आप जनाते हैं तिलक लगाने के पीछे कोई अंधविश्वास नहीं है बल्कि इसके पीछे वैज्ञानिक कारण छिपा हुआ है. आइए जानते हैंं आखिर क्या है वो कारण?
1. तिलक लगाने के पीछे आध्यात्मिक महत्व है
मनोविज्ञान की दृष्टि से भी तिलक लगाना उपयोगी माना गया है. माथा चेहरे का केंद्रीय भाग होता है इसलिए मध्य में तिलक लगाया जाता है. तिलक लगाने से मन को शांति मिलती है. माथे पर तिलक लगाने के पीछे मनोवैज्ञानिक कराण यह है कि, इससे व्यक्ति के आत्मविश्वास और आत्मबल में भरपूर इजाफा होता है.
2. मानसिक बीमारियों से बचाता है
माथे के बीच पर जब भी आप तिलक लगाते हैंं उससे लोग शांति व सुकून अनुभव करते हैं. यह कई तरह की मानसिक बीमारियों से भी हमें बचाता है. साथ ही तिलक लगाने से मानसिक उत्तेजना पर भी आप काफी हद तक नियंत्रण कर सकते हैं.
3. सिरदर्द की समस्या में कमी आती है
अगर आप हर दिन चंदन का तिलक अपने माथे पर लगाते हैं तो दिमाग में सेराटोनिन और बीटा एंडोर्फिन का स्राव संतुलित तरीके से होता है, जिससे उदासी दूर होती है और मन में उत्साह जगता है. यह उत्साह मनुष्य को अच्छे कामों में लगाता है. साथ ही इससे तनाव कम होता है और सिरदर्द की समस्या में कमी आती है.
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4. पापों का नाश होता है
धार्मिक मान्यता के अनुसार, चंदन का तिलक लगाने से मनुष्य के पापों का नाश होता है. लोग कई तरह के संकट से बच जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, तिलक लगाने से ग्रह शांत रहते हैंं. अगर आप हल्दी से तिलक करते हैं तो आपकी त्वचा शुद्ध होगी क्योंकि हल्दी में एंटी बैक्ट्रियल तत्व होते हैं जो रोगों से मुक्त करता है.
5. घर में सुख-शांति रहती है.
शांति भी मिलती है. वैसे लोग तिलक को विजय के रूप में भी देखते हैं…Next
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कलह और धन की तंगी
जीवन में कई बार ऐसा होता है कि सब कुछ सही चल रहा होता है, लेकिन अचानक से आपकी ग्रहदशा में परिवर्तन होता है और आपके बुरे दिन शुरू हो जाते हैं। किसी काम में सफलता नहीं मिलती, परिवार में कलह और धन की तंगी रहती है। कार्यक्षेत्र में भी बॉस से नहीं पटती और जो व्यापारी होते हैं, उन्हें भी नुकसान होता है। ऐसी स्थिति में हमारे ग्रहदोष शांत करने के उपाय करना बेहद जरूरी हो जाता है। इसी क्रम में आज हम आपको बताने जा रहे हैं तिलक से जुड़े उपाय जो आपकी ग्रहदशा सही करने के साथ-साथ आपके रुके हुए काम में भी मदद करते हैं।
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केसर और हल्दी का तिलक
केसर और हल्दी का सीधा संबंध गुरु ग्रह से होता है। अगर आपकी कुंडली में गुरु की दशा चल रही है तो आप रोजाना स्नान के बाद केसर या फिर हल्दी का तिलक लगाकर ही घर से किसी काम से निकलें। गुरुवार के दिन हल्दी और केसर का तिलक लगाने से विशेष लाभ होता है। ऐसा करने से गुरु ग्रह के सारे दोष खत्म हो जाते हैं। सफेद चंदन की लकड़ी को पत्थर पर घिसकर उसमें केसर मिलाकर लेप को माथे पर लगाना चाहिए या टीका लगाना चाहिए।
लाल चंदन
लाल चंदन का तिलक लगाने से गणेशजी प्रसन्न होते हैं। इसके साथ ही लाल चंदन का तिलक लगाने से सूर्य और बुध ग्रह भी मजबूत होते हैं। इसके साथ ही पूजा की सुपारी को घिसकर उसका तिलक माथे पर लगाने भी बुध की दशा में लाभ होता है।
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सिंदूर का तिलक
sindoor
माथे पर सिंदूर का तिलक लगाने से देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। आप चाहें तो शुक्रवार के दिन लाल सिंदूर का तिलक मां लक्ष्मी को चढ़ाने के साथ ही अपने माथे पर लगाएं। इससे आपका तनाव कम होने के साथ ही आपको मां लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होगी। इसके अलावा आपके घर में सुख समृद्धि आती है और भौति क सुख-सुविधाओं में इजाफा होता है।
श्रीखंड चंदन का तिलक
भभूत का तिलक
भभूत या फिर श्मशान की भस्म से तिलक करने पर भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। भभूत भगवान शिव की प्रिय वस्तुओं में से एक माना जाता है। भगवान शिव की पूजा में भभूत का प्रयोग अनिवार्य माना जाता है।