हेपेटाइटिस C में क्या nahi खाना चाहिए? - hepetaitis ch mein kya nahi khaana chaahie?

हमारे शरीर को लेकर कहा जाता है कि इसमें बीमारी आती तो घोड़े की रफ्तार से है, लेकिन जाती चींटी की गति से है। ऐसे में किसी तरह की बीमारी हो जाने के बाद आपको बहुत सी दूसरी चीजों का भी ख्याल रखना होता है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि अगर जरा भी लापरवाही हुई तो शरीर में मौजूद बीमारी किसी दूसरी बीमारी को भी जन्म दे देगी। ऐसा ही कुछ होता है हेपेटाइटिस-सी में भी।

अगर आपको हेपेटाइटिस-सी है तो आपका लिवर पहले से ही सूजन की स्थिति में है। अब अगर यहां जरा भी लापरवाही हुई तो आपको सिरोसिस भी हो सकता है। इसकी वजह से उसे कई परहेज और भोजन की अनिवार्याताओं का पालन करना होता है। लेकिन कम ही लोग हैं जो इस बात की जानकारी रखते हैं कि उनके लिए हेपेटाइटिस सी में किस तरह की चीजें खानी चाहिए। अगर आपको भी इस बारे में जानकारी नहीं है तो चलिए जानते हैं।
(फोटो साभार: istock by getty images)

​साबुत अनाज

सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है कि आप साबुत अनाज का सेवन करें। इनके अंदर डायटरी फाइबर होता है जो आंत के लिए तो फायदेमंद होता ही है। साथ ही यह हृदय से जुड़ी समस्याओं से भी बचाता है। आप साबुत अनाज के तौर पर इन चीजों का सेवन कर सकते हैं जो कुछ इस प्रकार हैं

  • स्प्राउटेड होल ग्रेन ब्रेड
  • होल वीट या क्विनोओ पास्ता
  • ओट्स
  • ब्राउन राइस

आपको रोजाना कितने अनाज का सेवन करना है यह भी आपकी उम्र, लिंग और फिजिकल एक्टिविटी पर निर्भर करता है। हालांकि वयस्कों को रोजाना 3 से 8 औंस तक अनाज का सेवन करना चाहिए। इनमें से आधे साबुत अनाज वाली सामग्री होनी चाहिए।

बॉडी का पावरहाउस है लिवर, हेल्‍दी रखने के लिए ऐसा होना चाहिए Diet Plan

​लगभग 1 से 3 कप सब्जी खाएं

हेपेटाइटिस की स्थिति में आपको ऐसी फल सब्जियों का सेवन करना चाहिए जिनमें आपको फाइबर, फोलेट, विटामिन-ए, विटामिन-सी, विटामिन-बी6 और पोटेशियम हो। विशेषज्ञ कहते हैं कि हर व्यक्ति को जो इस समस्या से पीड़ित है उसे कम से कम 1 से 3 कप सब्जी के खाने चाहिए। इसके जरिए उन्हें हर तरह की विटामिन मिल जाएगी। हाल ही में हुई एक रिसर्च बताती है कि हरी पत्तेदार सब्जियों के अंदर ऐसे गुण होते हैं जो शरीर से फैटी एसिड को कम कर देते हैं। ऐसे में अगर आप ऐसी पैक्ड सब्जियां खरीद रही हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि इनमें ना तो नमक हो और ना ही चीनी।

सांइस ने भी माना, इन 7 गलत कामों को करने वाले लोग जल्‍द दिखने लगते हैं उम्र से पहले बूढ़े

​दूध-दही से बनी चीजें लें

हेपेटाइटिस की समस्या में आप डेयरी उत्पादों का भी सेवन कर सकते हैं। इसमें आप दूध, दही, योगर्ट, चीज आदि को चुन सकते हैं। यह प्रोटीन और कैल्शियम का बेजोड़ मिश्रण हैं। एडल्ट जो लेक्टोज के प्रति इनटोलरेंट नहीं हैं उन्हें हर रोज 2 से 3 सर्विंग की आवश्यकता होती है। यानी यह लोग 1 1/2 औंस प्राकृतिक पनीर या 1 कप दूध, दही या सोया दूध की आवश्यकता होती है।

आयुर्वेद के अनुसार इस समय करें दूध-दही-छाछ का सेवन, कभी नहीं पड़ेंगे बीमार

​प्रोटीन युक्त आहार लें

अगर आपको हेपेटाइटिस सी है तो आपके लिए जरूरी है कि आप रोजाना पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन करें। इसके लिए आप फिश, सीफूड, चिकन, नट्स, अंडे और सोया उत्पादों का सेवन करें। इस बात का ध्यान रखें की प्रोटीन की मात्रा अधिक भी ना हो। सही मात्रा आपकी उम्र, लिंग और आपकी रोजाना की एक्टिविटी के आधार पर तय की जाती है।

प्रोटीन युक्त आहार में आपर ग्रीन स्मूदी का सेवन कर सकते हैं इसमें प्रोटीन पाउडर को डालकर आप दिन भर की प्रोटीन की जरूरत को पूरा कर सकते हैं। वहीं अगर आपको सिरोसिस की समस्या है तो ऐसा हो सकता है कि डॉक्टर आपको हाई प्रोटीन डाइट का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं।

Bird Flu में नॉन वेज खाकर न लें रिस्‍क, चिकन और अंडे से कहीं ज्‍यादा प्रोटीन है इन चीजों में

​कैफीन युक्त पदार्थ

अगर आपको कॉफी या चाय का सेवन करना पसंद है तो हेपेटाइटिस में इसे बिल्कुल पीते रहें। लेकिन ध्यान रहे कि दिनभर आपको 100 एमजी से अधिक कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन करने से बचना है। यह आपको हिपेटिक फाइब्रोसिस जैसी समस्या से सुरक्षित रखने का कार्य करती है। हालांकि अभी इस पर थोड़ी और रिसर्च की जरूरत है, जो इस प्रमाण को सिद्ध करें।

​ग्रीन टी पिएं

हेपेटाइटिस-सी को लेकर चल रहे कई अध्ययनों में इस बात पर जांच हो रही है कि ग्रीन टी इस स्थिति में किस तरह फायदेमंद हो सकती है। दरअसल ग्रीन टी के अंदर फेनोलिक कैटेचिन होता है जो आपको लाभ दे सकता है। इसके अलावा ब्लूबेरी के पत्तों में ओलिगोमेरिक प्रोंथोसायनिडिन होता है जो हेपेटाइटिस की स्थिति को कुछ हद तक सुधार सकता है।

आपको बता दें कि ग्रीन टी के अंदर ऐसे कई गुण होते हैं जो आपकी सेहत पर सकारात्मक प्रभाव दिखा सकते हैं। इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। हालांकि हेपेटाइटिस सी की समस्या में यह कितना कारगर होगी। इस पर अभी थोड़े अध्ययनों की आवश्यकता है।

आपको पता होना चाहिए ग्रीन-टी पीने का सही समय ताकि आप ले सकें इसका पूरा लाभ

नोट - ध्यान रहे कि ऊपर बताई गई खाद्य सामग्री महज सुझाव भर हैं। इन्हे किसी तरह की उपचार प्रक्रिया का हिस्सा बिल्कुल ना समझे। साथ ही अपनी डाइट में फेर बदल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें

हेपेटाइटिस सी में क्या परहेज करना चाहिए?

​कैफीन युक्त पदार्थ अगर आपको कॉफी या चाय का सेवन करना पसंद है तो हेपेटाइटिस में इसे बिल्कुल पीते रहें। लेकिन ध्यान रहे कि दिनभर आपको 100 एमजी से अधिक कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन करने से बचना है। यह आपको हिपेटिक फाइब्रोसिस जैसी समस्या से सुरक्षित रखने का कार्य करती है।

हेपेटाइटिस C कैसे ठीक होता है?

हेपेटाइटिस सी वायरस रक्त से रक्त के संपर्क द्वारा फैलता है. शुरुआती संक्रमण के बाद अधिकांश लोगों में, यदि कोई हों, तो बहुत कम लक्षण होते हैं, हालांकि पीड़ितों में से 85% के यकृत में वायरस रह जाता है. इलाज के मानक देखभाल जैसे कि दवाइयों, पेजिन्टरफेरॉन और रिबावायरिन से स्थायी संक्रमण ठीक हो सकता है.

हेपेटाइटिस सी कितने दिन में ठीक होता है?

अब दवाइयों की मदद से यह बीमारी दो से छह महीने में ठीक हो जाती है।

कौन सा खाना अच्छा है हेपेटाइटिस?

साबुत अनाज- साबुत अनाज यानी होल ग्रेन को हेपेटाइटिस रोगियों के लिए सबसे हेल्दी डाइट माना गया है. आप आटे की ब्रेड, दलिया, ब्राउन राइस, होल ग्रेन पास्ता और खिचड़ी के रूप में इनका सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा आप ओट्स, राई और कॉर्न जैसी चीजें भी खा सकते हैं.

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग