हरियल पक्षी की क्या विशेषताएं हैं? हारिल किस प्रजाति का पक्षी है? Haril Bird in Hindi
आपने अपने जीवन में तो बहुत सारे पक्षियों को देखते होंगे। बहुत सारे पक्षियां आकाश में उड़ती है , जमीन पर भी उतरता है और चलता है और कई पक्षियां तो पानी में भी तैरता है । परंतु क्या आप जानते हैं इस दुनिया में एक ऐसा भी पक्षी है जिसके बारे में कहा जाता है कि यह कभी जमीन पर पैर नहीं रखता है। तो चलिए अब हम इसके बारे में विस्तार से जानते हैं -
✍️ हारिल पक्षी कहा पाएं जाते हैं?
हरियल पक्षी भारतीय महाद्वीप अर्थात भारत , पाकिस्तान , श्रीलंका , नेपाल , अफगानिस्तान , म्यानमार (बर्मा) में पाए जाने वाले एक ऐसा पक्षी है जिसके बारे में कहा जाता है कि यह पक्षी कभी भी जमीन पर पैर नहीं रखती है जब भी यह पेड़ से नीचे उतरता है तो यह अपने पैरों पर लकड़ी का टुकड़ा लेकर उतरती है और उसी टुकड़े पर बैठती है। हारिल पक्षी अक्सर सदाबहार जंगलों में पाया जाता है। यह पक्षी ऊंचे ऊंचे पेड़ों में बैठना पसंद करते हैं।
Haril Bird |
हारिल पक्षी (Haril Bird)
- वैज्ञानिक नाम (Scientific name) - ट्रेनर फाॅनीकाॅप्टेरा (Treron phoenicoptera)
- English name - The Yellow footed green pigeon
- आकार - 29 - 33 सेंटीमीटर तक
- वजन - 225 - 260 ग्राम
- पंख का फैलाव - 17 - 19
सेंटीमीटर
- शरीर का रंग - हल्का पीला - हरा रंग
- आंख - आंखों का रंग काला होता है और आंखों के चारों ओर लाल रंग का रिंग सा बना होता है।
- महाराष्ट्र का राजकीय पक्षी हारिल पक्षी है।
🐦 हारिल पक्षी कहां रहते हैं?
हारिल पक्षी रहने के लिए ज्यादातर पीपल और बरगद के पेड़ों में अपना घोंसला बनाती है कई बार आपको यह शहरों में भी नजर आएंगे क्योंकि भोजन की तलाश में जब यह निकलती है तो उड़ते उड़ते शहर पहुंच जाते हैं। यह महाराष्ट्र का राजकीय पक्षी है परंतु यह ज्यादातर उत्तर प्रदेश में पाए जाते हैं।
🐦 Haril Bird क्या खातेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेे है?
हारिल पक्षी पूर्ण रूप से शाकाहारी होता है यह अपने भोजन में फल खाते हैं एवं अनाज , दाने भी खा लेते हैं। कई बार तो अपने भूख को मिटाने के लिए फूलों की पंखुड़ियों एवं बीजों को भी खाते हैं जो कि अन्य पक्षी भी खाते हैं।
✍️ हारिल पक्षी जमीन पर क्यों नहीं बैठता?
हारिल पक्षी नेचुरली वृक्ष वासी होते हैं। प्राकृतिक रूप से यह ऊंचे ऊंचे पेड़ों में रहना पसंद करते हैं अक्सर यह आपको पेड़ के ऊपर वाली हिस्सों में बैठे हुए नजर आएंगे। जिस प्रकार मछली जल में रहना पसंद करती है जेल में ही जीवन है । ठीक उसी प्रकार हारिल पक्षी को भी ईश्वर ने प्राकृतिक रूप से उसे वृक्ष वासी बनाया गया है। ऐसा नहीं है कि वह पेड़ से नीचे नहीं आते हैं वह पेड़ से नीचे उतरते हैं परंतु पेड़ का रहने का कुछ टुकड़ा अपने पंजों में लेकर धरती पर उतरती है और उसी पर बैठे रहती है। परंतु ज्यादातर पेड़ पर ही पाए जाते हैं।
🐦 हरियल पक्षी का जीवन चक्र क्या है?
हरियल पक्षी का प्रजनन काल मार्च से जून माह में होती है। हरियल पक्षी एक प्रजनन काल में एक से दो ही अंडे देते हैं और इसका अंडे का रंग सफेद चमकीला होता है। नर और मादा हरियल पक्षी अपने अंडे को 13 दिन तक रखती हैं और फिर अंडे से जब बच्चे बाहर आते हैं तो उसे अच्छी तरह से दोनों मिलकर देखभाल करते हैं। हारिल पक्षी बहुत ही शर्मिली होता है यह मनुष्य को देखते हैं चुप हो जाती है। हरियल पक्षी का जीवनकाल 20 से 26 साल तक का अनुमान लगाया है।
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