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Haryana Patwari/Gram Sachiv 2021: Full Mock Test
90 Questions 90 Marks 90 Mins
Latest HSSC Gram Sachiv Updates
Last updated on Sep 22, 2022
The Haryana Staff Selection Commission (HSSC) has decided to cancel the exam for the post of HSSC Gram Sachiv. The exam was supposed to take place between 7th to 9th Jan 2022. HSSC cited some administrative reasons for failing to conduct the exam. A total vacancy of 697 was released. However, the candidates can expect a new notification to be out very soon with a much higher vacancy. So the candidates should refer to the HSSC Previous Years’ Paper and continue their preparation according to the need of the exam.
कंप्यूटर की विभिन्न इकाइयों के संचालन को नियंत्रित करने के लिए संकेतों को प्रसारित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले तारों के सेट को कहा जाता है
- एड्रेस बस
- कंट्रोल बस
- डेटा बस
- सिस्टम बस
- इनमें से कोई नहीं
Answer (Detailed Solution Below)
Option 2 : कंट्रोल बस
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IDBI Executive Full Mock Test
200 Questions 200 Marks 120 Mins
सही उत्तर विकल्प 2 है अर्थात कंट्रोल बस
- कंप्यूटर की विभिन्न इकाइयों के संचालन को नियंत्रित करने के लिए संकेतों को प्रसारित
करने के लिए उपयोग किए जाने वाले तारों के सेट को कंट्रोल बस कहा जाता है ।
- कंट्रोल बस मुख्य रूप से कंप्यूटर के भीतर CPU और अन्य उपकरणों के बीच नियंत्रण जानकारी रखता है।
- नियंत्रण बस के RD और WR संकेत रैम के पढ़ने या लिखने के संचालन को नियंत्रित करते हैं।
- एड्रेस बस एक विशिष्ट मेमोरी लोकेशन के एड्रेस को ट्रांसफर करने के लिए उपयोग किए जाने वाले तारों का समूह है।
- डेटाबस तारों का एक समूह है जो डेटा का परिवहन प्रदान करता है।
- सिस्टम बस वह बस है जो मदरबोर्ड पर CPU और मुख्य मेमोरी को जोड़ती है।
Latest IDBI Executive Updates
Last updated on Sep 21, 2022
The Industrial Development Bank of India (IDBI) has released the result and cut off marks for the IDBI Executive 2022 exam. The online exam was conducted on 9th July 2022. The selection process of the IDBI Executive includes 3 stages - Online Test, Document Verification, and Pre Recruitment Medical Test. The result and cut off marks are out for Online Test. Candidates who qualified the online exam will only be eligible for the next stage of the selection process. Know the IDBI Executive result details here.
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प्रचालन तंत्र (अंग्रेज़ी:ऑपरेटिंग सिस्टम) साफ्टवेयर का समूह है जो कि आंकड़ों एवं निर्देश के संचरण को नियंत्रित करता है। यह हार्डवेयर एवं साफ्टवेयर के बीच सेतु का कार्य करता है और कंप्यूटर का सॉफ्टवेयर घटक होता है। इसकी सहायता से ही कंप्यूटर में स्थापित प्रोग्राम चलते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर का मेरुदंड होता है, जो इसके सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर को नियंत्रण में रखता है। यह अनाधिकृत व्यक्ति को कंप्यूटर के गलत प्रयोग करने से रोकता है।[1] वह इसमें भी विभेद कर सकता हैं कि कौन सा निवेदन पूरा करना है और कौन सा नहीं, इसके साथ ही इनकी वरीयता भी ध्यान रखी जाती है। इसकी मदद से एक से ज्यादा सीपीयू में भी प्रोगाम चलाए जा सकते हैं। इसके अलावा संगणक संचिका को पुनः नाम देना, डायरेक्टरी की विषय सूची बदलना, डायरेक्टरी बदलना आदि कार्य भी प्रचालन तंत्र के द्वारा किए जाते है।[2]
डॉस (DOS), यूनिक्स, मैक ओएस एक्स, लिनक्स (उबण्टू डेबियन, आदि), विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम (३.१, ९५, ९८, २०००, एक्स पी, विस्टा, विंडोज ७, विंडोज १० ) और एण्ड्रॉयड आदि कुछ प्रमुख प्रचालन तंत्र हैं।[2]
कार्य
प्रचालन तंत्र कंप्यूटर से जुड़े कई मौलिक कार्यों को संभालता है, जैसे कुंजी पटल से इनपुट लेना, डिस्प्ले स्क्रीन को आउटपुट भेजना, डाइरेक्टरी और संगणक संचिका को डिस्क में ट्रॅक करना, इत्यादि। बड़े कंप्यूटरों में इसका काम और अधिक होता है।[1] वह इनमें लगातार यह जांच करता है कि एक ही समय पर कंप्यूटर में चलने वाले प्रोगामों, फाइलों और एक ही समय पर खुलने वाली साइटों में दोहराव न हो।
इतिहास
आरंभिक दौर में प्रचालन तंत्र मेनफ्रेम कंप्यूटरों पर बड़े कामों के लिए ही हुआ करता था। बाद में धीरे-धीरे माइक्रोकम्प्यूटर्स में भी मिलने लगा, लेकिन उस समय इसमें एक समय पर केवल एक ही प्रोगाम रन करा सकते थे। मेनफ्रेम कंप्यूटर में १९६० में पहली बार बहुकार्यिक (मल्टीटास्किंग) सिस्टम आया था। इससे एक समय में एक से ज्यादा उपयोक्ता काम कर सकते थे। १९७० लिनक्स ने पहली बार पीडीपी-७ में प्रचालन तंत्र निकाला, जो मुख्यतया मल्टीटास्किंग, स्मृति प्रबंधन (मेमोरी मैनेजमेंट), स्मृति संरक्षण (मेमोरी प्रोटेक्शन) जैसे कार्य करता था।
विशेषताएँ
- स्मृति प्रबंधन (मेमोरी मैनेजमेंट)
- बहु कार्यकलापन (मल्टी प्रोग्रामिंग)
- मल्टी प्रोसेसिंग
- मल्टी टास्किंग
- मल्टी थ्रेडिंग
- रियल टाइम
प्रकार
उपयोगकर्ता के आधार पर प्रकार
- एकल उपयोगकर्ता: इस में समय में केवल एक उपयोगकर्ता काम कर सकता है।
- बहुल उपयोगकर्ता: इस में एक से अधिक उपयोगकर्ता एक ही समय में काम कर सकते हैं।
- वास्तविक समय प्रचालन तन्त्र
वास्तविक समय प्रचालन तन्त्र एक बहुकर्यिक प्रचालन तन्त्र है जो वास्तविक समय अनुप्रयोगो को क्रियन्वित करता है। वास्तविक समय ऑपरेटिंग सिस्टम अक्सर विशेष समयबद्धन एल्गोरिदम का उपयोग करता है कि वे व्यवहार के एक नियतात्मक प्रकृति को प्राप्त कर सके। वास्तविक समय ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य लक्षय किसी भी घटना (event) का तुरन्त और उम्मीद के मुताबिक प्रतिक्रिया करना। वास्तविक समय प्रचालन तन्त्र में एवेन्ट ड्रिवन (event-driven) या समय साझा(time-sharing) या दोनो का मिलाप हो सकता है। एक एवेन्त ड्रिवन ऑपरेटिंग सिस्टम घटनाओ को उनकि प्रथमिकतओ या बाह्य घटनाओ के आधार पर करता है जबकि समय साक्षा ऑपरेटिंग सिस्टम घटनाओ को एक निशचित आबन्टित समय में पुरा करने कि कोशिश करता है, अगर कोई घटना एक निशचित समय में पुरा नहीं हो पता है तो ऑपरेटिंग सिस्टम दुसरे घटन को करता है और पहली घटना का देरी का कारण खोजता है, इस अवस्था को समय सीमा की समप्ति(deadline overrun) कहते है।
बहुकार्यिक एवम् एकलकार्यिक प्रचालन तन्त्र (multitasking and single tasking): जब कोई प्रचालन तन्त्र (operating system) एक समय में एक ही प्रोग्राम को चलाने की अनुमती देता है, उसे एकलकार्यिक प्रचालन तन्त्र कहते है। और जब प्रचालन तन्त्र एक से ज्यादा प्रोग्राम को चलाने की अनुमती देता है तो उसे बहुकार्यिक प्रचालन तन्त्र कहते है। बहुकार्यिक प्रचालन तन्त्र मुख्यत: दो प्रकार के होते है सहकारी (co-operative) और रिक्तीपुर्व (pre-emptive).
संलग्न ऑपरेटिंग सिस्टम : जब कोई ऑपरेटिंग सिस्टम किसी एक छोटे यन्त्र के लिये छोटे स्तर पर काम कर ता है तो उसे संलग्न ऑपरेटिंग सिस्टम (embedded operating system) कहते है। ये सनलग्न ऑपरेटिंग सिस्टम घडी, वशिङग् मशीन तथा अन्य घरेलू सामानों में होते हैं।
काम करने के आधार पर प्रकार
- कैरेक्टर यूजर इंटरफेस: इस में उपयोगकर्ता सिस्टम के साथ कैरेक्टर के द्वारा सूचना देता है। उदाहरण: डॉस,यूनिक्स
- ग्राफिकल यूजर इंटरफेस: इस में उपयोगकर्ता कम्प्यूटर से चित्रो के द्वारा सूचना का आदान प्रदान करता है। उदाहरण: विन्डोज़, लाईन्कस
पर्दे पर प्रचालन तंत्र की छवियाँ
एण्ड्रॉयड ११
डॉस ओ.एस
इन्हें भी देखें
- लिनक्स
- एंड्रॉइड (प्रचालन तंत्र)
- विंडोज १०
- सकाल प्रचालन तंत्र (रीयल-टाइम ऑपरेटिंग सिस्टम)
- लिनक्स वितरणों की सूची
सन्दर्भ
- ↑ अ आ ऑपरेटिंग सिस्टम Archived 2015-03-24 at the Wayback Machine। हिन्दुस्तान लाइव।(हिन्दी)। प्रमोद पंत।२५ अक्टूबर, २००९
- ↑ अ आ ये सॉफ्टवेयर क्या होता है ? Archived 2010-02-09 at the Wayback Machine। तकनीक.कॉम।२ जुलाई, २००८।(हिन्दी)। कमल
बाहरी कड़ियाँ
- ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में विस्तृत सामग्री
- ये सॉफ्टवेयर क्या होता है ? (तकनीक.कॉम)
- आपरेटिंग सिस्टम
- प्रचालन प्रणाली
- आइये कम्प्यूटर सीखें!
- सॉफ्टवेर, एप्लीकेशन, ऑपरेटिंग सिस्टम एवं नेटवर्क[मृत कड़ियाँ]
- कितने बदल गए ऑपरेटिंग सिस्टम (1981 से लेकर अब तक का सफर, तस्वीरों में)
- Develop Your Own Operating System in C# or VB.NET (year 2010)
- Building your own operating system (By S Keller ; 11 Oct 2006)