काली चाय से बच्चा कैसे गिराए? - kaalee chaay se bachcha kaise girae?

जब महिला न चाहते हुए भी गर्भवती हो जाती है तो गर्भपात के बारे में सोचना पड़ता है। ऐसे में कुछ महिलाएं गर्भपात के घरेलू तरीके ढूढने लगती हैं। आपको इंटरनेट में ऐसे कई आर्टिकल मिल जाएँगे जहाँ गर्भपात के घरेलू तरीके बताए गए हैं। वे दावा करते हैं कि उनके द्वारा बताए गए नुस्खे न केवल प्रभावी हैं, बल्कि सुरक्षित भी हैं। आज हम अबॉर्शन उन सभी का विश्लेषण करेंगे और गर्भपात की सही विधि के बारे में भी जानेंगे।

क्या खाने से गर्भपात होता है?

नीचे उन अधिकाँश चीजों के बारे में बताया गया है जो लोग अबॉर्शन करने के लिए गूगल में सर्च करते हैं, जैसे:

पपीता से गर्भ कैसे गिरता है

कच्चा पपीता खाने से प्रजनन चक्र बाधित होता है और गर्भपात हो सकता है। हालाँकि, जैसे-जैसे पपीता पकने लगता है, इसके गर्भपात करने क्षमता कम होती जाती है। इसके अलावा पपीता का बीज और पत्ते का जूस पीने से भी अबॉर्शन हो सकता है।

पपीते के बीज का अधिक मात्रा में सेवन करने से भी गर्भ गिर सकता है।

मेथी से गर्भ कैसे गिराए

प्रेगनेंसी के दौरान बहुत अधिक मात्रा में मेथी खाने से गर्भपात हो सकता है। कई मामलों में देखा गया है कि मेथी को अधिक मात्रा में खाने से समय से पहले प्रसव पीड़ा का अनुभव होता है। ब्लीडिंग भी हो सकती है, इसलिए गर्भपात के लिए मेथी का सेवन न करें।

इलायची से गर्भपात कैसे करें

कई लोग खोजते हैं कि इलायची से गर्भपात कैसे करें? इस बात के पर्याप्त प्रमाण नहीं हैं। एफडीए (फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) के अनुसार कम मात्रा में इलायची का उपयोग करना गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है। लेकिन जब आप इसे अधिक मात्रा में खाते हैं तो मिसकैरेज का खतरा बढ़ जाता है।

जायफल से गर्भपात कैसे करें

जायफल से गर्भपात करने की कोशिस न करें। यह महिला के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। कुछ अध्ययनों के अनुसार यदि जायफल का अधिक मात्रा में मौखिक उपयोग किया जाता है तो गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है, और गर्भपात का यह तरीका सुरक्षित नहीं होता है।

नींबू से गर्भ कैसे गिराए

नींबू खाकर, या नींबू पानी के सेवन से गर्भ नहीं गिराया जा सकता है। बल्कि, डॉक्टर कहते हैं कि गर्भावस्था के दौरान नींबू का सेवन फायदेमंद हो सकता है।

तुलसी से गर्भपात

ऐसी कई अफवाहें हैं जो कहती हैं कि तुलसी का काढ़ा बनाकर पीने से गर्भपात हो जाता है। लेकिन इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

गर्भावस्था के दौरान तुलसी का सेवन करने के कई फायदे हैं, लेकिन इसके बीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। कई स्त्री रोग विशेषज्ञों का कहना है कि तुलसी के बीज गर्भाशय संकुचन का कारण बन सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप गर्भपात हो सकता है।

तुलसी से गर्भपात के बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ें- अबॉर्शन के लिए तुलसी का काढ़ा कैसे बनाएं

काली मिर्च से गर्भपात कैसे करे

यदि काली मिर्च को गर्भावस्था के दौरान अधिक मात्रा में खाया जाए या चाय में डालकर पिया जाए तो इससे गर्भपात हो सकता है। कुछ लोगों का कहना है कि यदि दालचीनी और काली मिर्च को साथ खाया जाए तो इससे भी गर्भपात हो सकता है. हालांकि, यह नुस्खा बिलकुल भी सुरक्षित नहीं है।

गर्भपात के घरेलू तरीकों के गंभीर नुकसान

गर्भपात के लिए घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है। ऐसा करने से संभावित जोखिम हो सकते हैं:

अधूरा गर्भपात (incomplete abortion)

यह तब होता है जब गर्भाधान का उत्पाद (Product of Conception) गर्भाशय में शेष रह जाता है। यदि गर्भपात अधूरा रह जाता है तो कई दिनों तक अत्यधिक ब्लीडिंग होती है।

संक्रमण (Infection)

यदि गर्भपात करने के लिए आप किसी चीज को योनि के भीतर डालती हैं तो इन्फेक्शन हो सकता है। इससे घाव भी हो सकता है।

विषाक्तता (Toxicity)

घरेलू गर्भपात की कई चीजें विषैली होती हैं, जिनका सेवन करने से शरीर में जहर फ़ैल सकता है। यह जानलेवा भी हो सकता है।

गर्भपात के घरेलू या हर्बल उपाय किस प्रकार हानिकारक हो सकते हैं, इस पर एक शोध किया गया था। आपको यह पढ़ना चाहिए।

सुरक्षित गर्भपात की विधि

डॉक्टर की मदद लेकर आप दो तरीकों से सुरक्षित गर्भपात कर सकते हैं:

  • मेडिकल अबॉर्शन: इस विधि में केवल गोली खाकर गर्भपात किया जा सकता है।

पढ़ें: बच्चा गिराने की टेबलेट का नाम

  • सर्जिकल अबॉर्शन: इस विधि में स्त्री रोग विशेषज्ञ सर्जरी के माध्यम से गर्भपात करता है।

पढ़ें: सर्जिकल अबॉर्शन कैसे होता है

निष्कर्ष

उपर्युक्त पदार्थों के अलावा इंटरनेट में तिल, काली चाय, अदरक, छुहारे, गाजर के बीज, मूली के बीज, काली मिर्च, हींग और सेब का सिरका से गर्भपात कैसे करें? यह भी सर्च किया जाता है। बताना चाहेंगे कि ऐसे किसी भी नुस्खे से गर्भपात करने का प्रयास नहीं करना चाहिए। इससे जान को खतरा हो सकता है। किसी अच्छे स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलें और उचित तरीके से अबॉर्शन करवाएं।

गर्भवती महिलाओं के लिए जहर समान है अदरक वाली चाय, जानें इसके नुकसान

चीन के एक शोध में खुलासा हुआ है कि अदरक के सेवन से बालों के बढ़ने में बाधा आती है। अगर आप लंबे बाल के लिए कोई उपाय अपना रहे हैं तो अदरक की चाय का सेवन बिल्कुल न करें। अदरक के सेवन से बाल नहीं बढ़ते हैं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। अदरक की चाय को हम सभी पसंद करते हैं। खासकर सर्दियों में अदरक की चाय की खपत बहुत बढ़ जाती है। आयुर्वेद में अदरक को औषधि माना जाता है। इसमें कई औषधि गुण पाए जाते हैं जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। खासकर कोरोना काल में अदरक का महत्व बढ़ गया है। डॉक्टर्स इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए अदरक, काली मिर्च, तुलसी के पत्ते, हल्दी आदि चीज़ों का काढ़ा पीने की सलाह देते हैं। वहीं, सर्दियों में इसके सेवन से सर्दी, खांसी और जुकाम में आराम मिलता है। हालांकि, अति किसी भी चीज़ की नुकसानदेह साबित होती है। कई शोध में खुलासा हुआ है कि गर्भवती महिलाओं को अधिक मात्रा में अदरक वाली चाय नहीं पीनी चाहिए। अगर आपको पता नहीं है, तो आइए जानते हैं-

गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है

अदकर की चाय पीने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें। इसके बाद ही अदरक की चाय का सेवन करें। विशेषज्ञों की मानें तो गर्भवती महिलाओं को दिनभर में महज 1500 mg अदरक का सेवन करना चाहिए। अगर इससे अधिक सेवन करते हैं, तो गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए अधिक मात्रा में अदरक अथवा अदरक की चाय का सेवन बिल्कुल न करें।

रक्तचाप बढ़ सकता है

कई शोध में खुलासा हो चुका है कि अदरक के सेवन से रक्त चाप घटता है जो कि उच्च रक्त चाप के मरीजों के लिए दवा समान है। वहीं, निम्न रक्त चाप और सामान्य रक्त चाप के लोगों को इससे नुकसान पहुंच सकता है।

बालों के बढ़ने में बाधक है

चीन के एक शोध में खुलासा हुआ है कि अदरक के सेवन से बालों के बढ़ने में बाधा आती है। अगर आप लंबे बाल के लिए कोई उपाय अपना रहे हैं, तो अदरक की चाय का सेवन बिल्कुल न करें। अदरक के सेवन से बाल नहीं बढ़ते हैं।

सीने में जलन हो सकती है

कई शोध में प्रमाणित हो चुका है कि अदरक एसिड रिफलक्स को कम करता है। वहीं, कई शोध में यह भी खुलासा हुआ है कि अदरक के अधिक सेवन से सीने में जलन हो सकती है। इसके सेवन से पेट में एसिड अधिक उत्सर्जित होता है।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Edited By: Umanath Singh

प्रेगनेंसी में काली चाय पीने से क्या होता है?

गर्भावस्‍था में कैफीन का सेवन ठीक नहीं होता है और चाय में कैफीन भी होता है इसलिए प्रेग्‍नेंसी में ज्‍यादा चाय पीना नुकसानदायक हो सकता है। प्रेग्‍नेंसी में एक दिन में 200 मिलीग्राम से अधिक मात्रा में कैफीन लेना ठीक नहीं होता है। दूध की चाय, ग्रीन और ब्‍लैक टी और उलोंग टी में लगभग 40 से 50 मिलीग्राम कैफीन होता है।

क्या पीने से गर्भ गिर जाता है?

क्योंकि प्रेग्नेंसी में पपीता खाने से मिसकैरिज यानी गर्भपात का खतरा रहता है. दरअसल, पपीता उन महिलाओं को खाने की सलाह दी जाती है जिनका पीरियड्स समय पर नहीं होता. पपीता में लेटेक्स होता है जो यूटेराइन कॉनट्रैक्शन शुरू कर देता है. इसकी वजह से प्रेग्नेंसी में समय से पहले ही लेबर पेन शुरू हो सकता है और गर्भपात हो सकता है.

मैं 1 महीने की गर्भवती हूं और मुझे यह बच्चा नहीं चाहिए कि कौन सी गोलियां?

अपने अपॉइंटमेंट के दौरान, आप गर्भ गिराने की गोली (mifepristone) मिलेगी, जिसको आप अपनी सुविधानुसार लें। संभावना है कि mifepristone लेने के बाद आप ठीक महसूस करेंगी। आपको कुछ मतली या उबकाई आ सकती है। 6-72 घंटे बाद, आप चार misoprostol गोलियों को अंदर रखें।

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