कंपनी निकाल दे तो क्या करे - kampanee nikaal de to kya kare

अगर आप किसी कंपनी, फैक्ट्री, दूकान या सरकारी विभाग में ही क्यों न Job करते हों। यह आपके और आपके परिवार के भरण-पोषण का सहारा होता है। Company हमें काम करने के बदले ही Salary देती है। मगर काफी मेहनत से काम करने के वावजूद यदि आपको एक दिन नौकरी से निकाल दिया जाता हैं। जिसके बाद आपका सवाल होता हैं कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया क्या करूँ (Job se nikal diya to kya Karen)? आज हम इसके बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।

ऐसे तो देश में ज्यादातर युवा Government Job की चाह रखते हैं। मगर जब उनको सरकारी नौकरी नहीं मिल पाती तो प्राइवेट नौकरी ज्वाइन कर लेते हैं। Job Security और सैलरी की गारंटी ही सरकारी नौकरी के तरह आकर्षण का कारण हैं। आजकल हमारी कम जानकारी का लाभ उठाकर प्राइवेट कंपनी काम करवा कर पैसे नहीं देती और कह देती की कल से मत आना। ऐसे तो कहे तो यह गैरकानूनी हैं। हम आपको इसी स्थिति यानि “Job se nikal diya to kya karen | कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया क्या करूँ” की जानकारी देने जा रहे हैं।

Job se termination kar diya | कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया क्या करूँ?

आप अपने कंपनी में भले ही कितना भी मेहनत से क्यों न काम कर लें. आपका बॉस आपको Job से निकालने का भय दिखाकर शोषण करता ही हैं. इसका असल कारण आपको आपके अधिकार का पता नहीं होना है. इसके साथ ही परिवारिक जिम्मेवारी भी आपको चुपचाप शोषण सहने पर विवश कर देती है. इस वजह से भले ही आप Naukri se pareshan रहते हों मगर फिर एक दिन सुनना पड़े कि आपको job se termination kar diya तो बहुत बुरा लगता हैं. यही नहीं बल्कि उसके बाद आपका दिमाग सुन्न हो जाता हैं और मन में एक ही बात घुमता हैं कि नौकरी नहीं रही तो परिवार का पालन-पोषण कैसे किया जाएगा?

Naukari se nikalne ka karan

आपको नौकरी से निकालने की कोई भी वजह हो सकती है। जैसे कि कंपनी का बंद हो जाना, कम्पनी के Production में कमी, मंदी की वजह से Cost Cutting करना, आपके गलत व्यवहार के कारण नौकरी से निकाले जाना, कंपनी की Policy में Change होना या Boss की मनमानी के बाद भी कभी-कभी आपको नौकरी से हाथ धोना पड़ता है। इसमें से मामले कुछ भी हो, मगर कंपनी को किसी को भी लेबर कानून के तहत ही किसी को निकला जा सकता हैं।

Job se termination kar diya in hindi

अभी तक हमारे देश India में ‘Hire & Fire‘ नीति नहीं है, इसलिए India में बिना किसी सूचना के Job Termination नहीं किया जा सकता है। इसके लिए भी कुछ Job Termination Rules निर्धारित है। जिसको हर कंपनी को पालन करना पड़ता है। जिसके बाद आप शोषण के खिलाफ लेबर कोर्ट जा सकते हैं।

नौकरी से निकाला जाए तो निराश नहीं हो

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आपको कभी भी नौकरी से निकाला जाए तो निराश नहीं हो। अगर आपके मन में बुरे ख्याल आए तो सबसे पहले अपने परिवार के बारे में सोचे। यह किसी भी आदमी के जीवन का बहुत ही दुखदायी पल होता हैं। मैंने खुद इसको झेला है और आपके सामने सही सलामत हूँ। जिसमें आपके साथ काम करने वाला साथी आपसे बात करना बंद कर देता है। आपके आपके सगे-संबंधी आपसे दूर हो जाते हैं। मगर आपको ऐसी परिस्थिति में ही धीरज रखना है।

आज जब भी नौकरी Join करें तो अपने मन में भारत के पूर्व राष्ट्रपति व् मिसाइल मैन स्वर्गीय ए.पी.जे. अब्दुल कलाम साहब की बात गांठ बांध लें तो इसके बाद आपको कम तकलीफ होगी। उन्होंने कहा था कि  “आप अपने जॉब से प्यार करें, अपनी कम्पनी से नहीं, क्योकि आप नहीं जानते की कब आपकी कम्पनी आपको प्यार करना बंद कर दें।”

Termination rules for employees in india

खैर, अब आते हैं कि ऐसे परिस्थिति में हम क्या कर सकते हैं? ऐसी परिस्थिति में आपके सामने दो रास्ते होते हैं, पहला फिर से नई शुरुआत करना और दूसरा अपने गैर-क़ानूनी टर्मिनेशन को चुनौती देना। आप अपने परिस्थिति के अनुसार अपना राह चुन सकते हैं। अगर आप अपने प्राइवेट या सरकारी कंपनी के परमानेंट वर्कर हैं या आपका बकाया हैं तो आपको मेरे समझ से कंपनी से अपना हक़ के लिए लड़ना चाहिए।

अगर आपने अपने कंपनी से क़ानूनी लड़ाई लड़ने का विचार कर लिया हैं तो अब आपको देखना होगा कि आप वर्कमैन की परिभाषा में आते है नन वर्कमैन की। अब आप पूछेंगे कि यह क्या होता हैं? आपको इसी के आधार पर क़ानूनी करवाई करनी होगी।

Jab naukri chali jaye to kya kare | जब नौकरी चली जाए तब क्या करें?

भारत में Employees को आम तौर पर ‘Workman’ या Non-Workman के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। ‘Workman’ शब्द को Industrial Dispute Act 1947 (“ID Act”) के तहत परिभाषित किया गया है, और इसके साथ ही किसी भी Industry में नियोजित सभी व्यक्तियों को Workman हैं मगर वो इस Category में नहीं आयेंगे जिनकी भूमिका Managerial, Administrative या Supervisory की हैं।

ऐसे आजकल कंपनी वाले हर Post में Executive लगा देते हैं जैसे Executive, Senior Executive, Field Executive, Customer Care Executive etc। अक्सर इन सभी का काम Workman का होता है मगर नाम से ऐसा प्रतीति होता है कि ये Managerial or Administrative Post पर हैं। इसलिए आप अपने Worker का Nature देखें कि क्या आपको Managerial or Administrative Post की पावर मिली हुई हैं। अगर नहीं तो आप वर्कमैन में ही आयेंगे।

अगर आपको Supervisor भी बन रखा और आपके कोई Workman/Employee नहीं करता या किसी भी वर्कर को So-Cause या Charge Sheet देने का Power नहीं तो आप Workman Category में ही आयेंगे। इसका संबधं अधिक Salary से भी नहीं होता है। जैसे Plan का पायलट भी Workman Category में आता हैं।

आप वर्कमैन कैटेगरी में आते हैं?

अब अगर आपको यह पता चल गया कि आप वर्कमैन कैटेगरी में आते हैं तो आपको यह पता करना होगा कि आप किस सरकार के अंडर आते हैं, State Government या Central Government? अब मान लीजिये कि आप दिल्ली में किसी प्राइवेट दूकान, फैक्ट्री, होटल, सिनेमाघर आदि या दिल्ली सरकार के किसी विभाग के अधीन रेगुलर/कॉन्ट्रैक्ट आदि पर काम करते हैं तो आप दिल्ली सरकार यानि स्टेट गोवेर्मेंट के अंडर आयेंगे। इसके आलावा अगर आप रेलवे, पोस्ट ऑफिस, मेट्रो, एयरपोर्ट, नेशनलाइज बैंक आदि में रेगुलर/टेम्परोरी वर्कर के रूप में काम करते हैं तो आप सेन्ट्रल गवर्नमेंट के अंडर आयेंगे।

अब इसके बाद आपको अपने सम्बंधित सरकार के यानि स्टेट वाले State Government के लेबर कमिशर और सेन्ट्रल वाले Central Government के रीजनल लेबर कमिश्नर (सेन्ट्रल) के ऑफिस में लिखित शिकायत करेंगे। आप लेबर कमिशर ऑफिस में शिकायत पत्र कैसे लिखेंगे या लिखते समय क्या-क्या मेंशन करेंगे।

लेबर कमिशर ऑफिस में अपना शिकायत दर्ज

आप जब लेबर कमिशर ऑफिस में अपना शिकायत दर्ज करवा देंगे तो आपका मैटर पर किस प्रकार से करवाई होगीइसकी आपको जानकारी हो तो आपको काम भागदौड़ करनी पड़ेगीहम तो आपको बता रहे. वह न तो किसी किताब में मिलेगा और न हो आपको कोई बतायेगीयह सब खुद ठोकर खाकर सीखा हैंलेबर कमिशर ऑफिस में शिकायत देने के बाद क्या होगा? हमने इसके बारे में अपने पूर्व के आर्टिकल में जानकारी दे रखी है कि Labour Court में Reference का Process क्या है, जब Settlement Fail हो जाए। जिसको आप पढ़ सकते हैं. जिससे आपको काफी सहायता मिलेगी।

दोस्त, उम्म्मीद हैं कि आपने उपरोक्त एक-एक पोस्ट को ध्यान से पढ़ा होगाआप हमारे इस पोस्ट की सहायता से बिना किसी से पूछे अपने कम्पनी को लेबर कोर्ट तक ले जा सकते हैजहाँ से हमें पूरी उम्मीद हैं आपको न्याय मिल पायेगाआपको हमारा यह पोस्ट कैसा लगा कमेंट में लिखकर जरूर बताइयेगाइसके साथ ही इस पोस्ट में लिखी जानकारी की हर कर्मचारी को जरुरत होती हैंइसलिए कम से कम अपने हर कॉन्ट्रक्ट नंबर पर Send करें

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  • Company ने Forcefully Resignation लिया तो कहाँ और कैसे शिकायत करें
  • Gratuity Act क्या है और इसकी गणना कैसे करते हैं? Know Gratuity policy in hindi
  • Contract Labour Act के तहत काम करने वालों के लिए useful जानकारी

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