लेखक ने तक्षशिला में हामिद की निकटता पाने का क्या उपाय अपनाया इसका हामिद पर क्या प्रभाव पड़ा? - lekhak ne takshashila mein haamid kee nikatata paane ka kya upaay apanaaya isaka haamid par kya prabhaav pada?

Short Note

लेखक ने तक्षशिला में हामिद की निकटता पाने का क्या उपाय अपनाया? इसका हामिद पर क्या प्रभाव पड़ा?

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Solution

लेखक जानता था कि परदेश में मुसकराहट ही हमारी रक्षक और सहायक बनती है। अतः लेखक ने हामिद की निकटता पाने के लिए अपना व्यवहार विनम्र बनाया और होठों पर मुसकान की चादर ओढ़ ली। मुसकान सामने वाले पर अचूक प्रभाव डालती है। हामिद भी इससे बच न सका। वह लेखक से बहुत प्रभावित हुआ।

Concept: गद्य (Prose) (Class 9 B)

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Chapter 5: हामिद खाँ - अतिरिक्त प्रश्न

Q 5Q 4Q 6

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NCERT Class 9 Hindi - Sanchayan Part 1

Chapter 5 हामिद खाँ
अतिरिक्त प्रश्न | Q 5

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हामिद खाँ लेखक की बातों से क्यों प्रभावित हुआ?

हामिद लेखक की बातों से प्रभावित होता है, विशेष रूप से एक हिंदू होकर मुसलमान के ढाबे पर खाने आना। वह लेखक को मेहमान मान लिया और पैसे नहीं लिए। उसने लेखक के मन पर अपनी अमिट छाप छोड़ दी थी। हामिद भी कहीं इस आगजनी का शिकार न हो गया हो, यह सोचकर लेखक चिंतित हो गया।

लेखक की बातों का हामि द खांके मन पर क्या प्रभाव पड़ा हामि द नेलेखक की खाति रदारी कैसी की?

Answer: लेखक ने हामिद को कहा कि वह बढ़िया खाना खाने मुसलमानी होटल जाते हैं। वहाँ हिंदू-मुसलमान में कोई फर्क नहीं किया जाता है। हिंदू-मुसलमान दंगे भी न के बराबर होते हैं तो हामिद को विश्वास नहीं हुआ।

हामिद खां को लेखक की किन बातों पर विश्वास नहीं हुआ और उसने उसे ₹ 1 वापिस देते हुए क्या?

हामिद को लेखक की भेदभाव रहित बातों पर विश्वास नहीं हुआलेखक ने हामिद को बताया कि उनके प्रदेश में हिंदू-मुसलमान बड़े प्रेम से रहते हैं। वहाँ के हिंदू बढ़िया चाय या पुलावों का स्वाद लेने के लिए मुसलमानी होटल में ही जाते हैं। पाकिस्तान में ऐसा होना संभव नहीं था।

लेखक को हामिद की याद बनी रहे इसके लिए उसनेक्या तरीका अपनाया?

भारत जाने पर भी लेखक को हामिद की याद आए, इसके लिए उसने लेखक को भोजन के बदले दिया गया रुपया वापस करते हुए कहा, 'मैं चाहता हूँ कि यह आपके ही हाथों में रहे। जब आप पहुँचे तो किसी मुसलमानी होटल में जाकर इसे पैसे से पुलाव खाएँ और तक्षशिला के भाई हामिद खाँ को याद करें।”

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