मीणा जाति की कुलदेवी कौन है - meena jaati kee kuladevee kaun hai

मीणा समाज की कुल देवियां.

आदिम कल से चली आ रही प्रथानुसार प्राचीन कबीलों के  गोत्रनुसार कुलदेवी:-


प्रमुख गोत्रो के धराड़ी कुल देवी

आदिवासी मीणा गोत्र

कुलदेवी

स्थान

बैफलावत

पालीमाता

पीठ malwas,नांगल (लालसोट) दौसा

महर

घटवासन माता

गुढा चन्द्रजी तह॰ टोडाभीभ करौली

जगरवाल

अरहाई माता

कुल देवता "नासीर"

टाटू

बरवासन

सपोटरा करौली

चांदा

बाण माता(आसावरी)

खोहगंग (खो नागोरियान झालाना पहाड़ी) जयपुर

माणतवाल बागड़ी

जीणमाता (जयंति देवी)

हर्ष पहाड़ी (रेवासा) गौरेया सीकर

बारवाल(बारवाड़)

चौथ माता

चौथ का बरवाड़ा सवाई माधोपुर

मरमट

दुगाय(दुर्गामाता)

गुढ़ा बरथल तह॰ निवाई जि॰ टौंक । मलारना चौड़ बौली सवाई माधोपुर में भी है ।

जोरवाल

ब्रह्माणी माता (प्याली माता),vistada mata

आमेर पहाड़ी जयपुर,पल्लु(हनुमान गढ़),मण्डावरी दौसा ।

ब्याडवाल,गोमलाडू

बांकी माता

माताशुला रायसर तह॰ जमुवारामगढ़ जयपुर

नायी,ककरोड़ा

नारायणी माता

बरवा की पहाड़ी नारायणी धाम तह॰ राजगढ़ अलवर

ध्यावणा

ध्यावण माता

देवरोतह॰ बस्सीजयपुर

सुसावत

अम्बा माता

आमेर पहाड़ी जयपुर

बैन्दाड़ा

आशोजाई माता (चंड माता)

चतरपुरा तह॰ सांभरलेक जयपुर

खोड़ा

सेवड माता

चिताणु तहसील आमेर,जिला- जयपुर

उषारा

बीजासण माता

बीजासण पहाड़ी तह॰ इन्द्रगढ़ जिला बुंदी

चरणावत

कैला माता

कैला पहाड़ी तह॰ सपोटरा करौली । अब  कैला माता को टाटू आदि अन्य गोत्र भी मानने लग गये

जेफ़

बधासन माता

अलवर

शहर,सहरिया

गुमानो माता

गुमानो माता

मांदड़

खुर्रा माता

गांव खुर्रा मण्डावरी लालसोट दौसा

डोबवाल

खलकाई माता

गांव डोब तह॰ लालसोट जि॰ दौसा ।

कटारा

धराल माता

गांव निठारा की पाल त॰ सराड़ा जि॰ उदयपुर ।

पारगी,नटरावत,टौरा,मन्दलावत,चरणावत

काली माता (कालका)

निठाऊवा (बांसवाड़ा),कालीसिंध के किनारे (पीपलदा)दिगोद कोटा ।

हरमोर (कलासुआ)

जावर माता

जावर माइन्स उदयपुर ।

घुणावत

लह्कोड़ माता

गांव पीलोदा तह॰ गंगापुर सीटी जि॰ सवाई माधोपुर ।

गोहली,गोल्ली

चामुंडा देवी

गाँव - टिगरिया ..तह बामनवास सवाई माधोपुर

मेवाल

मैणसी(आसावरी)

कूकस खोरा मेवाल दिल्ली रोड़ आमेर जयपुर । पहले अनासन देवी को भी पूजा था ।

करेलवाल

ईट माता

बुढ़ादित दिगोद कोटा ।

कोटवार,कोटवाल,कोटवाड़

मोरा माता(चन्द्रगुप्त मौर्य की मा का नाम मोरा था)

रायसाना गढ़मोरा करौली ,गांव घुमणा के घुणावतो ने भी मोरा माता का मंदिर बना रखा है वैसे उनकी कुलदेवी लहकोड़ माता है । गांव बिलौना कला लालसोट रोड़ और कमालपुरागढ़मोरा के पास इस गोत्र के बड़े गांव है ।

सीहरा (सीरा)

दांत माता

जमवारामगढ़

मण्डल,माडिया]]

जोगनिया माता

मण्डलगडभीलवाडा

जारेड़ा

बीरटाई माता

मोटीस

टाड माता

घुणावत,कोटवार, (कोटवाल,कोटवाड़)

मोरा माता

गांव घुमणा और रायसाना गढ़मोरा जि॰ करौलीमाता स्थान :- गांव घुमणा और रायसाना गढ़ मोरा जि॰ करौली । घुणावत बाद में लहकोड़ माता गांव पीलेदा त॰ गंगापुर सीटी सवाई माधोपुर को भी मानने लग गये ।

मीणा जाति में सबसे ऊंचा गोत्र कौन सा है?

प्रतिहार या परिहार एक गोत्र है। इस गोत्र के मीणा टोंक, भीलवाड़ा, तथा बूंदी जिले में बहुतायत में पाये जाते हैं। यह गोत्र अपनी प्रभुत्वता के कारण एक अलग पहचान रखती है । प्रतिहार का शाब्दिक अर्थ उलट का प्रहार करना होता है।

अपनी कुलदेवी का पता कैसे लगाएं?

मंगलवार को सुबह स्नान आदि से स्वच्छ पवित्र हो अपने देवी देवता की पूजा करें। इस अवधि में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें ,यहां तक कि बिस्तर और सोने का स्थान तक शुद्ध और पवित्र रखें। ब्रह्मचर्य का पालन करें और मांस-मदिरा से पूर्ण परहेज रखें। इस प्रयोग की अवधि के अन्दर आपको स्वप्न में आपके कुलदेवता/देवी की जानकारी मिल जाएगी।

गोत्र की कुलदेवी कौन सी है?

List Of The Kuldevi (सभी वंश की कुलदेवी).
राठौड़ नागणेचिया.
गहलोत बाणेश्वरी माता.
कछवाहा जमवाय माता.
दहिया कैवाय माता.
गोहिल बाणेश्वरी माता.
चौहान आशापूर्णा माता.
बुन्देला अन्नपूर्णा माता.
भारदाज शारदा माता.

राजस्थान में मीणा जाति की जनसंख्या कितनी है?

जनगणना 2011 के अनुसार राजस्थान में मीणा जनजाति की जनसंख्या 43.46 लाख है। मीणा जनजाति राजस्थान की कुल जनजाति आबादी का लगभग 47 प्रतिशत है।

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