मेसोपोटामिया का शाब्दिक क्या है?
मेसोपोटामिया का शाब्दिक अर्थ यूनानी भाषा में जल के मध्य का क्षेत्र होता है मेसोपोटामिया शब्द मेसोस-मध्य और पोटैसोम नदी से बना है। यह वर्तमान इराक के दजला व फरात नदी के बीच का क्षेत्र है। इस क्षेत्र में तीन सभ्यताओं सुमेरियन की सभ्यता, बेबीलोनिया की सभ्यता तथा असीरियन की सभ्यता का विकास हुआ है। यह सिन्धु सभ्यता
की भाती एक कांस्य युगीन सभ्यता थी। मेसोपोटामिया में सुमेरियन नगरीय जीवन का विकास सबसे पहले 5 हजार ई पू में हुआ था। इस प्रदेश की ज्ञात भाषा सुमेरियन थी। मेसोपोटामिया से मंदिर के अवशेष मिले जो सभ्यता के केन्द्र थे जिसे जिगुरत कहते थे।
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stuti goswami |
नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: Sep 24, 2021, 4:48 PM
Mesopotamia Empire: मेसोपोटामिया के लोग रहने के लिए पक्की ईंटों के मकान का प्रयोग करते थे, ईंटें चिकनी मिट्टी की बनी होती थी।
Image Credit: BCCLMesopotamia Civilization: मेसोपोटामिया सभ्यता, जिसे सुमेरियन सभ्यता के रूप में भी जाना जाता है, यह अब तक मानव इतिहास में दर्ज सबसे
प्राचीन सभ्यता है। मेसोपोटामिया नाम ग्रीक शब्द मेसोस से लिया गया है, जिसका अर्थ है मध्य और पोटामोस, जिसका अर्थ है नदी। मेसोपोटामिया यूफ्रेट्स और टाइग्रिस नदियों के बीच में स्थित एक जगह है जो अब इराक का हिस्सा है। यह सभ्यता प्रमुख रूप से अपनी समृद्धि, शहरी जीवन, विशाल साहित्य, गणित और खगोल विज्ञान के लिए जाना जाता है। उरुक के शुरुआती शासकों में से एक, एनमेरकर के बारे में एक लंबी सुमेरियन महाकाव्य कविता में यहां के शहरी जीवन, व्यापार और लेखन और उपब्धियों के बारे में बताया गया है।कैसी थी सुमेरियन सभ्यता
मेसोपोटामिया या सुमेरियन सभ्यता को विश्व की सबसे पुरानी सभ्यता माना जाता है। इसका समय ईसा से 3500 वर्ष पूर्व माना जाता है। इतिहासकारों का मानना है कि सुमेरी लोगों के भारत व चीन के साथ घनिष्ठ व्यापारिक सम्बन्ध थे। इतिहासकार लैंगडन के अनुसार ध्यान से देखा जाए तो मोहनजोदड़ो सभ्यता की लिपि और मुहरें, सुमेरी लिपि और मुहरों से मिलती-जुलती हैं। शहरीकृत दक्षिण भूमि को सुमेर और अक्कड़ कहा जाता था और भूमि की पहली ज्ञात भाषा सुमेरियन थी।
अक्कादियन स्पीकर के आने पर इसे धीरे-धीरे 2400 ईसा पूर्व के आसपास अक्कादियन द्वारा बदल दिया गया था। सुमेरिया निवासी भी आस्तिक और मूर्तिपूजक थे। वे भी मंदिरों का निर्माण कर उनमें अपने इष्ट देवताओं कि मूर्तियां स्थापित कर उसकी पूजा-अर्चना करते थे।
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मेसोपोटामिया की सभ्यता की विशेषताएं व उपलब्धियां
- विश्व के लिए मेसोपोटामिया की सबसे बड़ी विरासत समय
गणना और गणित की इसकी विद्वतापूर्ण परंपरा है। 1800 ईसा पूर्व के आसपास गुणा और भाग तालिका, वर्ग और वर्ग-मूल तालिकाएं और चक्रवृद्धि ब्याज की तालिकाएं हैं। इनके लेखों में 2 का वर्गमूल इस प्रकार दिया गया था- 1+24/60+51/602+ 10/603।
- गणित के क्षेत्र में उन्होंने सब से पहले 1, 10 और 100 के चिन्हों की खोज की थी।
- इन्होंने खगोल विज्ञान के क्षेत्र में भी उपलब्धि हासिल की और बुध, शुक्र, मंगल, गुरु तथा शनि ग्रहों का पता लगा लिया था।
- उन्होंने आकाश के नक्षत्रों को 12 राशियों में बांट कर
उनके नामकरण भी कर दिए थे। उन्होंने एक पंचांग भी बनाया था और सूर्यग्रहण तथा चंद्रग्रहण के कारणों का भी पता कर लिया था।
- समय देखने के लिए इन्होंने धूप घड़ी और सूर्य घड़ी का भी आविष्कार कर लिया था।
- मेसोपोटामिया की सभ्यता के अंतर्गत सुमेरियन ,बेबीलोन तथा असीरियन की सभ्यताओं का विकास हुआ।
- मेसोपोटामिया के लोग अपने भोजन में गेहूं तथा जौ की रोटी, दूध, दही, मक्खन, फल आदि का प्रयोग करते थे और खजूर से आटा, चीनी, तथा पीने के लिए शराब तैयार करते थे। वे मांस-मछली का भी सेवन करते थे।
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- वे सूती, ऊनी तथा भेड़ की खाल से बने वस्त्र पहनते थे। पुरुषों के वस्त्रों में लुंगी प्रमुख थी, जो आज भी
भारत के बहुत से प्रांतों में पहनी जाती है।
- मकानों का गन्दा पानी निकालने के लिए बनी नालियां मोहनजोदडो और हड़प्पा के नगरों के सामान थीं।
- यहां पर पर्दा प्रथा भी था, लेकिन वह राज-परिवारों तक ही सीमित थी। दहेज़ का प्रचलन था परन्तु विवाह में पिता से प्राप्त दहेज़ पर वधू का ही अधिकार होता था। वहीं विधवा को पति की सम्पति बेचने का अधिकार था।
- यहां के लोगो ने लेन -देन व व्यापार के लिए सिक्के बनाये और नाप तौल के लिए अनेक प्रकार के बांटो का आविष्कार किया।
- मेसोपोटामिया की सभ्यता
द्वारा संसार को दिया गया सबसे बड़ा देन कीलाक्षर लिपि है। इस लिपि में 250 से भी अधिक शब्द थे।
- प्रारम्भ में इनकी लिपि चित्रों पर आधारित थी, जो बाद में ध्वनि पर आधारित हो गयी। लिखने के लिए नरम मिट्टी की बनी तख्तियों पर सरकण्डे की कलम का प्रयोग किया जाता था।
- इसके साक्ष्य निनवेह की खुदाई के दौरान मिले है। जिन पर कहानियां, महाकाव्य , गीतिकाव्य तथा धार्मिक उपदेश संकलित है।
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मेसोपोटामिया सभ्यता का क्या अर्थ है यह शब्द किस भाषा से लिया गया है?
Mesopotamia Civilization: मेसोपोटामिया सभ्यता, जिसे सुमेरियन सभ्यता के रूप में भी जाना जाता है, यह अब तक मानव इतिहास में दर्ज सबसे प्राचीन सभ्यता है। मेसोपोटामिया नाम ग्रीक शब्द मेसोस से लिया गया है, जिसका अर्थ है मध्य और पोटामोस, जिसका अर्थ है नदी।
मेसोपोटामिया का अर्थ क्या है?
मेसोपोटामिया का यूनानी अर्थ है "दो नदियों के बीच"। यह इलाका दजला (टिगरिस) और फ़ुरात (इयुफ़्रेटीस) नदियों के बीच के क्षेत्र में पड़ता है। इसमें आधुनिक इराक़ बाबिल ज़िला, उत्तरपूर्वी सीरिया, दक्षिणपूर्वी तुर्की तथा ईरान का क़ुज़ेस्तान प्रांत के क्षेत्र शामिल हैं। यह कांस्ययुगीन सभ्यता का उद्गम स्थल माना जाता है।
मेसोपोटामिया सभ्यता में कौन सी भाषा बोली जाती है?
मेसोपोटामिया की सभ्यता में जो सबसे प्रथम ज्ञात भाषा हुई, वह सुमेरियन यानि सुमेरी भाषा थी। 2000 ईसा पूर्व के आसपास मेसोपोटामिया में अक्कादी लोग आकर बस गए और धीरे अक्कादी भाषा मेसोपोटामिया सभ्यता की प्रमुख भाषा बन गई। इसने सुमेरी भाषा का स्थान ले लिया था।
मेसोपोटामिया सभ्यता का केंद्र कहाँ स्थित है?
उत्तर : मेसोपोटामिया सभ्यता का विकास दजला एवं फरात नदियों के किनारे, वर्तमान इराक और कुवैत के क्षेत्र में हुआ।