ऑस्ट्रेलिया में सफाई कर्मचारी की सैलरी कितनी है? - ostreliya mein saphaee karmachaaree kee sailaree kitanee hai?

ऑस्ट्रेलिया में सफाई कर्मियों को सालाना 1 करोड़ रुपये सैलरी पहुंच गई है। कई कंपनियों ने घंटों के हिसाब से मिलने वाली सैलरी में भी बढ़ोतरी कर दी है। इसके बावजूद सफाई कर्मी नहीं मिल रहे हैं

MoneyControl News | अपडेटेड Aug 01, 2022 पर 3:54 PM

जानिए क्यों ज्यादा सैलरी के बावजूद इस काम के लिए नहीं मिल रहे हैं कर्मचारी

कई देशों में सफाईकर्मियों की हालत बेहद खराब है। उनको सैलरी भी बहुत कम मिलती है, लेकिन दुनिया में एक ऐसा देश है जहां सफाईकर्मियों को डॉक्टर-इंजीनियर से भी ज्यादा सैलरी मिल रही है। दरअसल, सफाई कर्मचारियों को ऑस्‍ट्रेलिया में बंपर सैलरी मिल रही है। इसके पीछे वजह है कि देश में सफाई कर्मचारियों की भारी कमी है। कई कंपनियां कर्मचारियों की कमी से जूझ रही हैं। इन कंपनियों ने घंटे के हिसाब से कर्मचारियों की वेतन वृद्धि करने का ऐलान किया है। यहां सफाई कर्मियों की डिमांड बहुत ज्यादा है।

ऑस्ट्रेलिया (Australia) में सफाई कर्मचारियों को डॉक्टर-इंजीनियर से भी अधिक सैलरी मिल रही है। सफाईकर्मियों की सैलरी कंपनियां घंटे के हिसाब से बढ़ा रही हैं। इसकी वजह से उनकी सैलरी एक करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। सफाई कर्मियों को औसतन 8 लाख रुपये हर महीने सैलरी मिल रही है। कई कपंनियां सालाना एक करोड़ तक सैलरी देने को तैयार हैं।

सफाई कर्मियों को हफ्ते में 5 दिन काम करना होता है। शनिवार और रविवार दो दिन की छुट्टी रहती है। नए वेतन के हिसाब से बिना अनुभव वाले लोगों को सालाना 72 लाख रुपये तक कमा सकते हैं। वहीं, अनुभव के आधार पर, सैलरी बढ़ सकती है और क्लीनर्स के लिए सालाना सैलरी करीब 1 करोड़ रुपये तक हो सकती है। यानी महीने के करीब 8.33 लाख रुपये। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिडनी की एक क्लीनिंग कंपनी Absolute Domestics के मैनेजिंग डायरेक्टर जोए वेस का कहना है कि सफाई के लिए लोग नहीं मिल पा रहे हैं। लिहाजा उनकी सैलरी बढ़ानी पड़ रही है। कंपनी ने सफाई कर्मचारियों की सैलरी 3600 रुपये प्रति घंटे कर दी है।

ओवर टाइम का अलग से वेतन

सफाई कर्मियों की इतनी ज्यादा कमी है कि कई कंपनियों ने ओवरटाइम के लिए बेहद आकर्षक ऑफर लॉन्च किए हैं। पहले ओवर टाइम काम करने पर 2,700 रुपये प्रति घंटे मिलते थे। लेकिन अब 3,600 रुपये प्रति घंटे हो गए हैं। इसके बावजूद सफाई कर्मियों का अकाल पड़ा हुआ है। साल 2021 से सफाई कर्मियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। कई कंपनियां तो 47,00 रुपये प्रति घंटा भी देने के लिए तैयार है। वहीं खिड़की और गटर साफ करने वाली कंपनी गटर बॉय सालाना 82 लाख रुपये तक देने के लिए तैयार है।

हिंदी में शेयर बाजार, Stock Tips,  न्यूज, पर्सनल फाइनेंस और बिजनेस से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।

स्वीपर और चपरासी जैसे पदों पर काम करने वालों को बेहतर सैलरी के साथ-साथ हफ्ते में दो दिन की छुट्टी भी मिलेगी. आइए जानते हैं कि इन पोस्ट के लिए कैसे अप्लाई किया जा सकता है.

ऑस्ट्रेलिया में चपरासी के पदों पर नौकरी करने वालों की तलाश जारी है. (सांकेतिक फोटो)

Image Credit source: twitter

आमतौर पर नौकरी करने वाले युवाओं को मनमुताबिक सैलरी पाने में सालों लग जाते हैं. वहीं अगर बात करें भारत की तो यहां डी ग्रुप के पदों जैसे चपरासी, स्वीपर और हेल्पर का काम करने वालों की सैलरी बहुत कम होती है. फिर भी इन पदों पर जब कोई वैकेंसी आती है तो इसके लिए ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री रखने वालों के आवेदन भी आते हैं. ऐसे में अगर कहा जाए कि स्वीपर और चपरासी की नौकरी करने वालों को 08 लाख रुपये हर महीने की सैलरी मिल रही है तो यह जानकार सबको हैरानी होगी, लेकिन ऐसा सच में है.

ऑस्ट्रेलिया में कुछ कंपनियां स्वीपर और चपरासी जैसे पदों के लिए 97 लाख रुपये सालाना पैकेज देने को तैयार हैं. दरअसल, इस समय ऑस्ट्रेलिया सफाई कर्मचारियों की कमी का सामना कर रहा है. यही वजह है कि, वहां डी ग्रुप के कर्मचारियों की सैलरी इतनी ज्यादा हो गई है. आपको यह जानकार हैरानी होगी कि, इतनी अच्छी सैलरी के बाद भी लोग इन पदों पर काम करने को तैयार नहीं हैं.

कौन कर सकता है अप्लाई?

ऑस्ट्रेलिया में चपरासी और स्वीपर की नौकरी के लिए कोई विशेष योग्यता तय नहीं हुई है. इसमें अलग-अलग कंपनियों में उनके नियमों के अनुसार योग्यता मांगी गई है. हालांकि, ज्यादातर कंपनियां उन्हें ही स्वीपर और चपरासी के पदों पर नौकरी देती हैं जिनके पास पहले का करने का अनुभव हो. बता दें कि, कंपनियों की ओर से स्वीपर या चपरासी के पदों पर भर्ती के लिए एड जारी किए जाता हैं.

अब प्रति घंटे के हिसाब से सैलरी

ऑस्ट्रेलिया सफाईकर्मियों की कमी का सामना साल 2021 से ही कर रहा है. करीब एक साल पहले यहां सफाईकर्मी को 2700 रुपये प्रति घंटा मिलता था. क्लीनिंग डिपार्टमेंट की सैलरी 45 डॉलर प्रति घंटा यानी भारतीय मुद्रा में यह लगभग 3600 रुपये हो गई है. कुछ सफाई कंपनियां तो 4700 रुपये प्रति घंटा वेतन देने को तैयार हैं.

सिर्फ 8 घंटे की नौकरी वो भी हफ्ते में दो दिन

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्वीपर और चपरासी के पदों पर नौकरी करने वालों को हफ्ते में 2 दिन की छुट्टियां भी मिलेंगी. अन्य कर्मचारियों की तरह स्वीपर को भी 5 दिन ही काम करना होगा. इसके साथ ही सफाईकर्मियों को दिन में 8 घंटे से ज्यादा काम नहीं करना पड़ेगा.

अगर कोई सफाईकर्मी ओवर शिफ्ट काम करना चाहता है, तो उसे 3600 रुपये प्रति घंटे एक्स्ट्रा पैसे मिलेंगे. सफाईकर्मियों की तलाश में कंपनी नए-नए विज्ञापन जारी कर रही हैं. करियर की खबरों के लिए यहां क्लिक करें.

ऑस्ट्रेलिया में सफाई कर्मी का वेतन कितना है?

ऑस्ट्रेलिया (Australia) में सफाई कर्मचारियों को डॉक्टर-इंजीनियर से भी अधिक सैलरी मिल रही है। सफाईकर्मियों की सैलरी कंपनियां घंटे के हिसाब से बढ़ा रही हैं। इसकी वजह से उनकी सैलरी एक करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। सफाई कर्मियों को औसतन 8 लाख रुपये हर महीने सैलरी मिल रही है।

ऑस्ट्रेलिया में मजदूरी कितनी है?

ऑस्ट्रेलिया जैसे देश में प्रतिघंटे न्यूनतम मजदूरी करीब भारतीय रुपए में करीब 1080 है जबकि भारत की बात की जाए तो यह 28 रुपए प्रति घंटे है।

ऑस्ट्रेलिया में सफाई कर्मचारी की जरूरत है क्या?

ऑस्ट्रेलिया सफाईकर्मियों की कमी का सामना साल 2021 से ही कर रहा है. करीब एक साल पहले यहां सफाईकर्मी को 2700 रुपये प्रति घंटा मिलता था. क्लीनिंग डिपार्टमेंट की सैलरी 45 डॉलर प्रति घंटा यानी भारतीय मुद्रा में यह लगभग 3600 रुपये हो गई है. कुछ सफाई कंपनियां तो 4700 रुपये प्रति घंटा वेतन देने को तैयार हैं.

ऑस्ट्रेलिया में सफाई कर्मी के लिए अप्लाई कैसे करें?

(कृपया सोमवार से शुक्रवार तक सुबह ०९.०० - १२.००; या १४.००-१७.०० बजे तक कॉल करें।) अगर आप हमें ई-मेल करते हैं, तो कृपया अपना नाम और पासपोर्ट संख्या भी लिखें। साथ ही अपनी नियोजित भेंट का उद्देश्य भी लिखें।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग