मई २०१२ में ली कचीयांग, शहरीकरण के बारे में एक भाषण देते हुए। |
चीन की पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का प्रीमियर |
पदस्थ |
कार्यालय ग्रहण 15 मार्च 2013 |
शी जिनपिंग |
झांग गोलि |
वेन जियाबाओ |
चीन की पीपुल्स गणराज्य के प्रथम उप प्रधानमंत्री |
पद बहाल 17 मार्च 2008 – 15 मार्च 2013 |
वेन जियाबाओ |
वू यी (Acting) |
झांग गोलि |
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति के 2 रैंक सदस्य |
पदस्थ |
कार्यालय ग्रहण 15 नवम्बर 2012 |
शी जिनपिंग |
वु बंगाऊ |
लिओनिंग के प्रांतीय समिति सचिव |
पद बहाल दिसम्बर 2004 – अक्टूबर 2007 |
झांग वेन्यु |
वेन शिझेन |
हेनान के प्रांतीय समिति के सचिव |
पद बहाल दिसम्बर 2002 – दिसम्बर 2004 |
ली चेंग्यु |
चेन Kuiyuan |
Xu Guangchun |
चीन की कम्युनिस्ट यूथ लीग के प्रथम सचिव |
पद बहाल मई 1993 – जून 1998 |
सोंग देफु |
झोउ च्येंग |
1 जुलाई 1955 (आयु 67) डिंगयुआन काउंटी, अनहुइ |
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी |
चेंग हांग |
पीकिंग विश्वविद्यालय |
ली कचीयांग चीन के प्रधानमंत्री हैं।[1]
पूर्व जीवन[संपादित करें]
ली का जन्म 1 जुलाई 1955 में अनख्वे प्रांत में एक स्थानीय अधिकारी के घर में हुआ। 1974 में उन्होने स्नातक की। वह 1976 में पार्टी में शामिल हुए और 1978 से 1982 तक विश्वविद्यालय के छात्र संघ के प्रमुख के तौर पर वह छात्र राजनीति में सक्रिय हो गए। 1980 के दशक में वह पार्टी की युवा लीग की शीर्ष श्रेणी में शामिल हुए थे जब हू जिंताओं संगठन के प्रमुख थे। ली को 1998 में हेनान प्रांत में पार्टी के उप सचिव के तौर पर चुना गया और वह 2004 में ल्याओनिंग प्रांत में पार्टी के सचिव बन गए।[1]
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ अ आ "कौन हैं ली कचियांग?". बीबीसी हिन्दी. मूल से 8 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 मई 2013.
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
- जीवनी
जिनपिंग ने अपने करीबी को पीएम बनाने के लिए तोड़ दिया पार्टी का नियम, कौन हैं चीन के नए प्रधानमंत्री ली कियांग
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Richa Bajpai| नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 23 Oct 2022, 4:00 pm
चीन (China) के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) रविवार को तीसरी बार सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के मुखिया चुने गए हैं। एक हफ्ते तक चली पार्टी की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस (20 National Congress) में जिनपिंग ने अपनी टीम का ऐलान कर दिया। उनकी टीम में शंघाई के पार्टी सेक्रेटरी ली कियांग को देश के अगले पीएम के तौर पर चुना गया है।
हाइलाइट्स
- जिनपिंग की टीम में 63 साल के ली कियांग देश के अगले प्राइम मिनिस्टर होंगेकियांग को पीएम बनाने के लिए राष्ट्रपति ने एक नियम भी तोड़ दिया है
- ली कियांग के पास उप-प्रधानमंत्री जैसा कोई पद नहीं रहा
प्राइवेट सेक्टर के समर्थक
बदला गया नियम
कियांग, शंघाई में पार्टी के सेक्रेटरी हैं और रविवार को वह जिनपिंग के पीछे चल रहे थे। जिनपिंग के करीबी कियांग को इस साल शंघाई में कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए लाए गए सख्त नियमों के बाद जाना गया। मार्च 2023 में वह औपचाारिक तौर पर देश के पीएम घोषित हो जाएंगे। साल 2017 में जब पार्टी की 19वीं राष्ट्रीय कांग्रेस हुई थी तो वर्तमान पीएम ली केकियांग इसी तरह से
जिनपिंग के पीछे चलते हुए नजर आए थे। केकियांग, पीएम बनने से पहले बाकी प्रधानमंत्रियों की तरह डिप्टी पीएम रहे हैं। लेकिन ली कियांग के पास उप-प्रधानमंत्री जैसा कोई पद नहीं
रहा।
शंघाई के ली कियांग
शंघाई वह जगह है जिसने चीन को कई टॉप लीडर्स दिए हैं। पिछले 33 सालों में यहां से किसी न किसी नेता ने हर बार पोलित ब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी में अपनी
जगह पक्की की है। चीन के मीडिया सूत्रों की मानें तो टेक्नोलॉजी डेवलप करने में और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में ली कियांग का ट्रैक रिकॉर्ड काफी मजबूत रहा है। कियांग से पहले सिर्फ चाऊ एनलाई और हुआ गुओफेंग को ही सीधे प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई थी। हुआ, चीन के संस्थापक माओ त्से तुंग के खास थे। अब जिनपिंग ने अपने करीबी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए नियम बदल दिया है।
ली की वापसी
ऐसा कहा जा रहा है कि कियांग को अगले कुछ महीनों में उप-प्रधानमंत्री बना दिया
जाएगा। नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (NPC) की तरफ से उन्हें यह पद दिया जाएगा। एनपीसी के पास यह ताकत है कि वह कानून बदलकर कियांग को सीधा प्रधानमंत्री पद सौंप दे। कई लोग मान रहे हैं कि ली ने आश्चर्यजनक तौर पर वापसी की
है।
फरवरी में जब शंघाई में कोविड-19 ने पैर फैलाने शुरू किए तो ली का करियर खत्म मना जा रहा था। शहर की अथॉरिटीज को लापरवाही का दोषी ठहराया गया था। कहा गया कि उनकी धीमी प्रतिक्रिया की वजह से वायरस को काबू
में नहीं किया जा सका। इसके बाद यहां पर दो महीने का लॉकडाउन लगाया गया जिसने चीन पर खासा असर डाला।
ली के पास शासन का अच्छा खासा अनुभव है। ली का जन्म वानजाउ में हुआ जिसे उद्यमशीलता और निजी अर्थव्यवस्था के लिए जाना जाता है। सिविल अफेयर्स विभाग में नौकरी से उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी। यहां पर उन पर गरीबों और गांव के लोगों के कल्याण के लिए जरूरी योजनाओं को आगे बढ़ाना था। वानजाउ में सिर्फ 43 साल की उम्र में उन्हें पार्टी का मुखिया बना
दिया गया था। वह इस पद पर पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति थे। वह प्राइवेट सेक्टर के बड़े समर्थक हैं।
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2022 में चीन का प्रधानमंत्री कौन है?
चीन का प्रधानमंत्री कौन है?
अमेरिका के वर्तमान प्रधानमंत्री कौन है 2022?
जो बाइडन | |
उत्तरा धिकारी | फ्रांसिस स्विफ्ट |
जन्म | 20 नवम्बर 1942 स्क्रैंटन, पेंसिल्वेनिया, अमेरिका |
जन्म का नाम | जोसेफ रॉबिनेट बाइडेन जूनियर |
राजनीतिक दल | डेमोक्रेटिक पार्टी |