विषयसूची
विस्थापन का सूत्र क्या होगा?
इसे सुनेंरोकेंएक कण का विस्थापन, सूत्र s=ct3 से प्रदर्शित होता है । यहाँ t समय है एवं c नियतांक है । c का विमीय सूत्र लिखिए ।
दूरी और विस्थापन क्या है?
इसे सुनेंरोकेंगतिमान वस्तु के द्वारा किसी निश्चित समय में तय किए गए मार्ग की लंबाई को दूरी कहा जाता है। किसी निश्चित दिशा में दो बिंदुओं के मध्य तय की गई लम्बवत या न्यूनतम दूरी को विस्थापन कहा जाता है। दूरी एक अदिश राशि हैं। विस्थापन एक सदिश राशि है।
विस्थापन की दर क्या कहलाती है?
इसे सुनेंरोकेंविस्थापन के दर को वेग कहते हैं।
विस्थापन धारा क्या है इसकी आवश्यकता क्यों महसूस की गई इसका मात्रक लिखिए?
इसे सुनेंरोकेंविस्थापन धारा और विद्युत धारा घनत्व का मात्रक समान है। जिस प्रकार विद्युत धारा के संगत एक चुम्बकीय क्षेत्र मौजूद होता है, उसी प्रकार विस्थापन धारा के संगत भी एक चुम्बकीय क्षेत्र का अस्तित्व होता है। किन्तु विस्थापन धारा, गतिमान आवेशों की धारा नहीं है बल्कि समय के साथ परिवर्तनशील विद्युत क्षेत्र के कारण उत्पन्न होती है।
विस्थापन की समस्या क्या है?
इसे सुनेंरोकेंAnswer : विस्थापन उसे कहते हैं जब कोई व्यक्ति अपने घर को छोड़कर दूसरी जगह जाने पर मजबूर हो जाता है या उसे बलपूर्वक वहां से हटा दिया जाता है। गांव और शहरों में विस्थापन की समस्या बढ़ती जा रही है। विकास, रोजगार और अपर्याप्त सुविधाओं के कारण अक्सर लोगों को अपनी जड़ें छोड़कर दूसरी जगह विस्थापित होना पड़ता है।
दूरी और विस्थापन क्या है वर्ग 9?
इसे सुनेंरोकेंदूरी– वस्तु द्वारा किसी समय-अन्तराल में तय किए गए मार्ग की सम्पूर्ण लम्बाई को दूरी कहते हैं। यह एक अदिश राशि है। यह सदैव धनात्मक होती है। विस्थापन– वस्तु की अंतिम स्थिति तथा प्रारंभिक स्थिति के बीच की न्यूनतम दूरी को विस्थापन कहते है।
दुरी और विस्थापन में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंदूरी –किसी गतिमान वस्तु द्वारा किसी समय में तय किए गए मार्ग की लम्बाई को उस वस्तु द्वारा चली गई दूरी कहते हैं। यह अदिश राशि है तथा इसका मात्रक मीटर है। विस्थापन-किसी निश्चित दिशा में वस्तु की अन्तिम तथा प्रारम्भिक स्थितियों के बीच की न्यूनतम दूरी को वस्तु का विस्थापन कहते हैं। यह सदिश राशि है तथा इसका मात्रक मीटर है।
दूरी में परिवर्तन की दर को क्या कहते हैं?
इसे सुनेंरोकेंकिसी वस्तु के वेग मे परिवर्तन की दर को त्वरण (Acceleration) कहते हैं। इसका मात्रक मीटर प्रति सेकेण्ड2 होता है तथा यह एक सदिश राशि हैं। = (३० m/s – १० m/s) / १० सेकेण्ड = २ मीटर प्रति सेकेण्ड2 होगा। किसी वस्तु विशेष द्वारा बदला गया वेग ही त्वरण Acceleration कहलाता है।
विमा कैसे निकालते है?
इसे सुनेंरोकेंयदि हमें किसी भी सूत्र या समीकरण के लिए विमा ज्ञात करनी होती है तो सबसे पहले हमें भौतिक राशियों में आपस में सम्बन्ध स्थापित करना आना चाहिए , सूत्र या समीकरण को मूल राशियों के रूप में लिखकर प्रत्येक मूल राशि की विमा रखकर हल करने से हमें उस सूत्र या समीकरण की विमा प्राप्त होती है।
किस अध्याय में दूरी और विस्थापन क्या है इसके बारे में पूर्ण अध्ययन करेंगे एवं इसके बीच अंतर के सभी बिंदु भी पढ़ेंगे।
कुछ छात्र दूरी और विस्थापन को एक ही जैसा ही मान लेते हैं क्योंकि इनका मात्रक भी समान होता है एवं विमीय सूत्र भी, लेकिन यह दोनों राशियां एक-दूसरे से भिन्न हैं दूरी का केवल परिमाण होता है दिशा नहीं होती है। इसलिए यह एक अदिश राशि है जबकि विस्थापन का परिमाण के साथ-साथ दिशा भी ज्ञात होती है इसलिए यह एक सदिश राशि है।
दूरी
किसी गतिशील वस्तु द्वारा एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक तय की गई कुल लंबाई को उस वस्तु
की दूरी कहते हैं। अर्थात किसी वस्तु या व्यक्ति द्वारा चली गई कुल मार्ग की लंबाई को दूरी distance in hindi कहते हैं।
जैसे – कोई वस्तु किसी बिंदु से पूरब की ओर 3 किलोमीटर चलती है एवं फिर उत्तर की ओर 4 किलोमीटर चलती है तो वस्तु द्वारा तय की गई कुल दूरी 7 किलोमीटर होगी।
दूरी में केवल परिमाण ही होता है दिशा का कोई महत्व नहीं है इसलिए दूरी एक अदिश राशि है।
दूरी का मात्रक
दूरी का SI या MKS पद्धति में मात्रक मीटर है। इसके अलावा इसे किलोमीटर, सेंटीमीटर तथा मिलीमीटर आदि में भी मापते हैं।
दूरी के विभिन्न पैमाने
• 1 प्रकाश वर्ष = 9.46 × 1015 मीटर
• 1 किलोमीटर = 1000 मीटर
• 1 सेमी = 10-2 मीटर
• 1 मिली मीटर = 10-3 मीटर
• 1 माइक्रोमीटर = 10-6 मीटर
• 1 एंग्स्ट्रांग = 10-10 मीटर
• 1 फर्मी = 10-15 मीटर
विस्थापन
किसी गतिशील वस्तु या व्यक्ति की प्रारंभिक तथा अंतिम स्थितियों के बीच की न्यूनतम दूरी को विस्थापन कहते हैं। विस्थापन एक सदिश राशि है।
आइयें विस्थापन (displacement in Hindi) को उदाहरण द्वारा समझते हैं।
जैसा चित्र में दिखाया गया है कि कोई व्यक्ति बिंदु A से पूर्व की ओर चलना प्रारंभ करता है और 8 मीटर चलकर बिंदु B से वह उत्तर की ओर 6मीटर चलकर बिंदु C पर पहुंच जाता है। व्यक्ति
द्वारा चली गई दूरी में विस्थापन क्या है।
व्यक्ति द्वारा चली गई कुल दूरी = 8 + 6 = 10 मीटर है। लेकिन यह विस्थापन नहीं है।
विस्थापन पाइथागोरस प्रमेय से ज्ञात करते हैं क्योंकि व्यक्ति द्वारा चली गई दूरी एक त्रिभुज की आकृति है तब
(विस्थापन)2 = 82 + 62
(विस्थापन)2 = 64 + 36
(विस्थापन)2 = 100 या (10)2
दोनों और वर्गमूल लेने पर
विस्थापन = 10 मीटर
अतः विस्थापन 10 मीटर है यह विस्थापन पूर्व-उत्तर दिशा में होगा।
चूंकि विस्थापन में परिमाण के साथ दिशा भी होती है इसलिए यह सदिश राशि है इसका मात्रक भी मीटर ही होता है।
अतः प्रशन द्वारा स्पष्ट होता है कि विस्थापन का मान पथ पर निर्भर नहीं करता है प्रारंभिक और अंतिम बिंदुओं पर निर्भर करता है।
पढ़ें… 11वीं भौतिक नोट्स | 11th class physics notes in Hindi
दूरी और विस्थापन में अंतर
1 | इसका मान पथ पर निर्भर करता है। | इसका मान वस्तु के प्रारंभिक और अंतिम बिंदुओं पर निर्भर करता है। |
2 | यह एक अदिश राशि है। | यह सदिश राशि है। |
3 | दूरी सदैव अशून्य संख्या ही होती है। | विस्थापन धनात्मक, ऋणात्मक व शून्य भी हो सकता है। |
4 | यदि वस्तु का विस्थापन शून्य होगा तो दूरी शून्य हो भी सकती है न भी हो सकती। | दूरी शून्य होने पर उसका विस्थापन शून्य ही होता है। |
5 | इसका मान विस्थापन के बराबर या उससे बड़ा होता है। | इसका मान दूरी के बराबर या उससे छोटा होता है। |