Hello दोस्तों इस आर्टिकल में हम भारतीय संस्कृति या हिन्दू देवी देवता से संबंधित pujan samagri list in hindi के बारे में जानकारी जानेंगे। Show जैसे कि हमारे प्रिय दर्शनाभिलाषी आप जानते होंगे। कि हमारे हिंदू धर्म में अलग देवी-देवताओं की पूजा अलग-अलग ढंग से की जाती है। और और सबसे रहस्यमई बात यह है कि हमारा धर्म सनातन धर्म अन्य सभी धर्म से अलग एवं विशिष्ट पहचान रखता है। जी हाँ! हमारा हिंदू धर्म संस्कृति विश्व की एकमात्र ऐसी संस्कृति है। जिसमें करोड़ों देवी देवताओं की पूजा एक साथ की जा सकती है। Pujan samagri list in hindi।पूजन सामग्री लिस्ट in hindi।
कमल गट्टा(Lotus जी हां दोस्तों हमने ऊपर जाना है। पूजन सामग्री में क्या-क्या सामान जरूरी होता है। इन सामग्रीयो के बिना हिंदू संस्कृति में पूजा-पाठ अधूरा माना जाता है यह जो सामग्रियां है। हमारे धर्म संस्कृति और हिंदू देवी देवताओं को अलग पहचान देते। देखिए अब हम पूजा की सामग्री का उपयोग कैसे करते हैं। और कब कौन सी सामग्री उपयोग में आती है। उसके बारे में हम अपने इस पोस्ट में जानेंगे और यह जानेने पर आपको आपके घर में किसी प्रकार की पूजन सामग्री कब लानी है। उसमे भी आपकोआसानी होगी। Table of Contents
विवाह में पूजन सामग्री लिस्ट।हिंदू सनातन संस्कृति के अनुसार विवाह जब तक पूर्ण नहीं होता है तब तक की अग्नि को साक्षी मान सात फेरे और पंडित द्वारा पढ़े गए वचनो को साक्ष नहीं मानते। तथा मैं कुछ पूजन सामग्री लगती है जो हम आपको बता रहे हैं।
विवाह में होने वाले कार्यक्रममेहंदीविवाह दूल्हे और दुल्हन को आर्टिस्ट के द्वारा मेहंदी लगाई जाती है और ऐसा माना जाता है।यदि यह मेहंदी अधिक रंग देती है तो दोनों में अधिक प्रेम की वजह होती है संगीतविवाह में रंगमंच कार्यक्रम होता है। इसमें संगीत के लिए संगीत डेकोरेशन किया जाता है। जिसमें लोगों की पसंद के गाने चलाए जाते हैं। और अलग अलग व्यक्ति अलग-अलग गाने पर डांस करता ह हल्दीविवाह में हल्दी एक शुभ शगुन के रूप में मानी जाती है। हल्दी का आदान प्रदान किया जाता है लड़का तथा लड़की पक्ष द्वारा एक दूसरे के घर पहुंचाई जाती है और यह हल दूल्हे दुल्हन को उनके परिवार के सदस्य और रिश्तेदारों के द्वारा अपने क्षेत्रीय गीत गाते हुए लगाई जाती है। कुल देवी या देवता पूजनअक्सर देखा जाता है। विवाह में कुल देवी देवता की पूजा अर्चना की जाती अलग-अलग जगह पर इन देवी देवता की पूजा अलग-अलग ढंग से की जाती है। पूजा के दौरान बैंड बाजे लगाए जाते हैं। तथा इष्ट देवता को नारियल सिंदूर और भोग लगाकर प्रसन्न किया जाता है। तो वही कहीं-कहीं जीव की बलि भी दी जाती है Read also – लिंग किसे कहते हैं नवरात्रि मे दुर्गा पूजा के लिए पूजन सामग्रीदेखिए दोस्तों आप जानते होंगे दुर्गा पूजा को हमारी संस्कृति मैं बहुत अधिक माना जाता है। इस पूजा के दौरान माता दुर्गा को प्रसन्न किया जाता है। और मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की 9 दिनों तक पूजा की जाती है
हेलो दोस्तों हमने आपको इस पोस्ट में pujan samagri list in hindi|पूजन सामग्री लिस्ट in hindi| के बारे में आपको जानकारी दी यदि आप हमारी द्वारा दी गई जानकारी को पढ़कर संतुष्ट हैं। तो हमारी इस पोस्ट पर कृपया लाइक और कमेंट करें। धन्यवाद! विश्वकर्मा पूजा में सामग्री क्या क्या लगता है?विश्वकर्मा पूजा सामग्री (Vishwakarma Puja Samagri). सुपारी, रोली, पीला अष्टगंध चंदन, हल्दी, लौंग, मौली, लकड़ी की चौकी. पीला कपड़ा, मिट्टी का कलश, नवग्रह समिधा, जनेऊ, इलायची. इत्र, सूखा गोला, जटा वाला नारियल, धूपबत्ती, अक्षत, धूप, फल, मिठाई. बत्ती, कपूर, देसी घी, हवन कुण्ड, आम की लकड़ी, दही, फूल. विश्वकर्मा पूजा पर क्या नहीं करना चाहिए?विश्वकर्मा पूजा के दिन न करें ये काम. विश्वकर्मा पूजा के दिन औजारों, मशीन और उपकरणों की पूजा अर्चना करना चाहिए। ... . विश्वकर्मा पूजा के दिन औजारों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि भगवान विश्वकर्मा को देवताओं का शिल्पकार माना जाता है।. इस दिन मांस-मंदिरा से दूर रहना चाहिए वरना आपके रोजगार और व्यापार पर बुरा असर पड़ सकता है।. विश्वकर्मा पूजा कैसे की जाती है?वैसे तो शास्त्रों में हर व्रत त्योहार पर विधिविधान से पूजा करने का विधान है, लेकिन विश्वकर्मा जयंती (Vishwakarma Puja 2022) पर न सिर्फ धूप-दीप और पुष्प से पूजा की जाती है, बल्कि इस दिन हम सभी को अपने औजार, हथियार की भी साफ-सफाई करनी चाहिए। अगर देखा जाए तो भगवान विश्वकर्मा के प्रति सच्ची श्रद्धा यही है।
विश्वकर्मा पूजा कितने बजे करना चाहिए?विश्वकर्मा जयंती 2022 का शुभ मुहूर्त
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस वर्ष 17 सितंबर 2022 को विश्वकर्मा पूजा की जाएगी. इसके लिए पहला शुभ मुहूर्त सुबह 7.39 बजे से सुबह 9.11 बजे तक है. वहीं, दूसरा शुभ मुहूर्त दोपहर 01.48 बजे शुरू होगा, जो शाम 4 बजकर 52 मिनट तक रहेगा.
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