हमारे पास क्वेश्चन का दिया हुआ है कि एक आपतित किरण समतल दर्पण पर 30 डिग्री के कोण पर स्थित हो रही है ठीक है रितेश डिग्री का आपतन कोण बना रही है तो परावर्तन कोण का मान क्या होगा हमको बताना है ठीक है तो चलिए इसका उत्तर देखते हैं तो देखी हमने माना कि हमारे पास क्या कोई समतल दर्पण है इस तरीके से यह क्या कोई समतल दर्पण है जिसकी इस तरफ ने जो है पेंट किया हुआ है तो इससे क्या होगा कि जो दूसरा वाला तल है वह क्या हो जाएगा परावर्तक तल हो जाएगा जो गलत है वह क्या हो जाएगा यह हो जाएगा परावर्तक तल ठीक है यह परावर्तक कल हो गया है और यहां पर जो हमने इस तरीके से माना कि कोई प्रकाश किरण
जो इस तरीके से यहां पर यह पृथ्वी ठीक है यह प्रकाश क्यों कुछ इस तरीके से यहां पर आपके तो हो रही है और आप यहां पर आप तो होने के बाद इस तरीके से परावर्तित हो गई ठीक है इस तरीके से परावर्तित हो गई और यहां पर हमने माना इस जगह पर क्या है इस तरीके से यह जो है अभिलंब है इसको दिखाते हम लोग इनसे तो यह जो है क्या है यह आपतित किरण है क्या है यह आपतित प्रकाश किरण है यह क्या है परावर्तित प्रकाश किरण है तो यहां पर क्या होता है कि अविलंब जो है आप तो प्रॉब्लम के साथ जो कॉल बनाती है उसे हम लोग कहते हैं
पंकज को दिखाते स्मॉल आई से और जब परावर्तित किरण हैं वह विलेन के साथ जो कॉल बनाती है उसको हम लोग जो कहते हैं परावर्तन को है उसको दिखाते हैं इस मदरसे तो देखिए परावर्तन के लिए दूसरा नहीं है मैं वह हमसे यह कहता है कि जो एंगल आई है वो एंगल आर के बराबर होगा ठीक है कि आप तन कोण का मान परावर्तन कोण के बराबर होगा तो हमारी टेस्ट क्वेश्चन में हमको एंगल हाईकमान दिया हुआ है कितना है 30 डिग्री है तो एंगल आई का मान जो एंकर आर के बराबर भी होगा यानी कि हम कह सकते हैं कि एंगल आर का मान भी क्या हो जाएगा 30 डिग्री के बराबर होगा यानी कि जब परावर्तन को है उसका मानवीय क्या होगा 30 डिग्री होगा जो 30° में क्या हो जाएगा इस क्वेश्चन का एक दम करेक्ट आंसर हो जाएगा तो हमारी इस क्वेश्चन में उनसे यह पूछा गया था थैंक यू