आँखों की puffiness कैसे दूर करे? - aankhon kee puffinaiss kaise door kare?

नई दिल्ली
आज की लाइफस्टाइल में नींद पूरी न होना आम समस्या है। इसके चलते कई बार हमारी आंखों में पफीनेस यानी हल्की सूजन आ जाती है जिससे हमारा चेहरा थका हुआ और बीमार दिखने लगता है। अंडर आई बैग्स तनाव और थकान की निशानी हैं। कई बार यह इस हद तक बढ़ जाता है कि काजल और मेकअप भी इसे छिपा नहीं पाते और आपको कहीं भी जानें में शर्म महसूस होने लगती है। हम आपके लिए लाएं हैं कुछ टिप्स जो आपकी आंखों को तरोताजा करते हुए इनकी पफीनेस दूर करने में मदद करेंगे। आंखों पर रखें खीरे के स्लाइस
अंडर आई पफीनेस दूर करने के लिए खीरा बेहतरीन है। अपने कसैले गुण की वजह से खीरा आंखों के आसपास की थकी मांसपेशियों को शांत करता है। ठंडे खीरे की दो स्लाइस लें और आंखों पर 25-30 मिनट तक रखें। ये स्लाइस आंखों पर रखकर सो जाएं। इससे आपका दिमाग रीफ्रेश होगा साथ ही आंखों को राहत मिलेगी।

टी बैग्स
अगर आप जल्दबाजी में हैं और सूजी हुई आंखें लेकर बाहर नहीं जाना चाहतीं तो टी-बैग्स आपकी मदद कर सकते हैं। दो ग्रीन टी-बैग लेकर इन्हें हल्का गीला करें फिर फ्रिज में रख दें। अब इन्हें आंखों पर 25 से 30 मिनट तक आंखो पर रखें। इसके बाद ठंडे पानी से आंखें और मुंह धो लें।

ठंडी चम्मच

आंखो की पफीनेस एक ग्लास ठंडे पानी और चार चम्मचों से दूर हो सकती है। ग्लास में आइस कोल्ड पानी लें। इसमें दो चम्मच डालकर ठंडी करें फिर आंखों पर रख लें। इसके बाद बची हुई दो चम्मचों को ठंडा होने रख दें। यह प्रक्रिया तब तक अपनाएं जब तक आराम न मिल जाए। इससे भी आपको तुरंत आराम मिलता है।
आलू
आलू को दो भागों में काटकर आंखें बंद करके उन पर रखें। इन्हें ऐसे रखें ताकि आंखों के नीचे की सूजन अच्छी तरह कवर हो जाए। इसे 15-20 मिनट तक आंखों पर रखें। आपको आई बैग्स और पफीनेस में काफी फर्क नजर आएगा और इनका साइज धीरे-धीरे घट जाएगा।

विटमिन ई ऑइल

एक बोल में ठंडा पानी लें और इसमें कुछ बूंदें विटमिनट ई ऑइल की डालें। इसे अच्छी तरह मिला लें। इस मिक्सचर को रुई में भिगोकर आंखों पर 20 मिनट के लिए रखें इससे आंखों के आसपास सूजन में राहत मिलेगी।

ठंडा दूध
आंखों का दर्द और थकान दूर करने के लिए दूध भी एक बेहद कारगर तरीका है। दूध में मौजूद वसा सूजी और थकी आंखों के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इस्तेमाल के लिए ठंडे दूध में रुई के एक मध्यम आकार के गोले को कुछ देर डुबोएं और फिर इसे आंखों के आस-पास धीरे-धीरे मसाज करें। मसाज करने के दौरान पलकों को थोड़ी थोड़ी देर के लिए बंद भी करें।

गुलाबजल
गुलाब जल तनाव से भरी और थकी आंखों के लिए एक नैचरल रिलैक्सिंग प्रोसेस का काम करता है। साथ ही इसके इस्तेमाल से आंखों के नीचे के डार्क सर्कल भी कम होते हैं और त्वचा मुलायम और आकर्षक बनती है। वहीं गुलाब जल के रोजाना इस्तेमाल से आंखों की नमी भी बनी रहती है।

बर्फ से करें सिंकाई

अगर आपकी आंखों में तनाव के साथ-साथ सूजन भी हो तो उसे ठंडे पानी से धोएं या बर्फ से सेंके। इसके लिए किसी साफ कॉटन कपड़े में बर्फ के कुछ टुकड़े लपेटें और उसे अपनी बंद आंखों पर थोड़ी-थोड़ी देर के लिए रखें। ऐसा करके 5-10 मिनट में आपकी आंखों से सूजन चली जाएगी और आंखों में थकान भी नहीं रहेगी।

अंडे का पैक
अंडे के सफेद भाग को एक ब्रश की सहायता से अपनी आंखों के आस-पास लगाएं। करीब 20 मिनट बाद साफ पानी से धो लें। ऐसा करने से आपकी त्वचा में भी कसाव आ जाएगा और आंखों

मेकअप
इन उपायों के अलावा आप मेकअप के जरिये तुरंत पफी-आईज से छुटकारा पा सकते हैं। कंसीलर, एंटी पफीनेस आई-क्रीम, अंडर-आईज पैचेज, आदि प्रॉडक्ट्स से भी आंखों की सूजन को तुरंत दूर किया जा सकता है लेकिन इनका प्रयोग डॉक्टर की सलाह से ही करें।

शरीर में न होने दें पानी की कमी
अपने शरीर में पानी की कमी न होने दें। दिन में कम से कम 6-7 लीटर पानी पिएं। आंखों में सूजन का यह बड़ा कारण है।

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आँखों की सूजन (फूली आँखें): आँखों के नीचे की सूजन से छुटकारा कैसे पाएँ

आँखों की सूजन और आँखों के नीचे के काले घेरे कई कारणों से होते हैं, जिनमें चेहरे की वंशानुगत विशेषताएँ, एलर्जियाँ, तनाव, आँखों की थकान और व्यक्ति विशेष की त्वचा की विशेषताएँ, जैसे उसकी सतही बनावट, शामिल हैं।

हालांकि कुछ घरेलू नुस्खे, जैसे खीरे के आरामदेह स्लाइस आँखों की सूजन से अस्थायी राहत दे सकते हैं, पर यदि आपको अधिक दीर्घस्थायी समाधान चाहिए तो आपको समस्या का मूल कारण जानना होगा।

आँखों की सूजन क्यों होती है?

आँखों के इर्द-गिर्द साधारण सूजन का यह अर्थ है कि आस-पास की त्वचा के ऊतक में तरल पदार्थ अधिक मात्रा में इकट्ठा हो गए हैं, जिसे एडीमा कहते हैं। चूंकि आँखों के इर्द-गिर्द की त्वचा शरीर में सबसे पतली होती है, अतः यहाँ आने वाली सूजन और बेरंगता काफ़ी साफ दिख जाती है।

पर तरल पदार्थ इकट्ठा होकर आँखों की सूजन पैदा करते ही क्यों हैं?

आँखों की सूजन आमतौर पर कई कारणों से होती है, जैसे:

  1. नमक का अधिक सेवन, जिसके कारण तरल पदार्थ इकट्ठा होने लगते हैं

  2. शोथ और सूजन उत्पन्न करने वाली एलर्जियाँ

  3. साइनस की समस्याएँ

  4. निर्जलीकरण (पानी की कमी)

  5. थकान और नींद की कमी

  6. तनाव

  7. रोना

  8. बढ़ती आयु

  9. चेहरे की वंशानुगत विशेषताएँ

हालांकि अंतिम उत्तर बहुत संतोषजनक नहीं है, पर यह सच है कि कई लोगों की आँखें सिर्फ़ इसलिए सूजी दिखती हैं क्योंकि यह लक्षण उनके परिवार में पीढ़ियों से चल रहा होता है।

आयु बढ़ने के साथ, आँखों की सूजन आंशिक रूप से तब भी उत्पन्न हो सकती है जब आँखों के हड्डीमय कोटर के अंदर आँखों की सुरक्षा करने वाला वसा ऊतक आँख को आगे की ओर धकेलने लगता है और आँख के नीचे मौजूद स्थानों को भर देता है।

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आयु बढ़ने के साथ वह झिल्ली या "सेप्टम" पतली होता जाता है जो ऊपरी और निचली, दोनों पलकों में वसा को थामे रखता है। इस झिल्ली के पतली हो जाने पर, वसा नीचे उतरने लगता है और आगे की ओर बल लगाने लगता है। ऐसा होने पर आँख के नीचे बैग या उभार बनने लगते हैं।

सुबह-सुबह आँखें क्यों सूजी होती हैं?

सोने के दौरान हम पलकें नहीं झपकाते हैं। और आंशिक रूप से इस कारण के चलते आँखों के नीचे सूजन आ जाती है।

आँखों के नीचे स्ट्रेस या नींद कम के वझे से काले घेरे आ सख्ते हैं

पलकों के लिए झपकना कुछ ऐसा ही है जैसे पैरों के लिए चलना। निष्क्रिय रहने पर कुछ लोगों के पैरों में सूजन आ जाती है, और जैसे ही वे चलना शुरू करते हैं तो उनके पैरों की पेशियां इकट्ठा हो गए तरल पदार्थों (एडीमा) को "दुहकर" उन्हें वापस परिसंचरण में पहुँचा देती हैं, जिससे वह सूजन चली जाती है।

ऐसी ही क्रिया पलकों में भी होती है। नींद के दौरान पलकें बंद रहती हैं और झपकती नहीं हैं, इससे कुछ लोगों, जिनमें यह समस्या आम है, की पलकें सूज जाती हैं। इसलिए जब वे सुबह उठते हैं तो उनकी पलकें असामान्य रूप से फूली और सूजी हुई होती हैं। जब आप अपनी आँखें खोलते हैं और पलकों को झपकाना शुरू करते हैं, तो इस सूजन का कुछ हिस्सा लगभग घंटे भर में गायब हो जाता है।

क्या आँखों की सूजन किसी चिकित्सीय अवस्था का संकेत है?

जब आँखों की सूजन अनपेक्षित रूप से हो, तो कभी-कभी वह किसी अंतर्निहित चिकित्सीय आवस्था का संकेत होती है।

उदाहरण के लिए, थायरॉइड नेत्र रोग से ग्रस्त लोगों में आँखों के इर्द-गिर्द के ऊतकों और पेशियों में सूजन आ सकती है। साथ ही, बाहर को निकली आँखें ग्रेव्स रोग नामक एक थायरॉइड विकार का संकेत हो सकती हैं।

मौसमी/परागज ज्वर (हे फ़ीवर) आदि अवस्थाओं से संबंधित नेत्र एलर्जियाँ भी आँखों में सूजन पैदा कर सकती हैं। अन्य प्रकार की एलर्जियाँ, जैसे कुछ खाद्य पदार्थों या रसायनों के प्रति प्रतिक्रियाएँ, भी पलकों में सूजन पैदा कर सकती हैं।

एलर्जिक प्रतिक्रिया के दौरान शरीर की कुछ कोशिकाएँ हिस्टामिन नामक रसायन उत्पन्न करती हैं जो शरीर के ऊतकों पर कई प्रतिकूल प्रभाव डालता है, जैसे रक्त वाहिकाओं से तरल पदार्थों का रिसाव। ये तरल पदार्थ आस-पास के ऊतकों में फंस जाते हैं, जिससे एडीमा (तरल पदार्थ एकत्रण के कारण सूजन) उत्पन्न हो जाता है।

आपकी आँखों में किसी प्रकार का संक्रमण, जैसे कंजंक्टिवाइटिस, होने पर भी पलकें फूल व सूज सकती हैं और आँखों के नीचे काले घेरे बन सकते हैं।आँखों की यह सूजन आँखों के संक्रमण से जुड़े शोथ के कारण होती है जो पास मौजूद पलकों को सीधे तौर पर प्रभावित करता है। साथ ही, आँखों में ख़ुश्की से भी आँखों के फूलने व सूजने की समस्या पैदा हो सकती है।

दैहिक रोग, जिनमें गुर्दों की विफलता शामिल है, आँखों के इर्द-गिर्द समेत पूरे शरीर में सूजन पैदा कर सकते हैं।

आँखों की सूजन के कुछ उपचार क्या हैं?

आँखों की सूजन और काले घेरों का सर्वोत्तम समाधान ढूंढने के लिए मूल कारण की पहचान करना ज़रूरी है।

यदि आपकी माता या पिता की आँखें फूली या सूजी रहती हैं, तो हो सकता है कि आपको यह गुण उन्हीं से मिला हो। इस मामले में, आप फुलाव या सूजन घटाने के लिए कॉस्मेटिक सर्जरी पर विचार कर सकते हैं।

आयु बढ़ने के कारण आँख सूजने के लिए भी संभवतः कॉस्मेटिक समाधान ही आवश्यक होगा।

आप अपनी पलकों से संबंधित चिंताओं के हल के लिए उपलब्ध विकल्पों पर अपने ऑप्टिशियन या किसी कॉस्मेटिक सर्जन से चर्चा कर सकते हैं। इन विकल्पों में केमिकल पील, लेज़र स्किन रीसरफ़ेसिंग कार्यविधियाँ, कुछ प्रेस्क्रिप्शन त्वचा उत्पाद, और ब्लेफैरोप्लास्टी यानी पलकों की सर्जरी शामिल हैं।

ब्लेफैरोप्लास्टी में ऊपर और नीचे की पलकों से अतिरिक्त वसा ऊतक और त्वचा के आधिक्य को हटा दिया जाता है और त्वचा व पेशियों को कसा जाता है ताकि सूजन/फुलाव और झुर्रियां घट जाएं।

कई अस्थायी नुस्खे आँखों के इर्द-गिर्द की सूजन घटाने में मदद कर सकते हैं, जैसे:

  • एलर्जियों के कारण होने वाली जलन व खुजली में राहत देने वाले आई ड्रॉप्स का उपयोग, यदि उपयुक्त हो तो

  • पानी की कमी से बचने के लिए भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ पीना

  • पलकें सूजने पर बर्फ़ से सेंकना

  • बंद आँखों के ऊपर खीरे के स्लाइस या बर्फ़ जितने ठंडे टी बैग्स रखना

  • विशेष रूप से आँखों के इर्द-गिर्द उपयोग के लिए बनाई गईं क्रीम्स और अन्य त्वचा उत्पादों का उपयोग करना

  • अपने आहार में नमक घटाना

  • अपने शरीर से अतिरिक्त तरल पदार्थ बाहर निकालने के लिए पोटेशियम की अधिक मात्रा वाले खाद्य पदार्थ खाना, जैसे केले

  • अपने चेहरे और आँखों पर ठंडा पानी डालना

  • पर्याप्त नींद और विश्राम लेना

पलकों की सूजन घटाने में प्रयोग होने वाली क्रीमों और मरहमों में प्रायः फेनिलएफ्रिन होती है — यह दवा रक्त वाहिकाओं को संकुचित करके उनका व्यास घटा देती है। इससे सूजी हुई पलकों पर संभावित रूप से दोहरा प्रभाव हो सकता है।

पहला, यदि पलकों की पतली त्वचा के नीचे मौजूद रक्त वाहिकाओं के जाल के दिखने के कारण काले घेरे दिखते हैं, तो वाहिकाओं को संकुचित करने से कालापन घट सकता है।

दूसरा, रक्त वाहिकाओं को संकुचित करने से उनके अंदर से होने वाले तरल पदार्थों के रिसाव की संभावना घट सकती है, और इससे सूजन में कमी आ सकती है।

हालांकि, इन उत्पादों को अपनी आँखों के इर्द-गिर्द लगाते समय सावधान रहें। यदि ग़लती से वे आँख में लग गए, तो आपको एक गंभीर शोथकारी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ सकता है जिसे केमिकल कंजंक्टिवाइटिस कहते हैं। यदि ऐसा हो, तो तुरंत अपने ऑप्टिशियन या डॉक्टर को दिखाएँ।

पेज प्रकाशित किया गया Monday, 2 November 2020

पेज अपडेट किया गया Thursday, 11 August 2022

पफी आइज को कैसे ठीक करें?

ठंडा पानी (Home Remedies For Puffy Eyes) ठंडा पानी लें। फिर इसमें एक साफ कपड़ा भिगो लें। अब इस कपड़े को अपनी आंखों के नीचे लगाकर रख दें। इसका उपयोग 2-3 बार करें

सूजी हुई आँखों को कैसे हटाएं?

4 टी बैग्स की मदद से भी आप आंखों की सूजन कम कर सकते हैं। इसके लिए उबले हुए पानी में टीबैग्स डालें और जब ये पानी ठंडा हो जाए, तब इस ठंडे टी बैग्स को थोड़ी देर के लिए अपनी आंखों पर रखें। 5 रात को सोने से पहले रुई या कॉटन पैड को दूध में डुबोकर 5-10 मिनट के लिए आंखों पर रखें। ऐसा करने से सुबह आंखें फ़्रेश दिखेगी।

पलकों की सूजन को कैसे कम करें?

पलकों से सूजन आंख तक आ जाना।.
पलकों को दिन में तीन से चार बार साफ पानी से साफ करें।.
पलकों को गर्म पानी के भाप से सेंकें। ... .
आंखों को हलके हाथों से मसाज करें इससे भी ग्लैंड्स एक्टिव होंगी और आराम मिलेगा।.
गंभीर स्थितियों में डॉक्टर एंटीबॉयोटिक्स भी देते हैं।.
स्क्रीन से नजरे हटा कर अधिक से अधिक आंखों को रेस्ट दें।.

आंखों की पलकों पर सूजन क्यों आती है?

आंखों या पलकों का लाल होना और उनका सूज जाना। आंखों का सूखना, स्पष्ट दिखाई न देना, आईलैशेज पर पपड़ी जम जाना और उसका कड़ा हो जाना। पलकें झपकने पर आंखों में भारीपन महसूस होना। इस तरह के लक्षण प्रायः सुबह नींद से उठने के बाद ज्यादा परेशान करते हैं।

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