आधुनिक आवर्त नियम क्या है ?`? - aadhunik aavart niyam kya hai ?`?

प्रश्न है आधुनिक आवर्त नियम क्या है आधुनिक आवर्त सारणी की तीन विशेषताएं लिखिए दोस्तों में आकर आधुनिक आवर्त नियम बताना है पहले तो आधुनिक आवर्त नियम क्या था कि तत्वों के तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण भौतिक एवं रासायनिक गुण एवं रसायनिक गुनगुन के परमाणु क्रमांक के उनके परमाणु क्रमांक के आवट फलाने ठीक है फलन है इसका अर्थ दोस्तों की जो आधुनिक आवर्त सारणी तैयार हुआ उसमें क्या है कि तत्व अपने परमाणु क्रमांक के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित ठीक है अर्थात यही उसका आधुनिक आवर्त नियम भी है ठीक है तो पूछा जा रहा है कि आधुनिक आवर्त सारणी की किन्हीं तीन विशेषताओं को लिखे थे क्या किन्हीं तीन विशेषताएं में क्या होता है तो उससे पहले विशेषता होती है कि धातु और अधातु तत्व को पृथ्वी कर दिया गया ठीक है

धातु आधुनिक आवर्त सारणी में धातु एवं अधातु तत्व को अधातु तत्व को पृथ्वी कर दिया गया ठीक है फिर ठीक कर दिया गया है ठीक है इसका मतलब है दोस्तों की जो आधुनिक आवर्त सारणी है उसमें भाई और धातु को रखा गया और दाएं और अधातु धातुओं को रखा गया है इस प्रकार से इस में धातु और अधातु को प्रीति कर दिया क्या ठीक है जो आधुनिक आवर्त सारणी है वह तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास पर आधारित है ठीक है तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास इलेक्ट्रॉनिक विन्यास पर आधारित है ठीक है विन्यास पर आधारित है आधारित आधारित है ठीक है और तीसरी विशेषता क्या है दोस्तों तीसरी विशेषता है कि कि संक्रमण तत्व को सामान तत्वों से अलग कर दिया क्या ठीक है संक्रमण

तत्व को सामान्य तत्व से सामान्य तत्व से अलग कर दिया गया अलग कर दिया गया है इसका अर्थ है दोस्तों की जो हमारे आधुनिक आवर्त सारणी में 4 ब्लॉक ए पी एस पी डी एफ डी के और जो डी ब्लॉक के तत्व है वह क्या है संक्रमण तत्व इसीलिए इसकी विशेषताएं में से एक विशेषता होती है कि संक्रमण तत्व को सामान तत्वों से अलग कर दिया गया था सभी डी ब्लॉक के तत्व के संक्रमण तत्व टिक्की मुख्यतः तीन विशेषता बता दिया और अमृत आधुनिक आवर्त नियम क्या दोस्तों बहुत ही कर सैनिक उनके परमाणु क्रमांक के आवर्ती फलन है ठीक है धन्यवाद दोस्तों

आवर्त नियम (Periodic law) रसायन शास्त्र का एक महत्वपूर्ण नियम है। 1869 ई. में रूस के प्रसिद्ध रसायनज्ञ मैंडलीफ ने इसका प्रतिपादन किया। इस नियम के अनुसार तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके परमाणु भारों के आवर्ती फलन होते हैं। अर्थात् तत्वों को यदि उनके परमाणुभार के क्रम में रखा जाए तो उनके गुणधर्म की पुनरावृत्ति एक नियत क्रम में होती रहती है और समान रासायनिक गुणधर्मवाले तत्व एक निश्चित क्रम में मिलते हैं।

अधिक परिशुद्धतापूर्वक विचार करने पर यह पता चला कि परमाणुभार के क्रम में तत्वों को रखने पर भी कुछ विषमताएं रह जाती हैं। आधुनिक अनुसंधानों से अब यह स्पष्ट हो गया है कि परमाणु का मूलभूत गुण परमाणु संख्या है, परमाणुभार नहीं। अत: मोजले ने कहा कि तत्वों के वर्गीकरण का आधार भी परमाणुभार के स्थान पर परमाणु संख्या होनी चाहिए। उसके द्वारा प्रस्तुत आधुनिक आवर्त नियम निम्नलिखित है:

"तत्वों के गुणधर्म उनकी परमाणु संख्याओं के आवर्ती फलन हैं। अर्थात् यदि तत्वों को उनकी परमाणु संख्याओं के अनुसार रखा जाय तो समान गुणधर्मवाले तत्व नियमित अंतर के बाद पड़ते हैं।"

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • आवर्त सारणी

Aadhunik Awart Niyam Kya Hai

GkExams on 17-11-2022

आधुनिक आवर्त नियम : इस नियम के अनुसार तत्वों के रासायनिक एवं भौतिक गुण-धर्म उनके परमाणु संख्याओं के आवर्ती फलन होते हैं। जानकारी रहे की मोस्ले ने आवर्त सारणी का आधुनिक दीर्घ रूप दिया जहाँ वर्गीकरण का आधार परमाणु संख्या थी।

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सम्बन्धित प्रश्न

आधुनिक आवर्त नियम किसने दिया

मेंडेलीफ़ की आवर्त नियम

आधुनिक आवर्त नियम के प्रवर्तक है ?

आधुनिक आवर्त सारणी किसने बनाया

मेंडेलीफ़ की आवर्त सारणी


Comments Raj on 26-11-2022

Athunik avart neyam

Mahak Bhatnagar on 27-10-2022

Adhunik avart niyam

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उद्देश्य:

आधुनिक आवर्त सारणी का अध्ययन करना।

सिद्धांत:

आवर्त सारणी : यह रासायनिक तत्वों की एक तालिका है जो परमाणु संख्या के क्रम में इस प्रकार व्यवस्थित है कि समान परमाणु संरचना वाले तत्व ऊर्ध्वाधर स्तंभ में प्रदर्शित होते हैं।

आधुनिक आवर्त नियम : आधुनिक आवर्त नियम कहता है "तत्वों के रासायनिक एवं भौतिक गुण-धर्म उनके परमाणु संख्याओं के आवर्ती फलन होते हैं"। आधुनिक आवर्त सारणी (चित्र 1) आधुनिक आवर्त नियम पर आधारित है।

चित्र 1

मुख्य विशेषताएं:

  • वर्ग - आवर्त सारणी में 18 ऊर्ध्वाधर स्तंभ (वर्टिकल कॉलम) होते हैं। प्रत्येक स्तंभ एक वर्ग कहलाता है। एक वर्ग के सभी तत्वों के समान रासायनिक और भौतिक गुण-धर्म होते हैं क्योंकि उनके बाहरी इलेक्ट्रॉनों की संख्या समान होती है।
  • आवर्त - आवर्त सारणी में तत्व पंक्तियों में क्रमबद्ध होते हैं। समान आवर्त के तत्वों की इलेक्ट्रॉन कक्षाओं की संख्या समान होती है।

संबंधित शब्दावलियां:

  1. परमाणु संख्या : किसी तत्व की परमाणु संख्या उस तत्व के परमाणु के नाभिक में मौजूद प्रोटोन की संख्या होती है।
  2. द्रव्यमान संख्या : किसी तत्व की द्रव्यमान संख्या उस तत्व के परमाणु के नाभिक में मौजूद न्यूट्रॉन की संख्या होती है।
  3. परमाणु द्रव्यमान : परमाणु द्रव्यमान किसे परमाणविक कण, उप-परमाणविक कण, या नाभिक का द्रव्यमान होता है।
  4. इलेक्ट्रॉनिक विन्यास : इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, परमाणविक या आणविक कक्षाओं में किसी परमाणु के इलेक्ट्रॉनों का वितरण है।
  5. गलनांक : वह तापमान जिसपर कोई तत्व अपनी अवस्था को ठोस से द्रव में बदलता है उसे तत्व का गलनांक कहते हैं।
  6. क्वथनांक : वह तापमान जिसपर द्रव का वाष्प दाब द्रव के आसपास के दाब के बराबर हो जाता है और द्रव वाष्प में परिवर्तित हो जाता है उसे उस तत्व का क्वथनांक कहते हैं।

तत्वों का वर्गीकरण:

  1. वर्ग 1 में, जिसका स्थान सबसे बाईं ओर होता है, उसमें क्षारीय धातु रहते हैं (Li, Na, K, Rb, Cs और Fr)।
  2. क्षारीय मृदा धातु वे धात्विक तत्व होते हैं जो आवर्त सारणी के वर्ग 2 में पाए जाते हैं।
  3. आवर्त सारणी के मध्य भाग में वर्ग 3 -12 में पाए जाने वाले तत्व संक्रमण तत्व कहलाते हैं। संक्रमण तत्वों में, संयोजी इलेक्ट्रॉन एक से अधिक शेल में मौजूद होते हैं। कुछ मामूली अपवाद के साथ, संक्रमण धातु परमाणुओं की इलेक्ट्रॉनिक संरचना को [ ]ns 2 (n-1)d m के रूप में लिखा जा सकता है, जहां आंतरिक d कक्षा में संयोजी-शेल s कक्षा की तुलना में अधिक ऊर्जा होती है।
  4. वर्ग 18 में, जिसका स्थान सबसे दाईं ओर होता है, आदर्श गैसें होती हैं ( He, Ne, Ar, Kr, Xe और Rn )। उनके सबसे बाहरी शेल्स में 8 इलेक्ट्रॉन होते हैं, He को छोड़कर, क्योंकि इसका बाहरी शेल होता है K और इसमें अधिकतम 2 इलेक्ट्रॉन ही रह सकते हैं।
  5. आंतरिक संक्रमण तत्व:
    1. परमाणु संख्या 58 से 71 (Ce से Lu) वाले 14 तत्व लैंथेनाइड्स कहलाते हैं और उन्हें तत्व लैंथेनम (La), समान अवस्थिति (आवर्त 6 में वर्ग 3) में परमाणु संख्या 57, के साथ रखा जाता है क्योंकि उनके बीच बहुत अधिक समानता है। हालांकि, सुविधा के लिए, उन्हें मुख्य आवर्त सारणी के नीचे अलग से दिखाया जाया है।
    2. परमाणु संख्या 90 से 103 (Th से Lr) वाले 14 तत्व ऐक्टिनाइड्स कहलाते हैं और उन्हें तत्व लैंथेनम (Ac), समान अवस्थिति (आवर्त 7 में वर्ग 3) में परमाणु संख्या 89, के साथ रखा जाता है क्योंकि उनके बीच बहुत अधिक समानता है। उन्हें भी मुख्य आवर्त सारणी के नीचे लैंथेनाइड्स के साथ दिखाया जाता है।

आवर्त सारणी में आवर्ती रुझान:

चित्र 2 में, आधुनिक आवर्त सारणी में वर्ग और आवर्तों के अनुदिश तत्वों भौतिक एवं रासायनिक गुण-धर्मों की सचित्र व्याख्या की गई है।

चित्र 2

Source : //en.wikipedia.org

आधुनिक आवर्त नियम क्या है?

आवर्त सारणी : यह रासायनिक तत्वों की एक तालिका है जो परमाणु संख्या के क्रम में इस प्रकार व्यवस्थित है कि समान परमाणु संरचना वाले तत्व ऊर्ध्वाधर स्तंभ में प्रदर्शित होते हैं। आधुनिक आवर्त नियम : आधुनिक आवर्त नियम कहता है "तत्वों के रासायनिक एवं भौतिक गुण-धर्म उनके परमाणु संख्याओं के आवर्ती फलन होते हैं"।

आधुनिक आवर्त नियम कितने हैं?

आधुनिक आवर्त सारणी में 7 आवर्त एवं 18 समूह हैं

15 आधुनिक आवर्त नियम क्या है?

Solution : आधुनिक आवर्त नियम-"तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके परमाणु क्रमांक (संख्या) के आवर्ती फलन होते हैं।" <br> विशेषताएँ (1) यह आवर्त सारणी तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास पर आधारित है। <br> (2) इसमें धातु और अधातु तत्वों को पृथक् कर दिया गया है।

आधुनिक आवर्त नियम क्या है आवर्त सारणी के किसी आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर परमाणु?

अतः हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि आधुनिक आवर्त सारणी के आवर्त में परमाणु का परमाणु आकार बायें से दायें जाने पर घटता जाता है। बाएं से दाएं और नीचे से ऊपर की ओर जाने पर आयनन ऊर्जा बढ़ती है। बाएं से दाएं और नीचे से ऊपर की ओर जाने पर इलेक्ट्रॉन बंधुता बढ़ती है। परमाणु त्रिज्या दाएं से बाएं और ऊपर से नीचे बढ़ती है।

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