अंग्रेजों के आगमन से पूर्व भारत की राजभाषा थी - angrejon ke aagaman se poorv bhaarat kee raajabhaasha thee

Independence Day 2022 : 15 अगस्त भारत की स्वतंत्रता से सम्बंधित वह सुनहरा दिन है जब वर्षों से गुलामी झेल रहे भारतीयों को स्वतंत्रता प्राप्त हुए थी. भारतीय इतिहास में ये दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है. आज हम यहाँ आपके लिए भारतीय इतिहास से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी ले कर आयें हैं , जिससे आपको पता चलेगा कि, अंग्रेज पहली बार कब और क्यों भारत आए थे?

Independence Day 2022 :  हर साल की तरह,इस वर्ष भी  भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  15 अगस्त को दिल्ली स्थित लाल किले  पर  तिरंगा फहराएंगेI इस वर्ष भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण कर रहा है जिसके उपलक्ष्य में हम आजादी का अमृत महोत्सव पर्व मना रहें हैं I स्वतंत्रता दिवस के दिन, हम उन सभी महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देते हैं  और याद करते हैं जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण योगदान दिया और जिनकी वजह से आज हम स्वतंत्र हैं I स्वतंत्रता दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है और इस दिन देश के सभी प्रमुख प्रतिष्ठान,  सरकारी कार्यालय, डाकघर, बैंक और स्टोर इत्यादि बंद रहते हैं I

आजादी से पहले भारत एक ब्रिटिश उपनिवेश था और अंग्रेजों  ने भारत पर लगभग 200 वर्षों तक शासन किया, इस अवधि के दौरान भारतीयों ने बहुत कष्ट और गुलामी सहन की  और स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी I आइये जाने भारतीय इतिहास के उन महत्वपूर्ण तथ्यों  को जिनके कारण  पहली बार अंग्रेज भारत आए I

सर्वप्रथम अंग्रेज मुग़ल काल में भारत आये  थे, परन्तु  31 दिसंबर 1600 को,  ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को ईस्ट इंडीज के साथ व्यापार करने के लिए ब्रिटिश सम्राज्ञी एलिजाबेथ प्रथम से एक रॉयल चार्टर प्राप्त हुआ थाI जिसके बाद भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना हुई थी,  कंपनी की स्थापना के साथ ही भारत में अंग्रेजों ने अपने पैर फैलाने शुरू कर दिए थे और इसी के साथ भारत यूरोपीय देशों के लिए महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र बन गया I यूरोपीय देशों के मध्य भारत में मसालों के व्यापार पर एकाधिकार स्थापित करने की होड़ सी लग गई , जिसके परिणामस्वरूप कई युद्ध भी हुए I

ब्रिटिश ईस्ट कंपनी का गठन कैसे हुआ?

दक्षिण व दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के साथ व्यापार करने के लिए 1600 ई. में जॉन वाट्स और जॉर्ज व्हाईट द्वारा ब्रिटिश जॉइंट स्टॉक कंपनी, जिसे ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से जाना जाता है, की स्थापना की गयी थी। प्रारंभ में इस जॉइंट स्टॉक कंपनी के शेयरधारक मुख्य रूप से ब्रिटिश व्यापारी और अभिजात वर्ग के लोग थे और ईस्ट इंडिया कंपनी का ब्रिटिश सरकार के साथ कोई सीधा संबंध नहीं था।

भारत में 15 अगस्त को ही क्यों स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है?

अंग्रेजो का भारतीय उपमहाद्वीप में आगमन

24 अगस्त, 1608 को व्यापार के उद्देश्य से भारत के सूरत बंदरगाह पर अंग्रेजो का आगमन हुआ था, लेकिन 7 वर्षों के बाद सर थॉमस रो (जेम्स प्रथम के राजदूत) की अगवाई में अंग्रेजों को सूरत में कारखाना स्थापित करने के लिए शाही फरमान प्राप्त हुआ। इसके बाद, ईस्ट इंडिया कंपनी को मद्रास में अपना दूसरा कारखाना स्थापित करने के लिए विजयनगर साम्राज्य से भी  इसी प्रकार का शाही फरमान प्राप्त हुआ था।

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धीरे-धीरे अंग्रेजों ने अपनी कूटनीति से अन्य यूरोपीय व्यापारिक कंपनियों को भारत से बाहर खदेड़ दिया और अपने व्यापारिक संस्थाओं का विस्तार किया। अंग्रेजों ने भारत के पूर्वी और पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में कई व्यापारिक केंद्र स्थापित किए और कलकत्ता, बॉम्बे और मद्रास के आसपास ब्रिटिश संस्कृति को विकसित किया गया। अंग्रेज मुख्य रूप से रेशम, नील, कपास, चाय और अफीम का व्यापार करते थे।

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किस प्रकार और क्यों एक ब्रिटिश कंपनी का भारतीय सत्ता पर एकाधिकार हो गया?

व्यापार के दौरान अंग्रेजो ने देखा कि भारत सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक तौर पर बिलकुल ही अस्त-व्यस्त है तथा लोगों में आपसी मतभेद है और इसी मतभेद को देखकर अंग्रेजो ने भारत पर शासन करने की दिशा में सोचना प्रारंभ किया था .

सन 1750 के दशक तक ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारतीय राजनीति में हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया था। 1757 में प्लासी की लड़ाई में रॉबर्ट क्लाईव के नेतृत्व में ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला को पराजित कर दिया था . इसके साथ ही भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन स्थापित हो गया था.

अंततः 1857 के पहले स्वतंत्रता आंदोलन या 1857 के विद्रोह के बाद, 1858 में भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन का अंत हो गया था. भारत से ईस्ट इंडिया कंपनी की विदाई के बाद ब्रिटिश क्राउन का भारत  पर सीधा नियंत्रण हो गया, जिसे ब्रिटिश राज के नाम से जाना जाता है.

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FAQ

प्लासी की लड़ाई कब हुई थी?

1757 में प्लासी की लड़ाई में रॉबर्ट क्लाईव के नेतृत्व में ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला को पराजित कर दिया था.

ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना किसने की थी?

दक्षिण व दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के साथ व्यापार करने के लिए 1600 ई. में जॉन वाट्स और जॉर्ज व्हाईट द्वारा ब्रिटिश जॉइंट स्टॉक कंपनी, जिसे ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से जाना जाता है, की स्थापना की गयी थी.

भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना कब हुई थी?

भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 1600 में हुई थी.

अंग्रेजों के आगमन से पहले भारत की राजभाषा कौन सी थी?

(१) संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी, संघ के शासकीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग होने वाले अंकों का रूप भारतीय अंकों का अंतर्राष्ट्रीय रूप होगा।

भारत में अंग्रेजों के आने से पहले किसका राज था?

हिन्दूकुश से लेकर अरुणाचल तक और कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक युधिष्ठिर और उसके पूर्ववर्ती राजाओं के अलावा राजा विक्रमादित्य, चंद्रगुप्त मौर्य और मिहिरकुल ने ही संपूर्ण भारत पर शासन किया था। इसके बाद अंग्रेज काल में अफगानिस्तान को भारत से मुगल काल में ही अलग कर दिया गया था

अंग्रेजों के आगमन से पूर्व भारत की राजधानी क्या थी?

ब्रिटिश राज 1858 और 1947 के बीच भारतीय उपमहाद्वीप पर ब्रिटिश द्वारा शासन था। ... ब्रिटिश राज.

अंग्रेजों का पूर्ण रूप से भारत में आगमन कब हुआ?

अंग्रेजो का भारतीय उपमहाद्वीप में आगमन 24 अगस्त, 1608 को व्यापार के उद्देश्य से भारत के सूरत बंदरगाह पर अंग्रेजो का आगमन हुआ था, लेकिन 7 वर्षों के बाद सर थॉमस रो (जेम्स प्रथम के राजदूत) की अगवाई में अंग्रेजों को सूरत में कारखाना स्थापित करने के लिए शाही फरमान प्राप्त हुआ

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