भारतीय संविधान के अनुच्छेद 4 में क्या है? - bhaarateey sanvidhaan ke anuchchhed 4 mein kya hai?

विवरण

4(1) अनुच्छेद 2 या अनुच्छेद 3 में निर्दिष्ट किसी विधि में पहली अनुसूची और चौथी अनुसूची के संशोधन के लिए ऐसे उपबंध अंतर्विष्ट होंगे जो उस विधि के उपबंधों को प्रभावी करने के लिए आवश्यक हों तथा ऐसे अनुपूरक, आनुषंगिक और पारिणामिक उपबंध भी (जिनके अंतर्गत ऐसी विधि से प्रभावित राज्य या राज्यों के संसद में और विधान-मंडल या विधान-मंडलों में प्रतिनिधित्व के बारे में उपबंध हैं) अंतर्विष्ट हो सकेंगे जिन्हें संसद आवश्यक समझे।

(2) पूर्वोक्त प्रकार की कोई विधि अनुच्छेद 368 के प्रयोजनों के लिए इस संविधान का संशोधन नहीं समझी जाएगी।

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अनुच्छेद 4 में क्या लिखा गया है?

अनुच्छेद ४ 'पहली अनुसूची और चौथी अनुसूची के संशोधन तथा अनुपूरक, आनुषंगिक और पारिणामिक विषयों का उपबंध करने के लिए अनुच्छेद २ और अनुच्छेद ३ के अधीन बनाई गई विधियाँ' के विषय में विशेष उपबन्ध करता है।

संविधान के भाग 4 में क्या दिया गया है?

सही विकल्प 4 राज्य नीति के निर्देशक सिद्धांत है। भारतीय संविधान का भाग IV अनुच्छेद 36 से अनुच्छेद 51 तक राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांतों से संबंधित है। ये राज्य द्वारा कानून बनाते समय विचार करने के लिए संविधान द्वारा दिए गए निर्देश हैं।

संविधान के भाग 4 में कितने अनुच्छेद हैं?

भारतीय संविधान 22 भागों में विभजित है तथा इसमे 395 अनुच्छेद एवं 12 अनुसूचियां है। ... भारतीय संविधान के भाग.

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