बसंत के मौसम में हम क्या देख सकते हैं? - basant ke mausam mein ham kya dekh sakate hain?

विषयसूची

  • 1 बसंत के मौसम में क्या होता है?
  • 2 बसंत ऋतु की क्या विशेषता होती है?
  • 3 वर्षा ऋतु को संस्कृत में क्या कहते हैं?
  • 4 बसंत ऋतु कब से कब तक?
  • 5 ऋतु में कितनी होती है?
  • 6 वसंत ऋतु आने पर प्रकृति में क्या क्या परिवर्तन होते हैं?

बसंत के मौसम में क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंइस ऋतु के आने पर सर्दी कम हो जाती है, मौसम सुहावना हो जाता है, पेड़ों में नए पत्ते आने लगते हैं, आम के पेड़ बौरों से लद जाते हैं और खेत सरसों के फूलों से भरे पीले दिखाई देते हैं I अतः राग रंग और उत्सव मनाने के लिए यह ऋतु सर्वश्रेष्ठ मानी गई है और इसे ऋतुराज कहा गया है। यह एक सन्तुलित (Temperate) मौसम है।

वर्षा ऋतु का दूसरा नाम क्या है?

भारत में कुल कितनी ऋतु होती हैं?

S. No.Name in EnglishName in Hindi
1 Summer ग्रीष्म
2 Rainy वर्षा
3 Autumn शरद्
4 Pre-winter हेमन्त

बसंत ऋतु की क्या विशेषता होती है?

इसे सुनेंरोकेंवसन्त ऋतु हम सभी को आनंद देने वाला होता है। भारत में वसन्त ऋतु मार्च, अप्रैल और मई के महीने में आती है। वसन्त ऋतु में तापमान में नमी आ जाती है और सभी जगह हरे-भरे पेड़ों और फूलों के कारण चारों तरफ हरियाली और रंगीन दिखाई देता है। वसंत ऋतु के आगमन पर सब लोग वसंत पंचमी का त्यौहार मना खुशियाँ मनाते हैं।

1 वर्ष में कितने मौसम होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंवर्षा, ग्रीष्म, शरद, हेमंत, शिशिर, वसंत.

वर्षा ऋतु को संस्कृत में क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंवर्षा ऋतु (Rainy Season) इस ऋतु का समय जुलाई से सितंबर (श्रावन से भाद्रपद) तक का होता हैं इस ऋतु में वर्षा अधिक होती है ।

वसंत ऋतु को क्या कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंवसंत ऋतु को अंग्रेजी में स्प्रिंग(spring) कहा जाता है. वसंत ऋतु को सभी ऋतुओं का राजा माना जाता है. पतझड़ के बाद आने वाले वसंत के मौसम में फूलों की नई कलियां खिलती हैं.

इसे सुनेंरोकेंइस ऋतु के आने पर सर्दी कम हो जाती है, मौसम सुहावना हो जाता है, पेड़ों में नए पत्ते आने लगते हैं, आम के पेड़ बौरों से लद जाते हैं और खेत सरसों के फूलों से भरे पीले दिखाई देते हैं I अतः राग रंग और उत्सव मनाने के लिए यह ऋतु सर्वश्रेष्ठ मानी गई है और इसे ऋतुराज कहा गया है।

बसंत ऋतु कब से कब तक?

इसे सुनेंरोकेंवसंत ऋतु चैत्र और वैशाख माह अर्थात मार्च-अप्रैल में, ग्रीष्म ऋतु ज्येष्ठ और आषाढ़ माह अर्थात मई जून में, वर्षा ऋतु श्रावण और भाद्रपद अर्थात जुलाई से सितम्बर, शरद ऋतु अश्‍विन और कार्तिक माह अर्थात अक्टूबर से नवम्बर, हेमन्त ऋतु मार्गशीर्ष और पौष माह अर्थात दिसंबर से 15 जनवरी तक और शिशिर ऋतु माघ और फाल्गुन माह अर्थात 16 …

वसंत को ऋतुराज क्यों कहा जाता है class 8?

इसे सुनेंरोकेंस्वास्थ्य, सौंदर्य और स्फुर्ति का वातावरण होता है। पक्षियों का कलरव चारों ओर सुनाई देता हे। बच्चे, बूढ़े सभी के चेहरों पर नया नूर झलकता है। प्रकृति के इसी परिवर्तन के कारण वसंत को ‘ऋतुराज’ या ‘ऋतुओं की रानी’ कहा जाता है।

ऋतु में कितनी होती है?

इसे सुनेंरोकेंऋतु को 6 भागों में बांटा गया है. वर्षा, ग्रीष्म, शरद, हेमंत, शिशिर, वसंत. हर ऋतु एक अलग ही आनंद और उत्साह लोगों में देखने को मिलता है.

वसंत ऋतु से पहले कौन सी ऋतु आती है?

इसे सुनेंरोकेंभारतीय जलवायु को ध्यान में रखते हुए मौसम को 6 ऋतुओं में बांटा गया है। ऋतुओं के नाम क्रमानुसार वसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, हेमंत ऋतु और शीत ऋतु है।

वसंत ऋतु आने पर प्रकृति में क्या क्या परिवर्तन होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंपतझड़ के बाद वसंत के आगमन का संकेत प्रकृति के बदलते परिवेश से लगने लगा है। पेड़-पौधे नए पत्ते धारण करने लगे हैं, फूल खिलने लगे हैं और खेतों में पीले-पीले सरसों के फूल लहराने लगे हैं। प्रकृति के नए श्रृंगार के साथ ही वासंती बयार भी बहने लगी है। वसंत पंचमी का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है।

वर्ाथ को ऋतुओं की रानी क्यों कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंऋतुओं में ग्रीष्म, वर्षा, शरद तथा पतझड़ भी वातावरण को प्रभावित करते हैं लेकिन वसंत ऋतु के आते ही पसीना, ठिठुरना, कीचड़ आदि नकारात्मक तत्त्व नही होते। पुष्प स्वयं खिलते हैं। प्रकृति की नई सुषमा चारों और वातावरण में छा जाती है। आलस्य और निराशा दूर भाग जाते है।

About Spring Season in Hindi – वसंत ऋतु सभी ऋतुओं में सबसे अच्छी होती है, क्योकिं जब यह ऋतू आती है, तो प्राकृतिक में चारो और रंग छा जाते है। हालाकिं 6 प्रकार की ऋतुएँ होती है, लेकिन वसंत ऋतु इन सब में सबसे शानदार मौसम लेकर आती है। यह ऋतू सर्दी और गर्मी के बीच में आती है, यानि की फरवरी स मार्च के बीच के महीने वसंत ऋतु के होते है।

इस मौसम में कई तरह के पक्षी देखने के लिए मिलते है, इस मौसम में नीलकंठ भी देखने को मिलते है। आम के पेड़ो पर गौर आने लगता है, इसके अलावा और भी कई कई तरह के फूल इस मौसम में खिलने लगते है। यह मौसम कड़ाके की ठण्ड को दूर कर मौसम को सामान्य कर देता है। इस मौसम में पहाड़ो की बर्फ भी धीरे धीरे पिघलना शुरू हो जाती है।

जिस समय उत्तरी गोलार्ध में वसंत ऋतु का मौसम आता है, उस समय दक्षिणी गोलार्ध में शरद ऋतु का मौसम होता है। वसंत ऋतु मन कई तरह के त्यौहार भी आते है। इस लेख में हम वसंत ऋतु कब आती आती है? वसंत ऋतु पर निबंध (Spring Season Essay in Hindi) और इससे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में जानेगे। तो आइये सबसे पहले वसंत ऋतु के बारे में जानते है –

  • About Spring Season in Hindi | वसंत ऋतु के बारे में जानकारी
  • Spring Season Meaning in Hindi
  • भारत में कितनी ऋतुएँ होती हैं?
  • वसंत ऋतु की विशेषताएं (Characteristics of Spring Season)
  • वसंत ऋतु का महत्त्व (Importance of Spring Season )
  • वसंत ऋतु पर कविता हिंदी में (Spring Season Poem in Hindi) 
  • वसंत ऋतु पर निबंध | Spring Season Essay in Hindi
    • प्रस्तावना
    • वसंत ऋतु आनंद और खुशियों का मौसम
    • निष्कर्ष
  • 10 Sentences About Spring Season in Hindi

वसंत उत्तर भारत और इसके समीपवर्ती देशो की छह ऋतुओं में से एक है। वसंत ऋतु की शुरुआत वर्ष के अंत और प्रारम्भ से शुरू होती है, और यह शुक्ल पंचमी से शुरू होकर फागुन के आखिरी दिनों में खत्म हो जाती है। वसंत ऋतु (Spring Season) के दौरान चारो और प्राकृतिक में रंग आ जाते है। मौसम सुहावना होने लगता है, और आम के पेड़ो पर बोर आना शुरू हो जाता है। खेतो में सरसो के ऊपर पीले फूल खिलने लगते है।

भारत का एक बड़ा त्यौहार होली भी इसी ऋतु में मनाया जाता है। इस मौसम में बहुत से मुख्य त्यौहार आते है, जिसके कारन वसंत ऋतु को ऋतुराज भी कहते है। बच्चे वसंत ऋतु के मौसम में पतंग उड़ाते है। लोग तालाबों आदि में घूमने के लिए जाते है। इस ऋतु में मौसम सुहावना होता है, ना ज्यादा गर्मी होती है, और ना ही ज्यादा ठण्ड होती है। पेड़ो पर नई पत्तियां आने लगती है।

Spring Season Meaning in Hindi

वसंत ऋतु का मतलब “फूलों का गुच्छा” होता है, जिसका English Meaning “A Bunch of Flowers” होता है। वसंत ऋतु सर्दियों और गर्मियों के मौसम के बिच का समय होता है, जब फिर से फूल और पेड़ – पौधे बढ़ने लगते है। पौराणिक कथाओं के अनुसार वसंत ऋतु को कामदेव का पुत्र माना गया है, जिसका वर्णन करते हुए कवि देव कहते है, की रूप और सौन्दर्य के देवता कामदेव के घर पुत्रोत्पत्ति का समाचार सुनते है,

पूरी प्रकृति में एक लहर आ जाता है, और यह झूम उठती है। और खुद को तरह तरह के रंगो से सजा लेती है। और कोयल गीत सुनाकर प्रकृति को बहलाती है, हवा पालना झुलाती है। वसंत ऋतु के बारे में भगवान् श्री कृष्ण ने गीता में कहा है, में सभी ऋतुओं में वसंत ऋतु हुं। वसंत ऋतु का मुख्य त्यौहार वसंत पंचमी है, और इसके अलावा इस ऋतु में होली, शिवरात्रि, जैसे कई बड़े त्यौहार हर्सोल्लास के साथ मनाये जाते है।

भारत में कितनी ऋतुएँ होती हैं?

भारत की जलवायु वर्ष में बहुत बार बदलती है। इसी बदलती जलवायु के आधार मौसम को अलग अलग ऋतुओं में विभाजित किया गया है। हालाकिं ज्यादातर लोग Summer Season, Monsoon Season और Winter Season के बारे में जानते है। लेकिन इनके अलावा भी भारत में कई ऋतुओं होते है। और सभी ऋतुओं का अपना एक अलग महत्त्व होता है। तो आइये जानते है, भारत में कितनी ऋतुए होती है –

भारत में मौसम के आधार पर मुख्य रूप से 6 प्रकार की ऋतुएँ होती है, जिनके नाम की List आपको निचे दी गयी है –

S.N. नाम (Hindi) नाम (English) माह (Month)
1 वसंत ऋतु Spring फरवरी – मार्च
2 ग्रीष्म ऋतु Summer अप्रैल – जून
3 वर्षा ऋतु Monsoon जुलाई – मध्य सितम्बर
4 शरद ऋतु Autumn सितम्बर – नवम्बर
5 हेमंत ऋतु Winter मध्य अक्टूबर – दिसम्बर
6 शिशिर ऋतु Pre-winter दिसम्बर – जनवरी

वसंत ऋतु की विशेषताएं (Characteristics of Spring Season)

  • वसंत ऋतु सर्दियों और गर्मियों के मौसम के बिच का समय होता है, इस दौरान ठण्ड कम हो जाती है, और मौसम बहुत सुहावना होता है।
  • वसंत ऋतु के दौरान सभी पेड़ो पर नये पत्ते आना शुरू हो जाते है, चारो और प्राकृतिक में नये नये रंग खिलने लगते है।
  • वसंत ऋतु में सभी पशु – पक्षियों, और जीव जंतुओं का आलस दूर हो जाता है, और एक स्वस्थ ऊर्जा का एहसास होता है।
  • वातावरण पूरी तरह से साफ़ हो जाता है, ठंडी और ताज़ी हवाएं चलती है।
  • कुछ फसल पक कर तैयार हो जाती है, जिनका इंतजार किसने बहुत समय से कर रहे होते है।
  • वसंत ऋतु के आने से शरीर स्वास्थ्य भी अच्छा हो जाता है, और मानसिक तनाव दूर होता है, एक सकारत्मक ऊर्जा देखने को मिलती है।
  • इस ऋतु के दौरान दिन और रात एक सामान होते है, ना तो ज्यादा सर्दी होती है, और ना ही ज्यादा गर्मी होती है।

वसंत ऋतु का महत्त्व (Importance of Spring Season )

सभी ऋतुओं का अपना एक अलग महत्त्व होता है। ठीक उसी तरह से वसंत ऋतु का भी अपना एक अलग महत्त्व है। वसंत ऋतु अपने सुहावने मौसम के साथ साथ त्योहारों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होती है। इस मौसम में शीत ऋतु जाने के बाद प्रक्रति खुद को सवारने लगती है। जिन पेड़ो पर पतझड़ में पत्ते झाड़ जाते है, उन पर नए पत्ते आना शुरू हो जाते है, जिससे की ठंडी हवाएं और अच्छी ऑक्सीजन मिलने लगती है। यह मौसम सभी तरह की फसलों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।

क्योकिं शीत ऋतु में सभी पेड़ पौधे और फसलों का विकास रुक जाता है, लेकिन वसंत ऋतु के आते ही तापमान थोड़ा बढ़ने लगता है, और खेतो में उगाई गयी फसल पकने लगती है। वसंत ऋतु मनुष्य के साथ साथ पशु – पक्षियों और अन्य जीवो के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होती है। वसंत के दौरान फूल खिलना शुरू हो जाते है, जिससे मधुमक्खियों द्वारा उनका परागण होना शुरू हो जाता है। इससे और भी अच्छी पैदावार होती है। इस मौसम में रात और दिन समान होती है।

वसंत ऋतु पर कविता हिंदी में (Spring Season Poem in Hindi) 

होकर मगन आया है वसंत – विवेक हिरदे

गाओ सखी होकर मगन आया है वसंत
राजा है ये ऋतुओं का आनंद है अनंत।

पीत सोन वस्त्रों से सजी है आज धरती
आंचल में अपने सौंधी-सौंधी गंध भरती।

तुम भी सखी पीत परिधानों में लजाना,
नृत्य करके होकर मगन प्रियतम को रिझाना।

सीख लो इस ऋतु में क्या है प्रेम मंत्र
गाओ सखी होकर मगन आया है वसंत।

राजा है ऋतुओं का आनंद है अनंत
गाओ सखी होकर मगन आया है वसंत।

नील पीत वातायन में तेजस प्रखर भास्कर
स्वर्ण अमर गंगा से बागों और खेतों को रंगकर।

स्वर्ग सा गजब अद्भुत नजारा बिखेरकर
लौट रहे सप्त अश्वों के रथ में बैठकर।

हो न कभी इस मोहक मौसम का अंत
गाओ सखी होकर मगन आया है वसंत।

राजा है ऋतुओं का आनंद है अनंत
गाओ सखी होकर मगन आया है वसंत।

वसंत ऋतु पर निबंध | Spring Season Essay in Hindi

वसन्त ऋतु एक बहुत ही सुखद मौसम होता है, यह भारत में मार्च, अप्रैल और मई के महीने में आता है। इस मौसम में लोगो को सर्दियों से राहत मिलती है। इस मौसम में तापमान में नमि आने लगती है, चारो और हरियाली छा जाती है। इस मौसम का मुख्य त्यौहार वसंत पंचमी होता है, जिसे लोग ख़ुशी से मनाते है।

प्रस्तावना

वसंत ऋतु साल का सबसे अच्छा मौसम होता है, जिसे विशेष रूप से बच्चे बहुत पसंद करते है। इस मौसम में शांति और आरामदायक मौसम का अनुभव होता है। वसंत ऋतु को सभी ऋतुओं की रानी भी कहा जाता है। कवियों ने वसंत ऋतु के ऊपर बहुत ही सुन्दर सुन्दर कविताये भी लिखी है, यह मौसम सर्दियों के बाद और गर्मियों से पहले आता है। वसंत ऋतु का आगमन मार्च के महीने से शुरू होता है, और यह मई के महीने तक रहता है। मौसम के शुरुआत से ही पृथ्वी पर हरियाली छाने लगती है।

सभी पेड़ो पर नई पत्ते आना शुरू हो जाते है, जो की वृक्षों के लिए नए कपड़ो की तरह होते है। फूलों की महक बढ़ जाती है, सभी पक्षियां चहकना शुरू कर देते है। आसमान से बदल हट जाते है, और आसमान पूरा साफ़ और नीला हो जाता है। घास के मैदान पूरी तरह से हरियाली से भर जाते है। वसंत ऋतु के मौसम में खिलने वाले फूलों की वजह से इसे फूलों के त्यौहार के मौसम के रूप में भी जाना जाता है।

यह बहुत सी खुशियां लेकर आता है, रंग बिरंगे फूल अपनी और आकर्षक करते है, घास के मैदानों में टहलने के लिए मौसम अच्छा हो जाता है। फूलों पर तितलियाँ मंडराने लगती है, दिन और रात का मौसम एक जैसा होता है। सरसो के फूलों पर मधुमखियां आना शुरू हो जाती है। कई पक्षियों की मधुर आवाज हमें प्राकृतिक के वातावरण में सुनाई देती है।

वसंत ऋतु आनंद और खुशियों का मौसम

वसंत ऋतु का मौसम बहुत सुखद और खुशियों भरा होता है। क्योकिं सर्दियों के मौसम में बहुत अधिक कड़ाके की ठण्ड होती है, और गर्मियों में बहुत अधिक गर्मी जिसकी वजह से लोगो का बहार निकलना भी मुश्किल हो जाता है। वही बरसात के मौसम में चारो और कीचड़ होती है, जिसकी वजह से वसंत ऋतु को खुशियों और प्रसन्नता की ऋतु माना गया है। इस मौसम का सभी लोग बड़े आनंद से मजा लेते है।

मनुष्य के अलावा वसंत ऋतु का मौसम पेड़ – पौधों, फूलों और पशु पक्षियों के लिए बहुत आनदमय होता है। क्योकिं इस मौसम में ना ही अधिक ठण्ड होती है, और ना ही अधिक गर्मी होती है। दिन और रात का मौसम एक समान होता है। हालाकिं लोग और सभी पशु – पक्षी सर्दियों में अधिक ठण्ड और गर्मियों में अधिक गर्मी से परेशान हो जाते है, और वही बरसात के मौसम में कीचड़ से परेशान हो जाते है। लेकिन वसंत ऋतु का मौसम इन सभी का मिश्रण होता है। जो एक शानदार और सुखद मौसम लेकर आता है।

निष्कर्ष

वसंत ऋतु मनुष्य और पशु पक्षियों, पेड़ पोधो और सभी जिव जंतुओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। जो की एक वास्तिवक सौन्दर्य का पोषण प्रदान करता है। इस मौसम में बहुत अधिक उत्साह और आनंद होता है। वसंत ऋतु में हम सबसे ज्यादा प्राकृतिक के आकर्षणों को देख सकते है।

10 Sentences About Spring Season in Hindi

  1. वसंत ऋतु का मुख्य त्यौहार वसंत पंचमी होता है।
  2. वसंत ऋतु का मौसम फरवरी से मार्च के महीने में आती है।
  3. वसंत ऋतु का मौसम शीत ऋतु के बाद आता है।
  4. वसंत ऋतु में मौसम बहुत सुखद और सुहावना होता है।
  5. वसंत ऋतु को सभी ऋतुओं की रानी भी कहा जाता है।
  6. वसंत ऋतु के मौसम में सभी पेड़ो पर नई पत्तियां आना शुरू हो जाती है।
  7. इस ऋतु में दिन और रात का मौसम समान होता है।
  8. वसंत ऋतु के मौसम में चारो और हरियाली होती है, आसमान साफ़ और नीला दिखाई देता है।
  9. इस मौसम में ठंडी ठंडी हवाएं बहती है, और फसल पकना शुरू हो जाती है।
  10. वसंत ऋतु में ही होली का त्यौहार आता है।

Note – इस लेख में वसंत ऋतु के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी (About Spring Season in Hindi) दी गयी है। इसके अलावा इस लेख में आपको वसंत ऋतु पर निबंध (Spring Season Essay in Hindi) भी लिखकर दिया गया है। अगर आपका इस लेख से सम्बंधित कोई भी सवाल है, तो आप हमें कमेंट करके बता सकते है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा, तो इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें, धन्यवाद।

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