क्या मां बाप की खुशी के लिये मोहब्बत को छोड़ देना चाहिए? - kya maan baap kee khushee ke liye mohabbat ko chhod dena chaahie?

क्या माँ बाप की खुशी के लिए प्यार को छोड़ देना चाहिए?

माता-पिता का भी यह फर्ज बनता है कि वह बच्चों की भावनाओं को समझें, अगर उनका प्यार सही है तो उनको सपोर्ट करें। इसलिए माता पिता के लिए प्यार का बलिदान नहीं करना चाहिए बल्कि उनको समझाना चाहिए कि वह बच्चों की भावनाओं को समझे। और इसी तरह से प्यार के लिए भी अपने माता पिता को भूल जाना या उनका त्याग करना, अनुचित है।

मां को दुख देने से क्या होता है?

ज्ञानगंगा महोत्सव में शनिवार को राष्ट्र संत मुनि पुलकसागर महाराज ने 'मां' का बखान करते हुए कहा कि एक मां जिसके सिर पर हाथ रख देती है उस व्यक्ति का जीवन सफल हो जाता है। लेकिन आज की युवा पीढ़ी अपने मां-बाप को भूलाकर उन्हें तकलीफ दे रही है।

मां बाप का प्यार क्या होता है?

स्नेह उनसे है ही लेकिन प्रदर्शन जैसा माँ के सामने कर देते हैं वैसा उनके सामने नहीं। क्या आपके माँ बाप से ज्यादा कोई आपको प्यार कर सकता है ? माता-पिता का प्यार नैसर्गिक और निस्वार्थ तौर पर बच्चों को आजीवन मिलता है। दुनिया में आपको बहुत से लोग चाह सकते हैं जिससे प्यार का भ्रम हो सकता है।

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