एजुकेशन डेस्क, अमर उजाला Published by: देवेश शर्मा Updated Fri, 18 Mar 2022 07:22 PM IST
Sena Bharti Prakriya in Hindi: कक्षा 12वीं पास करने के बाद अक्सर विद्यार्थी अपने अच्छे भविष्य और नौकरी की आस लेकर अपने आगे के करियर की योजना बनाते हैं। ऐसे में विद्यार्थी अलग-अलग संकाय के आधार पर अलग-अलग क्षेत्र में करियर बनाते हैं। लेकिन एक क्षेत्र ऐसा भी है, जहां आप 12वीं के बाद ही अपना करियर बना सकते हैं। यह क्षेत्र है भारतीय सेना में शामिल होने का। भारतीय सेना में शामिल होना हर देश वासी के लिए गर्व की बात होती है। सेना में आपको मातृ भूमि की सेवा के साथ-साथ सरकारी नौकरी करने का भी अवसर प्राप्त होता है। इसलिए, हर साल लाखों युवा सेना भर्ती की तैयारी करते हैं। 12वीं पास विद्यार्थी सेना में भर्ती होकर बड़े मुकाम पर पहुंच सकते हैं यानी लेफ्टिनेंट रैंक के अधिकारी भी बन सकते हैं। तो आइए आज हम जानते हैं कि कक्षा 12वीं पास करने के बाद सेना में भर्ती होने के लिए क्या प्रक्रिया है और इसके लिए क्या करना होगा?
पहुंच सकते हैं जनरल के पद तक
लेफ्टिनेंट रैंक के साथ सेना में अधिकारी के रूप में अपने करियर कर शुरुआत कर उम्मीदवार कैप्टन, मेजर, लेफ्टिनेंट कर्नल, कर्नल, ब्रिगेडियर, मेजर जनरल, लेफ्टिनेंट जनरल और जनरल के पद तक पहुंच सकते हैं। हालांकि, इसके
लिए वर्षों तक जी तोड़ मेहनत करनी पड़ती हैं। भारतीय सेना की भर्ती वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, उम्मीदवार 10 अलग-अलग तरीकों से सेना में एक अधिकारी के तौर पर शामिल हो सकते हैं। इनके लिए आयु और शैक्षणिक योग्यता के मानदंड अलग-अलग होते हैं। लेकिन इस बार, हम यहां सिर्फ कक्षा 12वीं पास करने के बाद सेना में शामिल होने के तरीकों के बारे में बात कर रहे हैं।
अधिकारी के पद पर नियुक्ति के लिए दो
तरीके
कक्षा 12वीं के पास करने के बाद उम्मीदवार तीन तरीकों से सेना में भर्ती हो सकते हैं। इनमें यूपीएससी एनडीए एग्जाम (UPSC NDA Exam), इंडियन आर्मी टेक एंट्री स्कीम (Technical Scheme Exam) और सेना भर्ती रैलियां (Sena Bharti Rally) शामिल हैं। हालांकि, 12वीं के बाद ही अधिकारी के पद पर नियुक्ति पाने के लिए दो तरीके एनडीए एग्जाम और टेक एंट्री स्कीम होती है।
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (National
Defence Academy) परीक्षा
सेना भर्ती के लिए राष्ट्रीय रक्षा अकादमी की प्रवेश परीक्षा यानी एनडीए एग्जाम का आयोजन संघ लोक सेवा आयोग की ओर से किया जाता है। यूपीएससी एनडीए प्रवेश परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है। इसके तहत नौसेना अकादमी में भी उम्मीदवारों को दाखिला दिया जाता है। इनकी तीन साल की ट्रेनिंग सफलतापूर्वक पूरा करने वाले उम्मीदवार भारतीय सेना और नौसेना में अधिकारी के तौर पर शामिल होते हैं। एनडीए प्रवेश परीक्षा के उम्मीदवारों को 12वीं पास होना चाहिए और उनकी आयु 16.5 वर्ष
से 19.5 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
इंडियन आर्मी टेक्नीकल एंट्री स्कीम (Technical Scheme Exam)
भारतीय सेना में अधिकारी के पद पर 12वीं के बाद शामिल होने के लिए दूसरा माध्यम टेक्नीकल एंट्री स्कीम है। इसके तहत साल में दो बार भर्ती कम प्रवेश-परीक्षा के माध्यम से होती है। इस स्कीम के तहत आवेदकों की आयु कम से कम 16.5 वर्ष होनी चाहिए और 19.5 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। उम्मीदवारों के पास
कक्षा 12वीं में भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित (पीसीएम) विषय होना चाहिए और उनके कम से कम 70 फीसदी अंक होने चाहिए।
करियर
जानिये, 12वीं के बाद भारतीय सेना में शामिल होने के लिए क्या करना होगा
Dec 10, 2018, 10:28 pm 1 मिनट में पढ़ें
भारतीय सेना दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्थायी सेना में से एक है। 12वीं करने के बाद कई छात्रों का ये सवाल होता है कि वे 12वीं कक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद भारतीय सेना में कैसे शामिल हों? अनेक भारतीयों का सपना होता है कि वे किसी भी तरह से भारतीय सेना में शामिल हों जाएं। अगर आप भी भारतीय सेना में शामिल होना चाहते हैं तो हमारे आज के इस लेख को जरूर पढ़ें।
NDA के माध्यम से हों शामिल
जो लोग 12वीं के बाद भारतीय सेना में शामिल होना चाहते हैं वे भारतीय सशस्त्र बलों की संयुक्त सेवा अकादमी, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में शामिल हो सकते हैं। केवल साढ़े 16 साल से 19 साल के बीच वाले पुरुष उम्मीदवार ही इसके लिए पात्र हैं। छात्रों को UPSC द्वारा आयोजित NDA परीक्षा को पास करना होगा। फिर उन्हें सेवा चयन बोर्ड (SSB) द्वारा साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। जिसके बाद उन्हें NDA के तहत प्रशिक्षण के लिए चुना जाएगा।
NDA परीक्षा के लिए योग्यता
जो उम्मीदवार 12वीं पास कर चुके हैं या 12वीं में है वे इसके लिए योग्य हैं। UPSC द्वारा NDA परीक्षा एक वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है। पहली परीक्षा लगभग मार्च-अप्रैल और दूसरी परीक्षा अगस्त-सितंबर के आसपास आयोजित की जाती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस साल यानी कि साल 2018 में 9 सितंबर को NDA परीक्षा-2 आयोजित की गई थी। जिसके लिए आवेदन 6 जून को शुरू हुए और 2 जुलाई तक चले थे।
NDA में मिलता है तीन साल का प्रशिक्षण
अभ्यर्थियों को NDA में तीन साल का प्रशिक्षण मिलता है और भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में एक वर्ष का प्रशिक्षण दिया जाता है। NDA परीक्षा और SSB पास करने वाले छात्र पुणे के पास खडकवासला में NDA में तीन साल का संयुक्त प्रशिक्षण पूरा करते हैं। अभ्यर्थी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से BA/B.Sc/बैचलर ऑफ कंप्यूटर साइंस डिग्री प्राप्त करते हैं। इसके बाद, भारतीय सेना कैडेटों को एक वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए देहरादून में IMA भेजा जाता है।
TES कोर्स के माध्यम से भी जा सकते हैं भारतीय सेना में
फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित में न्यूनतम 70% अंको के साथ 12वीं परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले लोग 10+2 तकनीकी प्रवेश योजना (TES) पाठ्यक्रम के लिए पात्र हैं। इसके लिए साढ़े 16 साल से साढ़े 19 साल के बीच वाले पुरुष उम्मीदवार पात्र होते हैं। अगर आप आवेदन करना चाहते हैं तो आप www.joinindianarmy.nic.in वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवारों का चयन भर्ती निदेशालय द्वारा निर्धारित छात्रों के PCM प्रतिशत के अनुसार कटऑफ के जरिए होता है।
भारतीय नौसेना में इस तरह हों शामिल
अगर आप 12वीं के बाद भारतीय नौसेना में शामिल होने का सपना देखते हैं; लेकिन सोचते हैं कि इस सपने को कैसे पूरा करें, तो परेशान न हों। आप यहां क्लिक करके जान सकते हैं कि आप अपना सपना कैसे पूरा कर सकते हैं।
TES के लिए साल में 2 बार कर सकते हैं आवेदन
TES विभिन्न विषयों में चार वर्षीय बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (BE) कराता है। इसके बाद उम्मीदवार लेफ्टिनेंट रैंक में सेना में स्थायी आयोग पर जाते हैं। 90 (प्रशिक्षण क्षमता के अनुसार परिवर्तनीय) रिक्तियों के लिए TES प्रवेश वर्ष में दो बार आयोजित किया जाता है। TES-1 के लिए नवंबर-दिसंबर और TES-2 के लिए मई-जून के आसपास आवेदन होते हैं। अगर हम साल 2018 को देखें तो TES-2 के लिए आवेदन 16 मई से 14 जून तक किए गए थे।
इन चरणों से होगा चयन
TES के लिए चुने गए अभ्यर्थियों को भोपाल, बेंगलुरू, इलाहाबाद या पंजाब के चयन केंद्रों में से एक में SSB साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। SSB की अवधि पांच दिन की होती है। वहां उम्मीदवारों को मनोवैज्ञानिक परीक्षण, समूह परीक्षण और एक साक्षात्कार के माध्यम से गुजरना होता है। इसे दो चरणों में आयोजित किया जाता है और जो योग्य करार दिए जाते हैं, वे प्री-कमीशन प्रशिक्षण के लिए चुने जाते हैं।
TES कोर्स में चार वर्षीय प्री-कमीशन प्रशिक्षण भी है शामिल
TES के तहत, प्री-कमीशन प्रशिक्षण में दो चरण हैं। अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (गया) में एक साल का बेसिक प्रशिक्षण और कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग (पुणे)/मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकॉम इंजीनियरिंग (मध्यप्रदेश)/मिलिट्री कॉलेज ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियरिंग (तेलंगाना) में तीन साल का प्रशिक्षण होता है। चार साल के बाद, भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट रैंक से सम्मानित किया जाता हैै। इसके बाद CME (पुणे)/MCTE (मध्यप्रदेश)/MCEME (तेलंगाना) में एक साल पोस्ट-कमीशन प्रशिक्षण से गुजरते हैं।