मल्टीग्रेन आटे में कौन कौन से अनाज होते हैं? - malteegren aate mein kaun kaun se anaaj hote hain?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। अनाज हमारी डाइट का अहम हिस्सा है। रोटी बनाने के लिए हम गेहूं, बाजरा, मक्का और ज्वार जैसे अनाज का प्रयोग करते हैं। रोटी ना सिर्फ हमारी भूख को शांत करती है बल्कि हमारी सेहत का भी ध्यान रखती है। हम इंडियन अपनी डाइट में गेहूं के आटे की रोटी खाना ज्यादा पसंद करते हैं। गेहूं का आटा खाने में स्वादिष्ट होता है इसलिए ज्यादातर लोग इसी आटे की रोटी खाते हैं। गेहूं के आटा में दूसरे अनाज की तुलना में पोषक तत्व बहुत कम होते हैं। आप जानते हैं कि अगर गेहूं के आटा में कुछ और अनाज को मिक्स कर लिया जाए तो उसकी पौष्टिकता बढ़ जाती है और वो सेहत को कई तरह से फायदा भी पहुंचाता है।सेहतमंद रहना चाहते हैं तो मल्टीग्रेन आटा का सेवन करें।

Calcium Rich Foods: कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए डाइट में इन चीजों को करें शामिल

यह भी पढ़ें

मल्टीग्रेन आटा क्या है?

एक अनज के साथ दूसरे अनाज को मिक्स करके तैयार आटे को मल्टीग्रेन आटा या कॉन्बीनेशन फ्लोर कहा जाता है। मल्टीग्रेन आटा पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है, साथ ही सेहत के लिए भी उपयोगी होता है। आप भी आटे की पौष्टिकता बढ़ाना चाहते हैं तो मल्टीग्रेन आटे की रोटी का सेवन करें। आइए जानते हैं कि मल्टीग्रेन आटा कैसे तैयार करें और उसके सेहत को कौन-कौन से फायदे हो सकते हैं।

Non-Stick Pan Side Effects: नॉन स्टिक बर्तनों में खाना पकाना है खतरनाक, कैंसर समेत हो सकती हैं ये बीमारियां

यह भी पढ़ें

कैसे तैयार करें मल्टीग्रेन आटा

अगर आप 5 किलो मल्टीग्रेन आटा बनाना चाहती है तो गेहूं 3 किलोग्राम तो सोयाबीन, मक्का, जौ, चना आदि अनाज की मात्रा 500-500 ग्राम रखें। यदि आप बाजार का पैक्ड आटा प्रयोग करती हैं, तो इसी अनुपात में गेहूं के आटे में अन्य अनाज का आटा मिक्स करके इस्तेमाल करें।.

मल्टीग्रेन आटा के फायदे

Vertigo Problem: नामुमकिन नहीं वर्टिगो से छुटकारा पाना, बस इन बातों का रखें खास ध्यान

यह भी पढ़ें

बच्चों के मसल्स मजबूत करेगा यह आटा:

पांच किलोग्राम गेहूं के आटे में 500 ग्राम सोयाबीन, 1 किलोग्राम चना और 500 ग्राम जौ मिला कर पिसवाए। यह आटा प्रोटीन का बेस्ट स्रोत है जो बढ़ती उम्र के बच्चों की प्रोटीन की जरूरत को पूरा करेगा।

प्रेग्नेंसी में महिलाएं करें इस तरह आटा का सेवन:

गर्भवती महिलाओं को गेहूं के आटे में सोया, पालक, मेथी, बथुआ और लौकी जैसी हरी सब्जियों और थोड़ी सी अजवाइन मिला कर आटे का सेवन करना चाहिए।

Custard Apple Benefits: शरीफा खाने से मिलते हैं जबरदस्त फायदे, दूर हो सकती हैं ये बीमारियां

यह भी पढ़ें

पाचन ठीक रखता है:

मल्टीग्रेन आटा पाचन को दुरूस्त रखता है। इसमें भरपूर फाइबर मौजूद होता है जो पाचन को ठीक रखता है और कब्ज से निजात दिलाता है।

मोटापा कंट्रोल करता है यह आटा:

मोटापे के शिकार लोगों को गेहूं के आटे के बजाय केवल चना, ज्वार, बाजरा जैसे विभिन्न अनाज से बनी रोटी का प्रयोग करना चाहिए। इसमें मौजूद फाइबर आपको लम्बे समय तक भूख नहीं लगने देता और आपका पेट भरा रहता है तो आप ओवर इटिंग से बचते हैं। 

Good Cholesterol: गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के लिए आज से ही डाइट में शामिल करें कुलथी की दाल

यह भी पढ़ें

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है। खबरों को बेहतर बनाने में हमारी मदद करें।

खबर में दी गई जानकारी और सूचना से आप संतुष्ट हैं?

खबर की भाषा और शीर्षक से आप संतुष्ट हैं?

खबर के प्रस्तुतिकरण से आप संतुष्ट हैं?

खबर में और अधिक सुधार की आवश्यकता है?

पांच किलो गेहूं में एक किलो चना, एक किलो जौ, 250 ग्राम अलसी और 50 ग्राम मेथीदाना मिलाकर पिसवाएं।

2. अगर आप दुबलापन से निजात चाहते है, तो इस प्रकार से मल्टीग्रेन आटा तैयार करें -

पांच किलो गेहूं में एक किलो चना, एक किलो जौ, 500 ग्राम सोयाबीन, एक किलो चावल का आटा डाल कर पिसवाएं। इस आटे के इस्तेमाल से आपको वजन बढ़ाने में मदद मिलेगी।

3. अगर गर्भवती हैं तो इस प्रकार से मल्टीग्रेन आटा तैयार करें -

पांच किलो गेहूं में एक किलो सोयाबीन, 250 ग्राम तिल, डेढ़ किलो चना, 500 ग्राम जौ मिलाकर पिसवाएं। इससे गर्भावस्था के दौरान आपको भरपूर पौष्टिकता मिलेगी।

4. अगर आपको कब्ज की शिकायत रहती हो तो इस प्रकार से मल्टीग्रेन आटा तैयार करें -

पांच किलो गेहूं में एक किलो चना, आधा किलो मक्का, एक किलो जौ और 250 ग्राम अलसी पिसवाएं। इससे कब्ज से मुक्ति पाने में आपको मदद मिलेगी।

5. जिन्हें डायबिटीज हैं वे इस प्रकार से मल्टीग्रेन आटा तैयार करें -

पांच किलो गेहूं में डेढ़ किलो चना, 500 ग्राम जौ, 50 ग्राम मेथी, 50 ग्राम दालचीनी डालकर पिसवाएं।

6. घर में बढ़ते बच्चे हो, तो उनके लिए इस प्रकार से मल्टीग्रेन आटा तैयार करें -

पांच किलो गेहूं में 250 ग्राम सोयाबीन, एक किलो चना और 500 ग्राम जौ मिलाकर पिसवाएं। इससे बच्चों की अच्छी ग्रोथ होगी।

मल्टीग्रेन आटा में क्या क्या मिला होता है?

मल्टीग्रेन आटे के लिए जरूरत होगी गेंहूं का आटा, साथ में रागी, ओट्स, मक्के का आटा, चना दाल, सोया बीन, बाजरा, ज्वार, बार्ली, इसके साथ ही कुछ और अनाज भी इसमे शामिल कर सकती हैं। अगर शुद्धता के साथ सेहत का ख्याल रखना चाहती हैं तो मल्टीग्रेन आटे को बनाने के लिए सारी सामग्री को निश्चित मात्रा में लें।

सबसे अच्छा आटा कौन सा होता है?

गेहूं का आटा गेहूं को साबुत रूप में खाना सबसे अच्छा रहता है। इसे पीसने के बाद छानना नहीं चाहिए, चोकरयुक्त आटे का सेवन करें।

मल्टीग्रेन आटा खाने से क्या फायदा होता है?

1 मल्टीग्रेन आटा या उससे बने व्यंजन आपके शरीर में एक कई तरह के पोषक तत्वों की एक साथ पूर्ति करते हैं, जबकि सामान्य आटे में आपको सीमित पोषण ही मिल पाता है। 2 इसका प्रयोग करने से शरीर को भरपूर मात्रा में फाइबर मिलता है जो आपके पाचन तंत्र को बेहतर कार्य करने में मदद करता है और कब्ज की समस्या नहीं होती

मल्टीग्रेन ब्रेड में क्या क्या होता है?

मल्टीग्रेन रोटी (Multigrain Roti)- मल्टीग्रेन रोटी का मतलब एक ऐसी रोटी से हैं जो कई तरह के अनाज से मिलकर बनती है. इसमें जई, गेहूं,बाजरा,मकई, ज्वार, चना आदि शामिल है. बता दें मल्टीग्रेन अनाज में 3 से 5 तरह के अनाज शामिल हो सकते हैं. इसमें अधिक अना आटा भी मल्टीग्रेन आटे में ही आता है.

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग