फूड डेस्क। ज्यादा टेंशन में रहने, अनहेल्दी फूड खाने और फिजिकल एक्टिविटी ज्यादा करने से नसें कमजोर होने लगती हैं। इससे बचने के लिए जम्मू इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद के डॉ. अटल बिहारी त्रिवेदी कुछ नुस्खे फॉलो करने की सलाह देते हैं। इससे कमजोरी दूर होती है और ताकत मिलती है। वे बता रहे हैं ऐसे ही 3 नुस्खे जिनका पॉजिटिव असर सिर्फ सात दिनों में ही दिखाई देने लगता है। क्या हैं नसों की कमजोरी के सिम्पटम्स?
मेमोरी कम होना
नसों की कमजोरी से मेमोरी कम होती है। इसका नेगेटिव असर ब्रेन पॉवर पर होता है।
चक्कर आना
बॉडी में कमजोरी होने पर सिर दर्द बना रहता है। अगर ये प्रॉब्लम बढ़ती है तो बार-बार चक्कर आते हैं। कई बार आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है।
डाइजेशन खराब रहना
नसों की कमजोरी का नेगेटिव असर पेट पर होता है। इससे कब्ज जैसी पेट की प्रॉब्लम बढ़ती है। अक्सर डाइजेशन खराब रहने लगता है।
नींद न आना
कमजोरी की वजह से पर्याप्त नींद नहीं होती है। इससे दिन भर डलनेस फील होती है।
हार्ट बीट कम या ज्यादा होना
कमजोरी की वजह से दिल की धड़कन ज्यादा बढ़ने या कम होने लगती है। इसकी वजह से BP लो या हाई हो सकता है।
खून की कमी होना
जब नसें कमजोर हो जाती हैं तो खून की कमी (एनीमिया) होने के चांस बढ़ते हैं। समय रहते इस प्रॉब्लम पर ध्यान न दिया जाए तो अन्य बीमारियों की संभावना बढ़ती है।
आगे की 9 स्लाइड्स में जानिए नसों की कमजोरी दूर करने के आसान तरीके...
(किन 5 वजह से कन्सीव करने में होती है प्रॉब्लम, जानने के लिए क्लिक करें आखिरी स्लाइड पर...)