Published on: 11 February 2022, 21:30 pm IST
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हमारा मस्तिष्क पूरे शरीर को संचालित करता है। शरीर का सारा कार्यभार मस्तिष्क की कार्य प्रणाली पर ही निर्भर करता है। और आपका मस्तिष्क आपकी नसों से जुड़ा हुआ है। ऐसे में यदि आपकी नसों में कोई समस्या आती है तो यह आपके समग्र स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।
दिमाग की नसों में कमजोरी भी एक ऐसा ही लक्षण है, जो आपकी पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है। हालांकि नसों में कमजोरी के कई कारण हो सकते हैं जैसे किसी तरह की चोट लगना या किसी प्रकार के पोषक तत्व की कमी। यहां तक कि कुछ दवाइयां खाने से भी ऐसा हो सकता है। मगर हर व्यक्ति में ये लक्षण अलग – अलग प्रकार के होते हैं।
इसलिए आपके लिए इन विभन्न संकेतों को पहचानना ज़रूरी है। जिससे कि किसी आने वाली बीमारी का पता लगाया जा सके।
तो चलिये जानते हैं क्या है नसों में कमजोरी के संकेत?
लगातार या अचानक सिर में दर्द होना
सिर में अचानक तेज़ दर्द या लगातार बिना किसी ओर वजह के दर्द होना नसों की कमजोरी का संकेत हो सकता है। इसे नजरंदान करना आपकी बहुत बड़ी भूल हो सकती है। इसलिए, यदि आप कुछ दिनों से ये लक्षण देख रही हैं तो एक बार डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें।
चलने में दिक्कत
मस्तिष्क की नसें हमारे पूरे शरीर से जुड़ी रहती हैं। इसलिए यदि आपको चलने – फिरने में दिक्कत महसूस हो रही है, तो यह नसों में कमजोरी का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, इससे मांसपेशियों को भी नुकसान हो सकता है जिसका असर आपके चलने ओर उठने बैठने पर पड़ता है।
देखने में मुश्किल होना
मेयो क्लीनिक के अनुसार यदि आपको देखने में दिक्कत हो रही है, तो यह यकीनन नसों की कमजोरी का संकेत है। ऐसा इसलिए क्योंकि आंखों की सभी तंत्रिकाएं दिमाद से सीधे जुड़ी होती हैं।
शरीर का तालमेल बैठाने में कमी
शरीर के सभी अंगों के साथ तालमेल बैठाने के लिए मस्तिष्क की नसों का सही तरह से काम करना बहुत ज़रूरी है। इसलिए यदि आपको उंगलियां हिलाने, पैर उठाने या दैनिक कार्य करने में समस्या आ रही है तो यह संकेत है कि आपके दिमाग की नसें कमजोर हो रही हैं।
तो इन लक्षणों पर ध्यान दें और इन्हें नज़रअंदाज़ करने की गलती बिल्कुल न करें।
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By उस्मान | Published: August 3, 2021 10:29 AM2021-08-03T10:29:36+5:302021-08-03T10:29:36+5:30
शरीर की नसें कमजोर होने से आपको कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है
नसों को मजबूत बनाने के उपाय
Highlightsशरीर की नसें कमजोर होने से आपको कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैघर में मौजूद है नसों को स्वस्थ रखने के तरीकेनसों को स्वस्थ रखने के लिए डाइट का रखें विशेष ध्यान
शरीर के बेहतर कामकाज के लिए नसों का स्वस्थ होना जरूरी है। शरीर में नसों का काम खून को दिल तक पहुंचना है जिससे आपको ऑक्सीजन मिलता है और आप सांस ले पाते हैं। नसों के खराब और कमजोर होने से शरीर के काई काम थम सकते हैं जीससे आपको कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
नसों के कमजोर होने के कारण
अगर नसें कमजोर हो गई हैं तो शरीर में होने वाले प्रभाव की पहचान जरूरी है ताकि समय पर सही इलाज मिल सके। सबसे पहले यह जान लेना जरूरी है कि नसें आखिर कमजोर क्यों होती हैं।
नसों के कमजोर होने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें नसों में किसी प्रकार की क्षति, नस विकृत होना, दर्द या सूजन से प्रभावित होना, नर्व सेल्स पर ट्यूमर का विकास, नसों पर विषाक्त पदार्थों का प्रभाव, नसों पर दबाव आदि शामिल हैं।
नसों के कमजोर होने के लक्षण
अगर नसें कमजोर हो रही हैं तो एक बड़ा संकेत है कि व्यक्ति की याद्दाश्त घटने लगती है। चक्कर आना भी एक महत्वपूर्ण लक्षण है क्योंकि खून का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता है। एक अन्य संकेत है उठते और बैठते हुए आंखों के सामने अंधेरा छाना। सूंघने, देखने, सुनने, स्वाद लेने या स्पर्श अनुभव की शक्ति कमजोर होने लगती है। मांसपेशियों में कमजोरी और कंपकंपी होती है।
नसों को मजबूत बनाने के उपाय
- फाइबर का धिक् सेवन करें। फाइबर पाचन तंत्र को सही ढंग से काम करने में मदद करता है. पाचन खराब होने से पेट पर जितना अधिक दबाव पड़ेगा, उससे नसों को रक्त प्रवाह के रुकावट के कारण नुकसान होगा। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे ओटमील, ब्राउन राइस, पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकली, एवोकाडो, चियास, दालें आहार में शामिल करें।
- ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जिनमें बहुत विटामिन सी हों जैसे ब्रोकोली, स्ट्रॉबेरीज, गोभी, अनानास, संतरे आदि. विटामिन सी शरीर की रक्त वाहिकाओं को भी मजबूत बनाने में मदद करता है। विटामिन ई से भरपूर खाद्य पदार्थों को भी आहार में शामिल करें, जिसमें सूखे मेवे, एवोकाडो, जैतून का तेल, कद्दू, आम, मछली आदि शामिल हैं।
- नसों की कमजोरी से छुटकारा पाने के लिए विटामिन, मैग्नीशियम, ओमेगा 3 फैटी एसिड युक्त चीजों का भरपूर सेवन करें।
- सेंधा नमक सूजन को कम करता है और मांसपेशियों व नसों के बीच के संतुलन को बेहतर बनाता है। सेंधा नमक में मैग्नीशियम और सल्फेट पाया जाता है, जो इसके गुणों का मुख्य स्रोत होता है।
- यदि आपके नसों में बहुत दर्द होता है, तो दर्द से प्रभावित क्षेत्र में पुदीने के तेल से मालिश करें। इससे आपको नसों के दर्द से राहत मिलेगी।
- सरसों के तेल से नसों के दर्द से छुटकरा पाया जा सकता है। सरसों के तेल को गरम करके इससे मालिश करे। ऐसा करने से आपको निश्चित ही लाभ होगा।
- किशमिश खाने की आदत डाल लें। यह शरीर में अन्य लाभ पहुंचाने के साथ ही नसों की कमजोरी का भी बेहतरीन इलाज है। इसका इस्तेमाल आप सर्दियों के मौसम में ही करने की कोशिश करें।
- अश्वगन्धा 100 ग्राम, सतावर 100 ग्राम, बाहीपत्र 100 ग्राम, इसबगोल की भूसी 100 ग्राम, तालमिश्री 400 ग्राम इस सबका एक मिश्रण बना ले और उस मिश्रण को सुबह व शाम को दूध के साथ लें।
- अगर आपकी नसों में बहुत दर्द होता है तो आपको नियमित व्यायाम करना चाहिए जिससे नसों को बहुत लाभ होता है और इसमें पड़ी हुई गांठ भी धीरे-धीरे ठीक हो जाती है।
- तंबाकू के धुएं में मौजूद रसायन रक्त गाढ़ा कर सकते हैं। इसके अलावा निकोटीन नसों को सख्त और संकीर्णता का कारण बनता है।