पदबंध किसे कहते हैं (Padbandh In Hindi)
पदबंध की परिभाषा -- वाक्य के उस अंश को जिसमें एक से अधिक पद परस्पर संबद्ध होकर अर्थ-बोध कराता है, उसे पदबंध कहते हैं। जैसे -- थोड़ा खानेवाला आज अधिक खा लिया।
इस वाक्य में 'थोड़ा खानेवाला' पदबंध के रूप में प्रयुक्त है, अर्थात् यहाँ दो पदों का बंधन है। पदबंध की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं --
(क) इसमें एक से अधिक पद का होना आवश्यक है।
(ख) पदबंध एक तरह से वाक्यांश होता है।
(ग) इसमें सभी पद एक इकाई के रूप में रहते हैं।
- वर्ण किसे कहते हैं
- संज्ञा किसे कहते हैं
- विराम चिन्ह किसे कहते हैं
- पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं (सूची)
पदबंध के कार्य
पदबंध के निम्नलिखित प्रमुख कार्य हैं
(1) यह संज्ञा का कार्य करता है। जैसे — दशरथ-पुत्र राम ने रावण को मारा। यहाँ 'दशरथ-पुत्र राम' पद-समूह संज्ञा के रूप में कार्य कर रहा है।
(2) यह सर्वनाम का कार्य करता है। जैसे — इतना होशियार (वह) कभी सफल न हो सका। यहाँ 'इतना होशियार (वह)' पद-समूह सर्वनाम का कार्य कर रहा है।
(3) यह विशेषण का कार्य करता है। जैसे — उस कमरे में बैठा हुआ आदमी अंधा है। यहाँ 'उस' कमरे में बैठा हुआ' पद-समूह विशेषण का कार्य कर रहा है।
(4) यह क्रिया का कार्य करता है। जैसे — वह लड़का धीरे-धीरे चलता जा रहा है। यहाँ 'धीरे-धीरे चलता जा रहा है'
पद-समूह क्रिया का कार्य कर रहा है।
(5) यह क्रियाविशेषण का कार्य करता है। जैसे — मैंने आधी रात तक तुम्हारी प्रतीक्षा की। यहाँ 'आधी रात तक' पद-समूह क्रियाविशेषण का कार्य कर रहा है।
पदबन्ध के भेद
पदबन्ध के मुख्यतः पाँच भेद हैं
1). संज्ञा-पदबन्ध
2). सर्वनाम-पदबंध
3). विशेषण-पदबन्ध
4). क्रिया-पदबन्ध
5). क्रियाविशेषण-पदबन्ध
(1). संज्ञा-पदबन्ध
संज्ञा के रूप में प्रयुक्त पदसमूह को संज्ञा-पदबन्ध कहते हैं।
जैसे -- भारत के प्रधानमंत्री आज विदेश-यात्रा पर हैं।
इस वाक्य में 'भारत के प्रधानमंत्री ' संज्ञा-पदबन्ध है।
(2). सर्वनाम-पदबन्ध
सर्वनाम के रूप में प्रयुक्त पद-समूह को सर्वनाम-पदबन्ध कहते हैं। जैसे -- सदा सत्य बोलनेवाले (आप) असत्य कैसे बोल रहे हैं?
इस वाक्य में प्रयुक्त 'सदा सत्य बोलनेवाले (आप)' सर्वनाम-पदबंध है।
(3). विशेषण-पदबन्ध
विशेषण के रूप में प्रयुक्त पदसमूह को विशेषण पदबन्ध कहते हैं। जैसे -- तालाब में खिला हुआ फूल देखो।.
यहाँ 'तालाब में खिला हुआ' विशेषण-पदबन्ध है।
(4). क्रिया-पदबन्ध
क्रिया के रूप में प्रयुक्त पद-समूह को क्रिया-पदबन्ध कहते हैं।
जैसे -- बच्चा उछलता कूदता आ रहा है।
इस वाक्य में 'उछलता-कूदता आ रहा है' क्रिया-पदबन्ध है।
(5). क्रियाविशेषण-पदबन्ध
क्रियाविशेषण के रूप में प्रयुक्त पद-समूह को क्रियाविशेषण-पदबन्ध कहते हैं। जैसे -- वह वर्ष के अंत तक आएगा।
इस वाक्य में 'वर्ष के अंत तक' क्रियाविशेषण-पदबन्ध है।
विभिन्न पदबंधों का शब्दक्रम
1). संज्ञा-पदबंध का शब्दक्रम --- संज्ञा पदबंध को वाक्य के आरंभ में रखा जाता है। जैसे -- दशरथ-पुत्र राम ने रावण को मार गिराया।
2). सर्वनाम-पदबंध का शब्दक्रम --- इसे लुप्त सर्वनाम के पहले रखा जाता है। जैसे -- मेहनत करनेवाला (वह) कैसे फेल हो गया?
3). विशेषण-पदबंध का शब्दक्रम --- इसे वाक्य में प्रयुक्त संज्ञा या सर्वनाम के पहले रखा जाता है। जैसे -- तालाब में खिले हुए फूल देखो।
4). क्रिया-पदबंध का शब्दक्रम --- इसे वाक्य के अंत में रखा जाता है। जैसे -- लड़का उछलता-कूदता चला गया।
5). क्रियाविशेषण-पदबंध का शब्दक्रम --- इसे वाक्य की समापिका क्रिया (अंतिम क्रिया) के पहले रखा जाता है। जैसे -- वह आधी रात तक आया।
HomeHINDI VYAKARANपद /पदबंध/ पदबंध क्या है ? इसके कितने प्रकार होते है ?/SHABD PAD AUR PADBANDH/
Monday, December 21, 2020
पद /पदबंध/ पदबंध क्या है ?
शब्द
एक या अधिक अक्षरों या वर्णों से बानी स्वत्रंत , सार्थक ध्वनि ।
उदाहरण :-
● राम
● स्कूल
● बुद्धिमान
शब्द के भेद
◆ अविकारी - विकारी
◆ क्रिया विशेषण - संज्ञा
◆ समुच्चय बोधक - सर्वनाम
◆ संबंधबोधक - क्रिया
◆ विस्मयादि बोधक - विशेषण
पद
जब शब्द वाक्य में प्रयुक्त होते हैं, तब ये स्वतंत्र शब्द न रह कर वचन, ,लिंग ,क्रिया, विशेषण, कारक आदि के नियमों से अधित हो जाते हैं अर्थात व्याकरणिक नियमों से बंध जाते हैं । उदाहरण :-
● राम वनवास को गए।
● आज स्कूल की छुट्टी है। बुद्दिमान होने के साथ - साथ विवेक भी होना चाहिए।
पद के भेद-
◆ संज्ञा
◆ सर्वनाम
◆ क्रिया
◆ विशेषण
◆ अव्यय (क्रिया विशेषण)
पदबंध
जब एक से अधिक पद जुड़कर एक ही व्याकरणिक इकाई का कार्य करते हैं, ऐसे पद समूह को पदबंध कहते हैं ।
पदबंध के भेद :-
◆ संज्ञा पदबन्ध
◆ सर्वनाम पदबंध
◆ क्रिया पद बंध
◆ विशेषण पदबन्ध
◆ क्रियाविशेषण पदबन्ध
संज्ञा पदबंध -
पदबंध का अंतिम पद यदि संज्ञा पद हो और अन्य सभी पद उस पर आश्रित हो, तो वह संज्ञा पदबंध कहलाते हैं
ये कर्ता, कर्म आदि के पूरक के स्थान पर प्रयोग होते हैं ।
उदाहरण
● राम ने लंका के राजाण को मारा।
● आसमान में उड़ता गुब्बारा फट गया।
सर्वनाम पदबंध -
जब एक से अधिक पद एक साथ जुड़कर सर्वनाम का कार्य करें, अर्थात जहाँ मुख्य पद सर्वनाम होता है, तो उसे सर्वनाम पदबंध कहते हैं ।
उदाहरण-
● विदेश से आए हुए अतिथितों में कुछ हिंदी जानते हैं।
● कक्षा में सदा शोर मचाने वाले तुम आज चुप क्यों हो?
विशेषण पदबंध -
जब एक से अधिक पद एक साथ जुड़कर विशेषण का कार्य करते हैं, अर्थात जहां शीर्ष पद विशेषण हो, तो उसे विशेषण पदबंध कहते हैं ।
उदाहरण
● मोहन बहुत नेक, निष्पक्ष और परिश्रमी लड़का है।
● मुझे दो पिसी हुई लाल मिर्च चाहिए।
क्रिया पदबंध -
एक से अधिक क्रिया - पदों से बनने वाले क्रिया - रूपों को क्रिया पदबंध कहते हैं उदाहरण आजकल के छात्र गीत सुनते - सुनते पढ़ते हैं।
उदाहरण-
● आजकल के विद्यार्थी गीत सुनते - सुनते पढते हैं।
● वह पढ़कर, खाना खाकर सो गया।
क्रिया - विशेषण पदबंध-
जब कई पदों के योग से ऐसे पदबंध बने जो क्रिया की विशेषता बताए, अर्थात जहाँ प्रमुख पद क्रिया - विशेषण हो, तो वह क्रिया - विशेषण कहलाता है।
उदाहरण-
● माँ कल सबह तक आयेगी।
● वह लगभग साढ़े पाँच बजे पहुँच गया।
● आलोचना दबी जबान से की जा रही थी।
● यह सूखा बारिश न होने से हुआ।
● यहां भुखमरी भूकंप की वजह से हुई।