राजस्थान में लाख की चूड़ियाँ कहाँ बनती है? - raajasthaan mein laakh kee choodiyaan kahaan banatee hai?

Solution : लाख की वस्तुओं का निर्माण भारत के विभिन्न राज्यों में जैसे कर्नाटक, उत्तरप्रदेश, गुजरात, राजस्थान आदि राज्यों में प्रमुख रूप से होता है। लाख से चूड़ियों के अतिरिक्त खिलौने, मूर्तियाँ, चपड़ी आदि बनाई जाती हैं।

विषयसूची

  • 1 लाख की चूड़ियों के अलावा और क्या बनता है?
  • 2 लाख किन राज्यों में होती है और क्या क्या चीजें बनती हैं?
  • 3 चूड़ी बनाने वाले को क्या कहते हैं?
  • 4 क्या अजमेर में लाख की वस्तुओं का निर्माण होता है?
  • 5 लाख की खेती कैसे करे?
  • 6 लाख कहाँ से प्राप्त होता है?

लाख की चूड़ियों के अलावा और क्या बनता है?

इसे सुनेंरोकेंलाख से चूड़ियों के अतिरिक्त गोलियाप, मूर्तियों तथा अन्य सजावटी सामान बनता है।

लाख की वस्तुओं का निर्माण मुक्त कहाँ होता है?

इसे सुनेंरोकेंछत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, ओडिशा, उत्तरप्रदेश, असम यह अन्य प्रमुख लाख उत्पादन राज्य है। लाख से अनेक वस्तुएं जैसे चूड़ियाँ, मूर्तियाँ, गोलियाँ तथा सजावट की वस्तुओं का निर्माण होता है।

लाख किन राज्यों में होती है और क्या क्या चीजें बनती हैं?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर लाख की वस्तुओं का निर्माण भारत के राजस्थान राज्य के जयपुर शहर में सबसे अधिक होता है। इसके अलावा गुजराज, पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों में भी लाख का निर्माण होता है। लाख से चूड़ियों के अतिरिक्त खिलौने, मूर्तियॉ, सजावट के सामान आदि चीजें भी बनती हैं।

कहानी में काँच की चूड़ियों से कौन चिढ़ता है?

इसे सुनेंरोकेंबदलू को किसी बात से चिढ़ थी तो काँच की चूड़ियों से’ और बदलू स्वयं कहता है – जो सुंदरता काँच की चूड़ियों में होती है लाख में कहाँ संभव है?” ये पंक्तियाँ बदलू की दो प्रकार की मनोदशाओं को सामने लाती हैं। दूसरी पंक्ति में उसके मन की पीड़ा है। उसमें व्यंग्य भी है।

चूड़ी बनाने वाले को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंचूड़ी को जोड़नेवाले “जुड़ैया” कहलाते हैं।

लाख से चूडियों के अतिरिक्त क्या क्या चीजें बनती हैं?

इसे सुनेंरोकेंलाख से चूड़ियों के अतिरिक्त कई प्रकार के अभूषण, खिलौने व सजाने का सामान बनाया जाता है। डाकघर व अन्य स्थानों पर सामान पैक करके सीलबंद करने हेतु भी लाख का प्रयोग किया जाता है। हमारे खान-पान, रहन-सहन और कपड़ों में भी बदलाव आ रहा है।

क्या अजमेर में लाख की वस्तुओं का निर्माण होता है?

इसे सुनेंरोकें⏩ लाख की वस्तुओं का निर्माण मुख्यतः राजस्थान के जयपुर शहर में होता है। राजस्थान लाख की वस्तुओं के निर्माण के मामले में भारत का सबसे अग्रणी राज्य हैय़ इसके अतिरिक्त भारत के गुजरात, झारखंड, हरियाणा और पंजाब आदि राज्यों में भी लाख की बनी वस्तुओं का निर्माण होता है।

लाख उत्पादन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंलाख एक बहुपयोगी राल है, जो एक सूक्ष्म कीट का दैहिक स्राव है। लाख के उत्पादन करने के लिए पोषक वृक्षों जैसे कुसूम, पलास व बेर अथवा झाड़ीदार पौधों जैसे भालिया की आवश्यकता पड़ती है। हमारे देश में पैदा होने वाली लाख का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा झारखण्ड राज्य से प्राप्त होता है।

लाख की खेती कैसे करे?

इसे सुनेंरोकेंलाख की अच्छी फसल के लिए पेड़ों को खाद देकर उगाया जाता है और काट-छाँटकर तैयार किया जाता है। जब नए प्ररोह निकलकर पर्याप्त बड़े हो जाते हैं तब उनपर लाख बीज बैठाया जाता है। लाख की दो फसलें होती हैं। एक को कतकी-अगहनी कहते हैं तथा दूसरी को बैसाखी-जेठवीं कहते हैं।

लाख की खेती कैसे करते हैं?

लाख कहाँ से प्राप्त होता है?

इसे सुनेंरोकेंहमारे देश में पैदा होने वाली लाख का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा झारखण्ड राज्य से प्राप्त होता है। छत्तीसगढ़ व पश्चिम बंगाल, अन्य प्रमुख लाख उत्पादन राज्य हैं। महाराष्ट्र, उड़ीसा मध्यप्रदेश और असम के कुछ क्षेत्रों में भी लाख की खेती की जाती है।

विषयसूची

  • 1 लाख की चूड़ियां कैसे बनाई जाती हैं?
  • 2 लाख की चूड़ियाँ कहाँ बनती है?
  • 3 लाख की चूड़ियों को क्या कहते हैं?
  • 4 लेखक को बदलू की याद कैसे आ गई?

लाख की चूड़ियां कैसे बनाई जाती हैं?

इसे सुनेंरोकेंलाख की चूड़ियाँ लाख नामक पदार्थ से बनती हैं। पहले लाख को गर्म करके पिघलाया जाता है। फिर लकड़ी की चौखट पर उसे सलाख के समान पतला करके चूड़ी का आकार दिया जाता है। तत्पश्चात् गोल बेलन जैसे गुटके मैं डालकर उन्हें सही आकार देकर रंगा जाता है ।

चूड़ियां कैसे बने?

इसे सुनेंरोकेंचूड़ी के ठंढे “मुट्ठे”, जिनमें 400-500 चूड़ियाँ होती हैं, हीरे की कनी अथवा मसाले से बने पत्थर से, जिसे “कुरंड” कहते हैं, काटे जाते हैं। एक आदमी “मुट्ठे” से काटकर चूड़ियाँ अलग करता जाता है, दूसरा उन्हें साथ साथ एक रस्सी में पिरोकर बाँधता जाता है और तीसरा गिन गिनकर 12-12 दर्जन संभालता जाता है।

लाख की चूड़ियाँ कहाँ बनती है?

इसे सुनेंरोकेंलाख की वस्तुओं का सबसे अधिक निर्माण राजस्थान में होता है। इसके अलावा मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश व गुजरात में भी लाख पाई जाती है। इसलिए वहाँ भी लाख का सामान बनाया जाता है। लाख से चूड़ियों के अतिरिक्त कई प्रकार के अभूषण, खिलौने व सजाने का सामान बनाया जाता है।

पुरानी चूड़ियों का क्या करें?

इसे सुनेंरोकेंआपको शायद पता ना हो लेकिन पुरानी चूड़ियां आपके घर को सजाने में आपकी काफी मदद कर सकती हैं। आप पुरानी चूड़ियों की मदद से कई खूबसूरत वॉल हैगिंग बना सकती हैं या फिर उन्हें क्रिएटिव तरीके से फोटो फ्रेम करके दीवारों को यूनिक लुक दे सकती हैं। इस तरह घर के अलग-अलग कोने को सजाने में आप पुरानी चूड़ियों को रियूज कर सकती हैं।

लाख की चूड़ियों को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंचूड़ी व कंगन की वैरायटी : फैशन के इस युग में लाख के कंगनों की कई प्रकार की वैरायटियाँ बाजारों में उपलब्ध हैं। जिसमें पक्के नग वाली चूड़ी को शहरवासी अधिक पसंद करते हैं, वहीं आदिवासी युवतियों व महिलाओं में खाचमुठिया (बाजू में पहनने वाली चूड़ी) के प्रति विशेष लगाव रहता है।

बेलन पर चढ़ी चूड़ियां बदलू को कैसे लगती थी?

इसे सुनेंरोकेंबेलन पर चढ़ी चूड़ियाँ बदलू को कैसी लगती थी? बदलू मनिहार था। चूड़ियाँ बनाना उसका पैतृक पेशा था और वास्तव में वह बहुत ही सुंदर चूड़ियाँ बनाता था। उसकी बनाई हुई चूड़ियों की खपत भी बहुत थी।

लेखक को बदलू की याद कैसे आ गई?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर : एक दिन बरसात में लेखक के मामा की छोटी लड़की आँगन में फिसलकर गिर गई। काँच की चूड़ी टूटकर उसकी कलाई में घुस गई । लेखक ने ही उसकी मरहम-पट्टी की। इसी घटना से उसे अचानक बदलू की याद आ गई।

लाख की चूड़ियाँ राजस्थान में कहाँ बनती है?

लाख की चूड़ियों के लिए जयपुर का बाजार भले ही विश्वभर में प्रसिद्ध हो लेकिन श्योपुर में बनने वालीं नगीना जड़ी लाख की चूड़ियां भी किसी से कम नहीं है। उत्कृष्ट डिजाइनिंग व उम्दा कारीगरी की वजह से राजस्थान-मप्र सहित उत्तरप्रदेश दिल्ली व हरियाणा में भी श्योपुर की लाख की चूड़ियां प्रसिद्ध हैं।

लाख की चूड़ियाँ का निर्माण कहाँ बनती है?

Solution : लाख की वस्तुओं का निर्माण भारत के विभिन्न राज्यों में जैसे कर्नाटक, उत्तरप्रदेश, गुजरात, राजस्थान आदि राज्यों में प्रमुख रूप से होता है। लाख से चूड़ियों के अतिरिक्त खिलौने, मूर्तियाँ, चपड़ी आदि बनाई जाती हैं।

लाख की चूड़ियों के लिए कौन सा शहर प्रसिद्ध है?

जयपुर में लाख की चूड़ियाँ बनाने का शिल्प शहर जितना ही पुराना माना जाता है। जयपुर शहर की स्थापना 1727 सीई में कछवाहा वंश की नई राजधानी के रूप में की गई थी, जब महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा आमेर की अदालत को यहां स्थानांतरित कर दिया गया था।

लाख की चूड़ियां कहां पाई जाती हैं?

लाख चूड़ियों को लाह के गहने के रूप में भी जाना जाता है, जो पश्चिम राजस्थान में उत्पन्न हुआ और तब से पूरे भारत में लोकप्रियता हासिल की। स्थानीय बाजारों और जयपुर, जोधपुर, उदयपुर आदि की पुरानी गलियों में बहुमुखी डिजाइनों में लाखों चूड़ियाँ आसानी से मिल जाती हैं, जो इसकी सुंदरता में विशिष्टता जोड़ती हैं।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग