सोडियम की कमी से कौन कौन से रोग होते हैं? - sodiyam kee kamee se kaun kaun se rog hote hain?

शरीर में सोडियम की कमी कहीं हाइपोनेट्रिमिया तो नहीं? जानें क्या है इसके कारण, लक्षण, इलाज

शरीर में सोडियम की कमी कहीं हाइपोनेट्रिमिया तो नहीं? जानें क्या है इसके कारण, लक्षण, इलाज

What is Hyponatremia: क्या आपने हाइपोनेट्रिमिया (Hyponatremia) के बारे में सुना है? हाइपोनेट्रिमिया यानी खून में सोडियम लेवल का कम हो जाना कहलाता है। सोडियम शरीर के लिए बहुत जरूरी मिनरल है। भोजन में सोडियम (Sodium) पर्याप्त मात्रा में शामिल करने से ब्लड प्रेशर सामान्य बना रहता है। सोडियम शरीर में पर्याप्त मात्रा में होने से मांसपेशियां, नसें, ऊतक अपना कार्य सही तरीके से कर पाते हैं। सोडियम सेल्स यानी कोशिकाओं के बाहर बॉडी के तरल पदार्थ में मौजूद होता है। यदि शरीर की कोशिकाओं के बाहर लिक्विड पदार्थों में सोडियम की मात्रा कम होने लगती है, तो इसे बैलेंस करने के लिए पानी कोशिकाओं में पहुंच जाता है। पानी की मात्रा अधिक हो जाने से कोशिकाएं फूलने लगती हैं, जिससे शारीरिक रूप से काफी नुकसान हो सकता है। इससे दिमाग की कोशिकाओं को भी नुकसान पहुंच सकता है।

हाइपोनेट्रिमिया के कारण क्या होते हैं?

शरीर में सोडियम की कमी होना सही नहीं है। हाइपोनेट्रिमिया होने से शरीर में सोडियम की मात्रा काफी कम हो जाती है। हाइपोनेट्रिमिया निम्न कारणों से हो सकता है-

कि़डनी संबंधित बीमारी

अधिक पसीना आना

उल्टी होना

हार्ट फेल होना

डायरिया की समस्या

लिवर सिरोसिस से पीड़ित होना

हाइपोनेट्रिमिया के लक्षण क्या होते हैं?

हाइपोनेट्रिमिया होने से आपको बेचैनी महसूस होगी

चिड़चिड़ा महसूस करेंगे

बेहोश हो जाना

अधिक सिरदर्द होना

भूख ना लगना

मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी होना

जी मिचलाना, उल्टी होना

हाइपोनेट्रिमिया का इलाज कैसे होता है?

इसके निदान के लिए डॉक्टर शारीरिक जांच कर सकता है। आपको क्या-क्या लक्षण नजर आते हैं, किसी तरह की कोई बीमारी तो नहीं, इससे संबंधित सवाल कर सकता है। पेशाब में सोडियम की मात्रा का पता लगाने के लिए टेस्ट हो सकता है। ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट हो सकता है। सोडियम की मात्रा को सही करने के लिए खानपान, जीवनशैली को सही करें। कुछ दवाओं की मदद से इस समस्या को दूर किया जा सकता है। दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। शरीर में सोडियम के लेवल को संतुलित बनाए रखने के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स युक्त स्पोर्ट्स ड्रिंक्स पिएं। सोडियम की कमी को दूर करने के लिए उचित मात्रा में भोजन में सोडियम शामल करें।

(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई बीमारी से जुड़ी सभी जानकारियां सूचनात्मक उद्देश्य से लिखी गयी हैं। किसी बीमारी की चिकित्सा से जुड़े किसी भी निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श लें।)

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सेहत के नुस्खे

हाइपोनैट्रेमिया से हो सकती है असमय मौत, सोडियम मांसपेशियों और दिमाग की नसों को करता है नियंत्रित

एनबीटी : खून में सोडियम का स्तर कम होने को नजरअंदाज किया जाना चाहिए। यह हमारी सेहत के लिए खतरनाक है। एक वयस्क में 135-148 मिली मोलिक्यूल सोडियम होना चाहिए। जब यह मात्रा घटकर 118 के निम्न स्तर पर आ जाए, तो इसे हाइपोनैट्रीमिया कहते हैं। खून में सोडियम का स्तर कम होने से बढ़ती उम्र में व्यक्ति की पहचानने की क्षमता में कमी आती है। हाल के अध्ययनों में यह सुझाव दिया गया कि इससे व्यक्ति की समझने-पहचानने की क्षमता, चलने-फिरने, गिरने, हृदय से संबंधित गंभीर खतरे हो सकते हैं। इससे असमय मृत्यु भी हो सकती है।

इसलिए हो जाती है सोडियम की कमी

-शुगर या रक्तचाप के मरीज डायूरेटिक दवाएं लेते हैं। इससे शरीर से सोडियम निकलता है और शरीर में सोडियम की कमी होने लगती है।

-एड्रिनल ग्लैंड के सही तरीके से काम न करने पर हाइपोएड्रिनलिज्म की शिकायत हो जाती है।

-ज्यादा उल्टी या डायरिया होने से या दिल और किडनी के रोगों, गर्मियों में ज्यादा पसीना आने से भी कमी हो जाती है।

-टीबी की बीमारी होने के कारण सोडियम की कमी हो सकती है।

-सोडियम मांसपेशियों और दिमाग की नसों को नियंत्रित करता है।

लक्षण

ज्यादा पसीना आने, उल्टी या डायरिया होना, नमक की कमी से थकान, डिहाइड्रेशन, निम्न रक्तचाप, मांसपेशियों में खिंचाव और मांसपेशियों में कमजोरी हो सकती है। मस्तिष्क की कोशिकाओं में सूजन आने लगती है। सही कारण समझ न आने पर व्यक्ति धीरे-धीरे होश खोने लगता है या पूरी तरह बेहोश भी हो सकता है।

इसलिए जरूरी है सोडियम

सोडियम की जरूरत हमारे शरीर में पानी की मात्रा को नियंत्रित करने और मस्तिष्क से शरीर के अन्य अंगों तक और अन्य अंगों से मस्तिष्क तक सूचनाओं के आदान-प्रदान करने की होती है। मांसपेशियों के कार्यों को सुचारू रूप से करने में भी सोडियम की अहम भूमिका होती है। यानी सोडियम का काम मांसपेशियों और दिमाग की नसों को नियंत्रित करना होता है।

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खून में सोडियम की कमी की पहचान समय पर नहीं हुई तो मुसीबत बढ़ सकती है क्योंकि यह समस्या बहुत ही धीरे, बिना किसी चेतावनी के आती है। इसके लक्षण को बुढ़ापे की निशानी समझ कर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

- डॉ़ एमएल पटेल

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सोडियम की कमी से क्या परेशानी होती है?

शरीर में सोडियम की कमी से दिमाग कमजोर हो जाता है, हमेशा सिर दर्द रहता है, मन में अक्सर उलझन रहती है. इसके अलावा थकान महसूस होती है. चिड़चिड़ापन और भूलने की बीमारी भी पैदा हो जाती है. खून में सोडियम की कमी की वजह से बेचैनी महसूस होती है.

सोडियम से कौन सी बीमारी होती है?

शरीर में सोडियम की कमी से जी मिचलाना, उल्टी और पेट में दर्द रहने लगता है। ज्यादा उल्टी और डायरिया की समस्या होने पर सोडियम की कमी हो जाती है। इसकी कमी से बार-बार भूख का एहसास होता रहता है। रक्त में सोडियम का स्तर घट जाने पर बैचेनी और घबराहट महसूस होने लगती है।

शरीर में सोडियम कम होने पर क्या करें?

इसकी मात्रा ज्यादा बढ़ने पर ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। वहीं, इसकी कमी से कमजोरी,आंतों में रुकावट,पायरिया, हैजा भी हो सकता है। शरीर को रोजाना 0.5 ग्राम सोडियम की आवश्यकता है, जो हमें सब्जियों से मिलता है। इसके अलावा सोडियम के लिए अलग से नमक खाना जरूरी नहीं है।

शरीर में सोडियम की कमी क्यों हो जाती है?

– डायरिया होने, लगातार उल्टियां होने की वजह से डिहाइड्रेशन हो जाता है. इस वजह से भी शरीर में सोडियम की कमी हो जाती है. – जरूरत से ज्यादा मात्रा में पानी पीने की वजह से भी शरीर में सोडियम कम हो सकता है. – शरीर में हार्मोनल चेंजेस होने की वजह से भी कई बार सोडियम लो हो जाता है.

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