संपत्ति का अधिकार मौलिक अधिकारों से क्यों हटाया गया? - sampatti ka adhikaar maulik adhikaaron se kyon hataaya gaya?

sampatti Ka Adhikar Kab Hataya Gaya

Pradeep Chawla on 10-10-2018

संविधान संशोधन- 44वाँ

विवरण 'भारतीय संविधान' का निर्माण 'संविधान सभा' द्वारा किया गया था। संविधान में समय-समय पर आवश्यकता होने पर संशोधन भी होते रहे हैं। विधायिनी सभा में किसी विधेयक में परिवर्तन, सुधार अथवा उसे निर्दोष बनाने की प्रक्रिया को ही 'संशोधन' कहा जाता है।
संविधान लागू होने की तिथि 26 जनवरी, 1950
44वाँ संशोधन 1978
संबंधित लेख संविधान सभा
अन्य जानकारी 'भारत का संविधान' ब्रिटेन की संसदीय प्रणाली के नमूने पर आधारित है, किन्तु एक विषय में यह उससे भिन्न है। ब्रिटेन में संसद सर्वोच्च है, जबकि भारत में संसद नहीं; बल्कि 'संविधान' सर्वोच्च है।

भारत का संविधान (44वाँ संशोधन) अधिनियम, 1978

  • भारत के संविधान में एक और संशोधन किया गया।
  • संपति के अधिकार को, जिसके कारण संविधान में कई संशोधन करने पड़े, मूल अधिकार के रूप में हटाकर केवल विधिक अधिकार बना दिया गया।
  • फिर भी यह सुनिश्चित किया गया कि संपत्ति के अधिकार को मूल अधिकारों की सूची से हटाने से अल्पसंख्यकों के अपनी पसंद के शिक्षा संस्थानों की स्थापना करने और संचालन संबंधी अधिकारों पर कोई प्रभाव न पड़े।
  • संविधान के अनुच्छेद 352 का संशोधन करके यह उपबंध किया गया कि आपात स्थिति की घोषणा के लिए एक कारण 'सशस्त्र विद्रोह' होगा।
  • आंतरिक गड़बड़ी, यदि यह सशस्त्र विद्रोह नहीं है तो आपात स्थिति की घोषणा के लिए आधार नहीं होगा।
  • व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार को जैसा कि अनुच्छेद 21 और 22 में दिया गया है, इस उपबंध द्वारा और अधिक शक्तिशाली बनाया गया है।
  • इसके अनुसार निवारक नजरबंदी नहीं रखा जा सकता, जब तक कि सलाहकार बोर्ड यह रिपोर्ट नहीं देता कि ऐसी नजरबंदी के पर्याप्त कारण हैं।
  • इसके लिए अतिरिक्त संरक्षण की व्यवस्था इस अपेक्षा से की गई कि सलाहकार बोर्ड का अध्यक्ष किसी समुचित उच्च न्यायालय का सेवारत न्यायाधीश होगा और बोर्ड का गठन उस उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की सिफारिशों के अनुसार किया जाएगा।

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Comments Monika Vaishnav on 02-08-2022

Sampatti Ka Adhikar Mul adhikaron ki Suchi se kab hataya Gaya

Manoj Chauhan on 24-05-2021

Patrick sampatti Mai MAA baap ko galaxy adhikar de Diya Gaya hai jisme baapp ki Gandhi niyat ke Karan do bete hote huye Bhi ek bete ko vasiyat likh Diya ja Raha ek parivar Apne baccho ke sath road par AA ja Raha kripya patri sampatti Mai MAA baap ke role ko khatam Kar ke sabhi ko barabar Ka adhikar mile

Nikhil on 23-01-2021

savidhan me sampatti ke adikar ko 44ve savidhan sansodhan ke dvara 1979 ko hta diya gya

I d Shukla on 18-12-2020

Sampatti Ka adhikar ab keval ek samvaidhanik adhikar rah gaya hai pahle yah mool adhikar tha lekin 44 mein samvidhan sanshodhan se ise hata liya gaya hai jis samay kis ko hataya Gaya use samay pradhanmantri morarji Desai 44 va samvidhan sanshodhan ek chhota sa sanvidhan kahlata hai kyunki emergency ke dauran 42 mein samvidhan sanshodhan joki use samay ke pradhanmantri swargiya shrimati Indira Gandhi thi unke dwara Kiya gaya tha 19 77 mein is Tarah se property Ka adhikar ab keval samvaidhanik adhikar hai naak ki mul adhikar hai dhanyvad

sachin kumar on 27-09-2020

Bartamaan mein sampatti ka adhikar kis anuchchhed mein rakha gaya hai

Rajeshvar sunariya on 26-09-2020

Samvidhan Mein sampatti Ka Adhikar ko kab hataya Gaya

Dr Choudhary on 11-08-2020

संपत्ति के अधिकार को हटाए जाने वक्त प्रधानमंत्री कौन था

रीता on 02-06-2020

सम्पति का अधिकार क्यों हटा दोय गया और कब हटाया गया

Prakash Chandra Gameti on 28-01-2020

मौलिक अधिकार के रूप में हटाए जाने से पूर्व, संपत्ति का अधिकार किस अनुच्छेद का हिस्सा था

Arjun rawat on 17-12-2019

Sampatti Ka Adhikaar

Mohd suhail on 29-08-2019

Sammpati ka adhikar kab hataya gaya

Sampatti Ka Adhikar kab hataya Gaya on 12-05-2019

Sampatti Ka Adhikar kab hataya Gaya


मौलिक अधिकार से संपत्ति का अधिकार क्यों हटाया गया?

संपत्ति के अधिकार को समाप्त करना भारत की सरकारों के लिए आवश्यक हो गया था क्योंकि भूमि अधिग्रहण अधिनियम के अर्थों को और उसके उद्देश्यों को प्राप्त करना इस अधिकार के होते हुए मुमकिन नहीं था। इसके लुप्त करने की की कोई आवश्यकता नहीं थी क्योंकि तमाम संशोधनों के पश्चात संपत्ति का अधिकार प्रयोग संकुचित और निर्बंधित हो गया था।

संपत्ति के अधिकार को मौलिक अधिकार से कब हटाया गया है?

संपत्ति के अधिकार को चवालिसवें संवैधानिक संशोधन अधिनियम, 1978 द्वारा मौलिक अधिकारों की सूची से हटा दिया गया था।

संपत्ति के अधिकार को कौन से संविधान संशोधन से हटाया गया?

भारतीय संविधान के अनुच्छेद-31 में संपत्ति के अधिकार का वर्णन था। किन्तु 44वें संविधान संशोधन(1978) के द्वारा संपत्ति के अधिकार को मौलिक अधिकार से विधिक अधिकार में परिवर्तित कर दिया गया। वर्तमान में संपत्ति का अधिकार (Right to Property) भारतीय संविधान के अनुच्छेद- 300(A) के अंतर्गत एक विधिक अधिकार के रूप में स्थापित है।

संपत्ति के अधिकार को मौलिक अधिकार से कानूनी अधिकार बनाने से क्या फर्क पड़ता है?

भारतीय संविधान के अनुच्छेद-31 में संपत्ति के अधिकार का वर्णन था। किन्तु 44वें संविधान संशोधन(1978) के द्वारा संपत्ति के अधिकार को मौलिक अधिकार से विधिक अधिकार में परिवर्तित कर दिया गया। वर्तमान में संपत्ति का अधिकार (Right to Property) भारतीय संविधान के अनुच्छेद- 300(A) के अंतर्गत एक विधिक अधिकार के रूप में स्थापित है।

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