दाल खाने से क्या लाभ होता है? - daal khaane se kya laabh hota hai?

Published on: 11 March 2022, 17:36 pm IST

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आपको पसंद हो या ना हो, लेकिन भारतीय भोजन बिना दाल के अधूरा होता है। मसूर, उड़द, अरहर जैसी साधारण दाल के अलावा राजमा और चना जैसी टेस्टी और फैंसी दालें आपके घर में अक्सर पकाई जाती हैं। भले ही इसका स्वाद और पकाने का तरीका अलग होता है, लेकिन इनके फायदे हर घर में एक समान हैं।

दालें इस मायने में परफेक्ट हैं कि भले ही वे वसा में अधिक न हों, लेकिन वे प्रोटीन और फाइबर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। इनमें फोलेट, आयरन, पोटेशियम और जिंक सहित महत्वपूर्ण विटामिन और खनिज भी होते हैं। इसलिए इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि हमारी दादी-नानी के समय के पहले से भी रोजाना दाल खाने के लिए जोर दिया जाता था। आपकी एक कटोरी दाल में वो सभी महत्वपूर्ण पोषक तत्व, विटामिन और खनिज होते हैं जिनकी आपको स्वस्थ रूप से कार्य करने के लिए आवश्यकता होती है।

एक कटोरी दाल यानी इन स्वस्थ लाभों का रास्ता

1. हेल्दी सेल्स का निर्माण

दाल में मौजूद प्रोटीन, आयरन और फोलेट के कारण, यह सुनिश्चित होता है कि आपकी कोशिकाएं मरम्मत और नव निर्माण के लिए पर्याप्त रूप से स्वस्थ रहें। आयरन आपके एनीमिया के विकास के जोखिम को भी कम कर सकता है। दाल के दैनिक सेवन से आपकी इम्युनिटी से लेकर पाचन तक, सब कुछ ठीक रहेगा और किसी भी बीमारी के विकास के जोखिम को कम किया जा सकता है।

आपके दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है दाल। चित्र: शटरस्टॉक

2. वजन रहता है संतुलित

दालें प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होती हैं। ये उन लोगों के लिए फायदेमंद हैं जो वेट लॉस करना चाह रहे हैं। लो फैट होने के कारण यह एक्स्ट्रा कैलोरी इंटेक को रोकती हैं। रोजाना दाल खाने से आपको सही मात्रा में ऊर्जा और पोषण मिल सकता है, वो भी बिना कैलोरी जमा किए। यह आपके पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखती हैं। जो अनहेल्दी क्रेविंग से बचने में मदद करता है। इसका मतलब है कि दालों का सेवन आपकी भूख को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है और अधिक खाने से रोकता है।

3. हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

दालें आपके दिल के लिए बेहद स्वस्थ मानी जाती हैं। यह खराब कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को कम करने में मदद करती हैं। हर रोज़ दालों का सेवन करने से यह भी सुनिश्चित हो सकता है कि आपका हृदय स्वस्थ रहता है। इससे हृदय रोगों के विकास के जोखिम को कम किया जा सकता है।

दाल की इन 4 किस्मों को बनाएं अपनी डाइट का जरूरी हिस्सा

1. हरी चना दाल या मूंग दाल

हरे चने की दाल या मूंग दाल स्वादिष्ट करी से लेकर मिठाइयों तक भोजन में शामिल की जा सकती है। साबुत मूंग दाल या स्प्लिट दाल का सेवन प्रोटीन बाउंड स्प्राउट के रूप में किया जाता है। यह मैंगनीज, मैग्नीशियम, फास्फोरस, कॉपर, पोटेशियम, जिंक, फोलेट विटामिन, प्रोटीन एवं डाइटरी फाइबर का एक उत्कृष्ट स्रोत है।

यह सभी दालों में आसानी से पचने वाली दाल है, जिसे किसी भी चिकित्सीय डाइट प्लान में शामिल किया जा सकता है।

मूंग दाल आपको जरूरी प्रोटीन देता है। चित्र:शटरस्टॉक

कोलेस्ट्रॉल के स्तर और हृदय रोग के जोखिम को कम करता है। यह मधुमेह के लिए एक स्वस्थ प्रोटीन है, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। बी विटामिन से भरपूर, यह दाल पीएमएस के लक्षणों को नियंत्रित करता है। मूंग की दाल को आप रात में भी खा सकते हैं, क्योंकि यह आसानी से पच जाती है।

2. उड़द की दाल

उड़द की दाल या काले चने की दाल को आमतौर पर साबुत काले चने और सफेद चने के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इस दाल से आप व्यंजन जैसे इडली, डोसा और स्वादिष्ट वड़ा नाश्ते के लिए बना सकते हैं। यह प्रोटीन, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन और विटामिन ए और सी से भरपूर होता है।

इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है। इसलिए उड़द की दाल पाचन को बढ़ावा देती है।

हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार और मजबूती। ऊर्जा को बढ़ाता है और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है।

त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखता है।

3. तूअर दाल या अरहर दाल

तूअर दाल को अरहर की दाल के रूप में भी जाना जाता है, जो भारतीय रसोई में एक आम सामग्री है। किसी भी दक्षिण भारतीय भोजन जैसे सांबर में अवश्य ही, इस दाल का इस्तेमाल किया जाता है। यह प्रोटीन, पोटेशियम, आयरन, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम और बी विटामिन जैसे पोषक तत्वों से भरा होता है।

फोलिक एसिड का एक उत्कृष्ट स्रोत यह गर्भवती महिलाओं के लिए न्यूरल ट्यूब बर्थ प्रोब्लम को रोकने के लिए अत्यधिक फायदेमंद है। फाइबर का एक बड़ा स्रोत, यह हृदय रोग, स्ट्रोक और मधुमेह के जोखिम को कम करता है।

मसूर दाल को अपनी डाइट में करें शामिल। चित्र : शटरस्टॉक

4. मसूर की दाल

मसूर दाल या लाल दाल भारतीय खाना पकाने में आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली दाल है। सेहत के लिए बेहद फायदेमंद दाल, जो किसी भी सब्जी के साथ डालने पर अच्छी लगती है। यह प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, कैल्शियम, बी विटामिन और फोलेट से भरा हुआ है जो समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।

आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर मसूर दाल त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है और मुंहासों को रोकती है।

फाइबर का अच्छा स्रोत होने के कारण यह रक्त शर्करा स्पाइक को नियंत्रित करती है। प्रोटीन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर मसूर दाल इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करती है।

तो लेडीज, अपनी डाइट में विभिन्न दालों को शामिल करें और बिना बोर हुए उसके पोषण तत्वों का लाभ उठाएं।

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रोज दाल खाने से क्या होता है?

द‍िल के ल‍िए फायदेमंद है दाल द‍िल की सेहत का ख्‍याल रखने के ल‍िए आप दाल का सेवन करें। इसमें मौजूद फोलेट और मैग्नीशियम, हार्ट हेल्‍थ के ल‍िए फायदेमंद माना जाता है। दाल बैड कोलेस्‍ट्रॉल को कम करती है ज‍िससे हार्ट से जुड़ी बीमार‍ियों का खतरा कम होता है।

सबसे ज्यादा ताकतवर दाल कौन सी है?

उड़द दाल प्रोटीन और विटामिन बी के सबसे समृद्ध स्रोतों में से एक है. फैट और कैलोरी में कम, उड़द की दाल आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम में भी समृद्ध है.

दाल खाने से क्या क्या फायदे?

Arhar Dal Benefits: कुछ लोगों के घर में रोजाना अरहर की दाल बनती है. अरहर दाल प्रोटीन और पोषक तत्वों से भरपूर होती है. जानिए रोजाना अरहर दाल खाने से क्या फायदे मिलते हैं. Arhar Dal For Health: ज्यादातर घरों में खाने में रोजाना दाल बनती है.

सुबह सुबह दाल खाने से क्या होता है?

मजबूत होती है इम्यूनिटी पावर अगर आप भी रोजाना सुबह उठकर फ्रेश होने के बाद खाली पेट एक मुट्ठी अंकुरित मूंग दाल (Ankurit Moong Dal) खाते हैं तो आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी मजबूत हो सकती है. आप चाहें तो सलाद या चाट के रूप में भी अंकुरित मूंग दाल को खा सकते हैं.

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