देश भक्ति गीत स्कूल में गाने के लिए - desh bhakti geet skool mein gaane ke lie

ये देश भक्ति गीत उन शहीदों को समर्पित हैं जिन्होंने अपने लहू की बूंदों से आजाद भारत की धरती को सींचा है| इन लोकप्रिय Desh Bhakti Geet in Hindi और गानों के माध्यम से हम आजादी के उन दीवानों को नमन करते हैं जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए हँसते हँसते अपने प्राणों की आहुति दे दी| ये सभी देश भक्ति गीत फिल्मों से और विभिन्न लेखों से लिए गये हैं –

अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नहीं

अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं
सर कटा सकते हैं लेकिन, सर झुका सकते नहीं

हमने सदियों में ये आज़ादी की नेमत पाई है
सैकड़ों कुर्बानियां देकर ये दौलत पाई है
मुस्कुराकर खाई है सीनों पे अपने गोलियां
कितने वीरानों से गुज़रे हैं तो जन्नत पाई है
ख़ाक में हम अपनी इज़्ज़त को मिला सकते नहीं
अपनी आज़ादी…

क्या चलेगी ज़ुल्म की अहले वफ़ा के सामने
आ नहीं सकता कोई शोला हवा के सामने
लाख फ़ौजें ले के आए अम्न का दुश्मन कोई
रुक नहीं सकता हमारी एकता के सामने
हम वो पत्थर हैं जिसे दुश्मन हिला सकते नहीं
अपनी आज़ादी…

वक़्त की आवाज़ के हम साथ चलते जाएंगे
हर क़दम पर ज़िन्दगी का रुख बदलते जाएंगे
गर वतन में भी मिलेगा कोई गद्दारे वतन
अपनी ताकत से हम उसका सर कुचलते जाएंगे
एक धोखा खा चुके हैं और खा सकते नहीं
अपनी आज़ादी…
(वन्दे मातरम)

हम वतन के नौजवां हैं हमसे जो टकराएगा
वो हमारी ठोकरों से ख़ाक में मिल जाएगा
वक़्त के तूफ़ान में बह जाएंगे ज़ुल्मों-सितम
आसमां पर ये तिरंगा उम्र भर लहराएगा
जो सबक बापू ने सिखलाया भुला सकते नहीं
सर कटा सकते

जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़ियां करती है बसेरा

जहाँ डाल-डाल पर
सोने की चिड़ियां करती है बसेरा
वो भारत देश है मेरा

जहाँ सत्य, अहिंसा और धर्म का
पग-पग लगता डेरा
वो भारत देश है मेरा

ये धरती वो जहाँ ऋषि मुनि
जपते प्रभु नाम की माला
जहाँ हर बालक एक मोहन है
और राधा हर एक बाला
जहाँ सूरज सबसे पहले आ कर
डाले अपना फेरा
वो भारत देश है मेरा

अलबेलों की इस धरती के
त्योहार भी है अलबेले
कहीं दीवाली की जगमग है
कहीं हैं होली के मेले
जहाँ राग रंग और हँसी खुशी का
चारो और है घेरा
वो भारत देश है मेरा

जहाँ आसमान से बाते करते
मंदिर और शिवाले
जहाँ किसी नगर मे किसी द्वार पर
कोई न ताला डाले
प्रेम की बंसी जहाँ बजाता
है ये शाम सवेरा
वो भारत देश है मेरा…

मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन

मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन
शांति का उन्नति का प्यार का चमन
मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन
शांति का उन्नति का प्यार का चमन
इसके वास्ते निसार है मेरा तन मेरा मन
ए वतन, ए वतन, ए वतन
जानेमन, जानेमन, जानेमन
ए वतन, ए वतन, ए वतन
जानेमन, जानेमन, जानेमन

मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन
शांति का उन्नति का प्यार का चमन
आ.. हा.. आहा.. आ..

इसकी मिट्टी से बने तेरे मेरे ये बदन
इसकी धरती तेरे मेरे वास्ते गगन
इसने ही सिखाया हमको जीने का चलन
जीने का चलन..
इसके वास्ते निसार है मेरा तन मेरा मन
ए वतन, ए वतन, ए वतन
जानेमन, जानेमन, जानेमन
मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन
शांति का उन्नति का प्यार का चमन

अपने इस चमन को स्वर्ग हम बनायेंगे
कोना-कोना अपने देश का सजायेंगे
जश्न होगा ज़िन्दगी का, होंगे सब मगन
होंगे सब मगन..
इसके वास्ते निसार है मेरा तन मेरा मन
ए वतन, ए वतन, ए वतन
जानेमन, जानेमन, जानेमन

मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन
शांति का उन्नति का प्यार का चमन
मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन
शांति का उन्नति का प्यार का चमन

इसके वास्ते निसार है मेरा तन मेरा मन
ए वतन, ए वतन, ए वतन
जानेमन, जानेमन, जानेमन
ए वतन, ए वतन, ए वतन
जानेमन, जानेमन, जानेमन..

मेरा रंग दे बसंती चोला

मेरा रंग दे..
मेरा रंग दे बसंती चोला माये रंग दे
मेरा रंग दे बसंती चोला माये रंग दे
मेरा रंग दे बसंती चोला रंग दे, रंग दे..
रंग दे बसंती चोला माये रंग दे
निकले हैं वीर जिया ले
यूँ अपना सीना ताने
हंस-हंस के जान लुटाने
आज़ाद सवेरा लाने
मर के कैसे जीते हैं, इस दुनिया को बतलाने
तेरे लाल चलें हैं माये, अब तेरी लाज बचाने

मर के कैसे जीते हैं, इस दुनिया को बतलाने
तेरे लाल चलें हैं माये, अब तेरी लाज बचाने

आज़ादी का शोला बन के खून रगों में डोला
मेरा रंग दे…
मेरा रंग दे बसंती चोला माये रंग दे
मेरा रंग दे बसंती चोला माये रंग दे
मेरा रंग दे बसंती चोला रंग दे, रंग दे..
रंग दे बसंती चोला माये रंग दे

दिन आज तो बड़ा सुहाना
मौसम भी बड़ा सुनहरा
हम सर पे बाँध के आये
बलिदानों का ये सेहरा
बेताब हमारे दिल में इक मस्ती सी छायी है
ऐ देश अलविदा तुझको कहने की घडी आई है
महकेंगे तेरी फिज़ा में हम बन के हवा का झोंका
किस्मत वालों को मिलता ऐसे मरने का मौका

निकली है बरात सजा है इंक़लाब का डोला
मेरा रंग दे…
मेरा रंग दे बसंती चोला माये रंग दे
मेरा रंग दे बसंती चोला माये रंग दे
मेरा रंग दे बसंती चोला रंग दे, रंग दे..
रंग दे बसंती चोला माये रंग दे..

मेरा रंग दे बसंती चोला, मेरा रंग दे
मेरा रंग दे बसंती चोला ओये, रंग दे बसंती चोला
माये रंग दे बसंती चोला

दम निकले इस देश की खातिर बस इतना अरमान है
एक बार इस राह में मरना सौ जन्मों के समान है
देख के वीरों की क़ुरबानी अपना दिल भी बोला
मेरा रंग दे…

जिस चोले को पहन शिवाजी खेले अपनी जान पे
जिसे पहन झांसी की रानी मिट गई अपनी आन पे
आज उसी को पहन के निकला, पहन के निकला
आज उसी को पहन के निकला, हम मस्तों का टोला
मेरा रंग दे…

झण्डा ऊँचा रहे हमारा

झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा -२
झण्डा ऊँचा रहे हमारा

सदा शक्ति बरसानेवाला
प्रेम सुधा सरसानेवाला
वीरों को हर्षानेवाला
मात्ऱ्भूमि का तन-मन सारा -२
झण्डा ऊँचा …

स्वतन्त्रता के भीषण रण में
रख कर जोश बढ़े क्षण क्षण में
काँपे शत्रु देख कर मन में
मिट जावे भय संकट सारा -२
झण्डा ऊँचा …

इस झण्डे के नीचे निर्भय
हो स्वराज जनता का निश्चय
बोलो भारत माता की जय
स्वतन्त्रता ही ध्येय हमारा -२
झण्डा ऊँचा …

शान न इस की जाने पावे
चाहे जान भले ही जावे
विश्व विजय कर के दिखलावे
तब होवे प्रण पूर्ण हमारा -२
झण्डा ऊँचा..

आजादी से जुड़े अन्य प्रेरक लेख –

देश भक्ति शायरी सुविचार
देशप्रेम पर 4 कविताएं
देशभक्ति कविता इन हिंदी : चन्द्रशेखर आजाद!
स्वतंत्रता दिवस पर शायरी

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग