आवर्ती, परन्तु दोलनी नहीं दोलनी रेखीय सरल आवर्त वृत्तीय गति
Answer : B
Solution : किसी झूले पर झूलना, दीवार घड़ी के लोलक की गति, वायु में किसी पेड़ की शाखाओं की गति, कार के इन्जन का पिस्टन, साम्यावस्था के आगे-पीछे बार-बार होने वाली गति के उदाहरण हैं। इस प्रकार की गति दोलनी गति कहलाती है।
हमारा प्रश्न है झूले में झूल के बच्चे की गति खाली स्थान होती है झूले पर झूलते बच्चे यहां पर बात हो रही है जो कोई बच्चा का झूले पर झूल रहा है तो उसकी गति कैसी होगी यहां पर बना लेते हैं मान लो यहां पर जो है एक झूला है ठीक है यह एक झूला बना लिया है अब यह क्या है बार-बार आगे आ रहा है फिर बार-बार पीछे जा रहा है जो है यह आरंभ की स्थिति को दोहरा रहा है ठीक है उसी रास्ते से जिस रास्ते से आगे आया ठीक उसी रास्ते से पीछे जा रहा है तो इस प्रकार की गति होती है वह अपनी होती है आवर्ती गति बस तू अपने आरंभिक स्थिति को एक निश्चित समय अंतराल के बाद दोहरा आती है बस तू इस प्रकार का कुछ करती है तो उसकी जो गति होती है वह मोती आवर्ती गति
हुआ है उसी रास्ते से आएगा उसी रास्ते से जाएगा तो है झूले की कौन सी होती है आवर्ती गति होती है