चैलेंजर गैलिलियो डिस्कवरी वॉयेजर
Answer : C
Solution : सुनीता विलियम्स को अभियान-दल के 14 सहयोगियों से मिलाने के लिए उन्हें 9 दिसम्बर, 2006 को स्पेस शटल डिस्कवरी की सहायता से एसटीएस-116 के साथ अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केन्द्र (आईएसएस) पर उतारा गया था। डिस्कवरी नासा के स्पेस शटल प्रोग्राम के लिए परिक्रमा करने वाले यानों में से एक तथा परिक्रमा के लिए पूर्ण परिचालन हेतु निर्मित पाँच यानों में से तीसरा अंतरिक्ष यान है।
हैम का परिचय
ऐसा अनुमान है कि हैम का जन्म 1957 में कैमरून में हुआ। हैम को पकड़ा गया और उसे फ्लोरिडा ले जाया गया। फ्लोरिडा के मियामी रेयर बर्ड फार्म में उसे रखा गया (Miami Rare Bird Farm)। 1959 में हैम को अमेरिकी वायुसेना के एक बेस पर भेजा गया। उस बेस पर अंतरिक्ष
उड़ान के लिए हैम को प्रशिक्षण दिया गया। उस समय हैम को चैंग या #65 के नाम से जाना जाता था। उसे हैम नाम धरती पर वापस आने के बाद दिया गया।
स्पेस का सफर
हैम को अंतरिक्ष में
संघर्ष योग्य बनाने के लिए 18 महीने तक प्रशिक्षण दिया गया। आखिर 31 जनवरी, 1961 को करीब साढ़े 3 साल के हैम के लिए वह लम्हा आ गया, जिसका काफी समय से इंतजार था। हैम को लॉन्च पैड पर लाया गया। उसे अब प्रॉजेक्ट मरकरी (MR-2) के लिए रवाना होना था। लॉन्च पैड अमेरिका के फ्लोरिडा के एक टापू केप कैनवरल पर था। फिर काउच नाम के एक कंटेनर में बांधकर उसे स्पेस में भेज दिया गया।
अंतरिक्ष में हैम
करीब 16.30 मिनट के बाद हैम अंतरिक्ष में पहुंच चुका था। उसने धरती से 157 मील की ऊंचाई पर उड़ान
भरी। करीब 5800 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से। साढ़े 6 मिनट तक उसने भारहीनता का अनुभव किया। अंतरिक्ष में चुनौतियां थी भारहीनता, शून्य गुरुत्वाकर्षण बल और तेज रफ्तार। इन सबके बावजूद हैम ने शानदार काम किया जिस पर यकीन करना मुश्किल है। उड़ान के दौरान दबाव के कारण हैम के कैप्सूल को नुकसान पहुंचा था। लेकिन हैम के स्पेस सूट ने उसे बचा लिया। हैम को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा।
जब मौत के था करीब
अंतरिक्ष से हैम की वापसी काफी चुनौतीपूर्ण थी। उसका कैप्सूल अपने लक्ष्य से 130
मील दूर अटलांटिक महासागर में जा गिरा। घंटों बाद हैम को बचाने के लिए जहाज पहुंचा। हैरत की बात थी कि इतने देर बाद भी वह जिंदा और शांत था। जब उसको काउच से छोड़ा गया तो उसके चेहरे पर एक मुस्कान थी। कुछ लोग इसे खुशी की मुस्कान बताते हैं तो कुछ उसे भय और चिंता का इजहार। कुछ समय बाद फटॉग्रफर ने काउच में डालकर हैम की एक और फोटो लानी चाही। लेकिन हैम ने उसमें जाने से मना कर दिया। कई लोग मिलकर भी उसको काउच में जाने के लिए प्रोत्साहित नहीं कर सके। इसको देखकर यह अंदाजा लगाना आसान है कि जहाज से बचाव के समय
उसके चेहरे पर खुशी की मुस्कान नहीं थी।
(फोटो: साभार टाइम)
वापसी के बाद
अंतरिक्ष से आने के बाद 1963 में उसे वॉशिंगटन, डीसी स्थित नैशनल जू में भेज दिया गया। वहां वह 17 साल रहा जिसके बाद नॉर्थ
कैरोलिना स्थित एक चिड़ियाघर भेज दिया गया। 18 जनवरी, 1983 को 26 की उम्र में उसका निधन हो गया।
हैम का योगदान
हैम की अंतरिक्ष यात्रा कई वजहों से उल्लेखनीय रही। अंतरिक्ष के असहनीय माहौल और सभी चुनौतियों को हराकर वह जिंदा रहा। इतना ही नहीं वहां उसने सारे काम सही ढंग से अंजाम दिए। उसके साहस और बहादुरी ने इंसान की अंतरिक्ष यात्रा को आसान बनाया। अगर अंतरिक्ष में अमेरिका का पहला व्यक्ति ऐलान शेपर्ड जूनियर जा सका तो यह हैम की वजह से ही संभव हो पाया।
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3 नवंबर 1957 को सोवियत संघ (Soviet Union) ने लाइका नाम के कुत्ते (Dog) को अंतरिक्ष में भेजा था. अंतरिक्ष यान में सवार होकर आसमान के पार पहुंचा वह पहला जीवित प्राणी था. आज ही के दिन राष्ट्रपति एच डब्ल्यू बुश को हराकर डेमोक्रेट बिल क्लिंटन (Bill Clinton) अमेरिका के 42वें राष्ट्रपति बने थे.
सभ्यता की शुरुआत से ही इंसान की जिज्ञासा ने उसे नए-नए अविष्कार करने के लिए प्रोत्साहित किया है. अपनी जरूरत की चीजों को बनाने के बाद उसने आसमान को छूने के लिए हवाई जहाज का अविष्कार किया और फिर अंतरिक्ष की अनंत गहराइयां नापने के प्रयास में अंतरिक्ष यान बना डाला. इंसान यहीं नहीं रुका और अब उसे यह देखना था कि आखिर अंतरिक्ष में है क्या?
मानव रहित अंतरिक्ष यान तो वह भेज चुका था लेकिन इंसान को वहां भेजने का जोखिम उठाने से पहले जीवित प्राणी के रूप में एक कुत्ते (Dog) को अंतरिक्ष में भेजने का फैसला किया गया. तत्कालीन सोवियत संघ (Soviet Union) ने 3 नवंबर 1957 को लाइका नाम के कुत्ते को अंतरिक्ष में भेजा, जो नीले आसमान के पार गया पहला जीवित प्राणी था.
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इस प्रयोग के सफल होने के बाद इंसान के अंतरिक्ष में जाने का रास्ता बना. देश दुनिया के इतिहास में 3 नवंबर की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है-
1618 – छठे मुगल बादशाह औरंगजेब (Aurangzeb) का जन्म. उन्होंने भारतीय उपमहाद्वीप पर आधी सदी से भी ज्यादा समय तक शासन किया. अपने समय के सबसे धनी और शक्तिशाली शासक औरंगजेब के शासन में मुगल साम्राज्य अपने विस्तार के चरमोत्कर्ष पर पहुंचा.
1903 – पनामा ने कोलंबिया से आजादी का ऐलान किया.
1906 – भारतीय सिनेमा और रंगमंच के सशक्त अदाकार पृथ्वीराज कपूर (Prithviraj Kapoor) का जन्म. अपने अभिनय और बुलंद आवाज से उन्होंने कई किरदारों को अमर बना दिया. इनमें ‘अलेक्जेंडर द ग्रेट’ और ‘मुगले आजम’ का जिक्र खास तौर से किया जा सकता है.
1911 – लुई शेवरले और विलियम सी डुरंट ने डेट्रॉयट में शेवरले मोटर कार कंपनी (Chevrolet Motor Car Company) की शुरुआत की.
1933 – अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से नवाजे गए अमर्त्य सेन (Amartya Sen) का जन्मदिन. उन्होंने कल्याणकारी अर्थव्यवस्था और सामाजिक चयन की थ्योरी देकर समाज के निर्धनतम सदस्यों की समस्याओं की तरफ ध्यान आकर्षित किया.
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1957 – सोवियत संघ ने लाइका (Laika) नाम के कुत्ते को अंतरिक्ष में भेजा. अंतरिक्ष यान में सवार होकर आसमान के पार पहुंचा वह पहला जीवित प्राणी था.
1992 – राष्ट्रपति एच डब्ल्यू बुश को हराकर डेमोक्रेट बिल क्लिंटन (Bill Clinton) अमेरिका के 42वें राष्ट्रपति बने.
2004 – अफगानिस्तान में राष्ट्रपति पद के लिए हुए पहले चुनाव में हामिद करजई को विजेता घोषित किया गया.
2014 – आतंकवादियों के हमले में 11 सितंबर 2001 को तबाह हुए न्यूयार्क सिटी के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (World Trade Center) की जगह बने नए परिसर को खोला गया.
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