अल्कोहल के अति प्रयोग पर टिप्पणी लिखिए - alkohal ke ati prayog par tippanee likhie

क्या नियमित रूप से अल्कोहल, कोकीन, निकोटीन या मारिजुआना जैसी ड्रग्स का सेवन करने से पुरुषों की सेक्स करने की क्षमता कमजोर होने लगती है? इसका सही जवाब है “हां” ! अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं जो रोजाना ड्रग्स या अल्कोहल का सेवन करते हैं तो आप भी सेक्स से जुड़ी बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। ड्रग्स और अल्कोहल कई सालों तक के लिए आपकी सेक्स लाइफ को खराब कर सकते हैं। आंकड़ों के अनुसार पूरी दुनिया में जितनी भी बीमारियां है उसके 8.9% मामले सिर्फ इन्ही चीजों के सेवन के कारण है। जिसमें 4.1% तम्बाकू, 4.0% अल्कोहल और 0.8% बीमारियां ड्रग्स के कारण होती हैं।

जिन लोगों को अल्कोहल और ड्रग्स की बुरी लत होती है उनमें इरेक्टाइल डिसफंक्शन, शीघ्रपतन, देर से स्खलन, सेक्स के दौरान दर्द होना, सेक्स की इच्छा में कमी जैसी कई बीमारियां होना आम बात है।

अल्कोहल और ड्रग्स आपकी सेक्स लाइफ को कैसे प्रभावित करता है :

अवैध ड्रग्स और अधिक शराब के कारण शरीर की काम करने की क्षमता पर बहुत बुरा असर पड़ता है और इससे आपको निम्न समस्याएं हो सकती हैं।

1- निकोटिन के अधिक सेवन से सेक्स की इच्छा में कमी होने लगती है।

2- कोकीन रक्त वाहिकाओं को पतला करने लगती है जिससे आपके पेनिस में पर्याप्त मात्रा में खून नहीं पहुंच पाता है।

3- मारिजुआना, सेक्स की इच्छा को बढ़ा सकता है लेकिन इसके सेवन से पेनिस की मांसपेशियों में खून का प्रवाह बिगड़ जाता है और आगे चलकर कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती है।

4- हीरोइन के सेवन से शरीर में टेस्टोस्टेरोन का लेवल कम हो जाता है जिसकी वजह से सेक्स में आपकी रूचि कम होने लगती है।

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5- रोजाना शराब पीने से शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों पर इसका बुरा असर पड़ता है। इससे टेस्टोस्टेरोन लेवल कम होने लगता है और अंडकोष की कोशिकाओं पर बुरा प्रभाव पड़ता है जिसके कारण आपको इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या हो सकती है।

6- कैनबिस या भांग के अधिक सेवन से शीघ्रपतन या देर से स्खलन होने जैसी समस्याएं होने लगती हैं।

आज के समय में कई लोग इन चीजों के सेवन के कारण अपनी सेक्स लाइफ खराब कर लेते हैं जिससे आगे चलकर वे डिप्रेशन और स्ट्रेस जैसी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। इसलिए जितनी जल्दी हो सके इन बुरी आदतों को छोड़ दें।

इन चीजों के सेवन से होने वाले सेक्सुअल डिसफंक्शन की समस्या से कैसे आराम पायें :

कोई भी चीज का अगर आप सीमित मात्रा में सेवन करें तो वो उतनी हानिकारक नहीं होती है। आइये जानते हैं कि सेक्सुअल डिसफंक्शन की समस्या को कैसे नियंत्रित करें।

1- जड़ से खत्म करें : अगर आप इन समस्याओं को जड़ से खत्म करना चाहते हैं तो ड्रग्स, तम्बाकू, अल्कोहल इत्यादि का सेवन पूरी तरह बंद कर दें।

2- धैर्य रखें : कोई भी समस्या एक दिन में ठीक नहीं हो जाती है। इसलिए अगर आप तुरंत इन चीजों का सेवन बंद नहीं कर पा रहे हैं तो धीरे धीरे इनकी मात्रा कम करें फिर एक दिन ऐसा आएगा जब आप पूरी तरह इनसे मुक्त हो जायेंगे। इसलिए धैर्य रखें जल्दबाजी ना दिखाएँ।

3- जीवनशैली में बदलाव लायें : रोजाना व्यायाम करें, पौष्टिक चीजें खाएं, घर और ऑफिस के काम में संतुलन बनाकर रखें और अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताएं। यकीन मानिए जीवनशैली में इस तरह से परिवर्तन लाने से आपकी सारी समस्याएं बहुत जल्दी ठीक होने लगेंगी।

4- ध्यान लगाएं : सेक्स की क्षमता कमजोर होने के कारण लोग स्ट्रेस, एंग्जायटी और तमाम तरह के मानसिक रोगों की चपेट में आ जाते हैं । ऐसे में आप रोजाना श्यान लगाकर इन सबसे छुटकारा पा सकते हैं। रोजाना कम से कम आधे घंटे मेडिटेशन ज़रूर करें।

5- मनोवैज्ञानिक थेरेपी : अगर आप ऐसा सोंचते हैं कि सिर्फ मानसिक रूप से बीमार या पागल लोग ही मनोचिकित्सक के पास जाते हैं तो आप पूरी तरह गलत हैं। वास्तव में जो कोई भी अपने पर्सनल लाइफ या प्रोफेशनल लाइफ से परेशान है और उसे ठीक से नियंत्रित नहीं कर पा रहा है उसे मनोचिकित्सक के पास ज़रूर जाना चाहिए। आप भी अगर अपनी सेक्स लाइफ से खुश नहीं है तो एक बार मनोचिकित्सक से मिलें और उनसे सुझाव लें।

नशे की लत से बाहर आने में ही समझदारी है और यकीन मानिये इन सब चीजों को पूरी तरह छोड़ने के बाद आप कुछ ही दिनों में फिर से पूरी तरह ठीक हो जायेंगे। इसलिए खुद के लिए और अपने परिवार के लिए आज से ही नशा मुक्त होने का प्रण लें।

बहुत अधिक शराब पीने से अग्न्याशय द्वारा उत्पादित पाचन एंजाइमों की असामान्य सक्रियता हो सकती है। इन एंजाइमों के बिल्डअप से अग्नाशयशोथ नामक सूजन हो सकती है। अग्नाशयशोथ एक दीर्घकालिक स्थिति बन सकती है और गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकती है।

अल्कोहल का आपके शरीर पर प्रभाव तभी होना शुरू हो जाता है, जब आप इसकी पहली सिप लेते हैं। आमतौर पर लोग मानते हैं कि अल्कोहल से व्यक्ति को कैंसर होता है। लेकिन इससे अलग भी अल्कोहल का आपके मन−मस्तिष्क पर गहरा विपरीत प्रभाव पड़ता है। आपको सुनने में शायद अजीब लगे लेकिन दिन में महज एक गिलास अल्कोहल का सेवन आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। तो चलिए आज हम आपको अल्कोहल पीने से होने वाले कुछ नुकसानों के बारे में बता रहे हैं−

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पाचन संबंधी परेशानियां

बहुत अधिक शराब पीने से अग्न्याशय द्वारा उत्पादित पाचन एंजाइमों की असामान्य सक्रियता हो सकती है। इन एंजाइमों के बिल्डअप से अग्नाशयशोथ नामक सूजन हो सकती है। अग्नाशयशोथ एक दीर्घकालिक स्थिति बन सकती है और गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकती है। इसके अलावा, शराब पीने से आपके पाचन तंत्र में ऊतकों को नुकसान हो सकता है और आपकी आंतों को भोजन को पचाने और पोषक तत्वों और विटामिन को अवशोषित करने से रोका जा सकता है। परिणामस्वरूप, कुपोषण हो सकता है। बहुत अधिक अल्कोहल का सेवन करने वाले लोगों को पेट फूलना, दस्त, मलत्याग में तेज दर्द, अल्सर या बवासीर आदि परेशानी भी हो सकती है।

प्रभावित परिसंचरण तंत्र

शराब आपके दिल और फेफड़ों को प्रभावित कर सकती है। जो लोग शराब पीते हैं, उन्हें दिल संबंधी बीमारियां होने का जोखिम काफी अधिक होता है। ऐसे व्यक्तियों को उच्च रक्त चाप से लेकर अनियमित दिल की धड़कन, शरीर के माध्यम से रक्त पंप करने में कठिनाई, आघात, दिल का दौरा, दिल की बीमारी, हृदय का रुक जाना आदि परेशानियां हो सकती हैं।

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मस्तिष्क पर प्रभाव

अल्कोहल का सेवन आपके मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकता है। शराब आपके मस्तिष्क और आपके शरीर के बीच संचार को कम कर सकती है। इससे समन्वय अधिक कठिन हो जाता है। तभी तो कहा जाता है कि आपको शराब पीने के बाद कभी भी गाड़ी नहीं चलानी चाहिए। वहीं, अल्कोहल आपके केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को अधिक नुकसान पहुंचाता है, आप अपने पैरों और हाथों में सुन्नता और झुनझुनी संवेदनाओं का अनुभव कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आप लंबे समय से बहुत अधिक शराब का सेवन कर रहे हैं तो इससे वेर्निक−कोर्साकॉफ सिड्रोम हो सकता है, यह एक मस्तिष्क विकार जो स्मृति को प्रभावित करता है।

लिवर की परेशानी

लिवर शरीर का ऐसा अंग है जो शरीर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। लेकिन लंबे समय तक शराब का सेवन करने से इस प्रक्रिया में हस्तक्षेप उत्पन्न होता है। इसके अलावा, यह लिवर की सूजन और लिवर की बीमारी का कारण भी बनता है। जैसे−जैसे लिवर तेजी से डैमेज होता है, तो आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में कठिन समय लगता है। शराब पीने से आपका लिवर डैमेज होता है। कई बार यह आपकी जान जाने की वजह भी बन सकती है।

मिताली जैन

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

अल्कोहल के उपयोग क्या है?

अल्कोहल के उपयोग मेथेनॉल का उपयोग स्प्रिट के निर्माण में किया जाता है। अल्कोहल का उपयोग पेंट, गोंद आदि के लिए विलायक के रुप में होता है। एथेनॉल, शराब के औद्योगिक निर्माण में प्रयोग की जाती है। एथिल अल्कोहल ईंधन के रूप में प्रयोग की जाती है।

पावर अल्कोहल क्या है इसके उपयोग लिखिए?

Detailed Solution पावर ऐल्कोहॉल एक ईंधन है। यह शक्ति प्रदान करने के लिए मोटर ईंधन के लिए एक योगज के रूप में प्रयोग किया जाता है और इस प्रकार इसका नाम 'पावर ऐल्कोहॉल' है। इसका उपयोग आंतरिक दहन इंजन में किया जाता है। इसमें 80% पेट्रोल और 20% एथेनॉल होता है।

अल्कोहल से क्या होता है?

एल्कोहल केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है. इसके बाद तंत्रिका तंत्र के कनेक्शन को तोड़ता है, जिसके बाद ये कोशिकाएं बहुत सुस्ती काम करना शुरू कर देती है. फिर मस्तिष्क खुद इस परिस्थिति से निपट नहीं पाता है. एल्कोहल मस्तिष्क के सेंटर पार्ट भी भी हमला कर देता है, जिसके बाद व्यक्ति खुद पर कंट्रोल खो देता है.

अल्कोहल बनाने में किसका प्रयोग किया जाता है?

Detailed Solution अल्कोहल किण्वन खमीर और कुछ प्रकार के बैक्टीरिया द्वारा किया जाता है जो शर्करा को एथिल अल्कोहल और कार्बन डाइऑक्साइड में परिवर्तित करते हैं। यह एक एनारोबिक प्रक्रिया है। अल्कोहल किण्वन के कई प्रयोग हैं जैसे अल्कोहल पेय पदार्थ, इथेनॉल ईंधन और ब्रेड बनाने के उत्पादन के लिए।

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