बाइक का बीमा करने से क्या फायदा है? - baik ka beema karane se kya phaayada hai?

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अक्सर गांव-देहात में और कई बार तो शहरों में भी देखा जाता है कि लोग वाहन इंश्योंरेंस को लेकर जागरूक नहीं होते। खासकर दोपहिया वाहनों (बाइक, स्कूटर, वगैरह) के मामलों में तो नए वाहन का इंश्योरेंस खत्म होने के बाद लोग रिन्यू कराने से कतराते हैं। दरअसल, ज्यादातर लोगों को ये बात पता नहीं होती कि वाहन का इंश्योरेंस, सिर्फ आपको या आपके वाहन को नुकसान पहुंचने पर ही मददगार नहीं होता। बल्कि, आपके वाहन से किसी अन्य व्यक्ति के शरीर, वाहन या संपत्ति को नुकसान पहुंचने पर भी बड़े झमेलों से आपको बचाता है। 

इस लेख में हम समझेंगे और जानेंगे कि बाइक या दोपहिया इंश्योरेंस के क्या फायदे होते हैं? What are the benefits of Bike Insurance in Hindi?

अगर आपने अपनी बाइक या दोपहिया का इंश्योरेंस करा रखा है तो आपको निम्नलिखित प्रकार की मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता है-

1. गाड़ी का बीमा होने से पेनाल्टी भरने या जेल जाने से बचते हैं

Motor Vehicles Act, 1988 के मुताबिक, भारत में, इंजन से चलने वाले किसी भी वाहन का बीमा करवाना अनिवार्य है। वाहन चलाते समय इसका प्रमाण (Copy of Insurance) भी आपके पास मौजूद रहना अनिवार्य है। आप बिना बीमा के वाहन चलाते पकड़े गए तो कार्रवाई हो सकती है।  आप पर 1000 रुपए तक जुर्माना (Penalty) लग सकता है या 3 महीने की जेल हो सकती है। या फिर दोनों सजा एक साथ भी दी जा सकती है। इतना ही नहीं, लगातार लापरवाही बरतने पर, आपका Driving Licence कैंसल भी हो सकता है।

2. दूसरे को चोट या नुकसान पर मुआवजा बीमा कंपनी देती है

आपकी गाड़ी से किस अन्य व्यक्ति को नुकसान का मुआवजा, उस व्यक्ति की आर्थिक ​हैसियत के हिसाब से तय होता है। ऐसे में किसी बहुत बड़ी हैसियत वाले व्यक्ति को नुकसान पहुंचने पर आपके लिए बहुत भारी भी पड़ सकता है। Bike Insurance होने पर इसका बोझ आप पर नहीं पड़ता। क्योंकि, आपके वाहन से किसी अन्य व्यक्ति, वाहन या संपत्ति को नुकसान होने पर उसे जो हर्जाना (Compensation) वगैरह चुकाना पड़ता है, वह  third-party liability के अंतर्गत आता है। उस व्यक्ति के इलाज का खर्च, Court Case होने पर मुकदमे और वकील का खर्च वगैरह भी इसी third-party liability के तहत आता है। Bike का Third Party Insurance होने पर इस तरह का हर्जाना बीमा कंपनी देती है।

3. आपकी बाइक को भी नुकसान, चोरी या नष्ट होने पर मुआवजा मिलता है

अगर आपने Comprehensive insurance लिया है तो Third Party Liability के अलावा Own Damage Cover (First Party Insurance) का भी फायदा मिलता है। Own Damage Cover, किसी हादसे में, आपकी बाइक को हुए नुकसान की भी भरपाई करता है। सड़क दुर्घटनाओं के अलावा व्यक्तियों के हमले (man-made calamities), प्राकृतिक आपदा (natural calamities), या आगजनी (Fire) वगैरह की घटनाओं में नुकसान भी इसके तहत Cover किए जाते हैं। बाइक चोरी होने पर या पूरी तरह से नष्ट हो जाने पर भी Insurance Company उसका हर्जाना देती है।

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4. खुद को चोट पहुंचने पर आपको या आपके परिवार को मदद मिलती है

अब किसी भी वाहन के साथ बीमा के साथ 15 लाख रुपए का व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा (personal accident cover) भी अनिवार्य हो गया है। चाहे आपने सिर्फ Third Party Insurance करवाया हो, या फिर comprehensive plan लिया हो। इससे, किसी हादसे में आपको (rider or driver) नुकसान पहुंचने पर 15 लाख तक की मदद आपको या आपके परिवार वालों को मिलती है। नुकसान के स्तर के हिसाब से 50 प्रतिशत या 100 प्रतिशत तक मदद मिलती हैै। Bike insurance न होने पर ये मदद आपको या आपके परिवार को नहीं मिल सकती। 

Note: एडऑन Personal accident cover की मदद से आप 15 लाख की सीमा को बढ़वा भी सकते हैं। अपने साथ की सवारी (co-passenger) के लिए भी बीमा सुरक्षा प्राप्त कर सकते हैं।

5. कैशलेस रिपेयरिंग और कैशलेस इलाज की सुविधा भी ले सकते हैं

कुछ बीमा कंपनियां Add On Cover के माध्यम से, अपने अनुबंधित गैराजों में बिना पैसा खर्च किए मरम्मत कराने (cashless repairing) की सुविधा देती हैं। बाद में बीमा कंपनी उसका भुगतान कर देती है। इसी तरह Cashless hospitalization एड ऑन की मदद से, बाइक चालक के घायल होने पर बिना पैसा खर्च किए इलाज की सुविधा भी आपको मिल सकती है। इसी तरह Zero Depreciation, No Claim Bonus वगैरह Add ons से भी अपनी बीमा सुरक्षा और मजबूत करने के विकल्प ​होते हैं।

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6. मानसिक सुरक्षा और शांति का अहसास दिलाता है वाहन का बीमा

Accident के बाद की स्थितियों से निपटने के लिए काफी सूझ-बूझ की जरूरत होती है। इसके technical पक्ष काफी ​जटिल होते हैं, जिसके लिए आपको वकील, बीमा विशेषज्ञ वगैरह की जरूरत पड सकती है। इन सारी चीजों में काफी टाइम और दिमाग लगता है। Bike Insurance होने पर ये सारे झंझट Insurance Company की ओर से निपटाए जाते हैं। आपको सिर्फ कुछ Basic Processes निपटानी पड़ती हैं। इस तरह से Bike Insurance आपको मानसिक सुकून और सुरक्षा भी देता है

तो दोस्तों! ये थी बाइक या दोपहिया वाहन का इंश्योरेंस कराने के फायदों के बारे में जानकारी। रुपयों-पैसों से जुड़ी अन्य उपयोगी जानकारियों के लिए देखें हमारे लेख-

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अनिल पाण्डेय पिछले 2016 से इस वेबसाइट के लिए लिख रहे हैं। इससे पहले ये दैनिक हिन्दुस्तान के साथ जुड़े रहे हैं। इनका 10 साल का पत्रकारिता का अनुभव रहा है। इन्हे नई-नई चुनौतियों का सामना करने का शौक है।

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बाइक इंश्योरेंस का मतलब क्या है?

बाइक इन्शुरन्स क्या है? बाइक इन्शुरन्स पॉलिसी इंश्योरर और बाइक मालिक के बीच एक संविदा है जिसमें इन्शुरन्स कंपनी एक्सीडेंट के कारण किसी भी नुकसान या क्षति के विरुद्ध आपकी बाइक को फाइनेंशियल कवरेज प्रदान करती है. मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अनुसार, भारत में थर्ड पार्टी बाइक इन्शुरन्स अनिवार्य है.

भारत में बाइक बीमा क्यों महत्वपूर्ण है?

वर्तमान में, मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत एक तृतीय-पक्ष दोपहिया बीमा पॉलिसी अनिवार्य है। बाइक बीमा खरीदने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह दुर्घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं या तीसरे पक्ष की दुर्घटनाओं या देनदारियों के कारण आपके दोपहिया वाहन को हुए नुकसान से होने वाले किसी भी अप्रत्याशित खर्च को कवर करने में आपकी मदद करेगा।

इंश्योरेंस का कितना पैसा लगता है?

- नई पॉलिसी लागू होने के बाद 100सीसी वाले इंजन की कार के इंश्योरेंस के लिए 5286 रुपए चुकाना पड़ रहे हैं। - 1000-1500 सीसी वाले इंजन की कार के लिए 9534 रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। - 1500 सीसी से ज्यादा कैपेसिटी वाली इंजन की गाड़ी के लिए 24305 रुपए देना पड़ रहे हैं।

इन्शुरन्स कैसे किया जाता है?

टू-व्हीलर इन्शुरन्स क्लेम कैसे करें?.
चरण 1. कोई फॉर्म भरने की जरुरत नहीं है - बस 1800-258-5956 पर कॉल करें।.
चरण 2. अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर स्व-निरीक्षण के लिए एक लिंक प्राप्त करें। ... .
चरण 3. रिंबर्समेंट या हमारे नेटवर्क गैराज में मरम्मत कराने के लिए कैशलेस प्रक्रिया - इनमें से कोई एक तरीका चुनें।.

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