डिप्रेशन में कौन सी चीज खानी चाहिए? - dipreshan mein kaun see cheej khaanee chaahie?

Best Foods for Depression: डिप्रेशन की समस्या से जूझ रहे लोगों को खाने-पीने का ध्यान रखना चाहिए. जंक फूड और अनहेल्दी चीजें खाने से डिप्रेशन की समस्या ज्यादा बढ़ सकती है. अत्यधिक कैफीन, प्रोसेस्ड फूड और रिफाइंड शुगर जैसे खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल मेंटल हेल्थ के लिए समस्या पैदा कर सकता है. डिप्रेशन से जूझ रहे लोगों को जानकार हमेशा हेल्दी डाइट लेने की सलाह देते हैं. बेहतर खान-पान से आप डिप्रेशन के प्रभाव को कुछ हद तक कम कर सकते हैं. आज आपको ऐसे फूड्स के बारे में बता रहे हैं, जिनका सेवन करने से डिप्रेशन से राहत मिलेगी और मेंटल हेल्थ मजबूत होगी.

जैम और टोस्ट : कार्बोहाइड्रेट का सेवन अवसाद के मरीजों के लिए लाभकारी होता है। इसलिए ब्रेड में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट पर जैम लगाकर खाने से अच्छा महसूस करते हैं। ब्रेड की जगह आप मफिंस, ओट मिल्क भी ले सकते हैं।


अंडे : संडे हो या मंडे रोज खाओ अंडे इस विज्ञापन में कही गई बात सौ फीसदी सही है। अंडे में पाए जाने वाला डीएचए 50 फीसदी अवसाद को ठीक कर सकता है। साथ ही शरीर को निरोगी रखता है।

पालक : पालक में विटामीन-बी के साथ आयरन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसलिए लो फील करने पर कम से कम दो कप पालक का सूप पीने से इससे आप उबर सकते हैं।

आयरन युक्त भोजन करें
: आयरन युक्त भोजन से शरीर में उर्जा की प्रप्ति होती है। आयरन की सबसे अधिक कमी लड़कियों में होती है इसलिए अकसर वे अवसाद की शिकार हो जाती हैं। इससे बचने के लिए आयरनयुक्त भोजन करना चाहिए, जो आपके आयरन लेवल को ठीक रखने के साथ आपके मूड को भी ठीक करता है।

आप भी शायद इस बात से वाकिफ जरूर होंगे कि भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में तनाव और चिंता की वजह से डिप्रेशन की समस्या तेजी से बढ़ रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मानें तो दुनियाभर के करीब 35 करोड़ से ज्यादा लोग डिप्रेशन से पीड़ित हैं। साल 2020 में भारत में हुए एक सर्वे की मानें तो देश के करीब 43 प्रतिशत लोग डिप्रेशन से पीड़ित हैं। इस साल कोरोना वायरस बीमारी की वजह से भले ही ये आंकड़े ज्यादा नजर आ रहे हों, लेकिन सामान्य दिनों में भी बड़ी संख्या में लोग डिप्रेशन से पीड़ित रहते हैं। 

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हर बात में बुरा महसूस करना, हर परिस्थिति को नकारात्मक दृष्टिकोण से देखना, उदासी और दुख महसूस होना, रोज की गतिविधियों में रूचि न दिखाना, चिड़चिड़ापन और हताशा महसूस होना- ये सारी चीजें डिप्रेशन के लक्षण हैं। डिप्रेशन एक ऐसी समस्या है जो किसी व्यक्ति के जीवन को पूरी तरह से बदल देती है। वैसे तो सही चिकित्सीय इलाज और काउंसलिंग की मदद से डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। लेकिन इसके साथ ही साथ अगर जीवनशैली से जुड़े बदलाव भी किए जाएं- जैसे संतुलित आहार का सेवन करना - तो इससे भी डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति की सेहत में बेहतर सुधार देखने को मिल सकता है।

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वैसे तो डिप्रेशन के इलाज के लिए कोई विशिष्ट डाइट मौजूद नहीं है लेकिन कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ और पोषक तत्व जरूर हैं जिनका अगर ज्यादा सेवन किया जाए तो डिप्रेशन के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। हेल्दी डाइट आपकी ओवरऑल सेहत को बेहतर बनाने में मदद करती है जिससे आपका मूड भी बेहतर होता है। लिहाजा अगर कोई व्यक्ति डिप्रेशन से पीड़ित हो तो उसके लिए सही चीजों का सेवन बेहद जरूरी है, ताकि इसका व्यक्ति के जीवन पर पॉजिटिव असर हो सके।

नई दिल्ली : प्रकृति ने हमें कुछ ऐसे फूड्स दिए हैं जिन्हें आहार में शामिल करने से मस्तिष्क के कार्यों को समर्थन देने और आपके लक्षणों की गंभीरता को कम करने में मदद मिल सकती है। आज हम आप को  कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बता रहे हैं जिन्हें अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाने से आपको चिंता और तनाव को नेचुरली प्रबंधित करने में मदद मिल सकती है। न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा की मानें तो एक स्वस्थ आहार में स्वस्थ मस्तिष्क के कार्यों के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व मौजूद होने चाहिए। एक स्वस्थ आहार जिसमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेट्री यौगिक होते हैं, साथ ही साथ विटामिन और मिनरल मौजूद होते हैं वह सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव  को कम करने में मदद कर सकता है। यहां कूछ फूड्स की लिस्ट है जो आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।

मूड को बेहतर करने वाले सेरोटोनिन को एवोकैडो से भी बढ़ाया जा सकता है। इसमें विटामिन-बी के अलावा थायमिन, राइबोफ्लेविन और नियासिन होता है जो कि तंत्रिका तंत्र पर सकारात्‍मक असर डालता है। इन विटामिनों की कमी की वजह से कुछ लोगों में चिंता यानी एंग्‍जयाटी के मामले सामने आए हैं।

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​कद्दू के बीज

कद्दू के बीज पोटाशियम का उत्तम स्रोत होते हैं जो कि शरीर में इलेक्‍ट्रोलाइट को संतुलित रखने और ब्‍लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। कद्दू के बीज स्‍ट्रेस और चिंता के लक्षणों को कम करने की शक्‍ति रखते हैं।

ड्रिपेशन के कारण और लक्षणों की पहचान करने के आप अपने आहार में कद्दू के बीज जरूर शामिल करें। इनमें मिनरल जिंक भी होता है जो कि मूड को अच्‍छा रखता है। स्‍वस्‍थ व्‍यक्‍ति भी कद्दू के बीजों का सेवन कर सकते हैं।

​मछली

अगर आप मांसाहारी हैं तो डिप्रेशन से बचने के उपाय के तौर पर मछली का सेवन जरूर करें। डिप्रेशन से छुटकारा पाने के लिए साल्‍मन, मैकरेल, सारदिंस और ट्यूना मछली खानी चाहिए। ये डिप्रेशन से लड़ने में मदद करती हैं। इनमें प्रचुर मात्रा में ओमेगा-3 फैट होता है जो कि मस्तिष्‍क की कोशिकाओं के बीच संबंध बनाने में मदद करता है और न्‍यूरोट्रांस्‍मीटर के लिए रिसेप्‍टर नाडियों को मजबूती देता है। आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड लेने से सेरोटोनिन के उत्‍पादन में वृद्धि होती है और मूड भी अच्‍छा रहता है।

​सूखे मेवे

काजू, ब्राजील नट और हेजल नट में भी ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है। इसमें अखरोट का नाम सबसे ऊपर आता है। अखरोट मस्तिष्‍क को स्‍वस्‍थ रखने का काम करता है, क्‍योंकि इसमें प्रचुरता से पौधों से प्राप्‍त ओमेगा-3 होता है। ये प्रोटीन का भी बेहतरीन स्रोत है जिससे ब्‍लड शुगर के लेवल को संतुलित रखने में मदद मिलती है।

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अंडे

अंडे की जर्दी विटामिन-डी का बेहतरीन स्रोत होती है। इसमें प्रोटीन भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिससे शरीर को सभी प्रकार के जरूरी अमीनो एसिड मिलते हैं। ये शरीर के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। अंडे में ट्रिप्‍टोफेन नामक अमीनो एसिड होता है जो कि सेरोटोनिन बनाने में मदद करता है। सेरोटोनिन एक केमिकल न्‍यूरोट्रांस्‍मीटर है जो कि मूड, नींद, याद्दाश्‍त और व्‍यवहार को नियंत्रित करने में सहायक होता है। ऐसा माना जाता है कि सेरोटोनिन मस्तिष्‍क के कार्य में सुधार लाने और चिंता से राहत दिलाने का भी काम करता है।

हल्‍दी

हल्‍दी में करक्‍यूमिन नामक तत्‍व होता है जो कि सूजन और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (शरीर में फ्री रेडिकल्‍स और एंटीऑक्‍सीडेंट्स के बीच असंतुलन) को कम कर चिंता में कमी लाता है। मूड से जुड़े विकारों जैसे कि चिंता और डिप्रेशन में इन दोनों में अक्‍सर इजाफा आ जाता है।

डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए क्या खाना चाहिए?

मेंटल हेल्थ के लिए सेलेनियम से युक्त पदार्थों का सेवन फायदेमंद माना जाता है. साबुत अनाज, फली, सीफूड, लीन मीट में सेलेनियम की काफी मात्रा होती है. इन चीजों का सेवन करके आप डिप्रेशन से काफी हद तक राहत पा सकते हैं. इन चीजों को अगर डाइट में नियमित रूप से शामिल करेंगे तो मेंटल हेल्थ बेहतर होगी.

डिप्रेशन को जड़ से खत्म कैसे करें?

मेडिटेशन और इसके विभिन्न आयामों की मदद से डिप्रेशन का बिना किसी दवा के इलाज संभव हो पाया है और अभी भी इसपर काफी शोध चल रहा है । आपको क्या खाना पंसद है, कौन सा खेल पसंद है, क्या घुमना अच्छा लगता है या तैराकी करना या फिर कुछ और जिसे करने को आपका मन बैचेन रहता है । डिप्रेशन से बाहर आने का यह भी एक सफलतम इलाज देखा गया है ।

डिप्रेशन के लिए कौन सा विटामिन लेना चाहिए?

विटामिन बी की कमी से मूड खराब रहने लगता है. विटामिन बी की मात्रा बढ़ा कर चिड़चिड़ेपन की आदत को कम किया जा सकता है. मानसिक स्वास्थ्य के लिए खाने में विटामिन बी6, बी12 और बी9 को भी शामिल कर सकते हैं. इसके साथ आयरन, आयोडीन, मैग्नीशियम और ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा भी खाने में भरपूर लेना अच्छा होता है.

डिप्रेशन में क्या नहीं खाना चाहिए?

चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक या फिर एनर्जी ड्रिंक्स में कैफीन पाया जाता है। डिप्रेशन के रोगियों को इसका सेवन कम से कम करने की सलाह दी जाती है। खासतौर से, सोने से कम से कम तीन घंटे पहले तक आपको कैफीन का सेवन ना करें। अगर आप ऐसा करते हैं, तो इससे आपकी नींद डिस्टर्ब होती है।

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