सरसों तेल का दीपक जलाने से क्या लाभ मिलता है जानिए हमारे साथ मित्र नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । सरसों तेल सिर्फ भोजन में नहीं बल्कि पूजा पर्व में भी उपयोग किया जाता है , सरसों तेल का वह गुण है जहां हमारे शरीर के लिए भी लाभ होता है । हिंदू धर्म में सरसों तेल का महत्व आज से ही प्राचीन काल से दिया जाता है । अगर किसी के चोट लगने पर फुल जाता है या दर्द होता है तो उसे ठीक करने के लिए सरसों तेल का मालिश करें तुरंत ठीक हो
जाएगा । तो चलिए जानते हैं मित्रों सरसों तेल का दीपक जलाने से ज्योतिषी के अनुसार हमें क्या लाभ मिलता है । सबसे पहले हम यह मानते हैं कि घर ही हमारे एक मंदिर जैसे हैं क्योंकि हिंदू धर्म में अधिकांश लोग घर में देवी देवताओं को रखकर पूजा किया करते हैं जिसके कारण घर एक मंदिर जैसे बन जाता है । घर की सुरक्षा एवं शुद्धता बनाए रखने के लिए हिंदू धर्म में कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है । और ज्योतिषी के अनुसार अगर आप नियमों का पालन करते हैं तो आशा करते हैं
कि आपका घर में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होंगे । घर में सरसों तेल के दीपक जलाने से घर के चारों ओर वातावरण शुद्ध हो जाता है और तो और दीपक की काली धुआं से जीवाणु जैसी कीटाणु को नष्ट कर देते हैं । और यह बात नासा के वैज्ञानिक भी मानते हैं । जिनके घर में हर रोज एक मुखी दीपक जलाते हैं सरसों तेल से उनके घर में सुख समृद्धि बढ़ती हैं और घर में किसी भी प्रकार के बुरे नजर नहीं पड़ता है । धर्म के अनुसार जिनके घर में प्रतिदिन सरसों तेल से दीपक जलाया
जाता है उनके घर में भगवान शनि देव की कृपा दृष्टि बनाए रहते हैं । 👇 गुप्त टोटके तांत्रिक टोटके महाशक्तिशाली वशीकरण इच्छापूर्ति टोटका प्राचीन ऋषियों के शक्तिशाली टोटके
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शास्त्र के अनुसार जिनके घर में प्रतिदिन सरसों तेल के एक मुखी दीपक जलाए जाता है उनके घर में वंशज की वृद्धि होती है अगले पीढ़ी के लिए पुत्र संतान की जन्म होता है ।
घर में सरसों तेल के एक मुखी दीपक जलाने से सभी सदस्य के भीतर अटूट प्रेम से बंधा रहता है और फिर घर में सभी सदस्यों के सफलता बहुत आसानी से प्राप्त होती है ।
हिंदू धर्म में किसी भी देवी देवताओं को पूजा करने के लिए दीपक जलाया जाता है । वह भी सरसों तेल से दीपक जलाते हैं । मित्रों बता दूं कि सरसों तेल से दीपक जलाने से भगवान भी शीघ्र प्रसन्न होती है । माना जाता है इससे घर में किसी भी प्रकार के विपत्ति दूर होता है।
दीपक सिर्फ भगवान का ही नहीं हम मनुष्य के लिए भी बहुत ही महत्वपूर्ण है । दीपक जलाने से इंसान के लंबी आयु भी बढ़ जाते हैं इससे मनुष्य के जीवन अंधेरे को दूर करके उजाला पर ले जाता हैं ।
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हिंदू धर्म में जो कुछ भी नियमों के अनुसार करते हैं उसे कोई अविश्वास कर नहीं सकते हैं क्योंकि यह सभी प्रमाणित है जिससे इंसान के लिए फायदे होते हैं। बिना फायदे के कोई भी मनुष्य कुछ भी नहीं करेंगे इसलिए हिंदू धर्म में जो कुछ भी करते हैं हम मनुष्य के लिए फायदे अवश्य होता है इसमें कोई संदेह नहीं है ।
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जिनके घर में सरसों तेल के एक मुखी दीपक जलाया नहीं जातें हैं एक दिन उनके घर में वंश का नाश हो सकता है , अगले पीढ़ी के लिए पुत्र संतान होने की कोई संभावना नहीं होता और यह बात तथाकथित सत्य हैं ।
इसलिए अपने वंश को बचाने के लिए घर में प्रतिदिन एक मुखी सरसों तेल से दीपक जलाना हम मनुष्य के लिए अनिवार्य है ।
तो मित्रों यह था मेरा छोटा सा जानकारी यदि हमारे इस जानकारी से आपको अच्छा लगे तो कमेंट करके जरूर बताइए आपका एक कमेंट हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है फिर और एक नया जानकारी लेकर हाजिर हो जाएंगे तब तक के लिए सुरक्षित रहिए स्वस्थ रहिए आपका दिन शुभ हो ।🙏
होम /न्यूज /धर्म /जानें देवी-देवता के समक्ष कौन सा दीपक जलाएं, घी या तेल का? दूर करें कन्फ्यूज़न
भगवान के समक्ष घी और तेल दोनों तरह दीपक जलाए जाते हैं.
हिन्दू धर्म में पूजा के समय हर घर में देवी-देवताओं की आरती की जाती है, जिसमें दीपल जलाने का विधान है. अक्सर देखा गया है कि कहीं तेल का कहीं घी का दीपक जलाया जाता है. मन में दुविधा बनी रहती है कि हम अपने घर में कौन सा दीपक जलाएं.
- News18Hindi
- Last Updated : April 17, 2022, 12:10 IST
सनातन धर्म में हर देवी-देवता की पूजा अर्चना का विधान है. उनकी पूजा आरती और भोग के साथ संपन्न होती है. आरती मंदिर की हो या घर की दोनों ही जगह दीपक जलाने का विधान है. शास्त्रों में कहा गया है कि दीपक से मनुष्य को अंधकार के जंजाल से उजाले की प्राप्ति होती है. इससे मनुष्य को सकारात्मक ऊर्जा भी मिलती है. अक्सर आपने कई जगह देखा होगा देवी देवताओं के समक्ष घी और तेल दोनों तरह के दीपक जलाए जाते हैं, लेकिन आपके मन में इस बात का असमंजस बना रहता होगा कि कब घी का दीपक और कब तेल का दीपक भगवान के समक्ष जलाना चाहिए.
हिंदू धर्म में भगवान के समक्ष घी और तेल दोनों तरह दीपक जलाए जाते हैं. भगवान के दाहिने हाथयानी जो आपका बायां हाथ होगा की तरफ घी का दीपक जलाना चाहिए. वहीं अगर बात करें तेल के दीपक की तो तिल के तेल का दीपक भगवान के बाएं हाथ यानी आपके दाहिने हाथ की तरफ जलाना चाहिए.
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हमेशा ध्यान रखें जब भी घी का दीपक जलाएं उसमें सफेद खड़ी यानी फूल बत्ती लगानी चाहिए. जब तिल के तेल का दीपक जलाएं तो उसमें लाल और पड़ी बत्ती लगानी चाहिए.
घी के दीपक को देवी-देवता को समर्पित किया जाता है. जबकि तिल के तेल का दीपक मनुष्य अफनी इच्छाओं की पूर्ती के लिए जलाता है.
इंसान अपनी आवश्यकता के अनुसार एक या दोनों दीपक जला सकते हैं. ऐसा करने से घर के वास्तु का अग्नि तत्व मजबूत होता है.
इन बातों का रखें ध्यान
जब भी दीपक जलाएं ध्यान रहे कि वो साफ हो और कहीं से खंडित
ना हो. पूजा में खंडित दीपक अशुभ माना जाता है.
हमेशा ध्यान रहे कि दीपक बिना तेल या घी खत्म हुए बीच में नहीं बुझना चाहिए. यदि दीपक बीच में बुझ जाता है तो इसे अशुम मानते हैं.
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घी का दीपक जलाना सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. क्योंकि हमारे शास्त्रों में घी को शुभ माना गया है.
घर या मंदिर में पूजा करते समय दीपक में अधिक मात्रा में घी या तेल डालें, ऐसा करने से दीपक लम्बे समय तक जलेगा. देर तक दीपक का जलना शुभ माना गया है. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)
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Tags: Dharma Aastha, Religion
FIRST PUBLISHED : April 17, 2022, 12:10 IST