क्या हम 4 महीने के बच्चे को भैंस का दूध दे सकते हैं? - kya ham 4 maheene ke bachche ko bhains ka doodh de sakate hain?

सोया मिल्‍क, राइस मिल्‍क या बादाम मिल्‍क की तरह बकरी का दूध भी पौष्टिक होता है। इनमें कैल्शियम उच्‍च मात्रा में होता है। शिशु के लिए गाय के दूध से अच्‍छा बकरी का दूध होता है।

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​कब पिलाना चाहिए बकरी का दूध

ब्रेस्‍ट मिल्‍क के विकल्‍प के रूप में बकरी के दूध को नहीं रखा जा सकता है। शिशु के 18 महीने के होने के बाद ही बच्‍चे को बकरी का दूध दिया जाना चाहिए। बकरी के दूध में सोडियम और पोटेशियम बहुत होता है जिसकी वजह से किडनी पर दबाव पड़ सकता। इसलिए 18 महीने के होने से पहले शिशु को बकरी का दूध पिलाने से बच्‍चे के शरीर में पोषण के संतुलन से जुड़ी कोई दिक्‍कत हो सकती है।

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​बकरी का दूध पीने के फायदे

बकरी के दूध में कई तरह के पोषक तत्‍व मौजूद होते हैं जिससे शिशु को निम्‍न लाभ मिलते हैं :

  • बकरी के दूध में कम लैक्‍टोज होता है जिससे शिशु में एलर्जी होने का खतरा कम होता है।
  • गाय के दूध की तुलना में बकरी का दूध आसानी से पच जाता है और इसमें पॉलीअनसैचुरेटिड फैट जैसे गुड फैट भी होते हैं। इसका मतलब है कि बकरी का दूध आसानी से पच जाता है।
  • बकरी के दूध में अन्‍य मिल्‍क की तुलना में प्रीबायोटिक ज्‍यादा होते हैं। इससे बच्‍चे का पेट ठीक रहता है और गुड बैक्‍टीरिया बना रहता है।

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बढ़ते बच्‍चों के आहार में गाय के दूध को शामिल करना अच्‍छा होता है जबकि कुछ माता नवजात शिशु के लिए फूड तैयार करने में एक सामग्री के रूप में गाय के दूध का इस्‍तेमाल करते हैं। ऐसा खासतौर पर शिशु को पोषण देने के लिए किया जाता है लेकिन इससे पहले आपको ये जान लेना चाहिए कि क्‍या सच में नवजात शिशु और बच्‍चों के लिए गाय का दूध सुरक्षित होता है?
तो चलिए जानते हैं कि बच्‍चों को गाय का दूध देना कब शुरू करना चाहिए और बच्‍चों के लिए गाय के दूध के फायदे और नुकसान क्‍या है।

शिशु को किस उम्र से दे सकते हैं गाय का दूध
जब तक कि बच्‍चा एक साल यानी 12 महीने का नहीं हो जाता, तब तक उसे गाय का दूध नहीं देना चाहिए। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्‍स के अनुसार 12 महीने से कम उम्र के बच्‍चे गाय के दूध को ब्रेस्‍ट मिल्‍क और फॉर्मूला मिल्‍क की तरह पचा नहीं पाते हैं। गाय के दूध में प्रोटीन और खनिज पदार्थों की उच्‍च मात्रा होती है जिससे शिशु की किडनी पर दबाव पड़ सकता है। एक साल का होने के बाद बच्‍चे का पेट और किडनी दोनों मजबूत हो चुके हैं इसलिए ये उम्र गाय का दूध पिलाने के लिए सही है।


शिशु को गाय का दूध पिलाने के फायदे
एक साल की उम्र के बाद बच्‍चे को गाय का दूध पिला सकते हैं और इससे बच्‍चे को कई लाभ भी मिलते हैं, जैसे कि :
  1. मांसपेशियों का विकास : गाय के दूध में उच्‍च मात्रा में प्रोटीन होता है जो कि बच्‍चे की मांसपेशियों के स्‍वस्‍थ विकास के लिए बहुत जरूरी है।
  2. परिसंचरण तंत्र के लिए फायदेमंद : ब्‍लड प्रेशर को संतुलित रखने के लिए रोजाना गाय का दूध पीना सही रहता है। ये संपूर्ण परिसंचरण तंत्र को लाभ पहुंचा सकता है।
  3. नसों का विकास : गाय के दूध में फोसफोलिपिड और ग्‍लाइकोस्फिनोलिपिड नामक लिपिड होते हैं जो नसों की कोशिकाओं के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो ये लिपिड शिशु के मस्तिष्‍क की नसों के विकास में मददगार होते हैं।
  4. हड्डियों को स्‍वस्‍थ : गाय के दूध के नियमित सेवन से शिशु को रोजाना की कैल्शियम की पूर्ति में मदद मिलती है।

बच्‍चे को कैसे दें गाय का दूध
गाय का दूध पचाने में मुश्किल होता है और उसे धीरे-धीरे कम मात्रा में दूध देना शुरू करना चाहिए।
  • हो सकता है कि बच्‍चे को शुरुआत में गाय का दूध पसंद न आए इसलिए उसे चम्‍मच से या घूंट-घूंट कर दूध पिलाएं।
  • पहली बार में गाय के दूध में कोई अन्‍य खाद्य पदार्थ न मिलाएं। एक गिलास में दूध डालकर उसे पीने के लिए दें। इससे बच्‍चे को गाय के दूध के स्‍वाद का पता चलेगा।
  • अगर आज आपने में बच्‍चे को एक कप दूध दिया है तो दूध की मात्रा बढ़ा़ने से पहले एक या दो दिन रूक जाएं। धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ाना सही रहेगा।
  • सुबह के नाश्‍ते या शाम के समय बच्‍चे को रोज दूध पीने की आदत डालें।


बच्‍चे को रोज कितना दूध दें
शिशु को प्रतिदिन 946 मि.ली से अधिक मात्रा में गाय का दूध नहीं देना चाहिए। अधिक दूध पीने से कैलोरी का सेवन बढ़ सकता है और बच्‍चे के पेट में अन्‍य ठोस आहार के लिए जगह नहीं बचती है। अगर बच्‍चा बताई गई मात्रा से ज्‍यादा दूध मांगता है तो उसे ब्रेस्‍ट मिल्‍क या फॉर्मूला मिल्‍क दें।

गाय का दूध पीने के नुकसान
12 महीने से कम उम्र के शिशु को गाय का दूध देने से नुकसान हो सकते हैं। इससे उसके पेट और आंतों की अंदरूनी परत प्रभावित हो सकती है जिससे मल में खून आ सकता है। ज्‍यादा खून आने से आयरन डेफिशियंसी एनीमिया हो सकता है जिससे कई स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं हो सकती हैं। इससे बचने के लिए 12 महीने की उम्र से पहले शिशु को गाय का दूध नहीं देना चाहिए।

क्‍या ब्रेस्‍ट मिल्‍क के साथ गाय का दूध दे सकते हैं
मेडिकल विशेषज्ञों के अनुसार एक साल या दो साल की उम्र के बच्‍चों को मां के दूध के साथ गाय का दूध दे सकते हैं। अगर बच्‍चा गाय का दूध पीना शुरू कर दे तो भी उसे स्‍तनपान करवाना बंद करने की जरूरत नहीं है।
अब तो आप जान गए ना कि शिशु को किस उम्र से गाय का दूध पिलाना चाहिए और उसके लिए इसके फायदे और नुकसान क्‍या होते हैं।

4 महीने के बच्चे को कौन सा दूध पिलाएं?

जिन बच्‍चों को स्‍तनपान नहीं कराया जाता है उनके लिए कौन सा दूध अच्‍छा रहता है? 12 माह से कम आयु के बच्‍चों के लिए मां के दूध के अलावा शिशु फ़ार्मूले का दूध अच्‍छा होता है। एक वर्ष से कम आयु के बच्‍चों के लिए गाय का दूध ठीक नहीं होता।

बच्चों को भैंस का दूध पिलाने से क्या होता है?

भैंस के दूध में गाय के दूध से ज्यादा पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, कैल्शियम (Calcium) और फैट पाया जाता है लेकिन जब बात इसे पचाने की आती है तो बच्चों के पेट के लिए यह उतना अच्छा साबित नहीं होता.

4 महीने के बच्चे को गाय का दूध पिला सकते हैं क्या?

शिशु जब छह माह का हो जाए, तो उसका खाना बनाने के लिए आप थोड़ी मात्रा में गाय का दूध इस्तेमाल कर सकती हैं। दही, पनीर और हल्की चीज़ भी छह महीने के बाद से शिशु को दी जा सकती हैं। मगर, गाय का दूध मुख्य पेय के तौर पर देने से एक साल का होने से पहले उसे जरुरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।

बच्चों को भैंस का दूध कब पिलाना चाहिए?

1 साल से कम उम्र के बच्चे को माँ का दूध पिलाना ही सबसे अच्छा होता है। 1 साल के बाद ही आप बच्चे को गाय या भैंस का दूध देना शुरू कर सकती हैं।

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