Lhasa Ki Aur Class 9 MCQ ,
Lhasa Ki Aur Class 9 MCQ Hindi Kshitij Bhag 1 Chapter 2 , ल्हासा की ओर कक्षा 9 MCQ ,
ल्हासा की ओर MCQ
Note –
- ल्हासा की ओर पाठ का सारांश पढ़ने के लिए Link में Click करें –
Next Page
- “ल्हासा की ओर” पाठ के प्रश्न उत्तर पढ़ने के लिए Link में Click करें – Next Page
- “ल्हासा की ओर” पाठ का सारांश हमारे YouTube channel में देखने के लिए इस
Link में Click करें। YouTube channel link – (Padhai Ki Batein / पढाई की बातें)
Lhasa Ki Aur Class 9 MCQ Questions ,
- “ल्हासा की ओर” , पाठ के लेखक कौन हैं – राहुल सांकृत्यायन जी
- “ल्हासा की ओर” , पाठ की विधा क्या हैं – यह एक यात्रा वृतांत हैं
- “ल्हासा की ओर” , पाठ में लेखक ने कहाँ की यात्रा का शानदार वर्णन किया हैं – अपनी पहली तिब्बत यात्रा का
- लेखक ने तिब्बत की यात्रा कब की – सन् 1929 – 30 में
- लेखक ने तिब्बत की यात्रा किस रास्ते की – नेपाल के रास्ते
- लेखक ने उस समय तिब्बत जाने का मुख्य रास्ता किसे बताया था – नेपाल से होकर जाने वाले रास्ते को
- लेखक ने तिब्बत की यात्रा नेपाल
के रास्ते क्यों की – क्योंकि उस समय भारत अंग्रेजों का गुलाम था और भारतीयों को तिब्बत यात्रा में जाने की अनुमति नहीं थी।
- नेपाल तिब्बत मार्ग व्यापारिक होने के साथ-साथ कौन सा मार्ग भी था – सैनिक मार्ग
- नेपाल के अतिरिक्त किस देश की चीज है भारत तिब्बत मार्ग से जाया करती थी – हिंदुस्तान की
- लेखक ने कैसा वेश धारण कर यह यात्रा की – छद्म वेश धारण कर (वेश बदलकर)
- लेखक किस वेश में तिब्बत यात्रा को गये थे
– भिखारी के वेश
- लेखक के बौद्ध भिक्षुक दोस्त का क्या नाम था – सुमति
- लेखक ने सुमित को किस जाति से संबंधित बताया है – मंगोल जाति से
- मंगोलों का मुंह कैसा होता है – लाल
- तिब्बत यात्रा के दौरान सुमित का साथ , लेखक के लिए क्यों फायदेमंद रहा – क्योंकि सुमित उस इलाके के लोगों व भौगोलिक स्थिति से अच्छी तरह से परिचित थे ।
- लेखक के अनुसार , रास्ते में जगह-जगह पर क्या बने हुए थे –
चीनी फौजियों की चौकियों व किले
- चीनी फौजियों द्वारा चौकियों व किले किसलिए बनाये गए थे – चीनी सैनिकों के रहने के लिए
- वीरान हो चुकी चौकियों व किलों के कुछ हिस्सों को किसने अपना बसेरा बना लिया था – वहां के किसानों ने
- परित्यक्त चीनी किले में लेखक व उनके मित्र क्यों रुके – चाय पीने के लिए
- उस समय तिब्बत के समाज में क्या नही था – जाति–पाति , ऊंच-नीच , छुआछूत का भेद
भाव
- क्या उस समय के तिब्बती समाज में महिलाएं परदा करती थी – नही
- तिब्बत में बनने वाली चाय की विशेषता क्या थी – मक्खन व नमक से बनाई जाती थी
- तिब्बती लोग टोटींदार बर्तनों को क्या कहते थे – खोटी
- तिब्बत की महिलाएं मेहमानों को किस बर्तन में चाय देती थी – खोटी
- चोरी के डर से किन्हें घरों में घुसने नहीं दिया जाता था – निम्न स्तर के भिखारियों को
- गांव के एक पुल को पार करने के लिए क्या देना
पड़ता था – चिट (Permission Letter)
- पुल को पार करने के बाद लेखक व उनके मित्र कहाँ पहुँचे – थोड़ला के पहले पड़ने वाले आखिरी गाँव में
- लेखक अपनी यात्रा के दौरान कहाँ ठहरे थे – थोड़ला के पहले पड़ने वाले आखिरी गाँव में
- थोड्ला क्या है – एक स्थान या गाँव
- लेखक कितने साल बाद इसी रास्ते से वापस लौटे -पांच साल
- लेखक के अनुसार , तिब्बत में सबसे खतरे वाली जगह कौन सी थी – डांडे (पहाड़)
- थोङ्ला डाँडे की ऊंचाई कितने फिट थी -1600 -1700 फिट की
- उस वक्त तिब्बत में
कौन सा कानून लागू नही था – हथियार का कानून
- लेखक कहां जाते हुए रास्ता भटक गये थे – लङ्कोर
- लेखक जहां से गलत रास्ते पर निकल गए थे , वहां से कितने रास्ते निकलते थे – दो
- लेखक गलत रास्ते पर कितने मील आगे चले गये थे – एक -डेढ़ मील
- सुमित ने लेखक को चोर डकैतों से बचने का कौन सा रास्ता सुझाया था – भीख मांगने का
- “कुची -कुची” का अर्थ क्या है – दया – दया
- लेखक व उनके दोस्त सुमति ने थोङ्ला डाँडे की चढ़ाई किससे की – घोड़े से
- लेखक किसकी तरह अपने घोड़े पर झूमता हुआ चला जा रहा था – दोनिक्वक्स्तो
- सुमित ने कितनी टोकरी कंडे फूंक डाले थे – दो
- सुमित ने कितनी बार चाय को गर्म किया – तीन
- “थुक्पा” , क्या होता है – एक तरह का खाद्य पदार्थ
- सुमति अपने यजमानों को क्या ला कर देते थे – बोध गया से लाये कपड़ों के गंडे
- “भरिया” किसे कहते हैं – भार या सामान उठाने वाले कुली को
- मंदिर में कितनी पोथियां रखी थी – 103
- मंदिर में रखी हुई हस्तलिखित पोथियों में से प्रत्येक का वजन लगभग कितना
सेर था – 15
- तिब्बत की जमीन किसमें बंटी थी – जागीरदारों में
- तिब्बत में जागीरों का बड़ा हिस्सा कहाँ जाता था – बौद्ध मठों को
- तिब्बत का हर जागीरदार किससे खेती करवाता था – बेगार मजदूरों से
- टोकर विहार में लेखक किससे मिले – न्मसे (बौद्ध भिक्षु)
- न्मसे (बौद्ध भिक्षु) कौन थे – शेकर की खेती के मुखिया
- लेखक राहुल सांकृत्यायन का जन्म कब हुआ – सन 1893 (पन्दाह गांव , आजमगढ़
जिला , उत्तर प्रदेश)
- लेखक राहुल सांकृत्यायन का बौद्ध धर्म अपनाने से पहले क्या नाम था – केदार पांडे
- लेखक राहुल सांकृत्यायन ने बौद्ध धर्म कब अपनाया – सन 1930
- राहुल सांकृत्यायन ने बौद्ध धर्म कहाँ अपनाया – श्रीलंका में
Lhasa Ki Aur Class 9 MCQ ,
“ल्हासा की ओर” पाठ का सारांश हमारे YouTube channel में देखने के लिए इस Link में Click करें। YouTube channel link – ( Padhai Ki Batein / पढाई की बातें)
Note – Class 8th , 9th , 10th , 11th , 12th के हिन्दी विषय के सभी Chapters से संबंधित videos हमारे YouTube channel ( Padhai Ki Batein / पढाई की बातें) पर भी उपलब्ध हैं। कृपया एक बार अवश्य हमारे YouTube channel पर visit करें । सहयोग के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यबाद।
You
are most welcome to share your comments . If you like this post . Then please share it . Thanks for visiting.
यह भी पढ़ें……
कक्षा 9 (गद्य खंड)
हिंदी कृतिका
Is Jal Pralay Mein Class 9 Summary
Is Jal Pralay Mein Class 9 Question Answer
Is Jal Pralay Mein Class 9 MCQ
Mere Sang Ki Auraten Class 9 Summary
Mere Sang Ki Auraten Class 9 Question Answer
Mere Sang Ki Auraten Class 9 MCQ
Reedh Ki Haddi Class 9 Summary
Reedh Ki Haddi Class 9 Question Answer
Reedh Ki Haddi Class 9 MCQ
Mati Wali Class 9 Summary
Mati Wali Class 9 Question Answer
Mati Wali
Class 9 MCQ
Kis tarah Aakhirkar Main Hindi Mein Aaya Summary
Kis tarah
Aakhirkar Main Hindi Mein Aaya Question Answer
Kis tarah Aakhirkar Main Hindi Mein Aaya MCQ
हिंदी क्षितिज कक्षा 9
(गद्य खंड)
Do Baion Ki Katha summary
Do Bailon Ki Katha Question Answer
Do Bailon Ki
Katha MCQS
Lhasa Ki Aur Class 9 Summary
Lhasa Ki Aur Class 9 Question Answers
Lhasa Ki Aur Class 9 MCQS
Upbhoktavad Ki Sanskriti Class
9 Summary
Upbhoktavad ki Sanskriti Class 9 Question Answers
Upbhoktavad ki Sanskriti Class 9 MCQS
Sanwale Sapno Ki Yaad Class 9 Summary
Sanwale Sapno Ki Yaad Class 9 Question Answers
Sanwale Sapno
Ki Yaad Class 9 MCQS
Nana Saheb Ki Putri Devi Maina Ko Bhasm Kar Diya Class 9 Summary
Nana Saheb Ki Putri Devi Maina Ko Bhasm Kar Diya Class
9 Question Answers
Nana Saheb Ki Putri Devi Maina Ko Bhasm Kar Diya MCQS
Premchand Ke Phate Jute Class 9 Summary
Premchand ke Phate Jute Class 9 Question Answers
Premchand ke Phate Jute Class 9 MCQ
Mere Bachpan Ke Din Class 9 Summary
Mere Bachpan Ke Din Class 9 Question Answer
Mere Bachpan Ke Din Class 9 MCQS
Ek Kutta Aur Ek Maina Class 9 Summary
Ek Kutta Aur Ek Maina Class 9 Question Answer
Ek Kutta Aur Ek Maina Class 9 MCQS
हिंदी क्षितिज कक्षा 9
(काव्य
खंड)
Sakhiyan Avam Sabad Class 9 Full Explanation
Sakhiyan Avam Sabad Class 9 Question Answers
Sakhiyan Avam Sabad Class 9 MCQS
Vaakh Class 9 Full Explanation
Vaakh Class 9 Question Answer
Vaakh Class 9 MCQS
Raskhan Ke Savaiye Class 9
Explanation
Raskhan Ke Savaiye Class 9 Question Answers
Raskhan Ke Savaiye Class 9 MCQ
Kaidi Aur Kokila Class 9 Full Explanation
Kaidi Aur Kokila Class 9 Question Answer
Kaidi Aur Kokila Class 9 MCQ
Gram Shree Class 9 Explanation
Gram Shree Class 9 Question Answer
Gram Shree Class 9 MCQ
Chandra Gahna Se Lautati Ber Class 9 Explanation And Summary
Chandra Gahna Se Lautati Ber Class 9 Question Answer
Chandra Gahna Se Lautati Ber Class 9 MCQ
Megh Aaye Class 9 Explanation
Megh Aaye Class 9 Question Answer
Megh Aaye Class 9 MCQ
Yamraj Ki Disha Class 9 Explanation
Yamraj Ki Disha Class 9 Question Answer
Yamraj Ki Disha Class 9 MCQ
Bachche Kam Par Ja Rahe Hain Class 9 Summary And Explanations
Bachche Kam Par Ja Rahe Hain Class 9 Question Answer
Bachche Kam Par Ja Rahe Hain Class 9 MCQ
लेखक ने तिब्बत की यात्रा भिखारी का वेश बदलकर क्यों की थी?
Solution. लेखक ने तिब्बत की यात्रा भिखमंगों के वेश में की क्योंकि उस समय तिब्बत की यात्रा पर प्रतिबंध था। इसके अलावा डाँडे जैसी खतरनाक जगहों पर डाकुओं से इसी वेश में जान बचायी जा सकती थी।
लेखक ने तिब्बत की यात्रा किसने की और क्यों?
थोङ्ला के पहले के आखिरी गाँव पहुँचने पर भिखमंगे के वेश में होने के बावजूद लेखक को ठहरने के लिए उचित स्थान मिला जबकि दूसरी यात्रा के समय भद्र वेश भी उन्हें उचित स्थान नहीं दिला सका। क्यों? 2. उस समय के तिब्बत में हथियार का कानून न रहने के कारण यात्रियों को किस प्रकार का भय बना रहता था ?
लेखक ने तिब्बत की यात्रा कौन से सन में की?
पाठ का सार :- इस पाठ में राहुल जी ने अपनी पहली तिब्बत यात्रा का वर्णन किया है जो उन्होंने सन 1929-30 में नेपाल के रास्ते की थी | क्योंकि उस समय भारतीयों को तिब्बत यात्रा की अनुमति नहीं थी, इसलिए उन्होंने यह यात्रा एक भिखमंगे के छद्म वेश में की थी।
लेखक भिखमंगे के वेश में ल्हासा की यात्रा क्यों कर रहे थे *?
लेखक जब पहली बार यात्रा पर गया तब भारतीयों को तिब्बत यात्रा की अनुमति नहीं थी इसलिए लेखक को वेश बदल कर जाना पड़ा ।