स्मृति एवं बोध स्तर के शिक्षण प्रतिमानों की संरचना में कौन-सा वाक्य-विन्यास महत्त्वपूर्ण है?
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UPTET 2019 Paper 1 (Hindi - English/Sanskrit) Hinglish Solution
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- योजना
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- प्रस्तुतीकरण
Answer (Detailed Solution Below)
Option 4 : प्रस्तुतीकरण
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CT 1: Growth and Development - 1
10 Questions 10 Marks 10 Mins
शिक्षण, तीन स्तरों पर उत्तरोत्तर होता है- शिक्षण का स्मृति स्तर, शिक्षण का बोध स्तर और शिक्षण का चिंतनशील स्तर।
- शिक्षकों को वांछित शैक्षिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए शिक्षार्थियों के विकास के चरण को ध्यान में रखना चाहिए।
शिक्षण-अधिगम के तीन अभिज्ञेय स्तर हैं:
- स्मृति स्तर: यह स्तर स्मरण और अभिज्ञान की सरल प्रक्रियाओं पर बल देता है।
- बोध स्तर: यह स्तर संबंध अथवा अंतर्दृष्टि पर बल देता है।
- चिंतनशील स्तर: इस स्तर में महत्वपूर्ण चिंतन अथवा समस्या-समाधान मुख्य विषय होते है।
स्मृति एवं बोध स्तर के शिक्षण प्रतिमान के वाक्य-विन्यास में प्रस्तुतीकरण महत्त्वपूर्ण चरण होता है। यह सबसे महत्वपूर्ण चरण है क्योंकि यह विषय-वस्तु को प्राथमिकता देता है।
प्रस्तुतीकरण के चरण में:
- शिक्षक शिक्षार्थियों के समक्ष संवादात्मक तरीके से नए ज्ञान का परिचय कराते है।
- शिक्षक शिक्षार्थियों के पूर्व ज्ञान को एक नए समूह के ज्ञान से जोड़ने का प्रयास करते है।
- शिक्षक का मानना है कि जब कोई भी विषय छात्रों के सामने ठीक से प्रस्तुत किया जाता है तो छात्र, उन्हें सुसंगत तरीके से सीखते हैं।
इसलिए, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि स्मृति स्तर और बोध स्तर के शिक्षण प्रतिमानों के वाक्य-विन्यास में प्रस्तुतीकरण स्तर एक प्रमुख चरण होता है।
Last updated on Sep 22, 2022
The Uttar Pradesh Basic Education Board (UPBEB) has released the UPTET Final Result for the 2021 recruitment cycle. The UPTET exam was conducted on 23rd January 2022. The UPBEB going to release the official notification for the UPTET 2022 too soon on its website. The selection of the candidates depends on the scores obtained by them in the written examination. The candidates who will be qualified for the written test will receive an eligibility certificate that will be valid for a lifetime.