–संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपती इस दिन यदि धतूरे के एक लाख फूलों से शिव उपासना करें तो उनकी मनोकामना जल्द पूरी होगी। लाल डंठल वाला धतूरा पूजन के लिए शुभ माना जाता है।
–अगस्त्य के एक लाख फूल यदि पूजा में शामिल किए जाएं तो ऐसा करने वाले पुरुष को यश की प्राप्ति होगी।
–तुलसी दल से शिव की आराधना करने से उपासक को भोग और मोक्ष दोनों की प्राप्ति होगी।
–लाल और सफेद आक, अपामार्ग और श्वेत कमल के पुष्प से पूजा करने से व्यक्ति को मृत्योपरांत स्वर्ग में स्थान मिलता है।
–जातक यदि जपा के एक लाख फूलों से भगवान शिव की भक्ति करे तो उसके शत्रुओं का नाश होता है।
–शिवपुराण में बताया गया है कि करबीर के यदि एक लाख फूल शिवपूजन में प्रयोग किए जाएं तो रोगों का नाश होता है।
–महिलाएं यदि बन्धूक (दुपहरिया) के फूलों से शिव की उपासना करें तो उन्हें आभूषणों की प्राप्ति होगी।
–पुरुष यदि शिवरात्रि को चमेली के फूल भगवान शिव को चढ़ाएं तो जल्द ही उन्हें वाहन सुख मिलेगा।
–शमी के फूल भगवान शिव को अतिप्रिय होते हैं। शमी के फूल से शिव की पूजा करने पर व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
– अलसी के फूलों से शिव अराधना करने वाला पुरुष भगवान विष्णु को प्रिय होता है।
–बेला के फूल चढ़ाने पर शिवजी शुभलक्षणा पत्नी प्रदान करते हैं।
–हरसिंगार के फूल चढ़ाने से भगवान शिव भक्तों को सुख समृद्धि प्रदान करते हैं।
–भगवान शिव को एक लाख बेलपत्र अर्पित करने से भौतिक सुख सुविधा की प्राप्ति होती है।
हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का बड़ा महत्व है। शिव भक्त महाशिवरात्रि को महापर्व की तरह मनाते हैं। कहा जाता है की महाशिवरात्रि का व्रत रखने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। जो भक्त महादेव की भक्ति में लीन होकर इस दिन पूजा अर्चना और व्रत रखता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भगवान शिव जल्द प्रसन्न होने वाले देवताओं में से एक माना जाता है। लेकिन शिवपुराण में कुछ ऐसे फूलों का जिक्र किया गया है जिन्हें भगवान शिव को अर्पित करने से मन चाहे फल की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं किन फूलों से प्रसन्न होते हैं देवों के देव महादेव और किस फूल को अर्पित करने से क्या शुभ फल मिलता है।
धतूरे का फूल से शिव पूजा का लाभ
भगवान शिव को धतूरा अत्यंत प्रिय है। मान्यता है कि भगवान शिव की पूजा धतूरे के फल और फूलों के बिना अधूरी है। शिवलिंग पर धतूरे का फल और फूल चढ़ाने से मनुष्य को दुखों से छुटकारा मिलता है। शिव पुराण में इस बात का जिक्र किया गया है कि जो दंपत्ति संतान प्राप्ति की मनोकामना रखते हैं यदि वह धतूरे का फूल या फल चढ़ाए तो उनकी मनोकामना जल्द पूरी होती है।
लाल और सफेद आंकड़े के फूल से शिवजी की पूजा
शिवपुराण में बताया गया है कि भगवान शिव को लाल और सफेद आंकड़े के फूल प्रिय है। यदि आप महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का पूजन करने के लिए लाल या फिर सफेद आंकड़े के फूल का इस्तेमाल करते हैं तो मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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भगवान शिव को चढ़ाएं चमेली के फूल
शिवपुराण में बताया गया है कि यदि कोई मनुष्य वाहन सुख पाना चाहता है यानी वाहन खरीदना चाह रहा है लेकिन बात हर बार बनते-बनते रह जाती है, तो उन्हें भगवान शिव को चमेली के फूल अर्पण करने चाहिए। चमेली के फूल अर्पित करने से जीवन में सुखों की प्राप्ति होती, वाहन सुख मिलता है ऐसी धार्मिक मान्यताएं कहती हैं।
बेले के फूल से शिवजी की पूजा
कहते है कि जिन लोगों के विवाह के योग नहीं बन रहे हैं उन्हें महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की उपासना करनी चाहिए। शिवपुराण में बताया गया है कि यदि इस दिन आप बेले के फूलों से भगवान शिव का पूजन करते हैं तो सुयोग्य और समझदार जीवनसाथी मिलता है। विवाह का योग प्रबल होता है।
गुलाब के फूलों से शिवजी की पूजा का लाभ
सभी देवी देवताओं को गुलाब के फूल अत्यंत प्रिय हैं। देवी लक्ष्मी को प्रत्येक शुक्रवार को गुलाब अर्पित करने से धन समृद्धि मिलती है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव को गुलाब का फूल अर्पित करने से व्यक्ति की सेहत अच्छी रहती है साथ ही आयु लंबी और खुशहाल जीवन की प्राप्ति होती है। महाशिवरात्रि के अवसर पर निरोग काया के लिए भगवान शिव को आप भी गुलाब अर्पित कर सकते हैं।
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हरसिंगार और दूर्वा से भगवान शिव का पूजन
महाशिवरात्रि के दिन हरसिंगार के फूलों से भगवान शिव का पूजन करने से सुख और संपत्ति में वृद्धि होती है। कहा जाता है कि हरसिंगार के फूलों से घर का वास्तु भी ठीक होता है। इनकी महक से घर में सकारात्मक ऊर्जा भी आती है। साथ ही यदि भगवान शिव के पूजन में दूर्वा का इस्तेमाल किया जाए तो मनुष्य की आयु बढ़ती है।
अलसी के फूलों से शिवजी की पूजा का लाभ
शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव की पूजा अर्चना में अलसी के फूलों का काफी महत्व है। भक्त महाशिवरात्रि के दिन इसे भगवान शिव को जरूर अर्पित करें। पुराण में बताया गया है कि इसे भगवान शिव को अर्पित करने से पापों से मुक्ति मिलती है और मनुष्य भगवान विष्णु को भी प्रिय होता है। ऐसा व्यक्ति सद्गति को प्राप्त करता है।