दूसरा भाव खाली होने पर क्या होता है? - doosara bhaav khaalee hone par kya hota hai?

जन्म कुंडली में बारह खाने यानी बारह घर होते हैं और ग्रह नौ। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली में कोई न कोई घर ऐसा होता ही है, जिसमें कोई ग्रह नहीं होता। लाल किताब में ऐसे घर को सोया हुआ घर या सुप्त घर कहा जाता है तथा जिस घर पर किसी ग्रह की दृष्टि नहीं पड़ती उसे भी सुप्त घर माना जाता है। 

Astrology

oi-Ankur Sharma

By Pt. Gajendra Sharma

Published: Monday, February 26, 2018, 16:14 [IST]

नई दिल्ली। जन्म कुंडली में बारह खाने यानी बारह घर होते हैं और ग्रह नौ। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली में कोई न कोई घर ऐसा होता ही है, जिसमें कोई ग्रह नहीं होता। लाल किताब में ऐसे घर को सोया हुआ घर या सुप्त घर कहा जाता है तथा जिस घर पर किसी ग्रह की दृष्टि नहीं पड़ती उसे भी सुप्त घर माना जाता है। जिस घर में कोई ग्रह नहीं होता, उससे संबंधित परिणाम भी व्यक्ति को नहीं मिलते या बहुत कम मात्रा में मिलते हैं। उदाहरण के लिए यदि धन स्थान यानी द्वितीय घर में कोई ग्रह नहीं है तो लाल किताब के अनुसार यह घर सोया हुआ है। ऐसे में जातक के जीवन में धन की कमी हमेशा बनी रहेगी। ऐसी स्थिति में सुप्त घर को जागृत करना आवश्यक होता है।

लाल किताब में सोए घर को जगाने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। आइए जानते हैं कौन से घर को जगाने के क्या उपाय किए जाते है...

मूंगा धारण करने से भी प्रथम भाव जागता है

  • जिन लोगों की कुंडली में प्रथम भाव सोया हुआ हो, उन्हें इस घर को जगाने के लिए मंगल का उपाय करना चाहिए। इसके लिए मंगलवार का व्रत करें। मंगलवार के दिन हनुमानजी को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं और वह प्रसाद बांटें। मूंगा धारण करने से भी प्रथम भाव जागता है।
  • यदि कुंडली का दूसरा घर सोया हुआ हो तो चंद्रमा से संबंधित उपाय करना चाहिए। इसके लिए चांदी की अंगूठी, पेंडेंट या अन्य कोई आभूषण पहनना चाहिए। माता की सेवा करने और उनके सुखों का ध्यान रखने से यह घर जागृत हो जाता है। मोती धारण करने से भी लाभ मिलता है।
  • तीसरे घर को जगाने के लिए बुध का उपाय किया जाता है

    • तीसरे घर को जगाने के लिए बुध का उपाय किया जाता है। बुध के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए। बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं।
    • लाल किताब के अनुसार कुंडली के चौथे घर में यदि कोई ग्रह नहीं है तो चंद्र से संबंधित उपाय करें। सोमवार को साबूदाने की खीर का प्रसाद वितरण करें।
    • पांचवें घर को जगाने के लिए सूर्य का उपाय करना फायदेमंद होता है। इसके लिए नियमित आदित्यहृदय स्तोत्र का पाठ एवं रविवार के दिन लाल भूरी चीटियों को आटा, गुड़ देने से सूर्य की कृपा प्राप्त होती है।
    • राहु का उपाय

      • छठे घर को जगाने के लिए राहु का उपाय करना चाहिए। जन्मदिन से आठवां महीना शुरू होने पर पांच महीनों तक बादाम मंदिर में चढ़ाएं, जितना बादाम मंदिर में चढ़ाएं उतना वापस घर में लाकर रख दें।
      • कुंडली के सातवें घर को जगाने के लिए शुक्र को जगाना होता है। शुक्र को जगाने के लिए आचरण की शुद्धि सबसे आवश्यक है। स्त्रियों का अपमान न करें। किसी से दुर्व्यवहार न करें।
      • आठवें घर को जागृत करने के लिए चंद्रमा से जुड़े उपाय किए जाते हैं। इसके लिए चांदी का कोई आभूषण पहन रखें या अपने जेब में चांदी की ठोस गोली रखें।
      • गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण....

        • नवम भाव सोया हो तो गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण करना चाहिए। ऐसा व्यक्ति सोना पहनकर रखे या मस्तक पर केशर का तिलक करे। इन उपाय से गुरु प्रबल होता है और नवम भाव जागता है।
        • दशम भाव को जागृत करने के लिए शनिदेव का उपाय करना चाहिए। शनिवार के दिन हनुमान जी के दर्शन करें। शनि से संबंधित दान करें।
        • एकादश भाव को जगाने के लिए के लिए गुरु को प्रसन्न् करना आवश्यक है। गुरुवार के व्रत करें। गाय को केला खिलाएं। गुरुवार को चंदन का तिलक लगाएं।
        • यदि किसी जातक की कुंडली का बारहवां भाव सोया हुआ है तो घर में कुत्ता पालना चाहिए। पत्नी के भाई की सहायता करनी चाहिए।

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astrology gajendra sharma ज्योतिष गजेंद्र शर्मा

English summary

Horoscope or Janam Kundali, also known as Janam Patri, is a basic tool, which can be used to make astrological predictions.

कुंडली में दूसरे भाव का स्वामी कौन होता है?

2. दूसरे भाव का स्वामी ग्रह शुक्र होता है जिसका कारक ग्रह गुरु है। 3. तीसरे भाव का स्वामी ग्रह बुध होता है जिसका कारक ग्रह मंगल है।

द्वितीय भाव से क्या क्या देखा जाता है?

वैदिक ज्योतिष में द्वितीय भाव से धन, संपत्ति, कुटुंब परिवार, वाणी, गायन, नेत्र, प्रारंभिक शिक्षा और भोजन आदि बातों का विचार किया जाता है। इसके अतिरिक्त यह भाव जातक के द्वारा जीवन में अर्जित किये गये स्वर्ण आभूषण, हीरे तथा अन्य बहुमूल्य पदार्थों के बारे में भी बोध कराता है। द्वितीय भाव को एक मारक भाव भी कहा जाता है।

कुंडली में खाली घर का क्या मतलब होता है?

जन्म कुंडली में बारह खाने यानी बारह घर होते हैं और ग्रह नौ। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली में कोई न कोई घर ऐसा होता ही है, जिसमें कोई ग्रह नहीं होता। लाल किताब में ऐसे घर को सोया हुआ घर या सुप्त घर कहा जाता है तथा जिस घर पर किसी ग्रह की दृष्टि नहीं पड़ती उसे भी सुप्त घर माना जाता है।

दूसरे भाव किसका होता है?

कुंडली का दूसरा घर या भाव धन का कारक होता है। व्यक्ति के पास कितनी संपत्ति या धन और भौतिक सुख-सुविधाएं होगी, वह दूसरे भाव को देखकर ही पता लगाया जा सकता है।

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